जालन्धर (साहिल):- ‘सख्त राहों पे भी आसान सा सफर लगता है, मां की दुआओं का असर लगता है।’ ऐसी ही एक मां श्रीमती रमा हांडा (धर्मपत्नी श्री सतीश हांडा) जिन्होंने अपने परिवार को संभाला एवं समाज में उसे उच्च स्थान दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की, अपनी सांसारिक यात्रा पूरा करके ईश्वर के चरणों में जा चुकीं हैं। उनका जीवन परिवार के लिए ही नहीं अपितु उनसे मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति को प्रभावित करता था। यही कारण है कि उनके देहांत से धार्मिक तथा सामाजिक क्षेत्र को दु:ख हुआ। स्व रमा हांडा अपने बच्चों की उन्नति के लिए सदैव प्रयासरत रहती थीं।
मीठा बोलना एवं धाíमक मर्यादाओं का पालन करना उनके स्वभाव में शामिल था। जो भी उनके सम्पर्क में आया वह उनके व्यक्तित्व से प्रभावित हुए बिना न रह सका। संभवत: यही वजह रही कि उनके निधन का समाज के सभी वर्गो को दु:ख हुआ। आर्य समाज मॉडल टाउन एवं देवी तालाब मंदिर की संकीर्तन मंडली की सम्मानजनक सदस्या रही माता जी के निधन से परिवार को ही नहीं अपितु समाज को भी अपूर्णीय क्षति हुई है। आर्य समाज मॉडल टाउन, देवी तालाब मंदिर, जालंधर, सहदेव मार्केट एसोसिएशन और डी ए वी कॉलेज, जालंधर ने हांडा परिवार पर आई इस दु:खद घड़ी में परिवार से सांत्वना व्यक्त करता है एवं महामाई के चरणों में प्रार्थना करता है कि बिछुड़ी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दे एवं पीछे परिवारजनों को इस असीम दु:ख को सहन करने का सामर्थ्य प्रदान करे।
स्व. रमा हांडा की आत्मिक शांति के लिए रखे श्री गरुड़ पुराण जी के पाठ का भोग एवं रस्म किरया 10 जून को दोपहर 2 से 3 बजे तक श्री गीता मंदिर मॉडल टाउन जालन्घर में होगी।