जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशन में कालेज के एनसीसी यूनिट की ओर से कारगिल विजय दिवस के अवसर पर इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया जिसमें वीर चक्र विजेता कर्नल दीपक रामपाल एवं उनकी धर्मपत्नी वत्सला रामपाल मुख्य मेहमान के रूप में उपस्थित रहे। सत्र की शुरूआत ज्ञानात्मक ज्योति प्रज्ज्वलित कर व डीएवी गान से की गई। मुख्यातिथियों का प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने परंपरानुसार ग्रीन प्लांटर, स्मृति चिन्ह व उपहार भेंट कर स्वागत किया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने अपने वक्तव्य में गणमान्य अतिथियों का अभिनंदन किया एवं कहा कि आज आपके समक्ष कारगिल विजेता कर्नल दीपक रामपाल है जिनके विलक्षण व्यक्तित्व से आप शिक्षित व प्रोत्साहित होकर लाभान्वित होंगे। आज हम कारगिल युद्ध में शहीद हुए योद्धाओं के प्रति भी नतमस्तक हैं एवं सरहद पर खड़े हमारे रक्षक सैनानियों के भी आभारी हैं। उन्होंने इस सत्र के आयोजनकर्ता लेफ्टिनेंट सोनिया महेंद्रू एवं पूर्णिमा को इस आयोजन हेतु बधाई दी। डॉ. अंजना भाटिया ने मंच संचालन करते हुए कर्नल रामपाल के जीवन का संक्षिप्त परिचय करवाया। कर्नल दीपक रामपाल ने अपने प्रोत्साहनवर्धक साक्षात्कार में सर्वप्रथम कालेज परिसर में आने पर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव किया एवं नारी सशक्तिकरण के प्रतीक कालेज को नमन करते हुए कहा कि जहां नारी का सम्मान होता है वहां सुख-समृद्धि निवास करती है।
अपने कारगिल युद्ध के अनुभवों को सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप जीवन में सदैव सकारात्मक रहते हैं तो अवश्य सफलता आपके कदम चूमती है। उन्होंने जीवन में चुनौतियों का सामना करते हुए दृढ़ निश्चय के साथ सदैव आगे बढऩे की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग आने वाले समय की धरोहर है, शक्ति है। आप ही भारत को पुन: सोने की चिडिय़ा बना सकते हैं। छात्राओं ने अपने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त करते हुए अपनी जिज्ञासा को शांत किया। अंत में सभी शहीदों को नमन करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर संगीत गायन विभाग की ओर से डॉ. प्रेम सागर के संरक्षण में देशभक्ति गीत, तेरी मिट्टी में…. प्रस्तुत किया गया। मास कयूनिकेशन विभाग की छात्राओं ने कारगिल युद्ध को समर्पित वीडियो भी पेश की। एचएमवी की स्टूडेंट कौंसिल डीन डॉ. उर्वशी मिश्रा के संरक्षण में वालंटियर्स द्वारा सरहद पर देश की रक्षा के लिए तैनात वीरों के लिए राखी भेजी गई। लैफि. सोनिया महेंद्रू द्वारा सत्र के अंत में आभार व्यक्त किया गया। सत्र का समापन राष्ट्रगान से किया गया।