दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू, लगभग चार दशकों की सेवा पूरी करने के बाद 30 अप्रैल, 2025 को चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ (सीएईएससी) पद से सेवानिवृत्त हुए। सेवानिवृत्ति के दिन, उन्होंने नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीद नायकों को श्रद्धांजलि दी। उन्हें साउथ ब्लॉक लॉन में तीनों सेनाओं की तरफ से औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। वे अप्रैल 2023 से सीआईएससी के पद पर थे और इस दौरान उन्होंने तीनों सेनाओं के बीच एकजुटता और तालमेल को बढ़ावा दिया। लेफ्टिनेंट जनरल मैथ्यू ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विश्वसनीय क्षमता हासिल करने की दिशा में रक्षा साइबर एजेंसी और रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।



उन्होंने सरकार के आत्मनिर्भर भारत विजन के अनुरूप, भारतीय रक्षा उद्योग और शिक्षा जगत के साथ सहयोग को भी प्रोत्साहित किया। डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, मिलिट्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और नेशनल डिफेंस एकेडमी में बड़े सुधारों को आगे बढ़ाने और पाठ्यक्रम की समीक्षा करने से लेकर महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने तक उन्होंने सशस्त्र बलों में विविधता और समावेश को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। पड़ोसी देशों के साथ रक्षा सहयोग बनाए रखने और क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल मैथ्यू ने विभिन्न मंचों पर भारतीय सशस्त्र बलों का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने सशस्त्र बलों की मानवीय सहायता और आपदा राहत क्षमताओं को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दिसंबर 1985 में पंजाब रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त करने वाले जनरल ऑफिसर जेपी मैथ्यू, 09 जनवरी, 2022 को इसी रेजिमेंट के कर्नल बने। उनकी शानदार सेवाओं के लिए उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया।