किसानों से मशीनरी का अधिक से अधिक उपयोग करने तथा पराली का उचित प्रबंधन करने का किया आग्रह
जालंधर (अरोड़ा) :- जिले में पराली के उचित प्रबंधन तथा मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए आज डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यकारी समिति द्वारा सी.आर.एम. तथा एसएएमएएम स्कीम के तहत किसानों तथा कस्टम हायरिंग सेंटरों को सब्सिडी पर कृषि मशीनरी उपलब्ध करवाने के लिए ड्रा निकाले गए। यहां जिला प्रशासकीय परिसर में डिप्टी कमिश्नर ने अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह सहित जिला स्तरीय कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि जिले में पराली के उचित प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध करवाने के लिए सरकार द्वारा फसल अवशेष प्रबंधन (सीआरएम) स्कीम 2025-26 के तहत कृषि विभाग के ऑनलाइन पोर्टल agrimachinerypb.com पर 22 अप्रैल 2025 से 12 मई 2025 तक आवेदन प्राप्त हुए थे। डा. अग्रवाल ने बताया कि उपलब्ध धनराशि एवं लक्ष्य के अनुसार योजना के तहत 154 विभिन्न मशीनें तथा 38 कस्टम हायरिंग ग्रुपों को व्यक्तिगत किसानों से प्राप्त आवेदनों की लॉटरी निकालकर स्वीकृति प्रदान की गई है।

उन्होंने जिला के किसानों से अपील की कि वे पराली को जलाए बिना मशीनरी का अधिक से अधिक उपयोग करें तथा खेत में ही पराली का उचित प्रबंधन करें। इसके साथ ही सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (एसएएम) योजना के तहत पोर्टल पर किसानों द्वारा प्राप्त आवेदनों के लिए भी लॉटरी निकाली गई, जिसमें व्यक्तिगत किसानों को 57 विभिन्न मशीनें तथा 12 कस्टम हायरिंग सेंटरों को मशीनरी खरीदने की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत जिला में धान की वैकल्पिक फसलों जैसे मक्का को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिकता के आधार पर 78 न्यूमेटिक प्लांटर्स को स्वीकृति प्रदान की गई है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इन योजनाओं के तहत लाभार्थियों को विभाग के निर्देशानुसार 14 दिनों के भीतर मशीनें खरीदने का समय दिया गया है। उन्होंने बताया कि योजना संबंधी अधिक जानकारी के लिए किसान ऑनलाइन पोर्टल या मुख्य कृषि अधिकारी के कार्यालय, कृषि अभियंता (सं.) जालंधर के कार्यालय या कृषि ब्लॉक कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं। बैठक में मुख्य कृषि अधिकारी रणधीर सिंह ठाकुर, सहायक रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं गुरविंदर जीत सिंह, कृषि इंजीनियर इंजी. हरचरण सिंह, जसवीर सिंह ढींडसा, लीड बैंक मैनेजर मोहन सिंह मोती, गांव हसन मुंडा ब्लॉक जालंधर पश्चिमी के प्रगतिशील किसान सुखवंत सिंह और सुखवीर सिंह, जूनियर टेक्नीशियन रमन कुमार और सुखविंदर सिंह आदि भी उपस्थित थे।