जालंधर (JJS) मोहित:- डीएवी कॉलज के "एनसीसी, एनएसएस एवम यूथ सर्विसेज क्लब" द्वारा जलियांवाला बाग हत्याकांड के 100 वर्ष पूरे होने पर उसकी याद में "जलियांवाला बाग दा साका"पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में मुख्य वक्ता कॉलेज के इतिहास विभाग के प्रो.राज कुमार थे। इस मौके पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए प्रो. राज कुमार ने इतिहास की महत्ता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में चल रही जनसभा में अंग्रेज सरकार द्वारा अंधाधुन्द गोलीबारी की गई।।जिसमें कई मासूम लोग मारे गए। इस हत्याकांड ने आज़ादी की लड़ाई को एक नया मोड़ दिया। जिसके बाद भगत सिंह, महात्मा गांधी जैसे आदि महानुभावों को अंग्रेज सरकार के खिलाफ खड़ा होने को प्रेरित किया। यह भारत इतिहास की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है।
प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा ने इस मौके पर कहा कि पूर्व में हुई घटनाओं के बारे वर्तमान में भी लोगों को पता होना चाहिए, क्योंकि यह वो महत्वपूर्ण क्षण थे जिनके कारण हमें आज़ादी मिली। उन्होंने विद्यार्थियों को 1857 के विद्रोह बारे भी जानकारी दी, जिसने अंग्रेज़ी सरकार की नींव हिला दी थी। उन्होंने कहा इतिहास केवल बीता हुआ कल नहीं, अपितु इसका हमारे आज और भविष्य पर भी प्रभाव पड़ता है।
एनएसएस कोऑर्डिनेटर ने कहा कि हमारे देश के विद्यार्थियों को अपने देश के गौरवपूर्ण इतिहास की जानकारी होना अति आवश्यक है। हमारे देश के लोगों ने इतिहास में कई बलिदान दिए जिससे हमें यह आज़ादी मिली। एवम जलियांवाला बाग की घटना भी बहुत अहम घटना थी, जिस पर चर्चा करने के लिए हम सब यहां एकत्रित हुए हैं। एनसीसी आर्मी विंग इंचार्ज कैप्टन डा. समीर शर्मा ने कहा कि इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने इतिहास से जागरूक करवाना है। हमारे विद्यार्थियों को अपने इतिहास और उसमें हुई अन्य घटनाओं के बारे जानकारी होनी चाहिए। जलियांवाला बाग भी ऐसे घटना है, जिसकी जानकारी विद्यार्थियों को होनी चाहिए।
इस दौरान डा. सीमा शर्मा (यूथ कोऑर्डिनेटर), प्रोग्राम अफसर डा. कोमल अरोड़ा एवम डा. मीनू तलवाड़, डा. ललित गोयल (इंचार्ज एनसीसी एयर विंग), प्रो. मनोज कुमार (इंचार्ज एनसीसी नेवल विंग), प्रो. मीनाक्षी सिद्धू (अध्यक्षा पत्रकारिता एवम जनसंचार विभाग), प्रो. ज्योति वर्धन महाजन एवम कॉलेज के विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।