वेव्स: वैश्विक प्रभाव हेतु युवा रचनाकारों को प्रोत्साहन और भारत के मीडिया एवं मनोरंजन स्टार्टअप को गति देना

दिल्ली/जालंधर (ब्यूरो) :- किरण मजूमदार-शॉ बायोकॉन समूह की अध्यक्ष वैश्विक व्यापार शुल्क और शेयर बाजार की अस्थिरता के समक्ष भारत एक उदार अर्थव्यवस्था के रूप में मज़बूती से आगे बढ़ रहा है। अपनी जनसांख्यिकीय और तकनीकी क्षमताओं का लाभ उठाते हुए, भारत चुनौतियों को अवसरों में परिवर्तित करते हुए स्वयं को वैश्विक ‘रचनात्मक शक्ति’ के रूप में स्थापित कर सकता है। एक समृद्ध कहानी कहने की परंपरा के साथ, भारत का मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र ‘भारत में निर्माण करें, दुनिया के लिए निर्माण करें’ दृष्टिकोण के माध्यम से दुनिया भर के रचनाकारों को जोड़ने का लक्ष्य रखता है। भारत फिल्म, संगीत, कला और प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में युवा रचनाकारों की बढ़ती आबादी वाला राष्ट्र है। विशेष रूप से, नमित मल्होत्रा के डीएनईजी ने दृश्य प्रभाव और एनीमेशन स्टूडियो के माध्यम से ड्यून 2 की ऑस्कर अर्जित सफलता में अभूतपूर्व वीएफएक्स का प्रदर्शन किया। यह भारत की 7वीं ऑस्कर सफलता थी जिसने वैश्विक मनोरंजन उद्योग में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर किया। पारंपरिक फिल्म निर्माण से डिजिटल निर्माण तक की विकास यात्रा विश्व स्तरीय कंटेन्ट बनाने में देश की क्षमता को दर्शाती है। भारत सरकार के विश्व श्रव्य-दृश्य मनोरंजन शिखर सम्मेलन (वेव्स) 2025 के अंग, वेव्स एक्सेलरेटर (वेवएक्स) का उद्देश्य युवा रचनाकारों को उद्योग जगत प्रमुखों से जोड़ना और स्टार्टअप विकास को बढ़ावा देना है। मई 2025 में मुंबई में होने वाला वेव्स, संरक्षण, वित्त पोषण और वैश्विक अवसर प्रदान करते हुए भारत के मीडिया और मनोरंजन स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत है। इस क्षेत्र में वर्ष 2023 के 2,422 बिलियन रूपए से 2027 तक 3,067 बिलियन रूपए तक की वृद्धि होने का अनुमान है, जिसमें गेमिंग, एआई और मेटावर्स जैसे अभिनव क्षेत्र शामिल हैं। पहचान स्थापित करने की चुनौतियों के बावजूद, वेव्स- ब्रह्मन गेम स्टूडियो, कीबाउंड और वायॉन क्लाउड जैसे स्टार्टअप के लिए वैश्विक निवेशकों के समक्ष अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। इस पहल में लैपविंग स्टूडियो और वाइगर मीडिया जैसे महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप भी शामिल हैं, जो मीडिया और मनोरंजन इकोसिस्टम के भीतर समावेशिता को बढ़ावा देते हैं। वेव्स एक ऐसा गतिशील और प्रतिस्पर्धी स्टार्टअप वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है जो अंतरराष्ट्रीय सफलता के लिए लॉन्चपैड के रूप में कार्य करेगा। वेवएक्स सीधे पूंजी, सलाह और वैश्विक प्रदर्शन में आने वाली बाधाओं का समाधान उपलब्ध कराते हुए न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करेगा बल्कि विकास के लिए एक सुव्यवस्थित इकोसिस्टम भी प्रदान करेगा। मात्र 10,000 रुपये और एक विजन के साथ शुरू किए गए बायोकॉन के बाद, मैं ऐसे प्रेरणादायी प्लेटफार्मों के महत्व को समझती हूं। रचनात्मक केन्द्र म्यूज़ियम ऑफ़ आर्ट एंड फ़ोटोग्राफ़ी (एमएपी) और साइंस गैलरी बेंगलुरु जैसी पहलों के माध्यम से कला के समर्थक के तौर पर, मेरा मानना है कि किसी देश की संस्कृति उसकी कला और विज्ञान दोनों में निहित होती है। कला और विज्ञान दोनों ही रचनात्मकता में निहित हैं; वैज्ञानिक भी प्रयोगशालाओं में उसी तरह प्रयोग करते हैं जैसे कलाकार कैनवास पर करते हैं। अपने जनसांख्यिकीय लाभ, तकनीकी क्षमताओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के शानदार सामंजस्य के साथ निरंतर आगे बढ़ रहा भारत रचनात्मकता का एक समृद्ध केंद्र है। भारत में यह समायोजन सिर्फ़ दार्शनिक नहीं है अपितु व्यावहारिक भी