(Date : 20/April/2424)

(Date : 20/April/2424)

जिला मैजिस्ट्रेट ने 21 अप्रैल को भगवान महावीर जयंती पर सभी दुकानों/सड़को पर मांस और अंडे की बिक्री पर लगाई पाबंदी | वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया | जिला चुनाव अधिकारी ने मजबूत लोकतंत्र के लिए युवाओं को अधिक से अधिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का न्योता दिया | भाजपा की जीत से ही होगा जालंधर का विकास: सांसद रिंकू | ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਦਿਵਿਆਂਗ ਵੋਟਰਾਂ ਨਾਲ ਸੰਵਾਦ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਆਯੋਜਿਤ |

सामाजिक गतिविधयां

गुजरात में कच्छ के रण में प्रथम जी-20 पर्यटन कार्य समूह बैठक के उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया \ 2022 में 61.9 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए: जी. किशन रेड्डी

पर्यटन को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए हम इस वर्ष विजिट इंडिया 2023 मना रहे हैं: जी किशन रेड्डी

भारत में पर्यटन क्षेत्र एक महत्वपूर्ण आर्थिक गुणक है और यह तेजी से आर्थिक विकास एवं रोजगार सृजन के लिए महत्वपूर्ण बनता जा रहा है: पुरुषोत्तम रूपाला

पर्यटन एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से हम अपने पूर्वजों के माध्यम से हमें मिली उस विरासत और संस्कृति को महसूस और अनुभव कर सकते हैं; इस प्रकार यह हमें विविधता में एकता की ओर ले जाती है: भूपेंद्र भाई पटेल

दिल्ली (JJS) :- प्रमुख विशेषताएं:

• मुख्य समारोह में केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री जी. किशन रेड्डी; केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल उपस्थित रहे।

• भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है: श्री जी.के. रेड्डी

• मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र का डिजिटलीकरण सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (एनडीटीएम) तैयार किया जा रहा है: जी.के. रेड्डी

 

पर्यटन मंत्रालय की मेजबानी में जी20 के अंतर्गत पर्यटन कार्य समूह की प्रथम बैठक का उद्घाटन सत्र आज सुबह गुजरात में कच्छ के रण में आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र को केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और डोनर मंत्री जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल के अलावा ट्रोकिया, ब्राजील और इंडोनेशिया के प्रतिनिधियों द्वारा संबोधित किया गया। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और डोनर मंत्री जी.के. रेड्डी ने कहा कि कोविड से पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित होने के बावजूद, भारत 2022 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में भारी वृद्धि का साक्षी बना और 2022 के दौरान भारत में लगभग 6.19 मिलियन विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ। यह पिछले वर्ष की तुलना में विदेशी पर्यटकों के आगमन की संख्या में चार गुना वृद्धि है।

केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि पर्यटन मंत्रालय इस वर्ष को भारत की यात्रा पर ध्यान केंद्रित करते हुए "विजिट इंडिया ईयर 2023" के रूप में मना रहा है। मंत्री महोदय ने कहा कि भारत में पर्यटक आनंदमय आध्यात्मिक अनुभव; प्रचुर वन्य जीव संसाधनों और सुंदर प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ असीम सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कर सकते हैं। अधिक जानकारी देते हुए, जी.के.रेड्डी ने कहा कि पिछले 8.5 वर्षों में, भारत ने पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए लगभग 1 बिलियन डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) के व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने युवाओं को कुशल बनाने के लिए लघु अवधि के आतिथ्य पाठ्यक्रम, कौशल परीक्षण और प्रमाणन, पूर्व शिक्षण की मान्यता, ऑनलाइन डिजिटल पाठ्यक्रमों सहित कई पहल की हैं। उन्होंने कहा कि भारत समूचे देश के विद्यालयों और महाविद्यालयों में युवा पर्यटन क्लबों के माध्यम से भारतीय पर्यटन के युवा राजदूतों का पोषण और विकास कर रहा है। सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार भारत में यात्रा करने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और बेहतरी सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है तथा पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के लिए यूनिफार्म टूरिस्ट पुलिस को तैयार और कार्यान्वित कर रही है। जी.के रेड्डी ने कहा कि भारत शीर्ष 20 स्रोत देशों के विदेश स्थित भारतीय मिशनों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मिशन मोड में पर्यटन क्षेत्र के डिजिटलीकरण को सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय डिजिटल पर्यटन मिशन (एनडीटीएम) तैयार किया जा रहा है और भारत ने पहचान के लिए आधार तथा रीयल-टाइम भुगतान के लिए यूपीआई जैसे बड़े पैमाने पर डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। केंद्रीय मंत्री परषोत्तमरूपाला ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता का विषय- "वसुधैव कुटुम्बकम"-मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीव- सभी के लिए जीवन का मूल्य और धरती पर उनकी परस्पर संबद्धता की पुष्टि करता है। जी20 में पर्यटन कार्यकारी समूह के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि इसका शुभारंभ सऊदी अरब की अध्यक्षता में 2020 में हुआ था और तब से इसने पर्यटन के लिए सदस्य देशों और हितधारकों को विचार-विमर्श एवं मार्गदर्शन करने के लिए स्थानीय और वैश्विक पर्यटन के भविष्यगत विकास के लिए कार्रवाई के पाठ्यक्रम पर एक विशेष मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि भारत में पर्यटन क्षेत्र एक महत्वपूर्ण आर्थिक गुणक है और यह तेजी से महत्वपूर्ण होता जा रहा है क्योंकि देश तेजी से आर्थिक विकास और रोजगार सृजन के लिए प्रयासरत है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि पर्यटन कार्य समूह ने पर्यटन के पारंपरिक परिप्रेक्ष्य को उत्तरदायी, सतत और समावेशी पर्यटन के रूप में बदल दिया है। पर्यटन कार्य समूह की स्थापना के बाद से विभिन्न प्रेसीडेंसी ने पर्यटन को सतत विकास लक्ष्यों 2030 को प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बनाने में योगदान दिया है। इस अवसर पर अपने संबोधन में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल ने कहा कि पर्यटन हमें प्रकृति के करीब लाता है। पर्यटन एक ऐसी विधा है जिसके माध्यम से हम उस विरासत और संस्कृति को महसूस एवं अनुभव कर सकते हैं जो हमें हमारे पूर्वजों से मिली है, इस प्रकार यह विविधता में एकता की ओर ले जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत की पर्यटन गतिविधियों की अपार विविधता का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस वर्ष के अमृत बजट में पर्यटन विकास के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने गुजरात राज्य की विशाल और विविध पर्यटन क्षमता का भी उल्लेख किया। कार्य सत्र में, सतत, जिम्मेदार और लचीले पर्यटन क्षेत्र के लिए पर्यटन क्षेत्र की क्षमता; पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता, समावेशन और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए डिजिटलीकरण की शक्ति का उपयोग; पर्यटन क्षेत्र में रोजगारों और उद्यमिता के लिए कौशल के साथ युवाओं को सशक्त बनाना; पर्यटन क्षेत्र में नवाचार और गतिशीलता लाने के लिए पर्यटन एमएसएमई/स्टार्टअप/निजी क्षेत्र को बढ़ावा देना; एसडीजी को पूरा करने वाले समग्र दृष्टिकोण की दिशा में गंतव्यों के रणनीतिक प्रबंधन पर पुनर्विचार करने पर चर्चा हुई। प्रतिनिधि 7 फरवरी को धोरडो पहुंचे, जहां उनका स्वागत गर्मजोशी और रंगारंग एवं पारंपरिक तरीके से किया गया। इस आतिथ्य में टेंट सिटी, धोरडो, कच्छ के रण में लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां शामिल थीं। बाद में शाम को, प्रतिनिधियों को पूरे मार्ग में जीवंत लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन के साथ खूबसूरती से सजाई गईं ऊंट गाड़ियों में सफेद रण में ले जाया गया। प्रतिनिधियों ने सुंदर सूर्यास्त का आनंद लिया और जी20 लोगो के साथ फोटोग्राफ भी खींचे। रात्रिभोज से पहले एक सांस्कृतिक रात्रि का आयोजन किया गया जिसमें कलाकारों द्वारा लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए।

 

सम्बंधित लिंक्स : https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1897070

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1896741

https://pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1896097

एनटीपीसी ने लगातार छठे वर्ष 'एटीडी बेस्ट अवार्ड्स-2023' जीता

दिल्ली (JJS) :- देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड को अमेरिकी स्थित एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट (एटीडी) ने 'एटीडी बेस्ट अवार्ड्स- 2023' से सम्मानित किया है। यह छठा अवसर है, जब एनटीपीसी लिमिटेड ने प्रतिभा विकास के क्षेत्र में उद्यम की सफलता प्रदर्शित करने के लिए यह पुरस्कार जीता है। एनटीपीसी की संस्कृति का आधार हमेशा रचनात्मक तकनीकों के माध्यम से कर्मचारियों में जुड़ाव उत्पन्न करना है। यह पुरस्कार एनटीपीसी की समकालीन मानव संसाधन अभ्यासों का प्रमाण है। एटीडी बेस्ट अवार्ड्स उन संगठनों को मान्यता देते हैं, जो प्रतिभा विकास के माध्यम से अपने उद्यम को प्रदर्शित करते हैं। एनटीपीसी एक ऐसे इकोसिस्टम का निर्माण करने में सफल रहा है, जो कर्मचारियों को उनकी कुशलता को संवर्द्धित करने के लिए सशक्त बनाता है। यह पुरस्कार पूरे विश्व के छोटे व बड़े निजी, सार्वजनिक और गैर-लाभकारी संगठनों को प्रदान किया जाता है। अमेरिका स्थित एसोसिएशन फॉर टैलेंट डेवलपमेंट प्रतिभा विकास के क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा संगठन है और एटीडी बेस्ट अवार्ड्स शिक्षण व विकास के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित मान्यता प्राप्त है।

मिशन लाइफ-ऑनलाइन ग्रीन टॉक सीरीज ज्ञान विज्ञान और हम

दिल्ली (JJS) :- पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और राष्ट्रीय प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय मिशन लाइफ जागरूकता कार्यक्रम के एक भाग के रूप में 06 से 10 फरवरी 2023 तक ऑनलाइन ग्रीन टॉक सीरीज "ज्ञान विज्ञान और हम" का आयोजन कर रहा है।

