मेयर वर्ल्ड स्कूल में वार्षिक चेयरमैन डिबेट का आयोजन
जालंधर:- मेयर वर्ल्ड स्कूल में वार्षिक चेयरमैन डिबेट का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में मेयर वर्ल्ड स्कूल और 9 अन्य स्कूलों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का विषय च्भारतीय समाज के लिए आरक्षण कितना उचित कितना अनुचितज् था। प्रत्येक स्कूल के दो प्रतिभागियों ने भाग लिया। एक प्रतियोगी ने विषय के पक्ष में और दूसरे ने विषय के विपक्ष में अपने विचार व्यक्त किए। प्रतियोगिता में बच्चो ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। बच्चों ने विषय के पक्ष में बोलते हुए कहा कि आरक्षण के साथ जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग है उनको आगे पढऩे और ऊँची पदवियाँ प्राप्त करने का मौका मिलता है। इस विषय के विपक्ष में बच्चों ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि आरक्षण के साथ साधारण वर्ग के बुद्धिमान बच्चों को उँचे वर्ग की नौकरियाँ प्राप्त करने का अवसर नहीं मिलता जिसकी वजह से हमारी नौजवान पीढ़ी का ध्यान विदेशों की तरफ बढ़ रहा है क्योंकि वहाँ विद्यार्थियों को उनकी योग्यता के अनुसार ही आगे बढऩे के मौके मिलते हैं।
प्रतियोगिता बहुत ही कठिन थी। इस कठिन प्रतियोगिता को आँकने के लिए निर्णायकगण जिनमें सिमरजीत सिंह और तनवीर कौर जोकि मोटीवेशनल स्पीकर हैं और मिस गुनीत बाजवा जोकि स्कूल की एक्स स्टूडैंट रही हैं और चण्डीगड़ में बी.डी.एस. करके प्रैक्टिस कर रही हैं ने प्रतियोगिता का मूल्यांकन करते हुए परिणाम घोषित किए। इस प्रतियोगिता में पहला स्थान आर्मी पब्लिक स्कूल, जालंधर, जिसके विद्यार्थी स्वाती पांडा तथा रविंदरनाथ थे। दूसरा स्थान स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल, जालंधर, जिसके विद्यार्थी अरमानदीप कौर तथा अक्षित कालरा थे। तीसरा स्थान मेयर वल्र्ड स्कूल ने प्राप्त किया परन्तु मेजबान स्कूल होने की वजह से स्कूल ने अपना ईनाम डी.पी.एस. स्कूल जालंधर को समर्पित कर दिया जिसके बच्चे सोरिया मिगलानी और सान्या सिंह थे। इस अवसर पर सर्वोत्म वक्ता आर्मी पब्लिक स्कूल की विद्यार्थी स्वाती पांडा रही। इस मौके पर विजयी बच्चों को सर्टीफिकेट दिए गए और जज साहिबान को भी स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया गया। इस अवसर पर स्कूल की वाईस चेयरपर्सन नीरजा मेयर जी, स्कूल के डिप्टी हैड सुमित पुरी, हरप्रीत बाजवा और मेयर गलैक्सी की हैड मिस्टरस चारू त्रेहन विशेष रूप से उपस्थित थे। इस अवसर पर स्कूल के वाईस चेयरपर्सन नीरजा मेयर जी ने विषय के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए। जिससे बच्चों का सर्वपक्षीय विकास होता है।