(Date : 20/April/2424)

(Date : 20/April/2424)

जिला मैजिस्ट्रेट ने 21 अप्रैल को भगवान महावीर जयंती पर सभी दुकानों/सड़को पर मांस और अंडे की बिक्री पर लगाई पाबंदी | वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया | जिला चुनाव अधिकारी ने मजबूत लोकतंत्र के लिए युवाओं को अधिक से अधिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का न्योता दिया | भाजपा की जीत से ही होगा जालंधर का विकास: सांसद रिंकू | ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਦਿਵਿਆਂਗ ਵੋਟਰਾਂ ਨਾਲ ਸੰਵਾਦ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਆਯੋਜਿਤ |

सामाजिक गतिविधयां

सीमाओं के पार उठना, धारणाओं को चुनौती देना

राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने विदेश मंत्रालय, भारत के साथ मिलकर एशियाई-अफ्रीकी कानून और संधि अभ्यास पर सम्मेलन की मेज़बानी की

जालंधर (ब्यूरो) :- भारत के विदेश मंत्रालय के सहयोग राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने 28 से 29 फरवरी 2024 को "एशियाई अफ्रीकी कानून और संधि अभ्यास" पर दो दिवसीय सम्मेलन की मेज़बानी की, जिसका आयोजन आरआरयू अंतर्राष्ट्रीय विधि केंद्र (RCIL) द्वारा किया गया था। सम्मेलन में भारत की माननीय विदेश एवं संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी की गरिमामय उपस्थिति देखी गई; प्रोफेसर बिमल एन पटेल, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति और भारत से अंतर्राष्ट्रीय विधि आयोग के सदस्य; एशियाई अफ़्रीकी कानूनी सलाहकार संगठन (AALCO) के महासचिव, महामहिम डॉ. कमलिन्ने पिनिटपुवाडोल; और सत्र के दौरान संयुक्त राष्ट्र में सिंगापुर के स्थायी मिशन के कानूनी सलाहकार नथानिएल खंग भी सम्मिलित थे। इसके साथ, 12 एशियाई-अफ्रीकी राष्ट्रीयताओं के प्रतिनिधियों ने संधि के प्रारूपण, व्याख्या और कार्यान्वयन के तकनीकी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए चर्चा में भाग लिया। सभा को संबोधित करते हुए श्रीमती मीनाक्षी लेखी ने आयोजन की महत्वता की बात की, जिससे हितधारकों को विदेश नीति निर्णयों के व्यावहारिक आयामों और निहितार्थों को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने संधि विधि और विदेश नीति के बीच अंतर्संबंध पर प्रकाश डाला और यह समझने के महत्व पर बल दिया कि राज्य किस प्रकार संधि प्रथाओं से जुड़कर अपने दायित्वों को पूरा करते हैं।

राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति और अंतर्राष्ट्रीय विधि आयोग ((ILC) में भारत के प्रतिनिधि प्रोफेसर पटेल ने सार्वजनिक अंतर्राष्ट्रीय विधि के प्रमुख स्रोत के रूप में संधियों के महत्व को रेखांकित किया। राज्यों के बीच संपन्न समझौते और अंतर्राष्ट्रीय विधि द्वारा शासित होने के कारण संधियाँ राजनयिक संबंधों को आकार देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। अपनी संबंधित सरकारों के समर्थन से AALCO के महासचिव, डॉ. कमालिन्ने पिनिटपुवाडोल (थाईलैंड) के साथ-साथ उप-महासचिवों, जून यामादा (जापान), झू योंग (चीन), और डॉ. अली हसनखानी (ईरान) ने इस सम्मेलन के लिए समर्थन दिखाने के लिए कार्यक्रम में भाग लिया। प्रोफेसर पटेल ने घनिष्ठ संबंध के लिए सभी का आभार व्यक्त  किया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र महासचिव की रिपोर्ट में उजागर किए गए अंतर को पाटना है, जिसमें संधि पंजीकरण में पर्याप्त भौगोलिक असमानता का उल्लेख किया गया है। एशिया-प्रशांत और अफ़्रीकी समूह की तुलना में पश्चिमी यूरोपीय और अन्य समूह की हिस्सेदारी अनुपातहीन है, जो इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बनाती है। अपने समापन भाषण में उन्होंने एशियाई अफ्रीकी देशों में अंतर्राष्ट्रीय विधि के प्रसार और राज्य प्रथाओं के विकास के महत्व को उजागर करते हुए  महत्वपूर्णता को रेखांकित किया। एशियाई अफ्रीकी कानून और संधि अभ्यास से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों पर गहन चर्चा के लिए प्रदान की गई प्रस्तुति की एक श्रृंखला के बाद सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इसका उद्देश्य संधि निर्माण में शामिल जटिलताओं की गहरी समझ को बढ़ावा देना और अंतर्राष्ट्रीय विधि  के लिए अधिक समावेशी दृष्टिकोण और एशियाई और अफ्रीकी देशों में बेहतर क्षेत्रीय सहयोग की आवश्यकता को बढ़ावा देना था।

