(Date : 29/March/2424)

(Date : 29/March/2424)

ਮੈਰੀਟੋਰੀਅਸ ਅਤੇ ਸਕੂਲ ਆਫ਼ ਐਮੀਨੈਂਸ ਲਈ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਪ੍ਰੀਖਿਆ 30 ਮਾਰਚ ਨੂੰ | ਸਕਿਲ ਸੈਂਟਰ ਦੌਲਤਪੁਰਾ ਨਵਾਂ ਵਿੱਚ ਵੋਟਰ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਫੈਲਾਈ | सीपीडब्ल्यूडी के सहायक एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की | डिप्टी कमिश्नर ने दिव्यांग वोटरों की लोक सभा में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय निगरानी कमेटी का गठन | डिप्स हर क्षेत्र में शत प्रतिशत परिणाम देने वाला शिक्षण संस्थान |

सामाजिक गतिविधयां

"स्वच्छ भविष्य की ओर"

जालंधर (JJS) :- भारत ने 1 दिसंबर, 2022 को जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की, जो अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए एक प्रमुख अंतर-सरकारी मंच है। भारत की अध्यक्षता आशाओं, सपनों और आकांक्षाओं को रेखांकित करती है, विशेष रूप से ऐसे समय में, जब दुनिया कोविड के बाद धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आ रही है, लेकिन वैश्विक मंदी का खतरा भी मंडरा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग  और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियां कभी इतनी गंभीर नहीं रही हैं। दुनिया इन सर्वाधिक महत्वपूर्ण मुद्दों में से कुछ के समाधान के लिए तत्काल उपाय चाहती है। भारत की अध्यक्षता का उद्देश्य सभी के स्थायी भविष्य के लिए वैश्विक सहयोग के नए क्षेत्रों में प्रवेश करना है तथा पूर्व अध्यक्षों के कार्यकाल के दौरान हुए प्रयासों और परिणामों के आधार पर आगे बढ़ना है। भारत की अध्यक्षता की थीम- 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' या 'वसुधैव कुटुम्बकम' के अनुरूप, हम अपनी 'एक पृथ्वी' को पर्यावरण-अनुकूल बनाने, 'एक परिवार' के भीतर सद्भाव पैदा करने और 'एक भविष्य’ के प्रति आशान्वित होने की दिशा में काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। इस तथ्य के बावजूद कि यह दुनिया की लगभग 17 प्रतिशत आबादी का समर्थन करता है, हमने विकास के प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया है। भारत का प्रति व्यक्ति उत्सर्जन 2.4 टी-कार्बन डाइऑक्साइड-ई (टन कार्बन डाइऑक्साइड के समतुल्य) 2020 में 6.3 टी-कार्बन डाइऑक्साइड-ई के वैश्विक औसत से काफी कम है (संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा जारी ‘एमिशन गैप रिपोर्ट 2022: द क्लोजिंग विंडो के अनुसार)। जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई), 2022 में, हमें 5 शीर्ष प्रदर्शन करने वाले देशों में स्थान दिया गया है। भारत निम्न कार्बन अर्थव्यवस्था को अपनाने के क्षेत्र में भी विश्व का नेतृत्व कर रहा है। हमने गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता वृद्धि के सन्दर्भ में राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित प्रतिबद्धताओं (एनडीसी) को 2030 के लक्षित वर्ष से बहुत पहले ही हासिल कर लिया है और इसके बाद से अपने लक्ष्यों को अद्यतन भी किया है। अद्यतन किए गए एनडीसी के अनुसार, भारत अब 2005 के स्तर से अपने सकल घरेलू उत्पाद की उत्सर्जन तीव्रता को 2030 तक 45 प्रतिशत तक कम करने के साथ 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा संसाधनों से संचयी विद्युत ऊर्जा स्थापित क्षमता का लगभग 50 प्रतिशत हासिल करने के लिए भी प्रतिबद्ध है। युवा आबादी, बढ़ते शहरीकरण, डिजिटलीकरण, प्रौद्योगिकी का बड़े पैमाने पर अनुकूलन, स्टार्ट-अप की बढ़ती संख्या के साथ भारत का प्राथमिक उद्देश्य, स्थायी तरीके से सस्ती बिजली तक सार्वभौमिक पहुंच प्रदान करने का रहा है। देश ने हाल के दिनों में स्थितियों को बदलने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। कुछ साल पहले तक बिजली की कमी का सामना करने वाली स्थिति से अब हम एक बिजली अधिशेष