के.एम.वी. में प्राचार्या द्वारा 'टीचिंग लर्निंग इन टवैंटी फस्ट सेन्च्यूरी' विषय पर प्रस्तुति दी
जालंधर(मोहित):- भारत की विरासत संस्था कन्या महाविद्यालय, आटोनॉमस कालेज, जालंधर की प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी द्वारा विद्यार्थियों के लिए 'टीचिंग लर्निंग ऑबजेक्टिव आफ एजूकेशन इन टवैन्टी फस्ट सेन्च्यूरी' विषय पर प्रैजनटेंशन प्रस्तुत की। प्राचार्या ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ब्राड होना चाहिए ताकि वर्तमान की मार्किट आधारित मांग को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि शिक्षा का रोल विद्यार्थियों को सिर्फ वर्तमान परिदृश्य के अनुसार तैयार करने का नहीं बल्कि अगले 40 से 50 वर्षों की दूरदर्शिता पर आधारित होना चाहिए। उन्होंने हावर्ड यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट को सांझा करते हुए कहा कि आज की शिक्षा पद्धति चार मुख्य बिंदुओं पर आधारित होनी चाहिए इनोवेशन, रिसर्च, दक्षता और दूरदर्शिता, जिनके आधार पर शिक्षा और स्किल के गैप को भरा जा सकता है। उन्होंने छात्राओं से हमेंशा जीवन में कुछ नया करने की उत्सुकता और जिज्ञासा बनाए रखने का आहवान किया। इस अवसर पर छात्राओं और प्राचार्या के बीच खुला प्रश्न व उत्तर राऊंड भी आयोजित किया गया जहां छात्राओं ने प्राचार्या से वर्तमान शिक्षा पद्धति से संबंधित प्रश्न पूछे। इस मौके पर प्राचार्या ने छात्राओं की विभिन्न दुविधाओं को शांत किया और बताया कि के.एम.वी. कालेज वैश्विक मांग के अनुसार आगामी सत्र के नए कोर्स शुरु करने जा रहा है ताकि छात्राएं सशक्त बनें। उन्होंने कहा कि केएमवी अत्याधुनिक तकनीक आफ टीचिंग एवं आधारभूत ढांचा के माध्यम से इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए पहले से ही अग्रसर है।