शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा ध्रुव तारे की तरह चमकता रहेगा स्व.शांता चोपड़ा का नाम
जालंधर:- शिक्षा के क्षेत्र में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाली स्व.शांता चोपड़ा (संस्थापक सेंट सोल्जर ग्रुप) जो कि 1 अक्टूबर 2016 को इस नश्वर संसार को अलविदा कह गई थी। उनकी आत्मिक शांति हेतु सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स द्वारा कुष्ट आश्रम में उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इस संबंध में कुष्ठ आश्रम जलंधर में एक समारोह आयोजित किया गया, जिसमें संस्थान के चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, सुनील चोपड़ा, मैनेजिंग डायरेक्टर राजन चोपड़ा, प्रो-चेयरमैन प्रिंस चोपड़ा, अंकित कत्याल के इलावा परिवार के बाकी सदस्यों ने उनकी तस्वीर पर फूल-मालाएं अर्पित करते हुए उनको श्रद्धासुमन भेंट किए। इस मौके पर कुष्ठ रोगियों में परिवार के सभी सदस्यों, सेंट सोल्जर के फैक्ल्टी मेंबर्स ने लंगर वितरित किया और उनकी सेवा करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया।इसके अतिरिक्त सभी ने स्व.शांता चोपड़ा को श्रद्धाजलि देते हुए उन्हें शिक्षा का सत्म बताते हुए जन जन तक शिक्षा का प्रसार करने और शिक्षा के प्रति अपनी पूरी जिंदगी समर्पण करने की भावना को सलाम किया। चारों ओर शिक्षा फैलाने का सपना लेकर 1958 में 4 छात्रों के साथ शुशु मॉडल स्कूल के रूप में शांता चोपड़ा द्वारा लगाया नन्हें पौधा आज सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन्स के रूप में शिक्षा का वट वृक्ष बन पुरे पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ में 31 स्कूल्ज और 19 कॉलेजों द्वारा अपनी बाहें फैला घर घर तक शिक्षा पहुँचा रहा है। 4 बच्चों से साथ स्कूल को शुरू कर 40000 से अधिक छात्रों तक पहुँचने का सफर उनके दृढ़ संकल्प और शिक्षा के प्रति समर्पण उनकी पूरी शख्सियत को दर्शाता है।सिर्फ शिक्षा ही नहीं स्व. शांता चोपड़ा ने अपनी सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाते हुए अपने सारे बच्चों को इस लायक बनाया कि आज उनका भी समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान है।13 अगस्त 1933 में जन्मी शांता चोपड़ा कठोर परिश्रम, नारी सशक्तिकरण की मिसाल थी वहीँ समाज में डाले गए महत्वपूर्ण योगदान उनके कद को ओर भी उच्चा कर देते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनका नाम हमेशा ध्रुव तारे की तरह चमकता रहेगा।