राष्ट्र हैं। हमने एक एकीकृत राष्ट्रीय ग्रिड स्थापित किया है, वितरण नेटवर्क को मजबूत किया है, हम नवीकरणीय ऊर्जा में एक महत्वपूर्ण ताकत के रूप में उभरे हैं और हमने सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण हासिल किया है। भारत का ऊर्जा मिश्रण काफी विविध है। बिजली उत्पादन, विभिन्न स्रोतों के माध्यम से होता है, जिसमें कोयला, लिग्नाइट, प्राकृतिक गैस, तेल, जल और परमाणु से लेकर सौर, पवन और बायोमास जैसे अक्षय स्रोत शामिल हैं। सरकार नई तकनीक और नवाचार के माध्यम से स्वच्छ बिजली का उत्पादन करने के लिए देश की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में पूरा ध्यान दे रही है। भारत में नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जो 2026 तक नई क्षमता वृद्धि के साथ दोगुनी हो जायेगी। भारत के ऊर्जा मिश्रण में सौर और पवन ऊर्जा का हिस्सा अभूतपूर्व रूप से बढ़ा है। देश आधुनिक जैव-ऊर्जा के लिए दुनिया के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। हरित हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था में कार्बनीकरण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और देश का लक्ष्य हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र के रूप में उभरना है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षमता वाले देश के रूप में उभरा है। इसने देश को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए सबसे आकर्षक निवेश का केंद्र भी बना दिया है। ये प्रयास भारत को अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदद कर रहे हैं और दुनिया भर में कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने के वैश्विक प्रयासों में भी योगदान दे रहे हैं। अब चुनौती, ऊर्जा को किफायती बनाने की है, वस्तुओं की बढ़ती कीमतें और कठिन बाजार स्थितियां ऊर्जा सुरक्षा के जोखिमों को बढ़ा रही हैं। हालांकि नीतिगत उपायों और शमन पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, ठोस/मापने योग्य परिवर्तन लाने के लिए व्यक्तियों और समुदायों पर ध्यान देना भी जरूरी है। भारत ने स्वच्छ भारत अभियान, उज्ज्वला योजना या इसे त्याग दें (गिव इट अप) अभियान जैसी पहलों में बड़े पैमाने पर सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से विकास और सामाजिक व व्यवहारिक परिवर्तनों के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण सफलताओं का प्रदर्शन किया है। भारत ग्लासगो, 2021 के कॉप 26 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई वैश्विक पहल – लाइफ या पर्यावरण के लिए जीवनशैली- को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है। पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के लिए लाइफ लोगों व समुदायों का आह्वान करता है कि ‘नासमझ और विनाशकारी खपत’ के बजाय 'सचेत और सोच-समझकर उपयोग' के लिए वे इसे अंतर्राष्ट्रीय जन आन्दोलन का स्वरूप प्रदान करें। लाइफ प्रत्येक व्यक्ति को व्यक्तिगत और सामूहिक कर्तव्य का उत्तरदायित्व देता है कि वे ऐसी जीवनशैली को अपनाएं, जो पृथ्वी के अनुकूल हो और इसे नुकसान न पहुंचाए। 1.4 बिलियन से अधिक लोगों के साथ एक बड़ी विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में, भारत की जलवायु अनुकूलन और शमन महत्वाकांक्षाएं न केवल भारत के लिए बल्कि पूरी पृथ्वी के लिए परिवर्तनकारी हैं। नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने के लिए, बदलाव के दौर में भारत की प्रभावशाली प्रगति दर्शाती है कि कोई भी देश अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपने संसाधनों के उपयोग के बारे में उचित विकल्प चुनकर सफल हो सकता है। सभी के लिए एक स्थायी भविष्य का निर्माण करने के क्रम में, भारत की जी-20 अध्यक्षता सदस्य देशों के बीच ट्रस्टीशिप की भावना के साथ साझा, सहयोग और निर्माण का मार्ग अपनायेगी।

मुख्यमंत्री द्वारा लोगों को श्री गुरु रविदास जी के दर्शाए मार्ग पर चल कर सामाजिक बुराईयां जड़ से खत्म करने का न्यौता

श्री गुरु रविदास जी के प्रकाश उत्सव को समर्पित बाबू जगजीवन राम चौक से शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया

श्री गुरु रविदास जी की तरफ से दिखाए रास्ते पर चलते हुये समान समाज की सृजना करने के लिए अथक प्रयास कर रही है राज्य सरकार

पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के दोषियों को जल्द ही सलाखों के पीछे डाला जायेगा

जिन नेताओं के पास ऐसे समागमों में हिस्सा लेने का समय नहीं था, उनको अब लोगों ने सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज लोगों को श्री गुरु रविदास जी के दिखाए मार्ग पर चलने की अपील करते हुये समाज में फैली अलग-अलग सामाजिक बुराईयों को जड़ से खत्म करने का न्यौता दिया। श्री गुरु रविदास जी के प्रकाश उत्सव को समर्पित शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने से पहले अपने विचार सांझा करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु रविदास जी की पवित्र वाणी समूची मानवता के लिए मार्गदर्शक है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु रविदास जी ने विश्व को मानवता का मार्ग दिखाया। भगवंत मान ने कहा कि यह वाणी समाज को पेश समस्याओं से मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका अदा कर सकती है। 

  

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु रविदास जी के दिखाए रास्ते पर चलते हुये राज्य सरकार समानता वाले समाज की सृजना करने के लिए अथक यत्न कर रही है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु रविदास जी और बाबा साहेब डा. बी. आर. अम्बेडकर जी की तरफ से दिखाए समानता के मार्ग अनुसार राज्य सरकार शिक्षा और सेहत क्षेत्रों को प्रमुख प्राथमिकता दे रही है। भगवंत मान ने कहा की राज्य के स्कूलों को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और मानवीय साधनों के साथ लैस किया जा रहा है जिससे समाज के कमजोर और पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों को मानक शिक्षा दी जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों को मानक शिक्षा प्रदान करके ही गरीबी को दूर किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान इस बात को यकीनी बनाना है कि नौजवान नौकरी की खोज करने वालों की बजाय नौकरी देने वाले बनें। भगवंत मान ने कहा कि प्रगतिशील और खुशहाल पंजाब की सृजना करने के लिए यह समय की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि बदकिस्मती से राज्य की सत्ता पर काबिज लोगों ने अपने स्वार्थी राजनैतिक हितों के लिए लोगों को बेरहमी से लुटा। उन्होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के अंतर्गत गरीब विद्यार्थियों की भलाई के लिए रखे फंडों की भी लूट की गई। हालांकि, भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं की तरफ से लुटा गया एक-एक पैसा उनसे वसूल किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस पवित्र मौके पर लोगों को बधाई देते हुये श्री गुरु रविदास महाराज जी के दिखाये मार्ग पर चलने की अपील की। उन्होंने कहा कि श्री गुरु रविदास जी का जीवन और शिक्षाएं मानवता को समानता वाले समाज की तरफ सीध देती हैं। भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु रविदास जी- एक महान आध्यात्मिक दूत और समाज के गरीब और बेसहारा वर्गों के मसीहा, ने हमें नेक जीवन जीने का उपदेश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘प्रकाश उत्सव’ ऐसे समाज की सृजना करने के कार्य के लिए अपने आप को समर्पित करने का मौका है जहां हर मानव बिना किसी भेदभाव के स्वाभिमान और गौरव के साथ जीवन व्यतीत करता है। उन्होंने लोगों से अपील की  कि वे जात-पात, नस्ल, रंग, धर्म के भेदभाव से ऊपर उठ कर सामूहिक तौर पर गुरु जी का प्रकाश उत्सव मनाएं। भगवंत मान ने कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज जी ने विनम्रता और मानवी सम्मान की भावना को मूर्तिमान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु रविदास जी का महान संदेश सदियों से समूचे समाज के लिए ज्ञान का स्रोत रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु रविदास महाराज जी का जीवन और शिक्षाएं हमें हमेशा ऐसे मानवता भरपूर समाज की सृजना करने के लिए प्रेरित करती रहेंगी जहां हर व्यक्ति को उसकी जाति, नस्ल, धर्म या लिंग की प्रवाह किये बिना बनता मान-सम्मान दिया जाता है। भगवंत मान ने आगे कहा कि श्री गुरु रविदास जी की तरफ से दिया गया प्यार, दया और बराबरी का संदेश आने वाले समय में भी हमें समर्पण और श्रद्धा के साथ मानवता की सेवा करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए यह सम्मान वाली बात है कि वह महान गुरूओं, शहीदों, संतों और पीरों से सम्बन्धित अलग-अलग समागमों में शमूलियत करते हैं। हालांकि, भगवंत मान ने कहा कि उनको यह देख कर हैरानी हुयी है कि ऐसे ज़्यादातर स्थानों पर उनका यह कह कर स्वागत किया जाता है कि वह इस समागम का हिस्सा बनने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं के पास ऐसे समागमों में शामिल होने का समय भी नहीं था, उनको अब लोगों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया। इससे पहले विधायक शीतल अंगुराल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समागम के दौरान शोभा यात्रा के प्रबंधकों की तरफ से मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया। इस मौके पर विधायक शीतल अंगुराल, बलकार सिंह, रमन अरोड़ा और इन्द्रजीत कौर मान, डिप्टी कमिश्नर जसप्रीत सिंह, पुलिस कमिश्नर कुलदीप चाहल, डिप्टी मेयर हरसिमरन जीत सिंह बंटी और अन्य भी उपस्थित थे। 

लायंस क्लब जालंधर ने किए तीन मेघा सर्विस प्रोजेक्ट

जालंधर (अरोड़ा) :- लायंस क्लब जालंधर ने  प्रधान सुरेंद्र कौर चौधरी, व प्रोजेक्ट डायरेक्टर पूर्व प्रधान के ऐल साहनी  की रहनुमाई में सेवा के प्रोजेक्टों की लड़ी को आगे बढ़ाते हूए लाजपत नगर स्थित लायंस भवन में एक आर्थिक रूप से कमजोर  परिवार की कन्या की शादी के लिए जरूरत का सामान भेंट किया। जिस में  सिलाई मशीन, टेबल फैन,   रज़ाई, कपड़े, राशन, बर्तन आदि शामिल हैं। दूसरा प्रोजेक्ट एक जरूरतमंद परिवार के बच्चों को पढ़ाई करने के लिए वैटरी ईनवर्टर भेंट किए। लांयन केवल चौधरी व जे जे मल्होत्रा ने इस प्रोजेक्ट में सहयोग किया। तीसरा प्रोजेक्ट एक  ऐस डी कालेज की छात्रा की फीस अदा की ।इस प्रोजेक्ट की मुख्य मेहमान मेडम जनक कुन्द्रा थी, उन्होने क्लब की भरपूर प्रसंसा करते हुए कहा कि यह क्लब समाज व मानवता की सेवा के प्रोजेक्ट लगातार कर रहा है ।सुरेंद्र कौर ने कहा कि लायंस क्लब जालंधर प्रसिद्ध समाज सेवक के ऐल साहनी की प्रेरणा व कोशिशों से  लगातार सेवा के कार्य कर रहा है, जैसे कि  जरूरतमंद लड़कियों की शादी का सामान,जरूरतमंद परिवारों को राशन व कालेज के बच्चों को  छात्रवृत्ति बगैरह पिछले 50 वर्ष से देता आ रहा है। इस दौरान सदस्यों ने कन्या को सुखमय वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद दिया। सचिव मल्होत्रा ने मुख्य मेहमान व सभी आऐ हूए सदस्यों का धन्यवाद किया। इस मौके पर मुख्य मेहमान जनक कुन्द्रा ,सचिव अश्विनी मल्होत्रा, कोषाध्यक्ष अरुण वशिष्ट, पूर्व प्रधान  जी डी कुन्द्रा, राजेन्द्र पाल सिंह बहल, सीनियर उप प्रधान मनीष चोपड़ा,मीडिया कोआर्डिनेटर जगन नाथ सैनी, सीनियर लांयन सदस्य ऐम ऐल गुप्ता, हर्षवर्धन शर्मा, गुलशन अरोड़ा ,ऐ के बहल, दया कृष्ण छाबड़ा, सेवा सिंह, खुशपाल सिंह, डाक्टर अमरजीत सैनी, गुरदीप सिंह व अन्य सदस्य मौजूद थे ।

