डीएवी कॉलेज जालंधर के संस्कृत विभाग द्वारा करवाया गया 5 दिवसीय सम्भाषण शिविर का आयोजन
जालंधर:(साहिल) - डीएवी कॉलेज जालंधर के प्राचार्य डा. संजीव अरोड़ा जी के निर्देशन में संस्कृत विभाग द्वारा पांच दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविर का आयोजन किया गया। समापन समारोह के अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में स्थानीय डीएवी प्रबन्धकर्ता समिति के प्रधान श्री कुन्दर लाल अग्रवाल जी को बुलाया गया। इसके साथ गुरूकुल विरजानन्द करतारपुर के प्राचार्य आचार्य उदयन जी एवं संस्कृत भारती के संयोजक आचार्य संजीव जी को आर्शीवाद के लिए आमंत्रित किया गया। आचार्य उदयन जी ने कहा कि संस्कृत भाषा के प्रचार एवं प्रसार के लिए हमें निरन्तर प्रयत्नशील रहना चाहिए। संस्कृत वेदों की भाषा है, सभी भाषाओं की जननी है, संस्कृत भाषा को जानने के बाद ही मानवीय मुल्यों को जाना जा सकता है। उप प्राचार्य एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष डा. जीवन आशा जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं संस्कृत भाषा के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए मानवीय मूल्यों को समझने के लिए संस्कृत भाषा को स्कूलों में अनिवार्य विषय के रूप में लगाने के लिए पंजाब सरकार के सहयोग की मांग की।
प्रिंसिपल डॉ एस. के. अरोड़ा ने इस सम्भाषण शिविर के आयोजन के लिए संस्कृत विभाग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि संस्कृत सभी भाषाओं की जननी है। हमें संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए। डीऐवी कॉलेज जालंधर ने सदैव ही संस्कृत भाषा को तवज्जो दी है। यहाँ हम संकृत में स्नात्कोतकर करने वाले बच्चों को स्कॉलरशिप दे रहे हैं। ताकि विदियार्थी संस्कृत में अपना रुझान बना सके। यह सम्भाषण शिविर भी इसका उदारहण है।
कालिदास संस्कृत परिषद् की अध्यक्षा मैडम रितु तलवार ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया एवं सभी अतिथियों का धन्यवाद किया। सभी छात्रों को इनाम एवं परिमाण पत्र भी वितरित किए गए। विभाग के अन्य सदस्य प्रो. विवेक, प्रो. टीना एवं प्रो. श्वेता का भी पूर्ण सहयोग रहा।