यह पांच दिवसीय कार्यक्रम 6 फरवरी को शुरू हुआ था और इसमें जमालपुर तथा फाजिलपुर बादली (हरियाणा) के गांवों के डिजिटल पुस्तकालयों से बड़ी संख्या में विद्यार्थी देश भर के अन्य छात्र-छात्राओं के साथ भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, प्रतिष्ठित अनुसंधान संगठनों के वैज्ञानिक बच्चों के साथ बातचीत के बाद अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरण से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता फैलाना है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अन्न (मिलेट्स) को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाने के प्रयास हो रहे हैं, दुनिया मना रही है 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष - प्रहलाद सिंह पटेल

मोटा अनाज है आदर्श भोजन, हमें इस पर गर्व होना चाहिये – प्रहलाद सिंह पटेल

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने वनस्पति आधारित खाद्य पदार्थ पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का नई दिल्ली में उद्घाटन किया

दिल्ली (JJS) :- केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अन्न (मिलेट्स) को दुनियाभर में लोकप्रिय बनाने के प्रयास हो रहे हैं और 2023 को पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मना रही है। पटेल नई दिल्ली में एसोचैम द्वारा आयोजित वनस्पति-आधारित खाद्य पदार्थ पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। प्रह्लाद सिंह पटेल ने मोटे अनाज को आदर्श भोजन बताते हुये कहा कि दुनिया के एक वर्ग ने एक समय पर इसे गरीबों और पक्षियों का भोजन बताकर दरकिनार कर दिया था, लेकिन आज दुनियाभर में इसे स्वास्थ्य के लिये बेहतर बताया जा रहा है और वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है।

प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि खाद्य सुरक्षा के नाम पर हमें हमारे पारंपरिक खान- पान से दूर कर दिया गया, लेकिन आज हमें अपने अतीत और परंपराओं पर ध्यान देने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि हमारे खान-पान में मक्का, बाजरा जैसे मोटे अनाज और गेहूं, चावल ही शामिल था और इतिहास इसका गवाह है। पटेल ने कहा कि आज उसी खान-पान पर दुनिया ने मुहर लगा दी है और हमें इस पर गर्व होना चाहिये। पटेल ने कहा कि आज दुनिया मधुमेह, कॉलेस्ट्रॉल और कई अन्य बीमारियों से जूझ रही है, मोटा अनाज आदर्श भोजन होने के साथ-साथ बीमारियों को भी दूर रखता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति सजगता बढ़ने के बाद देश- दुनिया में वनस्पति-आधारित खाद्य पदार्थों की तरफ लोगों का रूझान बढ़ता जा रहा है। सम्मेलन के दौरान खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में गति लाने के लिये वनस्पति-आधारित खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहन देने पर चर्चा की गई और ये स्वीकार किया गया कि इस क्षेत्र में बाजार विकास की व्यापक संभावनायें हैं। 

विजीलैंस ब्यूरो द्वारा वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में शामिल एक और एजेंट को किया गिरफ़्तार

घोटाले में अब तक एमवीआई समेत 14 एजेंट किये गिरफ्तार

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले में जालंधर में तैनात मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एम.वी.आई.) नरेश कलेर के साथ मिलीभुगत करने वाले एक और एजेंट गौरव अरोड़ा, निवासी सैंट्रल टाऊन, जालंधर को गिरफ़्तार किया है। विजीलैंस ब्यूरो ने उसका मोबाइल फ़ोन और सिम कार्ड ज़ब्त कर लिया है जो इस घोटाले के बारे और जानकारी इकत्र करने के लिए डाटा माहिरों को भेजा जायेगा। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो ने एम.वी.आई., जालंधर के दफ़्तर में अगस्त 2022 में अचानक चैकिंग की और बड़े स्तर पर प्राईवेट एजेंटों के साथ मिलीभुगत करके व्यापारिक और निजी वाहनों की जांच किये बिना फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिए किये जा रहे संगठित भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया था। प्रवक्ता ने आगे बताया कि पुख़्ता सबूतों के आधार पर विजीलैंस ब्यूरो के थाना जालंधर में मुकदमा नंबर 14 तारीख़ 23-08-2022 को भ्रष्टाचार रोकथाम कानून की धारा 7 ए और आइपीसी की धारा 420, 120-बी के अधीन मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कुल 13 मुलजिम पहले ही गिरफ़्तार किये जा चुके हैं जोकि जेल में बंद हैं जिनमें नरेश कलेर, रामपाल उर्फ राधे, मोहन लाल उर्फ कालू, परमजीत सिंह बेदी, सुरजीत सिंह और हरविन्दर सिंह, पंकज ढींगरा उर्फ भोलू, ब्रिजपाल सिंह उर्फ रिक्की, अरविन्द कुमार उर्फ बिंदु, वरिन्दर सिंह उर्फ दीपू, सपना, लवलीन सिंह लवी और राजेश सहोता (सभी प्राईवेट एजेंट) शामिल हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले की आगे जांच जारी है और बाकी भगौड़े मुलजिमों को जल्दी ही काबू कर लिया जायेगा।