ਪੰਜਾਬ ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਲੱਬ ਜਲੰਧਰ ਵਿਚ ਦੋ ਰੋਜ਼ਾ ਫੋਟੋ ਤੇ ਕਲਾ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਆਰੰਭ

ਰਮੇਸ਼ ਮਿੱਤਲ ਚੇਅਰਮੈਨ ਐਲ.ਪੀ.ਯੂ. ਨੇ ਆਪਣੇ ਕਰ ਕਮਲਾਂ ਨਾਲ ਕੀਤਾ ਉਦਘਾਟਨ

ਜਲੰਧਰ (ਅਰੋੜਾ) :- ਪੰਜਾਬ ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਲੱਬ ਜਲੰਧਰ ਦੇ ਸਹਿਯੋਗ ਨਾਲ ਕਲਾ ਤੇ ਕਲਾਕਾਰ ਮੰਚ ਵਲੋਂ ਦੋ ਰੋਜ਼ਾ ਫੋਟੋ ਤੇ ਕਲਾ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਈ ਹੈ। ਇਸ ਦਾ ਉਦਘਾਟਨ ਰਮੇਸ਼ ਮਿੱਤਲ ਚੇਅਰਮੈਨ ਐਲ.ਪੀ.ਯੂ. ਨੇ ਆਪਣੇ ਕਰ ਕਮਲਾਂ ਨਾਲ ਕੀਤਾ। ਇਸ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਵਿਚ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੇ ਅਨੇਕ ਰੰਗਾਂ ਦਾ ਖ਼ੂਬਸੂਰਤ ਗੁਲਦਸਤਾ ਆਪਣੀਆਂ ਕਲਾ-ਕ੍ਰਿਤਾਂ ਨਾਲ ਪੇਸ਼ ਕੀਤਾ। ਇਸ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਵਿਚ ਰਣਜੋਧ ਸਿੰਘ ਲੁਧਿਆਣਾ, ਰਵੀ ਰਵਿੰਦਰ ਲੁਧਿਆਣਾ, ਅੱਖਰਕਾਰ ਕੰਵਰਦੀਪ ਸਿੰਘ ਕਪੂਰਥਲਾ, ਇੰਦਰਜੀਤ ਸਿੰਘ ਜਲੰਧਰ, ਆਰਟਿਸਟ ਵਰੁਣ ਟੰਡਨ ਨੇ ਆਪਣੀਆਂ ਕਲਾ-ਕ੍ਰਿਤਾਂ ਰਾਹੀਂ ਲੋਕ-ਜਨਜੀਵਨ ਦੀਆਂ ਸਰਸਰੀ ਨਜ਼ਰ ਨਾਲ ਦਿਖਾਈ ਨਾ ਦੇਣ ਵਾਲੀਆਂ ਬਾਰੀਕ ਪਰਤਾਂ ਨੂੰ ਆਪਣੀ ਬੌਧਿਕ ਤੇ ਕਲਾਤਮਿਕ ਛੋਹਾਂ ਨਾਲ ਦਰਸ਼ਕਾਂ ਦਾ ਮਨ ਮੋਹ ਲਿਆ। ਕਲਾ ਤੇ ਕਲਾਕਾਰ ਮੰਚ ਦਾ ਇਹ ਪਹਿਲਾ ਉਪਰਾਲਾ ਸੀ, ਜਿਸ ਨੂੰ ਲੋਕਾਂ ਵਲੋਂ ਬਹੁਤ ਸਰਾਹਿਆ ਗਿਆ। ਇਸ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਵਿਚ ਪੰਜਾਬ ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਲੱਬ ਜਲੰਧਰ ਦੇ ਪ੍ਰਧਾਨ ਸਤਨਾਮ ਸਿੰਘ ਮਾਣਕ ਨੇ ਇਸ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨੀ ਦੀ ਪ੍ਰਸੰਸਾ ਬੜੇ ਗਹਿਰੇ ਸ਼ਬਦਾਂ ਨਾਲ ਕੀਤੀ।