है, उद्योगों को आकार दे रहा है और मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दे रहा है। सदियों से चली आ रही कहानी कहने की परंपरा के साथ, भारत एक वैश्विक रचनात्मक शक्ति के रूप में उभरने के मामले में बेहद शानदार स्थिति में है। शास्त्रीय नृत्य से लेकर सिनेमा तक और कॉमिक्स से लेकर इमर्सिव तकनीक तक, हम एक रोमांचक युग में प्रवेश कर रहे हैं जहां रचनात्मकता अत्याधुनिक नवाचार के साथ जुड़ती है। ‘भारत में निर्माण करें, दुनिया के लिए निर्माण करें’ की अवधारणा इस महत्वाकांक्षा को पूरी तरह से दर्शाती है। रचनात्मक स्टार्टअप के लिए प्रेरणादायी वेव्स तकनीक और कहानी कहने की सुंदर समाभिरूपता का उदाहरण है। वेवएक्स एनिमेशन, एआई, एआर/वीआर, गेमिंग और मेटावर्स जैसे अभिनव क्षेत्रों में स्टार्टअप का समर्थन करके इसका लाभ उठाने के लिए तैयार है। वेव्स बाज़ार के लिए 4500 से ज़्यादा विक्रेता और 5,900 से ज़्यादा खरीदार पंजीकृत हैं, इस पहल से भारतीय स्टार्टअप को वैश्विक कंपनियों से जोड़ने का वादा किया गया है, जिससे वैश्विक मीडिया और मनोरंजन परिदृश्य में भारत के अग्रणी बनने की गति में तेजी आएगी। वेव्स पारंपरिक मीडिया से आगे जाते हुए नवाचार को भी बढ़ावा देता है। एरुकैनाविस टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियाँ एआई-संचालित विज्ञापनों में अग्रणी हैं, जबकि अमेज स्टूडियो और ऑफ़लाइन ह्यूमन स्टूडियो एनिमेशन और वीआर के माध्यम से कहानी कहने को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। इनस्केप एक्सआर और विज़न इम्पैक्ट जैसे एड-टेक उद्यम इमर्सिव मीडिया के साथ इस क्षेत्र के शिक्षण कौशल को नया रूप दे रहे हैं। साथ में, ये स्टार्टअप भारत के रचनात्मक इकोस्स्टम की विशाल क्षमता और वैश्विक प्रासंगिकता को उजागर करते हैं। भविष्य के लिए एक अवधारणा भारत को लंबे समय से अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और रचनात्मकता की चिरस्थायी विरासत के तौर पर जाना जाता है। यह रचनात्मक ऊर्जा हमारे युवाओं में सबसे जीवंत अभिव्यक्ति रखती है और यही आज के निर्माता और कल के दूरदर्शी भी हैं। फिल्म, संगीत, एनीमेशन, गेमिंग और डिजिटल मीडिया में, युवा भारतीय निर्माता सीमाओं को नया आकार दे रहे हैं और शैलियों को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। इस क्षमता को पोषित करने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता वेव्स जैसी पहलों के लिए इसके समर्थन में स्पष्ट है, जिसे मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र में एक गतिशील, अभिनव और वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। आज, वेव्स के माध्यम से, हम न केवल स्टार्टअप में निवेश कर रहे हैं, बल्कि हम कहानी कहने, आत्म-अभिव्यक्ति और रचनात्मक अर्थव्यवस्था में भी निवेश कर रहे हैं जो भविष्य को परिभाषित करेगी। चाहे बायोटेक लैब हो या डिजिटल स्टूडियो, रचनात्मकता वह भाव है जो भविष्य में उद्योगों और पहचानों को एक नया आकार देगी। वेव्स 2025 भारत के मीडिया और मनोरंजन उद्योग का उत्सव मात्र नहीं है; यह अगली पीढ़ी के रचनाकारों और उद्यमियों के लिए एक लॉन्चपैड भी है जो मनोरंजन, शिक्षा और संस्कृति के उपयोग के तरीके को परिवर्तित करने के लिए तैयार हैं। वेव्स के सलाहकार बोर्ड के सदस्य के रूप में, मुझे इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने पर गर्व है। इस पहल का प्रभाव स्टूडियो और बोर्डरूम से कहीं आगे तक जाएगा और यह हर कहानी, हर स्टार्टअप और हर उस नवाचार में गुंजन उत्पन्न करेगा जो परंपरा को चुनौती देता है। वैश्विक रचनात्मक क्रांति का नेतृत्व करने के लिए भारत तैयार है। आइए हम ‘भारत में निर्माण करें, दुनिया के लिए निर्माण करें’ और दुनिया को अपनी कल्पना की असीम शक्ति दिखाएं।

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