के.एम.वी उच्च स्तरीय शोध की सुविधा के लिए फैकल्टी मेंबर्स तथा छात्राओं को दे रहा है सीड मनी
के.एम.वी द्वारा प्राध्यापकों और छात्राओं के में शोध-आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने शोध नीति बेहद शानदार एवं महत्वपूर्ण: प्रो. अतिमा शर्मा दिवेदी
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर कॉलेज में रिसर्च और इनोवेशन पर आधारित गतिविधियों को मज़बूत कर प्राध्यापकों और छात्राओं को प्रेरित करने में हमेशा अग्रणी है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए फैकल्टी और छात्राओं में शोध से संबंधित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए के.एम.वी. के पास शानदार एवं महत्वपूर्ण शोध नीति है है। शोध पर आधारित परियोजनाओं और इंटर्नशिप को शुरू करने के लिए विभिन्न अंडर ग्रैजुएट तथा पोस्टग्रेजुएट प्रोग्रामों के पाठ्यक्रम को उन्नत किया गया है। सभी फैकल्टी मेंबर्स उन विद्यार्थी टीमों के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट्स के लिए सीड मनी ग्रांट प्राप्त कर सकते हैं जो शोध-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बाहरी स्रोतों से धन प्राप्त नहीं कर रहे हैं। शॉर्टलिस्ट किए गए आवेदकों को एक बाहरी विशेषज्ञ द्वारा गठित सर्च कमेटी के आगे प्रस्तुतीकरण करने के लिए कहा जाता है। चयनित प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर और उनकी टीम जिसमें विद्यार्थी सदस्य भी शामिल हैं, प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में एक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं और इसका मूल्यांकन उसी कमेटी द्वारा किया जाता है जिसमें एक बाहरी विशेषज्ञ शामिल होता है। इन प्रोजेक्टस पर काम कर रही कई छात्राओं ने विभिन्न राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंसेस और सेमिनारों में अपने शोध कार्य भी प्रस्तुत किए हैं। इसके अलावा सीनियर तथा जूनियर श्रेणियों के तहत दो फैकल्टी सदस्यों को हर साल एक्सीलेंस इन रिसर्च अवॉर्ड भी प्रदान किया जाता है। इसके अलावा विद्यालय में नियमित रूप से रिसर्च फोरम भी आयोजित किया जाता है, जहां प्रत्येक विभाग, विशेष रूप से पोस्ट ग्रेजुएट विभाग अपने संबंधित शोध और जांचकर्ता सीड मनी ग्रांट के तहत काम करने वाली छात्राओं के साथ, अपने विचारों को साझा करते हुए अपनी शोध के परिणाम एवं अनुभव को पेश करते हैं। फैकल्टी मेंबर्स के लिए रिसर्च फोरम शोध कार्यप्रणाली, आई.पी.आर. और रिसर्च के लिए दिशा निर्देश पर समय-समय पर आमंत्रित विशेषज्ञ व्याख्यान भी आयोजित करता है। प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने प्राध्यापकों को प्रोत्साहित किया कि वह छात्राओं को अपने कौशल को सुधारने के लिए अपने आगामी शोध कार्यों में शामिल करें। उन्होंने कहा कि रिसर्च पर आधारित गतिविधियों में स्टाफ सदस्यों की भागीदारी उनके ज्ञान में वृद्धि में वृद्धि करने के साथ-साथ विषय के प्रति अपडेट भी करने में कारगर साबित होगी. के.एम.वी. सदा ही शोध से संबंधित विभिन्न पहलकदमियों में उत्तमता हासिल करते हुए शानदार परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैडम प्रिंसिपल ने के.एम.वी. के रिसर्च सेल के शानदार प्रयासों की सराहना की।