ਇਸ ਵਿਚ ਦਰਸ਼ਕਾਂ ਨੇ ਬੜੇ ਉਤਸ਼ਾਹ ਨਾਲ ਕਲਾਕਾਰਾਂ ਦਾ ਕੰਮ ਸਰਾਹਿਆ। ਰਮੇਸ਼ ਮਿੱਤਲ ਚੈਅਰਮੈਨ ਲਵਲੀ ਯੂਨੀਵਰਸਿਟੀ, ਸਤਨਾਮ ਸਿੰਘ ਮਾਣਕ ਪ੍ਰਧਾਨ ਪੰਜਾਬ ਪ੍ਰੈੱਸ ਕਲੱਬ, ਤਜਿੰਦਰ ਕੌਰ ਥਿੰਦ, ਰਾਜੇਸ਼ ਥਾਪਾ,  ਮੇਹਰ ਮਲਿਕ, ਜਤਿੰਦਰ ਪਾਲ ਸਿੰਘ, ਚਿੱਤਰਕਾਰ ਵਿਮਲ, ਗੁਰਪ੍ਰੀਤ ਬੱਧਨ, ਐਸ.ਅਸ਼ੋਕ ਭੌਰਾ, ਜਨਮੇਜਾ ਸਿੰਘ ਜੌਹਲ, ਕੁਲਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਗੁਰਮਤਿ ਸੰਗੀਤ ਅਕੈਡਮੀ, ਪੀ.ਐਸ.ਅਰੋੜਾ, ਗੁਰਮੀਤ ਸਿੰਘ, ਅਮੋਲਕ ਸਿੰਘ, ਪ੍ਰਿਥੀਪਾਲ ਸਿੰਘ ਮਾੜੀ ਮੇਘਾ, ਰਣਜੀਤ ਸਿੰਘ, ਮੈਡਮ ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੌਛੜ, ਦਵਿੰਦਰ ਦਿਆਲਪੁਰੀ, ਬਲਰਾਜ ਸਿੰਘ, ਵਿਮਲ ਵਰਮਾ, ਰਮਨ ਕੁਮਾਰ ਦੂਰਦਰਸ਼ਨ ਨਿਊਜ਼ ਰੀਡਰ, ਮਹਿੰਦਰ ਠੁਕਰਾਲ, ਰਜਿੰਦਰ ਮੰਡ, ਗੁਰਪ੍ਰੀਤ ਆਰਟਿਸਟ ਦੈਨਿਕ ਜਾਗਰਣ, ਚਿੱਤਰਕਾਰ ਵਿਸ਼ਵਾ ਮਿੱਤਰ, ਕਮਲੇਸ਼ ਸਿੰਘ ਦੁੱਗਲ, ਹਰੀਸ਼ ਕੁਮਾਰ ਅਗਰਵਾਲ, ਵਰਿੰਦਰ ਗੁਲਾਟੀ, ਨਰਿੰਦਰ ਚੀਮਾ, ਵਰਿੰਦਰ ਸ਼ਰਮਾ, ਪਰਮਜੀਤ ਸਿੰਘ ਵਿਰਕ, ਅਧਿਆਪਕ ਆਗੂ ਗੁਰਜੀਤ ਸਿੰਘ ਕੋਟ ਕਰਾਰ ਖਾਂ, ਸੁਖਦੀਪ ਸਿੰਘ ਬੁਲਪੁਰ ਕਪੂਰਥਲਾ, ਹਰਜੋਤ ਸਿੰਘ ਸੈਦਪੁਰ, ਗੁਰਿੰਦਰ ਅਮਨ ਹਸਪਤਾਲ, ਲਾਡੀ ਟਿੱਬਾ, ਜਸਮਿੰਦਰ ਜੱਸੀ, ਹਰਭਜਨ ਸਿੰਘ (ਨਿਮਤਾ ਸਾਹਿਤ ਸਦਨ), ਮਾਨ ਸਿੰਘ, ਸੁਰਿੰਦਰ ਕਰਮ ਲਧਾਣਾ, ਰਾਜੂ ਸੋਨੀ, ਸਤਵਿੰਦਰ ਮਦਾਰਾ, ਓਮ ਪ੍ਰਕਾਸ਼, ਰਾਜ ਕੁਮਾਰ ਤੁੱਲੀ, ਕੁਲਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਹੀਰ ਸ਼ਹੀਦ ਊਧਮ ਸਿੰਘ ਯੂਥ ਕਲੱਬ ਵੀ ਸ਼ਾਮਿਲ ਹੋਏ।

