नवांशहर ग्रेनेड हमले मामले में पहले गिरफ्तार आरोपियों से मिली जानकारी के आधार पर अन्य साथियों की गिरफ्तारी संभव हुई सभी आरोपी कनाडा-आधारित बी.के.आई. मास्टरमाइंड ज़ीशान अख्तर और अजय गिल के इशारों पर काम कर रहे थे: डीजीपी गौरव यादव आरोपियों से दो हैंड-ग्रेनेड हासिल किए गए थे; जिनमें से एक का इस्तेमाल नवांशहर ग्रेनेड हमले में हुआ: ए.आई.जी. सी.आई. नवजोत माहल
जालंधर (अरोड़ा) :- बबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश होने के कुछ ही दिन बाद, काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर ने इसी मॉड्यूल के दो और सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक 86पी हैंड-ग्रेनेड बरामद किया है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को दी। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान विशवजीत और जैक्सन के रूप में हुई है, जो नकोदर के शंकर गांव के रहने वाले हैं। जानकारी के अनुसार, पंजाब पुलिस ने नवांशहर ग्रेनेड हमले में शामिल बी.के.आई. मॉड्यूल के पाँच सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार किया था। इनमें ऋतिक नरोलिया और सोनू कुमार उर्फ काली के साथ तीन नाबालिग आरोपी शामिल थे। उस समय पुलिस ने एक 86पी हैंड-ग्रेनेड और एक .30 बोर पिस्तौल भी बरामद की थी। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तारी की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए सी.आई. जालंधर ने हाल ही में राजस्थान से बी.के.आई. के दो सदस्यों—ऋतिक नरोलिया और एक नाबालिग आरोपी—को पकड़ा था और उनके कब्जे से भी एक 86पी हैंड-ग्रेनेड बरामद हुआ था। इन्हीं खुलासों के आधार पर आरोपी विशवजीत, जो मलेशिया भागने की फिराक में था, को कोलकाता से और उसका साथी जैक्सन को नकोदर से गिरफ्तार किया गया। इनसे भी एक हैंड-ग्रेनेड बरामद हुआ। डीजीपी ने पुष्टि की कि सभी आरोपी कनाडा स्थित बी.के.आई. मास्टरमाइंड ज़ीशान अख्तर और अजय गिल के निर्देशों पर काम कर रहे थे। और विवरण देते हुए ए.आई.जी. काउंटर इंटेलिजेंस नवजोत सिंह माहल ने जानकारी दी कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी विशवजीत और जैक्सन ने इस वर्ष जुलाई के अंतिम सप्ताह में अपने साथियों के माध्यम से ब्यास से दो हैंड-ग्रेनेड हासिल किए थे। इनमें से एक ग्रेनेड का इस्तेमाल करीब 10 दिन पहले एस.बी.एस. नगर में शराब के ठेके पर धमाका करने में किया गया था। ए.आई.जी. ने कहा कि मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं। इस संबंध में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं और अन्य प्रावधानों के तहत थाना स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी), अमृतसर में एफआईआर दर्ज की गई है।