जालंधर (मक्कड़) :- इनोसेंट हार्ट्स कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की एनएसएस इकाई तथा रेड रिबन क्लब ने अडॉप्टेड गाँव लोहारां में उन्नत भारत अभियान के तहत ‘पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभावों पर जागरूकता अभियान’ चलाया। यह जागरूकता अभियान दिशा- एन इनीशिएटिव के तत्वावधान में शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल नंबर -13 ‘जलवायु परिवर्तन और इसके प्रभावों से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करें’ को प्राप्त करना है। एनएसएस वालंटियर्स और रेड रिबन क्लब के सदस्यों ने पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण और इससे संबंधित कानूनी पहलुओं के बारे में किसानों में जागरूकता फैलाने के लिए गाँव लोहारां के बाहरी इलाकों में खेतों और फार्महाउसों का दौरा किया।
रेड रिबन क्लब के सदस्यों ब्यूटी, गोल्डा, गुरप्रीत, कांडला, कोमल, मनमीत, नेहा, परमप्रीत, पारुल, पूजा, पूनम, संगीता, तमन्ना और तरुण ने किसानों को ज़हरीले प्रदूषकों के बारे में जागरूक करने के लिए अपने बढ़िया ढंग से तैयार किए गए वर्णनात्मक पोस्टर और सूचनात्मक नारे लिखे तथा इन प्रदूषकों के कारण मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जानकारी दी। एनएसएस वालंटियर यासमीन ने किसानों को पराली जलाने के बजाय अन्य वैकल्पिक तरीकों के बारे में बताया। एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर तरुणज्योति कौर ने अंत में इसी विषय पर किसानों के लिए क्विज़ का आयोजन किया और विजेताओं को एनएसएस इकाई द्वारा सराहना के प्रतीक के रूप में कृषि उपकरण दिए गए। प्रिंसिपल डॉ. अरजिंदर सिंह ने आरआरसी तथा कॉलेज की एनएसएस इकाई द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे बताया कि भविष्य में भी इस तरह के फील्ड एंगेजमेंट प्रोग्राम और अधिक ज़ोरदार तरीके से चलाए जाएँगे।