हमारे व्यक्तित्व के विकास में स्पोर्ट्स का अहम योगदान- सुशील रिंकू

सांसद ने डेवियेट कॉलेज की एनुअल एथलेटिक मीट का किया उद्घाटन 

कहा पंजाब सरकार युवाओं को खेलों से जोड़ने में निभा रही अहम भूमिका 

जालंधर (अरोड़ा) :- पढ़ाई-लिखाई के साथ खेलकूद की भी हमारी जिंदगी में एक खास अहमियत है क्योंकि इससे न सिर्फ हमें शारीरिक तौर पर मजबूती मिलती है बल्कि हमारा व्यक्तित्व विकास भी अच्छी तरह से होता है। ये विचार जालंधर से लोकसभा सदस्य सुशील कुमार रिंकू ने आज स्थानीय डेवियेट कॉलेज में एनुअल एथलेटिक्स मीट के उद्घाटन समारोह के दौरान व्यक्त किऐ। उन्होंने एथलेटिक्स मीट के आयोजन के लिए डेवियेट प्रबंधन को बधाई दी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार राज्य में स्पोर्ट्स कल्चर को बढ़ावा देने के लिए आई अहम कदम उठा रही है जिसके तहत खेड़ा वतन पंजाब दीयां जैसे बड़े खेल मुकाबले आयोजित किया जा रहे हैं।

इसी तरह स्पोर्ट्स की फील्ड में नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां भी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की तरफ से दी गई है ताकि राज्य में स्पोर्ट्स कल्चर को और बढ़ावा दिया जा सके। सांसद ने कालेज प्रबंधन को आश्वासन दिया कि भविष्य में सरकार की तरफ से उन्हें इस तरह की योजना के लिए हर संभव मदद करवाई जाएगी क्योंकि पंजाब सरकार का राज्य को खुशहाल बनाने के लिए स्पोर्ट्स, हेल्थ और एजुकेशन पर खास फोकस है। बीच कॉलेज प्रिंसिपल डॉ संजीव नवल की तरफ से सांसद का समारोह में शिरकत करने पर फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया गया। इस एनुअल एथलेटिक्स मीट के तहत यहां पर विभिन्न खेल मुकाबले करवाए जाएंगे जिसमें 100 मीटर दौड़ से 1000 मीटर दौड़, रिले रेस, शार्ट पुट, लांग जंप, टग ऑफ वार, जैवलीन थ्रो, डिस्कस थ्रो इत्यादि शामिल हैं। इस मौके पर अजय गोस्वामी, डॉ. कश्मीरी लाल, महामारी विशेषज्ञ डॉ. आदित्य समेत कई गणमान्य मौजूद थे।

कैबिनेट मंत्री व सांसद ने 2.58 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में शहरों जैसा बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है

गांवों में विकास कार्य कराने के लिए धन की कोई कमी नहीं है

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह और सांसद सुशील कुमार रिंकू ने आज आदमपुर निर्वाचन क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए 2.58 करोड़ रुपये की प्रमुख विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखीं। उन्होंने जंडू सिंघा में बेहतर जल आपूर्ति सुविधाएं प्रदान करने के लिए 2.45 करोड़ रुपये की लागत से जल आपूर्ति योजना की आधारशिला रखी। इसी तरह इसी गांव में 13.65 लाख रुपये की लागत से प्लास्टिक कचरा प्रबंधन प्लांट के निर्माण का भी शिलान्यास किया गया. इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री और संसद सदस्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार गांवों में शहरों की तरह बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गांवों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए सरकार द्वारा पहले ही कई विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से लोगों को निर्बाध और बेहतर जलापूर्ति सहित बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, वहीं प्लास्टिक कचरा प्रबंधन संयंत्र से प्रदूषण रोकने में मदद मिलेगी. मंत्री और सांसद ने कहा कि विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है क्योंकि पंजाब सरकार पहले से ही राज्य में विभिन्न परियोजनाएं चला रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार बुनियादी ढांचे के विकास के मामले में पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब को विकास की ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए राज्य में कई विकास परियोजनाएं शुरू की जा चुकी हैं। मंत्री और सांसद ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने लोगों को नागरिक सेवाएं प्रदान करने के लिए एक अनूठी पहल 'आप दी सरकार, 'आप दे दुआर' शुरू की है, जिसके तहत लगाए जा रहे शिविरों में बड़ी संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। .सेवाओं का लाभ लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में विकास की गति को तेज करने के लिए कई अनूठी पहल करने के अलावा, सरकार लंबे समय से लंबित मुद्दों को हल करने के उद्देश्य से भी लोगों तक पहुंच रही है।

