डिप्स यू,.ई में कम्यूटर की कार्यशाला आयोजित
सी.बी.एस.ई के नए पाठ्यक्रम में प्रोग्रामर पायथन से करवाया अवगत
जालंधर (मोहित): डिप्स स्कूल अर्बन एस्टेट के प्रांगण में कम्यूटर के नए साफ्टवेयर पायथन से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला डिप्स चेन की सी.ई.ओ मोनिका मंडोत्रा के दिशानिर्देशानुसार आयोजित की गई। जिसमें डिप्स चेन से संबंधित सभी कम्यूटर अध्यापकों ने भाग लिया। कार्यशाला में काईट्स के डायरैक्टर संजीव शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में तथा कार्तिक व मिस रंजू मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए। सी.बी.एस.ई द्वारा पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव को मुख्य रखते हुए इस वर्कशाप को करवाया गया। । इस दौरान डिप्स चेन की सी.ई.ओ मोनिका मंडोत्रा ने सभी अध्यापकों को सी.बी.एस.ई के नए पाठ्यक्रम में परिचित करवाते हुए कहा कि पहले 11वीं तथा 12वीं के विद्यार्थियों को सी.बी.एस.ई के पाठ्यक्रम में आई.पी (इंफोरमैटिक प्रैक्टिसिस) तथा अन्य मॉडयूल को करवाया जाता था। किन्तु इस बार विद्यार्थियों को पायथन से रूबरू करवाया जाएगा । जो इस बार विद्यार्थियों के लिए ऑप्शनल तथा अगले वर्ष से आवश्यक कर दिया जाएगा।
इसी दौरान उन्होंने नवमी कक्षा के पाठ्यक्रम में आए बदलाव से भी अध्यापकों को परिचित करवाया। कार्यशाला का आगाज मुख्य वक्ता कार्तिक तथा मिस रंजू ने सभी अध्यापकों को पायथन के इंस्टालेशन तथा वर्किग से अवगत करवाते हुए किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पायथन एक प्रोग्रामिंग की भाषा है । यह एक हाई लैवल कोड रीडेबिल्टी है । जो हर कार्य को जल्द रीड कर स्क्रीन पर दिखाती है तथा कार्यो को आसान करती है। उन्होंने बताया कि आजकल हर बड़ी कंपनी पायथन को अपना रही है क्योंकि यह सी, सी++ तथा जावा जैसी प्रोग्रामिंग में लगने वाले कार्य को कम समय में पूर्ण करती है। इस दौरान उन्होंने पायथन के फायदो के बाबात जानकारी देते हुए कहा कि यह एक एेसा सॅाफ्टवेयह डिवेल्पर है जिसका इस्तेमाल कंपनीया प्रोग्रामिंग , वैब फ्रेमवर्क , ग्राफिक डिकााईनिंग में कर रही है। यह एक एसी मूवेबल लाईब्रेरी है जिसमें हम विभिन्न हिस्सो में सामान रख कही भी लेजा सकते है इस दौरान कम्यूटर एडवाइज़र मनजीत सिंह मल्ली ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि पायथन को अगर भविष्य का मुख्य प्रोग्रामर कहा जाए तो गलत न होगा। इसी के साथ उन्होंने आए हुए अतिथियों का धन्यवाद किया तथा सभी अध्यापकों को नए सैशन की शुभकामनों दी।