पीएमईजीपी योजना के तहत पश्चिम क्षेत्र में 304.65 करोड़ रुपये का ऋण और 100.55 करोड़ रुपये की मार्जिन धनराशि अनुदान का वितरण किया गया

उद्यम स्थापित करके स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम

दिल्ली (JJS) :- आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और छलांग लगाते हुए खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष मनोज कुमार ने पश्चिमी क्षेत्र (गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव, दादरा-नगर हवेली) के 1463 लाभार्थियों को 100.55 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी अनुदान का वितरण किया। यह वितरण स्वीकृत 304.65 करोड़ रुपये के ऋण के संबंध में किया गया। इसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत महाराष्ट्र के 654 लाभार्थियों को 24.38 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी अनुदान धनराशि वितरित की गई। यह केवीआईसी द्वारा कार्यान्वित भारत सरकार की एक प्रमुख रोजगार- उन्मुख योजना है।

इस अवसर पर केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने आगे बताया कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग अपने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए बहुत कम लागत पर सुदूर क्षेत्रों में कारीगरों के लिए उनके दरवाजे पर रोजगार के अवसर उत्पन्न कर रहा है। मनोज कुमार ने कहा कि केवीआईसी की ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत पहलों, जैसे कि कुम्हार सशक्तिकरण योजना, शहद मिशन, चर्म कारीगर सशक्तिकरण योजना, अगरबत्ती बनाना, हस्तनिर्मित कागज आदि के माध्यम से उन्नत प्रशिक्षण और उपकरण प्रदान करके अधिक से अधिक कारीगरों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं।

केवीआईसी के अध्यक्ष ने एक समृद्ध, मजबूत, आत्मनिर्भर और खुशहाल राष्ट्र के निर्माण को लेकर लाभार्थियों को अपनी इकाइयां सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए प्रेरित किया। यह बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर भारत को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के आदर्श वाक्य "नौकरी मांगने वाले की जगह नौकरी देने वाले बनें" को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगा। यह उल्लेखनीय है कि भारत सरकार का प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस योजना के तहत कोई भी उद्यमी विनिर्माण क्षेत्र में 50 लाख रुपए तक और सेवा क्षेत्र में 20 लाख रुपए तक की इकाई की स्थापना कर सकता है। इन इकाइयों की स्थापना के लिए भारत सरकार शहरी क्षेत्रों के लाभार्थियों को पूरी परियोजना लागत का 15 फीसदी से 25 फीसदी और ग्रामीण लाभार्थियों को 25 फीसदी से 35 फीसदी हिस्सा अनुदान के रूप में प्रदान करती है। इसके साथ ही, ऋण की मंजूरी के बाद लाभार्थियों को सफल उद्यमी बनाने के लिए नि:शुल्क उद्यमिता विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है।

इस कार्यक्रम के दौरान केवीआईसी के अध्यक्ष ने "खादी संवाद" चर्चा में खादी और ग्रामोद्योग के कारीगरों, संगठन के प्रतिनिधियों व उद्यमियों के साथ बातचीत की। इसका आयोजन क्षेत्र में संचालित खादी और ग्रामोद्योग गतिविधियों को बढ़ाने के लिए किया गया था। इस चर्चा के बाद सभी ने उत्साहपूर्ण वातावरण में दोपहर का भोजन किया। इस अवसर पर राज्य के गणमान्य व्यक्ति, पीएमईजीपी लाभार्थी, खादी और ग्रामोद्योग संस्थानों के प्रतिनिधि व केवीआईसी के अधिकारी उपस्थित थे।

के. राजारमण ने ‘आईईईई सी-डॉट सर्टीफाइड एक्सपर्ट प्रोग्राम (आईसीसीटीईपी)’ का शुभारंभ किया

आईसीसीटीईपी शुरू करने के लिये सी-डॉट और आईईईई के बीच सहयोग

आईसीसीटीईपी का लक्ष्य सीखने की उन्नत प्रक्रिया के लिये मंच तैयार करना तथा उन्नत प्रौद्योगिकियों के विविध क्षेत्रों में प्रमाणीकरण की पेशकश करना

दिल्ली (JJS) :- केंद्रीय संचार सचिव और डिजिटल संचार आयोग के अध्यक्ष के. राजारमण ने ‘आईईईई सी-डॉट सर्टीफाइड एक्सपर्ट प्रोग्राम (आईसीसीटीईपी)’ का शुभारंभ किया, जिसमें आईईईई (इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स) और सी-डॉट (सेंटर फॉर डेवलप्मेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) ने सहयोग किया है। इस कार्यक्रम के तहत संचार के विभिन्न क्षेत्रों में सीखने की प्रक्रिया को संचालित किया जायेगा, जिसमें 5-जी, साइबर सुरक्षा और क्वॉन्टम संचार को शामिल किया गया है, ताकि कौशल के अंतराल को पाटा जा सके। इस कार्यक्रम की शुरूआत आईईईई मानक संघ कार्यशाला के दौरान कल यहां हुई। इस कार्यशाला का विषय “नेक्स्ट जनरेशन कनेक्टिविटी” पर केंद्रित था। आईसीसीटीईपी का शुभारंभ करते हुये दूरसंचार सचिव और डीसीसी के अध्यक्ष के. राजारमण ने कहा कि सी-डॉट और आईईईई के बीच सहयोग से अनुसंधान व विकास, प्रौद्योगिकी क्रमिक विकास और मानकीकरण के संदर्भ में महत्त्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल हुई हैं। उन्होंने आईसीसीटीईपी जैसे कौशल-विकास कार्यक्रमों और सीखने के बेहतर तरीकों की जरूरत पर बल दिया। इन कार्यक्रमों की पूरे विश्व में पहुंच है और विश्वस्तरीय दूरसंचार निकायों और संघों की इसमें संलग्नता है। उन्होंने इस यात्रा में आईईईई के साथ साझीदारी करने की इच्छा व्यक्त की, ताकि दूरसंचार उत्पादों को अधिक मानक-अनुकूल, सुरक्षित, सस्ता, उपयोगकर्ता-अनुकूल और सर्वसुलभ बनाया जा सके।