अचीवर्स ग्रुप का समर्थन कर रहे तरविन्द्र सिंह राजू द्वारा मीटिंग का आयोजन किया गया

जालंधर (अरोड़ा) - अचीवर्स के ऑनरेरी सैक्रेटरी पद के लिए चुनाव लड़ रहे तरूण सिक्का, जूनियर वाइस प्रधान के लिए अमित कुकरेजा, ज्वाइंट सैक्रेटरी के लिए सुमित शर्मा, कोषाध्यक्ष सौरभ खुल्लर, कार्यकारिणी सदस्य के लिए मुकेश पुरी मोनू, नितिन बहल, एमबी बाली, हरप्रीत गोल्डी, सुमित शर्मा, करण अग्रवाल, अतुल तलवाड़ द्वारा इकट्ठे ही चुनाव प्रचार किया जा रहा है। इस कड़ी में अचीवर्स ग्रुप आज डिप्स के तरविंदर राजू के कार्यालय पहुंचे। जिमखाना क्लब चुनावों को लेकर अचीवर्स ग्रुप द्वारा पूरी एकजुटता के साथ चुनाव प्रचार अभियान चला रहा है।

जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित तनेजा व शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी चरणजीत सिंह चन्नी, गगन कपूर, मुकेश सहदेव, टीनू सौंधी, भल्ला जी व अन्य कारोबारी उपस्थित रहे। अचीवर्स ने वोट की अपील करने के साथ साथ अपने विज़न के बारे में भी बताया कि अगर वे चुनाव जीतते हैं तो वे क्लब और सदस्यों की सुविधा के लिए बड़े कदम उठाएंगे। अचीवर्स का दावा है कि इन प्रमुख उद्योगपतियों द्वारा समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया गया है।

सीएसआईआर-एनएमएल और केएएमपी ने विज्ञान शिक्षा में 150 से अधिक शिक्षकों को सशक्त बनाया

दिल्ली (ब्यूरो) :- एक विशेष ऑनलाइन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 27 फरवरी, 2024 को हुआ, जिसमें पूरे देश के विभिन्न स्कूलों के 150 से अधिक शिक्षकों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम 'विज्ञान शिक्षा में प्रयोगात्मक शिक्षण को बढ़ावा देना, पाठ्यपुस्तक से परे' विषय पर केंद्रित था। यह  सीएसआईआर-एनएमएल के सहयोग से शिक्षकों के लिए तैयार किया गया केएएमपी का पांचवां सतत व्यावसायिक विकास कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले शिक्षक विज्ञान शिक्षा के विभिन्न आयामों को शामिल करते हुए विषय विशेषज्ञों द्वारा आयोजित व्यापक प्रशिक्षण सत्रों में लगे हुए हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से, शिक्षकों को प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों डॉ. संदीप घोष चौधरी (सीएसआईआर-एनएमएल में मैटेरियल्स इंजीनियरिंग प्रभाग के मुख्य वैज्ञानिक और विभागाध्यक्ष), डॉ. के. गोपाल कृष्ण (सीएसआईआर-एनएमएल में मैटेरियल्स इंजीनियरिंग प्रभाग के मुख्य वैज्ञानिक) और डॉ. अनिमेष जना (सीएसआईआर-एनएमएल में वरिष्ठ वैज्ञानिक और जिज्ञासा के प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर) से बातचीत करने और सीखने का अवसर मिला।। वैज्ञानिकों ने अपनी प्रस्तुति के दौरान सीएसआईआर-एनएमएल का व्यापक परिचय प्रदान करते हुए विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से सीएसआईआर-एनएमएल के अंदर मुख्य रूप से ध्यान देने वाले क्षेत्रों, जैसे मैटेरियल्स, खनिज, सरकारी स्तर पर राष्ट्रीय प्राथमिकताएं, प्राथमिक और माध्यमिक संसाधनों का प्रभावी प्रबंधन आदि पर प्रकाश डाला।