भारत के जी-20 शेरपा को डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन का डेमो दिया गया

मोबाइल वैन को लखनऊ के लिए रवाना किया गया, जहां 13 से 15 फरवरी, 2023 तक जी-20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक आयोजित होगी

दिल्ली (JJS) :- भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत को कल सुषमा स्वराज भवन में डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन का डेमो दिया गया। इसके तुरंत बाद, मोबाइल वैन को लखनऊ के लिए रवाना कर दिया गया। लखनऊ में 13-15 फरवरी, 2023 को जी-20 डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप की पहली बैठक आयोजित होनी है। डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन देश के विभिन्न शहरों का भी दौरा करेगी और नागरिकों को जी-20 डीईडब्ल्यूजी तथा डिजिटल इंडिया की प्रमुख कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी जाएगी। मोबाइल वैन पर यह अभिनव पहल देश के नागरिकों को डिजिटल इंडिया की उल्लेखनीय यात्रा पर सूचित, सशक्त और अद्यतित रखने के लिए भारत सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन अत्याधुनिक तकनीक का एक वास्तविक खजाना है, जो डिजिटल इंडिया की महत्वपूर्ण पहलों और पीएमजेडीवाई, डिजिलॉकर, आधार, उमंग, ई-वे बिल, ई-औषधि, आरोग्य सेतु, को-विन, ई-रुपी, तथा इंडिया स्टैक ग्लोबल और कई अन्य सहित इसके कुछ प्रमुख कार्यक्रमों में ज्ञान एवं अंतर्दृष्टि से भरपूर है।

भारत के जी-20 शेरपा अमिताभ कांत ने डेमो के बाद कहा कि यह मोबाइल सुविधा सभी डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं तथा डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को पेश करती है, जिसे भारत ने बनाया है। यूपीआई से लेकर डिजिलॉकर तक को-विन से लेकर फास्टैग से लेकर दीक्षा से स्वयं तक ये सभी यहां प्रदर्शित हैं। हर कोई इस उल्लेखनीय उत्पाद को देख पाएगा। लोग इन डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं का उपयोग करना सीखेंगे। जनता तक पहुंचने और जन आंदोलन बनाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। यह पूर्ण रूप से जी-20 जनभागीदारी के बारे में है, जिसमें भारत के नागरिक शामिल हैं। इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव अलकेश कुमार शर्मा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत ने डिजिटल पब्लिक गुड्स और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्रों में काफी कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन के माध्यम से इसे बहुत ही सरल एवं आसान तरीके से समझाने का रहा है। यह वैन स्कूलों और कॉलेजों में जाएगी, जहां बच्चों तथा नागरिकों को जानकारी मिलेगी कि भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्या प्रगति हासिल की है और वे यह जानेंगे कि भारत ने तकनीकी छलांग कैसे लगाई है।