सी-डॉट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने अकादमिक जगत, उद्योग, स्टार्ट-अप और आईईईई जैसी वैश्विक दूरसंचार संस्थाओं के सहयोग से पारस्परिक उत्पादक गठबंधन बनाने के लिये सी-डॉट द्वारा अपनाये गये सहयोगात्मक कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि आईसीसीटीईपी उन्नत प्रौद्योगिकीय विषयों पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम शुरू करेगा, जो समझने में आसान होगा, ताकि सीखने की प्रक्रिया के अंतराल को पाटा जा सके। डॉ. उपाध्याय ने सी-डॉट और आईईईई कार्यक्रम को विस्तार देने की योजना का हवाला दिया, जिसमें 6-जी, क्वॉन्टम संचार और साइबर सुरक्षा सहित अन्य उदीयमान क्षेत्रों में समर्पित पाठ्यक्रम को शामिल किया जायेगा। आईसीसीटीईपी एक ठोस कदम है, जिसके आधार पर सी-डॉट और आईईईई के बीच विस्तृत सहयोग को और बढ़ाया जा रहा है। यह मंच विशेष रूप से तैयार प्रमाणीकरण कार्यक्रम की पेशकश करेगा, जिसका लक्ष्य दूरसंचार के विविध क्षेत्रों में सीखने की बेहतर प्रक्रिया उपलब्ध कराई जायेगी। इसमें उन कौशलों के निर्माण को केंद्र में रखा गया है, जिनसे शिक्षार्थियों, अकादमिक जगत, प्रौद्योगिकीविदों, उद्योग, स्टार्ट-अप और अन्य सम्बंधित हितधारकों की भागीदारी को गति देना है, ताकि वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धा करने योग्य दूरसंचार प्रौद्योगिकियों तथा समाधानों का विकास किया जाये। पहला कार्यक्रम 5-जी और उसके आगे के मार्ग पर शुरू किया गया है।

आईईईई इंडिया ऑप्रेशंस के वरिष्ठ निदेशक श्रीकांत चंद्रशेखरन ने कहा, “इस सहयोग का उद्देश्य संयुक्त रूप से दूरसंचार पाठ्यक्रमों को तैयार करना, शिक्षार्थियों और प्रोफेशनलों को प्रोत्साहित व प्रशिक्षित करना, रोजगार के अवसरों का सृजन और डिजिटल अंतराल को भरना है। आईईईई ब्लेंडेड लर्निंग प्रोग्राम (बीएलपी) का लक्ष्य है वायरलेस, ऑप्टिकल, प्रसारण, दूरसंचार प्रमाणीकरण और सुरक्षा में युवा प्रोफेशनलों की कुशलता बढ़ाना। ”बीएलपी प्रमाणीकरण कार्यक्रम को उद्योग जगत के साथ मिलकर विकसित किया गया है तथा इसका मूल्यांकन विशेषज्ञों ने किया है, ताकि विषयवस्तु और सीखने के अनुभव के प्रभाव को सुनिश्चित किया जा सके। इसे माइक्रो लर्निंग मॉड्यूल्स, एप्लीकेशन मॉड्यूल्स और डाटा मूल्यांकन का सहयोग प्राप्त है। इन सबके आधार पर यह संयुक्त प्रमाणीकरण प्रक्रिया तैयार होती है, जिसका लक्ष्य कौशल अंतराल को भरना है। आईईईई दुनिया का सबसे बड़ा तकनीकी प्रोफेशनल संगठन है, जो मानवता के लाभ के लिये प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के प्रति समर्पित है। आईईईई और उसके सदस्य अपने उच्च दर्जे के प्रकाशनों, सम्मेलनों, प्रौद्योगिकी मानकों तथा प्रोफेशनल और शैक्षिक गतिविधियों के जरिये विश्व समुदाय को प्रेरित करते हैं। सी-डॉट (सेंटर फॉर डेवलप्मेंट ऑफ टेलीमैटिक्स), भारत सरकार के संचार मंत्रालय के अधीन दूरसंचार विभाग का प्रमुख अनुसंधान व विकास केंद्र है। सी-डॉट ने विभिन्न उत्कृष्ट दूरसंचार प्रौद्योगिकियों को स्वदेश में ही डिजाइन किया है, जिनमें 4-जी/5-जी, आपदा प्रबंधन, साइबर सुरक्षा और क्वॉन्टम संचार शामिल हैं।