अपनी गहन चर्चा में, वैज्ञानिकों ने सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से नवीन टूल्स पेश किए। उन्होंने प्रभावी शिक्षण, स्मार्ट शिक्षण पद्धतियों और प्रयोगात्मक शिक्षा के महत्व के लिए रणनीतियों पर बल दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने संपर्क रहित बिजली परिवहन के दिलचस्प पहलू सहित प्राथमिक रंगों और विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की अवधारणा जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रमुख अवधारणाओं को अच्छी तरह समझाने के लिए व्यावहारिक उदाहरण प्रस्तुत किए। इस बहुआयामी दृष्टिकोण ने न केवल शिक्षकों की समझ को व्यापक बनाया, बल्कि इसने छात्रों के लिए एक सक्रिय और आकर्षक ढंग से सीखने वाले माहौल को बढ़ावा देने में मूल्यवान अंतर्दृष्टि भी प्रदान की। सत्र के अंत में, अनिकेत अरोड़ा (आउटरीच समन्वयक, केएएमपी) ने सत्र में उपस्थित सभी वक्ताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस तरह के आयोजनों के महत्व का भी जिक्र किया और बताया कि कैसे केएएमपी का मानना है कि इस तरह की प्रयोगात्मक शिक्षा भारत में विज्ञान और अन्य घटनाओं के प्रति शिक्षकों और छात्रों की गहरी रुचि और समझ को बढ़ावा देने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अरोड़ा ने शिक्षकों को आगामी गतिविधियों, जैसे ऑनलाइन ज्ञान साझाकरण सत्र, छात्रों के लिए वैज्ञानिक भ्रमण के साथ-साथ भारत में विभिन्न प्रतिष्ठितसीएसआईआर प्रयोगशालाएं/अनुसंधान संगठन में वास्तविक जीवन में विभिन्न वैज्ञानिक विषयों के बारे में अपने ज्ञान को बढ़ाना, नई खोज करना और उन विषयों में काम करने के लिए शिक्षकों के लिए सतत व्यावसायिक विकास के बारे में जानकारी दी।

सीएसआईआर-एनएमएल के बारे में

सीएसआईआर-राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (सीएसआईआर-एनएमएल) एक अग्रणी भारतीय अनुसंधान संगठन है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, औद्योगिक सेवाओं और मानव संसाधन विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ खनिज, धातु और मैटेरियल्स में विशेषज्ञता रखता है। अपनी स्थापना के बाद से, सीएसआईआर-एनएमएल ने अपने अनुसंधान क्षेत्रों में विविधता लाई है, जिसमें निष्कर्षण धातु विज्ञान, मिश्र धातु विकास, रिफ्रैक्टरी मैटेरियल्स, संक्षारण अध्ययन, धातुकर्म प्रक्रियाओं के गणितीय मॉडलिंग, खनिज अनुसंधान, एडवांस्ड मैटेरियल्स, औद्योगिक घटकों की अखंडता आकलन, सरफेस इंजीनियरिंग और टिकाऊ धातु उत्पादन शामिल हैं।

केएएमपी के बारे में

ज्ञान और जागरूकता मानचित्रण प्लेटफॉर्म, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) - नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च (एनआईएससीपीआर) और औद्योगिक भागीदार मैसर्स न्यासा कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड (एनसीपीएल), की पहल और ज्ञान का एक गठबंधन है। इसका मकसद रचनात्मकता, सार्थक शिक्षण, आलोचनात्मक ढंग से पढ़ने और सोचने के कौशल को विकसित करना है, जिससे छात्रों के अंदर अंतर्निहित क्षमता सामने आती है।

रक्षा सचिव ने बर्लिन में भारत-जर्मनी उच्च रक्षा समिति की बैठक की सह-अध्यक्षता की

दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र में उच्च प्रौद्योगिकी में सहभागिता पर अपना ध्यान केंद्रित किया

