लगातार तीसरे साल डी ए वी कॉलेज जालंधर ने शतरंज पर अपनी बादशाहत कायम रखी
" इंटर यूनिवर्सिटी के लिए हरजाप सिंह (कप्तान),प्रभुजोत और मानिक अरोड़ा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की टीम में हुए शामिल "
जालंधर :- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी इंटर कॉलेज चैस (पुरुष) ए-डिविजन टूर्नामेंट में डी ए वी कॉलेज जालंधर ने अपने दमदार प्रदर्शन की बदौलत पहला स्थान हासिल कर शतरंज पर अपनी बादशाहत कायम रखी । यूनिवर्सिटी जिम्नेजियम हॉल में खेले फाइनल में डी ए वी कॉलेज नेशतरंज पर अपनी बादशाहत कायम रखी पिछले साल की तरह इस बार भी डी ए वी कॉलेज,अमृतसर को 3-1 से हरा कर बाजी मारी। डी ए वी कॉलेज ने एक बार फिर अपना परचम लहराते हुए गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी इंटर कॉलेज चैस प्रतियोगिता में चैम्पियनशिप ट्रॉफी पर कब्जा किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में किया गया।
डी ए वी कॉलेज की शारीरिक विभाग के अध्यक्ष डॉ मनु सूद के नेतृत्व में कॉलेज की टीम में दिलबाग सिंह, हरजाप सिंह (कप्तान), प्रभुजोत सिंह, मानिक अरोड़ा, चिराग़ अरोड़ा ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में कुल 16 टीमों ने हिस्सा लिया जिसमें नॉक आउट के पहले मुकाबलें में डी ए वी कॉलेज जालंधर की टीम ने डी ए वी कॉलेज, फिलौर को 4-0 से हराया। डी ए वी कॉलेज, फिलौर को हराते हुए डी ए वी कॉलेज जालंधर , इंटर कॉलेज चैंपियनशिप खेलने अमृतसर पहुंची जहाँ उसका पहला मुकाबला एस डी कॉलेज, पठानकोट से हुआ, इस मुक़ाबले को डी ए वी कॉलेज ने बड़ी ही आसानी से 4-0 से जीत लिया। कॉलेज का अगला मुक़ाबला जी एन डी यू कैंपस से हुआ, यह मुकाबला डी ए वी कॉलेज नें 2.5-1.5 से जीत लिया।
फाइनल मुकाबले में डी ए वी कॉलेज,जालंधर ने इतिहास दोहराते हुए पिछले साल की तरह डी ए वी कॉलेज, अमृतसर को एकतरफ़ा मैच में 3-1 से हराते हुए चैम्पियनशिप ट्रॉफी को हासिल किया। प्रिंसिपल डॉ एस के अरोड़ा नें कहा, हमारी टीम विजेता बनी इस बात का "हमें गर्व है" कॉलेज की टीम नें टूर्नामेंट के दौरान लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और फाइनल में नंबर एक टीम बनी। डॉ अरोड़ा ने कहा कि पुरे कॉलेज को अपनी के खिलाड़ियों पर गर्व है जो अन्य खेलों में भी नई उच्चाइयाँ छू रहे हैं। कॉलेज पहुचने पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ अरोड़ा ने टीम, डिपार्टमेंट के हेड डॉ मनु सूद, कोच बृजेश, प्रो सौरभ राज,प्रो मोहित और समूह स्टाफ को बधाई देते हुए कहा "अन्य खेलों से शरीर का व्यायाम होता है किन्तु शतरंज के खेल से खिलाड़ियों के मस्तिष्क का व्यायाम होता है. इसलिये शतरंज के खिलाड़ी गंभीर और धैर्यवान भी होते हैं। कॉलेज छात्र-छात्राओं को इस खेल में और भी आगे लाया जाना चाहिये। डिपार्टमेंट के हेड डॉ मनु सूद ने कहा, फ़ाइनल मैच काफी शानदार था। काफी मोहरे बहुत जल्दी बदले, हमारे खिलाड़ी बेहतरीन खेले और चैम्पीयन बने। " चैम्पीयन बनने पर कॉलेज चेस टीम को बधाई, आप पूरे कॉलेज के लिए मुस्कान लाए हैं, आप सभी ने हमको गर्वित किया है, ऐसे प्रदर्शन करते रहो।