उपराष्ट्रपति 24 फरवरी को आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के 61वें दीक्षांत समारोह में भाग लेंगे

दिल्ली (JJS) :- भारत में कृषि अनुसंधान और शिक्षा में उत्कृष्टता का प्रतिमान भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) कृषि अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार में प्रगति के लिए राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली को नेतृत्व प्रदान कर रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) 24 फरवरी, 2023 को आईसीएआर-आईएआरआई, नई दिल्ली में अपना 61वां दीक्षांत समारोह आयोजित करने जा रहा है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 24 फरवरी, 2023 को मुख्य दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी तथा शोभा करंदलाजे इस कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि होंगे। डीएआरई के सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. हिमांशु पाठक, आईसीएआर-आईएआरआई के कुलपति और निदेशक ए.के.सिंह तथा आईसीएआर-आईएआरआई की डीन और संयुक्त निदेशक (शिक्षा) डॉ. अनुपमा सिंह भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। आईसीएआर-आईएआरआई का अनूठा पांच दिवसीय दीक्षांत समारोह 20 फरवरी से छह स्कूलों के 26 विषयों के एमएससी और पीएचडी छात्रों को मेरिट मेडल प्रस्तुतियों के साथ प्रारंभ होगा। प्रत्येक विषय के प्रोफेसरों द्वारा प्रस्तुति और आईएआरआई पुरस्कार विजेताओं द्वारा व्याख्यान के बाद लाल बहादुर शास्त्री स्मृति व्याख्यान जैसे कार्यक्रम भी दीक्षांत सप्ताह का हिस्सा होंगे। दीक्षांत समारोह के दिन, 400 से अधिक छात्र (एम.एससी, एम.टैक. और पीएचडी सहित) बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, घाना, म्यांमार, नेपाल, नाइजीरिया, रवांडा, सिएरा लियोन, श्रीलंका और तंजानिया जैसे विदेशी देशों के छात्रों सहित अपनी डिग्री प्राप्त करेंगे। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ चयनित एमएससी और पीएच.डी. छात्रों को मुख्य अतिथि नाबार्ड-प्रोफेसर वीएल चोपड़ा गोल्ड मेडल और बेस्ट स्टूडेंट ऑफ द ईयर का सम्मान भी प्रदान करेंगे। इस आयोजन में वर्तमान और पूर्व महानिदेशक, आईसीएआर के उप महानिदेशक और सहायक महानिदेशक, संस्थान के पूर्व निदेशक और डीन, परियोजना निदेशक (डब्ल्यूटीसी), प्रभागों के प्रमुख और प्रोफेसर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम को संस्थान के यूट्यूब चैनल पर वर्चुअल मोड के माध्यम से ऑनलाइन स्ट्रीम किया जाएगा।

ਨੀਤੀ ਅਯੋਗ ਵੱਲੋਂ ਐਸਪੀਰੇਸ਼ਨਲ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਨੂੰ 3 ਕਰੋੜ ਦੀ ਵਾਧੂ ਰਾਸ਼ੀ ਦੇਣ ਨੂੰ ਪ੍ਰਵਾਨਗੀ

ਵਿੱਤੀ ਸਮਾਵੇਸ਼ ਅਤੇ ਹੁਨਰ ਵਿਕਾਸ ਵਿੱਚ ਵਧੀਆ ਰੈਕਿੰਗ ਲੈਣ ਕਰਕੇ ਮਿਲੀ ਪ੍ਰਵਾਨਗੀ-ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ

ਨੀਤੀ ਅਯੋਗ ਤਹਿਤ ਚੱਲ ਰਹੇ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਦਾ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਲਿਆ ਜਾਇਜ਼ਾ

ਪੂਰੇ ਹੋਏ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਦੀ ਰਾਸ਼ੀ ਦੇ ਵਰਤੋਂ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ ਜਮ੍ਹਾਂ ਕਰਵਾਉਣ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਕੀਤੇ ਜਾਰੀ