दिल्ली (ब्यूरो) :- रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने ने 27 फरवरी, 2024 को बर्लिन में जर्मन रक्षा मंत्रालय के सचिव बेनेडिक्ट जिमर के साथ भारत-जर्मनी उच्च रक्षा समिति (एचडीसी) की बैठक की सह-अध्यक्षता की। दोनों पक्षों ने भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी के प्रमुख आधार के रूप में रक्षा सहयोग को विकसित करने पर ध्यान अपना ध्यान केंद्रित किया। साथ ही, कई द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा मुद्दों पर चर्चा भी की। दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति पर अपने विचारों का आदान-प्रदान करने के साथ भारत- प्रशांत क्षेत्र में जर्मनी के साथ संभावित संयुक्त अभ्यास पर चर्चा की। इसके अलावा संभावित रक्षा औद्योगिक परियोजनाओं और प्रस्तावों पर भी विचार-विमर्श किया। उन्होंने मजबूत रक्षा साझेदारी और दोनों देशों के रक्षा उद्योगों को एक साथ लाने की जरूरत पर जोर दिया। साथ ही, रक्षा क्षेत्र में उच्च प्रौद्योगिकी में सहभागिता पर भी विशेष ध्यान दिया गया। उच्च रक्षा समिति की बैठक का आयोजन 2023 में जर्मनी के रक्षा मंत्री बोरिस पिस्टोरियस की भारत यात्रा के बाद किया गया है। इस बैठक के बाद गिरिधर अरमाने ने बर्लिन में एक प्रमुख थिंक टैंक जर्मन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल एंड सिक्योरिटी अफेयर्स (स्टिफ्टंग विसेनशाफ्ट अंड पोलिटिक- एसडब्ल्यूपी) के साथ बातचीत की।

भारतीय नौसेना और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो का समुद्र में मादक पदार्थ विरोधी अभियान

दिल्ली (ब्यूरो) :- भारतीय नौसेना और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने समुद्र में एक समन्वित अभियान संचालित कर एक संदिग्ध नौका को पकड़ा है। इस नाव से लगभग 3300 किलोग्राम प्रतिबंधित सामग्री (3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 25 किलोग्राम मॉर्फिन) को बरामद किया गया है। भारतीय नौसेना के समुद्री निगरानी विमान से प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की गई थी, जिसमें स्वापक नियंत्रण ब्यूरो ने भी अपने इनपुट के साथ इस सूचना पुष्टि की थी। विशेष अभियान को संचालित करने के लिए पहले से ही मिशन पर तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत को बड़े पैमाने पर तस्करी के साथ भारतीय जल क्षेत्र में आने वाली एक संदिग्ध नौका को रोकने के लिए कार्रवाई में लगाया गया था। भारतीय नौसेना की इकाइयों ने समुद्र में संदिग्ध नाव का सफलतापूर्वक पता लगाया, उसके बारे में जानकारी प्राप्त की और फिर उसे रोकने की कार्रवाई की। इस नौका पर तलाशी एवं कार्रवाई के परिणामस्वरूप हुई नशीले पदार्थों की जब्ती हाल के दिनों में प्रतिबंधित वस्तुओं की पकड़ी गई सबसे बड़ी मात्रा है। इसके बाद, नाव को भारतीय नौसेना के युद्धपोत द्वारा इसके चालक दल और प्रतिबंधित सामग्री को कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंपने के लिए निकटतम भारतीय बंदरगाह तक खींच कर लाया गया। यह कार्रवाई न केवल जब्त किए गए प्रतिबंधित पदार्थ की मात्रा एवं लागत के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, बल्कि अवैध तरीके से व नशीले पदार्थों की तस्करी के मार्गों को अवरुद्ध करने के लिए भारतीय नौसेना तथा स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के बीच सहयोगात्मक प्रयासों को भी उजागर करता है। इस तरह की तस्करी मकरान तट से शुरू होती और हिंद प्रशांत क्षेत्र के विभिन्न देशों की तरफ ये नशीले पदार्थ भेजे जाते हैं। इस प्रकार से समन्वित मिशन की सफलता विशेष रूप से भारत के समुद्री पड़ोस में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से एक माध्यम के रूप में समुद्र का उपयोग करने के प्रयासों को विफल करने में भारतीय नौसेना की मजबूत प्रतिबद्धता एवं संकल्प की पुष्टि करती है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एनसीएल की 1393.69 करोड़ रुपये की फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे

इस कदम से परिवहन समय और लागत कम करके समग्र कोयला उत्पादन और लाभप्रदता बढ़ाने में सहायता मिलेगी

