कहा, 2023 की तुलना में गिद्दड़पिंडी और फिल्लौर में पानी का स्तर काफी कम, फिल्लौर में 40 हजार क्यूसिक और गिद्दड़पिंडी में 70 हजार क्यूसिक पानी
जालंधर प्रशासन बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार: डा. हिमांशु अग्रवाल
डिप्टी कमिश्नर ने एन.एच.ए.आई. की सड़कों का किया निरीक्षण , पानी की तत्काल निकासी के लिए सख्त निर्देश
जालंधर (अरोड़ा) :- डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने रविवार को सतलुज नदी के किनारे बसे इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और लोगों को आश्वासन दिया कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि स्थिति काबू में है।
डा.अग्रवाल ने बताया कि गिद्दड़पिंडी में 70 हजार क्यूसिक और फिल्लौर में 40 हजार क्यूसिक पानी दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि साल 2023 में इन दोनों स्थानों पर पानी का स्तर एक लाख क्यूसिक से अधिक था, जो मौजूदा स्थिति से कहीं ज्यादा था। क्षेत्र में तैनात अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने उन्हें जिले में बाढ़ जैसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।
डा.अग्रवाल ने कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए राहत केंद्र स्थापित करने के अलावा आवश्यक मशीनरी और जरूरी सामान का इंतजाम पहले ही कर लिया है। उन्होंने बताया कि जिले में स्थिति पर 24 घंटे नजर रखने के लिए जिला और सब-डिवीजन स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जा चुके है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रमुख विभागों में बेहतर तालमेल सुनिश्चित किया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू किए जा सकें।
डा. अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि फिलहाल बाढ़ का कोई खतरा नहीं है, लेकिन फिर भी क्षेत्र में तैनात अधिकारी पूरी तरह सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि जलंधर प्रशासन ने जिला स्तर पर बाढ़ कंट्रोल रूम स्थापित किया है, जहां लोग हेल्पलाइन नंबर 0181-2224417 पर बाढ़ संबंधी किसी भी जानकारी या सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं।
डिप्टी कमिश्नर ने एन.एच.ए.आई. की सड़कों का किया निरीक्षण, पानी की तत्काल निकासी के लिए सख्त निर्देश
डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने आज एन.एच.ए.आई. की सड़कों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने मौके पर ही एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों को हाईवे, विशेष रूप से सर्विस/स्लिप सड़कों पर तुरंत पानी की निकासी करने के निर्देश दिए। उन्होंने एन.एच.ए.आई. को मानसून सीजन के दौरान राहगीरों को राहत पहुंचाने के लिए तुरंत कार्रवाई करने पर जोर दिया।
डिप्टी कमिश्नर ने एन.एच.ए.आई. की कई जगहों पर पानी जमा होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है, इसलिए इसे प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।
डा. अग्रवाल ने मौके पर ही एन.एच.ए.आई. की टीम को बुलाकर हाईवे पर ड्रेनेज की समस्या को हल करने और तुरंत बरसाती पानी की निकासी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण कर तुरंत ब्लॉकेज आदि की सफाई की जाए, ताकि पानी के निर्बाध प्रवाह को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि बरसात के पानी में सड़कें डूब जाती हैं, जिससे लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।उन्होंने कहा कि प्रशासन जिला वासियों को बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे के साथ-साथ स्वच्छ सड़कें प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है।
उन्होंने एन.एच.ए.आई. के इंजीनियरों को निर्देश दिया कि बरसात के दौरान एन.एच.ए.आई. पर पानी जमा होने से रोका जाए, ताकि राहगीरों के लिए हाईवे पर निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित की जा सके।
उल्लेखनीय है कि सड़कों को बुनियादी ढांचे के लिहाज से मजबूत और स्वच्छ बनाने के लिए ‘पंजाब सड़क सफाई मिशन’ के तहत डिप्टी कमिश्नर द्वारा जालंधर से फगवाड़ा (जलंधर की सीमा तक) सड़क को गोद लिया गया है। इसी तरह अन्य सीनियर अधिकारियों द्वारा भी जिले में 51 सड़कों को उचित संभाल स्वच्छता के लिए गोद लिया गया है।