ਮੋਗਾ (ਕਮਲ) :- ਭਾਰਤ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਅਦਾਰੇ ਨੀਤੀ ਆਯੋਗ ਵੱਲੋਂ ਐਸਪੀਰੇਸ਼ਨਲ ਡਿਸਟ੍ਰਿਕਟ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਅਧੀਨ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਨੂੰ ਵੱਖ ਵੱਖ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਲਈ 3 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦੀ ਰਾਸ਼ੀ ਜਾਰੀ ਕੀਤੀ ਗਈ ਸੀ। ਮਹੀਨਾ ਅਕਤੂਬਰ, 2022 ਦੌਰਾਨ ਵਿੱਤੀ ਸਮਾਵੇਸ਼ ਅਤੇ ਹੁਨਰ ਵਿਕਾਸ ਥੀਮ ਵਿੱਚ ਵਧੀਆ ਰੈਕਿੰਗ ਹੋਣ ਕਰਕੇ ਨੀਤੀ ਆਯੋਗ ਵੱਲੋਂ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਨੂੰ ਤਿੰਨ ਕਰੋੜ ਦੀ ਵਾਧੂ ਰਾਸ਼ੀ ਦੇਣ ਨੂੰ ਪ੍ਰਵਾਨਗੀ ਦੇ ਦਿੱਤੀ ਹੈ। ਇਨ੍ਹਾਂ ਸ਼ਬਦਾਂ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟਾਵਾ ਡਿਪਟੀਕ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਮੋਗਾ ਕੁਲਵੰਤ ਸਿੰਘ ਨੇ ਸਬੰਧਤ ਵਿਭਾਗਾਂ ਦੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨਾਲ ਰੱਖੀ ਗਈ ਮੀਟਿੰਗ ਦੌਰਾਨ ਕੀਤਾ। ਇਸ ਮੀਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਉਨ੍ਹਾਂ ਨਾਲ ਵਧੀਕ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ (ਜ਼) ਸੁਭਾਸ਼ ਚੰਦਰ ਵੀ ਹਾਜ਼ਰ ਸਨ। ਮੀਟਿੰਗ ਵਿੱਚ ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਪਹਿਲਾਂ ਤੋਂ ਜਾਰੀ ਹੋਈ ਰਾਸ਼ੀ ਤਹਿਤ ਕੀਤੇ ਗਏ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਦੇ ਵਰਤੋਂ ਸਰਟੀਫਿਕੇਟ ਜਲਦ ਤੋਂ ਜਲਦ ਜਮ੍ਹਾਂ ਕਰਵਾਉਣ ਦੇ ਆਦੇਸ਼ ਵੀ ਜਾਰੀ ਕੀਤੇ ਅਤੇ ਚੱਲ ਰਹੇ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਦੀ ਪ੍ਰਗਤੀ ਦਾ ਜਾਇਜ਼ਾ ਵੀ ਲਿਆ। ਦੱਸਣਯੋਗ ਹੈ ਕਿ ਸਾਲ 2018 ਤੋਂ ਸ਼ੁਰੂ ਹੋਏ ਐਸਪੀਰੇਸ਼ਨਲ ਡਿਸਟ੍ਰਿਕਟ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਅਧੀਨ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਲਈ ਹੁਣ ਤੱਕ 8,99,84,302  ਰੁਪਏ ਦੀ ਰਾਸ਼ੀ ਮਿਲੀ ਹੋਈ ਹੈ। ਇਹ ਰਾਸ਼ੀ ਸਿੱਖਿਆ, ਸਿਹਤ, ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਅਤੇ ਪਸ਼ੂ ਪਾਲਣ ਖੇਤਰਾਂ ਵਿੱਚ ਸੁਧਾਰ ਕਰਨ ਲਈ ਖਰਚੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਨੇ ਅਧਿਕਾਰੀਆਂ ਨੂੰ ਕਿਹਾ ਕਿ ਚੱਲ ਰਹੇ ਇਹਨਾਂ ਕਾਰਜਾਂ ਵਿੱਚ ਤੇਜ਼ੀ ਲਿਆਉਣ ਦੀ ਜ਼ਰੂਰਤ ਹੈ ਤਾਂ ਜੋ ਨੀਤੀ ਆਯੋਗ ਵੱਲੋਂ ਜਾਰੀ ਕੀਤੀ ਜਾਣ ਵਾਲੀ ਦਰਜਾਬੰਦੀ ਵਿੱਚ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਦੀ ਕਾਰਗੁਜ਼ਾਰੀ ਵਿੱਚ ਸੁਧਾਰ ਹੋ ਸਕੇ। ਉਹਨਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸ਼ਨ ਵੱਲੋਂ ਪਿਛਲੇ ਸਮੇਂ ਦੌਰਾਨ ਨੀਤੀ ਆਯੋਗ ਨੂੰ 8 ਵੱਖ-ਵੱਖ ਵਿਕਾਸ ਕਾਰਜਾਂ ਲਈ 5 ਕਰੋੜ, 99 ਲੱਖ, 84 ਹਜ਼ਾਰ, 302 ਰੁਪਏ ਦੀ ਮੰਗ ਕੀਤੀ ਸੀ, ਜੋ ਕਿ ਨੀਤੀ ਆਯੋਗ ਵੱਲੋਂ ਪ੍ਰਵਾਨ ਕਰ ਲਈ ਗਈ ਸੀ। ਇਸ ਵਿੱਚੋਂ 3 ਕਰੋੜ 75 ਲੱਖ 73 ਹਜ਼ਾਰ 752 ਰੁਪਏ ਰਾਸ਼ੀ ਨਾਲ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਦੇ 31 ਪ੍ਰਾਇਮਰੀ ਸਕੂਲਾਂ ਵਿੱਚ ਸੋਲਰ ਸਿਸਟਮ ਅਤੇ 4 ਸ਼ਹਿਰੀ ਪ੍ਰਾਇਮਰੀ ਸਕੂਲਾਂ ਵਿੱਚ ਬੁਨਿਆਦੀ ਢਾਂਚਾ ਸਥਾਪਤ ਕੀਤਾ ਜਾ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਪਸ਼ੂ ਪਾਲਣ ਵਿਭਾਗ ਦੀ ਲੋੜ ਮੁਤਾਬਿਕ ਵੈਟਰਨਰੀ ਪੋਲੀਕਲੀਨਿਕ ਲਈ 7 ਲੱਖ ਰੁਪਏ ਨਾਲ ਸੀਰਮ ਐਨਾਲਾਈਜ਼ਰ ਅਤੇ 15 ਲੱਖ ਰੁਪਏ ਨਾਲ ਵੈਕਸੀਨ ਦੀ ਟਰਾਂਸਪੋਰਟੇਸ਼ਨ ਲਈ ਰੈਫਰੀਜਰੇਟਰ ਯੁਕਤ ਵੈਨ ਦੀ ਖਰੀਦ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੈ। ਐਨਾਲਾਈਜ਼ਰ ਦੀ ਖਰੀਦ ਹੋ ਚੁੱਕੀ ਹੈ। ਇਸੇ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਿਹਤ ਵਿਭਾਗ ਵੱਲੋਂ 16 ਲੱਖ 46 ਹਜ਼ਾਰ ਰੁਪਏ ਨਾਲ ਏ ਸਕੈਨ, ਸਲਿਟ ਲੈਂਪ, ਨਾਨ ਕੋਂਟੈਕਟ ਟੈਨੋਮੀਟਰ, ਅੱਖ ਵਿਭਾਗ ਲਈ ਮੋਟਰਾਈਜ਼ਡ ਚੇਅਰ ਟੇਬਲ ਖਰੀਦੇ ਜਾ ਰਹੇ ਹਨ। ਡਾਇਗਨੋਸਟਿਕ ਸੈਂਟਰਾਂ ਦੀ ਕਾਇਆ ਕਲਪ ਕਰਨ ਲਈ 5 ਲੱਖ 4 ਹਜ਼ਾਰ 550 ਰੁਪਏ ਖਰਚਣ ਦਾ ਪ੍ਰਸਤਾਵ ਹੈ। ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਹਸਪਤਾਲ ਦੇ ਦੰਦਾਂ ਦੇ ਵਿਭਾਗ ਲਈ ਪੂਰੀ ਤਰ੍ਹਾਂ ਸਵੈਚਾਲਤ ਡੈਂਟਲ ਚੇਅਰ ਯੂਨਿਟ ਖਰੀਦਣ ਉੱਤੇ 3 ਲੱਖ 60 ਹਜ਼ਾਰ ਰੁਪਏ ਖਰਚੇ ਜਾਣੇ ਹਨ। ਇਸ ਰਾਸ਼ੀ ਵਿੱਚੋਂ 1 ਕਰੋੜ 30 ਲੱਖ ਰੁਪਏ ਨਾਲ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਵਿੱਚ ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਵਿਭਾਗ ਵੱਲੋਂ ਮਿੱਟੀ ਪਰਖ਼ ਪ੍ਰਯੋਗਸ਼ਾਲਾ ਅਤੇ ਪਲਾਂਟ ਕਲੀਨਿਕ ਦੀ ਸਥਾਪਨਾ ਵੀ ਕੀਤੀ ਜਾਵੇਗੀ।

