डीएवी कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल द्वारा किया राजस्थान ट्रिप का आयोजन
जालंधर (साहिल अरोड़ा):- डीएवी कॉलेज, जालंधर के गर्ल्स हॉस्टल की तरफ से राजस्थान के ट्रिप का आयोजन किया गया। इस यात्रा में चीफ वार्डन हेमंत कुमार और वार्डन रमिला वर्मा, हिंदी विभाग से प्रो. संजीता के साथ-साथ गर्ल्स हॉस्टल की 20 छात्राएं भी शामिल थी। इस मौके पर छात्राओं को डीएवी कॉलेज अजमेर, अजमेर शरीफ दरगाह, सालासर बालाजी मंदिर, जीन माता मंदिर, खाटू श्याम जी, अजमेर किला, जयगढ़ का किला, हवा महल, जल महल, शीश महल, बायोलॉजिकल जू, बिड़ला मन्दिर (जोकि जयपुर के सबसे बड़ा मन्दिर है) जैसी विभिन्न खूबसूरत जगहों का दौरा करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसके इलावा छात्राओं ने राजस्थान के जहाज कहे जाने वाले ऊंट पर 'कैमल सफारी' का भी आनंद उठाया। छात्राओं को डीएवी कॉलेज अजमेर भी ले जाया गया। यह कॉलेज आज़ादी से पहले 1942 में बना था। जोकि डीएवी के इतिहास में एक उच्च स्थान रखता है।
इस यात्रा के दौरान चीफ वार्डन हेमन्त कुमार ने छात्राओं को इन विभिन्न स्थानों के इतिहासिक महत्व की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान भारत के सबसे बड़े टूरिस्ट प्लेस के तौर पर जाना जाता है। यहां हिन्दू मुस्लिम दोनों के धार्मिक स्थल हैं, जोकि हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। अजमेर शरीफ दरगाह और विभिन्न मंदिरों की यात्रा इसका जीवित उदारहण है। इसके इलावा राजस्थान में बहुत सारे वैज्ञानिक स्थल भी हैं, जिसका लोहा पूरी दुनिया में मन जाता है। जंतर मंतर इसका बेहतरीन नमूना है। इसका इलावा हवा महल, जल महल, अजमेर किला, जयगढ़ का किला आदि राजस्थान के राजाओं के शाही ठाठ-बाठ को बयान करता है। वार्डन रमिला वर्मा ने बताया कि छात्राओं द्वारा इस ट्रिप का पूर्णतः आनन्द उठाया गया। उन सभी ने इस ट्रिप के दौरान कई इतिहासिक स्थानों के महत्व को जाना। जिससे उन्हें भारत की महानता की जानकारी प्राप्त होगी। प्रिन्सिपल डॉ एस के अरोड़ा ने कहा कि ऐसी यात्राएं बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये हमें वह सारी जानकारी प्रदान करती हैं, जिसे हम पुस्तकों से प्राप्त करते हैं। इस तरह की यात्राओं से छात्रों को अपने शिक्षकों से बातचीत करने का मौका मिलता है, इसलिए उनके बीच यह एक मजबूत रिश्ता कायम होता है।