ब्रह्मस्वरूप प्रमुख स्वामी महाराज के 97 वें जन्मोत्सव का गुजरात में भव्य आयोजन
जालंधर:- विश्वभर में स्वामीनारायण मंदिरों तथा अक्षरधाम मंदिरों का संचालन करने वाली संस्था क्च्रक्कस् के पांचवें गुरु तथा विश्ववंदनीय संत प्रमुख स्वामी महाराज का 97वां जन्मदिन कल 27 नवंबर को गुजरात के आणंद शहर में 2 लाख भक्तों, संतों और अनेक विश्वविख्यात हस्तियों की उपस्थिति में भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर संस्था के वर्तमान गुरु परम पूज्य महंत स्वामी महाराज तथा सभी वरिष्ठ सद्गुरु संत उपस्थित रहे। इस उत्सव का इस वर्ष का केन्द्रीय विचार था—‘‘गुरुजी नहीं भूलेंगे आपको’’। इस महोत्सव की तैयारी में पिछले एक महीने से 30 संत और 200 स्वयंसेवक जुटे थे। आणंद शहर के बाहर ही 200 एकड़ भूमि पर बनाए गए विशाल ‘‘स्वामिनारायण नगर’’ पर यह भव्य कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उत्सव के विभिन्न 34 विभागों में कुल 15000 महिला एवं पुरुष कार्यकर्ताओं ने उल्लेखनीय सेवा प्रदान की। इस विशाल सभास्थल पर कार्यक्रम के सुचारु प्रसारण के लिए 34 विशाल एल० ई० डी० स्क्रीन की व्यवस्था की गई थी।
इस उत्सव के विशेष अतिथि के रूप में इस वर्ष सीरिया के पूर्व प्रधानमंत्री नजीम अल कुद्सी पधारे थे। नजीम ने अपने भाषण में खासतौर पर प्रमुख स्वामी महाराज से अपनी युवावस्था में हुई भेंट तथा उनकी दिव्य प्रेरणा का उल्लेख किया जिसके कारण उनके जीवन में कई सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके अपनी उपस्थिति दर्ज की। उन्होंने लिखा कि ‘‘विश्वभर से आए लाखों हरिभक्तों में मैं भी अपने आपको सम्मिलित करते हुए प्रमुख स्वामी जी महाराज को शत-शत नमन करता हूँ। वे एक परम दिव्य तत्त्व थे जिनकी नि:स्वार्थ सेवा, मानवता तथा श्रद्धापूर्ण पुरुषार्थ ने अनगिनत जीवों के मन में एक अद्भुत् प्रभाव उत्पन्न किया था।’’ संस्था के वर्तमान प्रमुख परमपूज्य महंत स्वामी महाराज ने सम्पूर्ण कार्यक्रम में अपनी दिव्य उपस्थिति के बीच अपने उद्बोधन में प्रमुख स्वामी जी के साथ अपने संस्मरण सुनाकर उनका गुणगान किया। कार्यक्रम की समाप्ति के समय उपस्थित लाखों हरिभक्तों ने लाखों दीपकों से आरती सम्पन्न की। इस अवसर पर यह घोषणा भी की गई कि दिल्ली के प्रतिनष्ठित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा स्वामीनारायण वैदिक अध्ययन के आधार पर बी०ए०, एम०ए०, पी०जी० डिप्लोमा तथा पी-एच०डी० की डिग्री के कोर्स शुरू किए गए हैं। संस्था के कार्यकर्ताओं ने 361 बोतल रक्तदान करके अपना योगदान इस दिन दिया। साढ़े तीन घंटे चले इस भव्य-महोत्सव का लाइव प्रसारण विश्वभर में आस्था चैनल द्वारा किया गया।