वरिष्ठ पत्रकार व पंजाब प्रेस क्लब के सीनियर उपप्रधान राजेश थापा पर हुए कातिलाना हमले की डीएमए ने की पुरजोर निंदा

जालन्धर (अरोड़ा) - वरिष्ठ पत्रकार व पंजाब प्रेस क्लब के सीनियर उपप्रधान राजेश थापा पर कातिलाना हमला हुआ है।जानकारी के मुताबिक पत्रकार राजेश थापा पर एक मामले में समझौते कराने का दबाव दूसरी पार्टी की तरफ से बनाया जा रहा था, जिस के कारण राजेश थापा ने मना कर दिया था। इस मामले में पत्रकार राजेश थापा ने अपने पत्रकार सदस्यों को बताया कि रिदम शर्मा नामक व्यक्ति एक केस के सिलसिले में समझौता करवाने का दबाव डाल रहा था। आज शाम को जब मैने उनको मना किया तो रिद्धिम शर्मा और कुछ अनजान लोगों लेकर मेरी दुकान पर आकर मेरे पर कातिलाना हमला कर दिया। मौके पर मजूदा लोगों ने घायल अवस्था में राजेश थापा को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया।

वरिष्ठ पत्रकार राजेश थापा पर कातिलाना हमले की डिजिटल मीडिया एसोसिएशन के प्रधान अमन बग्गा, चेयरमैन प्रदीप वर्मा, जनरल सेक्रेटरी अजीत सिंह बुलंद, उपाध्यक्ष संदीप वर्मा, पीआरओ धमिन्द सोंधी,ने निंदा की है। उन्होंने जालन्धर पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल से मांग की है कि हमलावरों को जल्द गिरफ्तार किया जाय। सिविल अस्पताल में घायल पत्रकार राजेश थापा पर हुए कातिलाना हमलावर करने वालो पर डिजिटल मीडिया एसोसिएशन के प्रधान अमन बग्गा और अन्य पत्रकारों ने पत्रकार राजेश थापा पर हुए कातिलाना हमले पर रोष प्रकट किया। उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

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