देश में डिजिटल सेवाओं के उपयोग को गति देने और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत विभिन्न पहलों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मोबाइल वैन नागरिकों को प्रत्यक्ष रूप से प्रौद्योगिकी की शक्ति का अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगी। एक प्रभावशाली दृष्टि कार्यक्रम के माध्यम से डिजिटल इंडिया की प्रतिष्ठित यात्रा का एक भव्य प्रदर्शन उन्हें 2014 से अब तक डिजिटल इंडिया के प्रमुख मील के पत्थर के माध्यम से आगे बढ़ाएगा, जो डिजिटल स्पेस में हुई गई प्रगति को दर्शाएगा। इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन के अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर दर्शकों को तमाम जानकारी दी। यह डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन जी-20 डीईडब्लयूजी और डिजिटल इंडिया के बारे में जनता से संवाद करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। किसी सेवा के बारे में पढ़ने के बजाय, लोग बस एक क्यूआर कोड को स्कैन कर जानकारी ले सकते हैं और असंख्य डिजिटल इंडिया सेवाओं का अनुभव कर सकते हैं तथा उनके बारे में जान सकते हैं। एक वर्चुअल रियलिटी सेटअप आगंतुकों को एक कार सिम्युलेटर के माध्यम से एक स्थान पर डिजिटल यात्रा करने और अपनी यात्रा के दौरान विभिन्न एआई अनुप्रयोगों का अनुभव करने का शानदार मौका प्रदान करेगा। आगंतुक प्रत्यक्ष रूप से यह समझने में सक्षम होंगे कि कैसे डिजिटल इंडिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन को बदल दिया है, उन्हें अत्याधुनिक तकनीक तक पहुंच प्रदान कर रहा है, जिसे कभी अप्राप्य माना जाता था। वैन के बाहरी हिस्से में रखी गई दो स्क्रीनों पर एक इंटरैक्टिव क्विज़ दर्शकों का मनोरंजन करेगी और उन्हें शिक्षित करेगी, जिससे वे डिजिटल इंडिया और जी-20 डीईडब्लयूजी के बारे में अपने ज्ञान को परख सकेंगे। डिजिटल इंडिया मोबाइल वैन नवाचार और तकनीकी प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है, जो लोगों को एक अनूठा व आकर्षक अनुभव प्रदान करती है जो देश की डिजिटल बदलाव यात्रा को प्रदर्शित करती है। यह इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की डिजिटल इंडिया यात्रा को फिर से जीने के लिए भारत के नागरिकों को अपनी तरह का यह अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। वैन को नई दिल्ली से लखनऊ के लिए रवाना किया गया, जहां 03 से 16 फरवरी, 2023 तक लखनऊ शहर में वैन के पहले दौरे के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इसका शुभारंभ किया जाएगा।

भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) ने जनवरी 2023 में अब तक का सर्वाधिक मासिक उत्पादन दर्ज किया

कच्चे इस्पात का उत्पादन पिछले सर्वाधिक उत्पादन की तुलना में प्रभावशाली वृद्धि को दर्शाता है

दिल्ली (JJS) :- इस्पात मंत्रालय के तहत एक महारत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (पीएसयू), भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड (सेल) ने जनवरी 2023 में अब तक का सर्वाधिक मासिक उत्पादन दर्ज किया है। जनवरी 2023 के दौरान कच्चे इस्पात का उत्पादन 1.72 मिलियन टन हुआ, जो अब तक का सर्वाधिक मासिक कार्य प्रदर्शन है। यह मार्च 2022 में अर्जित पिछले सर्वाधिक उत्पादन की तुलना में एक प्रभावशाली वृद्धि को दर्शाता है। सेल ने इसी महीने के दौरान हॉट मेटल और बिक्री योग्य इस्पात का क्रमशः 1.8 मीट्रिक टन और 1.61 मीट्रिक टन उत्पाद किया है, जो अब तक का सर्वाधिक मासिक उत्पादन है। यह मार्च 2022 में दर्ज किए गए पिछले सर्वाधिक उत्पादन की तुलना में कहीं अधिक है।

