सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के 2485 विद्यार्थियों की हुई बीमा पॉलिसी
जालंधर:- विद्यार्थियों के जीवन में जोखिस को कम करने के मंत्व से सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने टाटा एआइजी जनरल इंश्योरैंस के सहयोग से अपने 24 सौ भारतीय एवं 85 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को बीमा कवर प्रदान करने के लिए एक संयुक्त पहल छात्र सुरक्षा बीमा के तहत की है। इस इंश्योरैंस कवर के तहत सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के सभी पहले साल के विद्यार्थियों के लिए चार अलग-अलग जोखिम सम्मिलित है, मृत्यु, स्थायी कुल अपंगता, स्थायी आंशिक अपंगता और अस्पताल में भर्ती व्यय शामिल है। छात्रों से कोई पैसा चार्ज नही किया जायेगा, जबकि बीमा के लिए प्रीमियम का सारा खर्च सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स द्वारा उठाया जायेगा।
इस मौके पर टाटा एआइजी जनरल इश्योरैंस के एजेंसी मैनेजर रोहित कुमार ने विद्यार्थियों को इश्योरैंस कवर नोट प्रदान किए। इस इश्योरैंस कवर नोट के अनुसार घटनात्मक मृत्यु के तहत भारतीय एवं विदेशी विद्यार्थियों को एक लाख रूपए का इश्योरैंस कवर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त अगर कोई विद्यार्थी किसी दुर्घटना के चलते अस्पताल में भर्ती होता है तो भारतीय विद्यार्थियों को दस हकाार एवं विदेशी विद्यार्थियों को एक लाख तक कि आर्थिक सहायता दी जाएगी।
इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के मैनेजिंग डायरेक्टर मनबीर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ सालों में चिकित्सा के व्यय काफी उछाल देखने को मिला है। वैसे भी मैडिकल खर्च में सिर्फ दवाइयों का ही खर्च नहीं होता बल्कि संबंधित सेवाओं/सर्जरी के उपकरणों, नैदानिक परीक्षण, भौतिक चिकित्सा, चिकित्सा उपकरणों की खरीद या किराए, एम्बुलेंस आदि सेवाओं में भी शामिल होता है। हमारा यह उपराला जीवन के महत्व को ध्यान में रखते हुऐ। अपने विद्यार्थियों को चिकित्सा बीमा और सुरक्षा सेवा प्रदान करने का है। सीटी ग्रुप के चेयरमैन चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि जो विद्यार्थी सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में दाखिला लेता है वो हमारी जिम्मेदारी बन जाता है और एक शिक्षा प्रदाता के नाते, हम उन्हें उनके स्वास्थ्य समस्याओं से सुरक्षित करते है और उनके माता पिता का बोझ सांझा कर सके। जिसके लिए सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स एवं टाटा एआइजी इश्योरैंस के साथ मिल कर इस उपराले को आगे बढ़ाया है।