जालंधर (ब्यूरो) :- प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पर्यावरण अनुकूल तरीके से कोयले की आपूर्ति और गुणवत्ता बढ़ाने के दृढ़ संकल्प के साथ कोयला मंत्रालय के अंतर्गत कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की दो महत्वपूर्ण फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी परियोजनाओं (एफएमसी) का वर्चुअल रूप से 29 फरवरी को उद्घाटन करेंगे। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा संचालित 1393.69 करोड़ रुपये की ये परियोजनाएं कार्बन उत्सर्जन में कमी में योगदान देने वाले तेज, कुशल मशीनीकृत कोयला निकासी की दिशा में उल्लेखनीय कदम हैं। उद्धाटन की जाने वाली उल्लेखनीय परियोजनाओं में जयंत ओसीपी, सीएचपी-साइलो और दुधिचुआ ओसीपी, सीएचपी-साइलो शामिल हैं। जयंत ओसीपी, सीएचपी-साइलो की क्षमता 15 मिलियन टन प्रति वर्ष (एमटीपीए) है और इसे 723.50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ विकसित किया गया है। इसी प्रकार दुधिचुआ ओसीपी सीएचपी-साइलो की वार्षिक क्षमता 10 मिलियन टन है और इसे 670.19 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है। उद्घाटन के बाद ये परियोजनाएं कोयला निकासी प्रक्रियाओं में दक्षता और स्थिरता का नया युग प्रारंभ करेंगी,  परिवहन समय और लागत दोनों को कम करेंगी, जिससे समग्र उत्पादकता और लाभप्रदता में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त ये परियोजनाएं लॉजिस्टिक्स को अधिकतम और कार्बन उत्सर्जन को कम करके  गुणवत्ता वाले कोयले के प्रेषण और इसके वितरण के लिए एक हरित और पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण में योगदान देंगी। इन परियोजनाओं का उद्घाटन कोयला मंत्रालय की आधारभूत अवसंरचना विकास और सतत पहलों के प्रति दृढ संकल्प को रेखांकित करता है, जिसका उद्देश्य हरित भविष्य को बढ़ावा देना और भारत की ऊर्जा सुरक्षा में योगदान देना है।

प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना के लिए डाक विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे: सुभाष चंद्र मीना

जालंधर (ब्यूरो) :- माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना की घोषणा की गई है जिसका उद्देश्य प्रत्येक महीने रूफ टॉप सोलर (RTS) ज़रिये 300 यूनिट बिजली प्रदान करके 1 करोड़ परिवारों को रौशन करना है। इस योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए डाक विभाग अहम भूमिका निभा रहा है। यह जानकारी देते हुए सुभाष चंद्र मीना, सीनियर सुपरडेंट पोस्ट आफिस जालंधर ने बताया कि डाक विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर सर्वेक्षण करेंगे और स्कीम के लाभों के बारे में बता कर मोबाइल एप्लिकेशन पर लोगों की रजिस्ट्रेशन करेंगे। उन्होंने बताया कि जिन घरों में लोग सोलर रूफ टॉप लगाना चाहते हैं, उनका पंजीकरण मौके पर ही किया जाएगा। हाल ही में केंद्र सरकार ने अंतरिम बजट में लोगों को प्रतिमाह 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है और अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए डाक विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण प्रक्रिया के लिए लाभार्थी के आवश्यक विवरण जैसे कि मकान की छत की फोटो, लाभार्थी का मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, पिछले 6 महीनों का बिजली बिल इत्यादि ऐप पर अपलोड किए जाएंगे और पंजीकरण डाक कर्मचारियों द्वारा मौके पर ही किया जाएगा। सुभाष चंद्र मीना ने बताया कि केंद्र सरकार ने बिजली की बचत करने और बिजली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए यह योजना शुरू की है। इस तहत खपतकारों को हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि लोग डाकघरों में जा कर भी इस योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 0-150 यूनिटों की औसत मासिक बिजली की खपत के लिए, सोलर प्लांट की समर्था 1-2 किलोवॉट है और इस पर सब्सिडी 30,000 से 60,000 रुपये है। इसी तरह,150-300 यूनिटों की औसत मासिक बिजली की खपत के लिए, सोलर प्लांट की समर्था 2-3 किलोवॉट है और इस पर सब्सिडी 60,000 से 78,000 रुपये है। 3 kW से बड़े सिस्टम के लिए कुल सब्सिडी रुपये 78,000 पर सीमित है। जालंधर डाक विभाग इस बात पर जोर देता है कि योग खपतकारों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए।

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