प्रधानमंत्री ने अन्न को लोकप्रिय बनाने के लिए देश भर में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की

दिल्ली (JJS) :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्न को लोकप्रिय बनाने के लिए देश भर में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है। प्रधानमंत्री असम सचिवालय में मिलेट कैफे के उद्घाटन के संबंध में असम के मुख्यमंत्री के ट्वीट पर अपने विचार प्रकट कर रहे थे।

मोदी ने ट्वीट किया: “अन्न को लोकप्रिय बनाने के लिए देश भर में किए जा रहे इस तरह के विभिन्न प्रयासों को देखकर खुशी हुई।”

प्रधानमंत्री ने काशी में स्वस्थ दृष्टि अभियान की सराहना की

दिल्ली (JJS) :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘स्वस्थ दृष्टि समृद्ध काशी’ अभियान से जुड़े सभी लोगों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के एक ट्वीट के जवाब में ट्वीट किया: “इस अभियान का हिस्सा बने काशी के मेरे सभी भाई-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं। आपका आरोग्यपूर्ण जीवन काशी के विकास में नई ऊर्जा प्रदान करेगा।”

प्रधानमंत्री ने जाने-माने फिल्म निर्माता के. विश्वनाथ के निधन पर शोक व्यक्त किया

दिल्ली (JJS) :- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जाने-माने फिल्म निर्माता के. विश्वनाथ के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। 

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया हैः

“के. विश्वनाथ गुरु के निधन से व्यथित हूं। वे सिनेमा की दुनिया के महारथी थे और उन्होंने एक रचनात्मक व बहुमुखी निर्देशक के रूप में अपनी अलग पहचान बनाई थी। उनकी फिल्मों में विभिन्न विधाओं को देखा जा सकता था। उन्होंने दशकों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति संवेदनायें। ओम् शांति।”

ਪਿੰਡ ਚੋਟੀਆਂ ਠੋਬਾ ਵਿਖੇ ਦੁੱਧ ਉਤਪਾਦਕ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਕੈਂਪ ਆਯੋਜਿਤ

ਵਧੇਰੇ ਦੁੱਧ ਉਤਪਾਦਨ ਲਈ ਨਸਲ ਸੁਧਾਰ ਜਰੂਰੀ-ਨਿਰਵੈਰ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ

ਮੋਗਾ (ਕਮਲ) :- ਖੇਤੀਬਾੜੀ ਵਿੱਚ ਵਿਭਿੰਨਤਾ ਅਤੇ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਸਮੇਂ ਹਾਣੀ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਡੇਅਰੀ ਵਿਕਾਸ ਵਿਭਾਗ ਅਤੇ ਡੇਅਰੀ ਵਿਕਾਸ ਬੋਰਡ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਉਪਰਾਲੇ ਕਰ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਇਸੇ ਲੜੀ ਤਹਿਤ ਅੱਜ਼ 3 ਫਰਵਰੀ, 2023 ਨੂੰ ਪਿੰਡ ਚੋਟੀਆਂ ਠੋਬਾ ਬਲਾਕ ਬਾਘਾਪੁਰਾਣਾ ਜਿ਼ਲ੍ਹਾ ਮੋਗਾ ਵਿਖੇ ਇੱਕ ਵਿਸ਼ੇਸ਼ ਉਪਰਾਲੇ ਤਹਿਤ ਦੁੱਧ ਉਤਪਾਦਕ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਕੈਂਪ ਲਗਾਇਆ ਗਿਆ। ਇਸ ਸਬੰਧੀ ਵਧੇਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੰਦੇ ਹੋਏ ਡਿਪਟੀ ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਡੇਅਰੀ ਮੋਗਾ ਨਿਰਵੈਰ ਸਿੰਘ ਬਰਾੜ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਕੈਂਪ ਵਿੱਚ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਕਾਮਯਾਬ ਡੇਅਰੀ ਫਾਰਮਿੰਗ ਦੇ ਮੂਲ-ਮੰਤਰ ਅਤੇ ਡੇਅਰੀ ਕਿੱਤੇ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ ਸਬੰਧੀ ਵਿਸਥਾਰ ਨਾਲ ਜਾਣਕਾਰੀ ਮੁਹੱਈਆ ਕਰਵਾਈ ਗਈ। ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਇਸ ਕੈਂਪ ਦੌਰਾਨ ਅਲੱਗ-ਅਲੱਗ ਵਿਸ਼ੇ ਮਾਹਿਰਾਂ ਨੇ ਆਪਣੀ ਵਡਮੁੱਲੀ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੱਤੀ ਜਿਸ ਵਿੱਚ ਬੀਰਪ੍ਰਤਾਪ ਸਿੰਘ ਗਿੱਲ ਸਾਬਕਾ ਡਿਪਟੀ ਡਾਇਰੈਕਟਰ ਡੇਅਰੀ ਮੋਗਾ ਨੇ ਸਾਫ਼ ਦੁੱਧ ਦੀ ਮਹੱਤਤਾ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਦਿੱਤੀ ਅਤੇ ਪਸ਼ੂ ਪਾਲਣ ਵਿਭਾਗ ਤੋਂ ਡਾ. ਮੀਨਾਕਸ਼ੀ ਨੇ ਪਸ਼ੂਆਂ ਦੀਆਂ ਬੀਮਾਰੀਆਂ ਬਾਰੇ ਜਾਗਰੂਕ ਕੀਤਾ। ਵਿਭਾਗੀ ਟੀਮ ਨਵਦੀਪ ਕੌਰ, ਦਰਸ਼ਪ੍ਰੀਤ ਸਿੰਘ ਦੁਆਰਾ ਮੋਬਾਇਲ ਵੈਨ ਰਾਹੀਂ ਕਿਸਾਨਾਂ ਵੱਲੋਂ ਲਿਆਂਦੀ ਕੈਟਲ ਫੀਡ ਦੇ 35 ਸੈਂਪਲ ਚੈੱਕ ਕਰਕੇ ਰਿਪੋਰਟ ਮੌਕੇ ਤੇ ਹੀ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਦਿੱਤੀ।

अलायंस क्लब जालंधर समर्पण ने पी ऐफ ऐ में गायों को गुड़ व चारा खिलाया और घायल पशु पक्षियों के लिए दिया अंशदान

जालंधर (अरोड़ा) :- अलायंस क्लब जालंधर समर्पण ने प्रधान संजीव गंभीर व रीजन चेयरपर्सन केवल शर्मा की अगुवाई में सेवा के प्रकल्पों की लड़ी को आगे बढ़ाते हुए पुलिस लांईन  पी ऐफ ऐ गौशाला में गांयों को गुड़ व चारा खिलाया और घायल पशु पक्षियों के लिए अंशदान दिया। इस प्रोजेक्ट में दीपक राय ग्रोबर ने सहयोग किया। शर्मा ने कहा कि हर इंसान को प्रभु के बनाए हुए बेजुबान पशु पक्षियों का ख्याल रखना चाहिए। हमारा अलायंस क्लब समर्पण प्रधान संजीव गंभीर की अगुवाई में लगातार मानवता और समाज की सेवा के साथ साथ  पशु पक्षियों के लिए भी कोई ना कोई सर्विस प्रोजेक्ट करता आ रहा है। इस मौके पर कोषाध्यक्ष पी के गर्ग, पीआरओ जय देव मल्होत्रा, डिस्ट्रिक्ट पीआरओ जगन नाथ सैनी, डिस्ट्रिक्ट कोहिनूर जी डी कुन्द्रा, ईंटरनेशनल चेयरपर्सन एन के महेंद्रू, दया कृष्ण छाबड़ा, ऐम ऐल गुप्ता, नरेंद्र शर्मा, ऐ के बहल व सेवा सिंह मौके पर मौजूद थे।

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