(Date : 24/April/2424)

(Date : 24/April/2424)

लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वूमेन जालंधर में वोटिंग अवेयरनेस के लिए करवाया गया सेमिनार | एच.एम.वी. में फेयरवेल- 2024 कभी अलविदा न कहना का आयोजन | द नॉलेज रिव्यू ने एचएमवी को साइकोलॉजी एवं कॉमर्स में राष्ट्रीय स्तर पर किया सर्वोत्तम घोषित | सीटी यूनिवर्सिटी में छात्रों के लिए चुनाव जागरूकता सत्र आयोजित | एनआईटी जालंधर ने विश्व पृथ्वी दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए |

शिक्षा

के.एम.वी. की छात्राओं ने पार्टी मेकअप के टिप्स सीखे

एक दिवसीय सेमिनार में छात्राओं ने पूरे जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के पोस्ट ग्रेजुएट डिपार्टमेंट ऑफ कॉस्मेटोलॉजी द्वारा पार्टी मेकअप विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। प्रिया मेकओवर, जालंधर से मेकअप विशेषज्ञ प्रिया अरोड़ा ने इस सेमिनार में बतौर स्रोत वक्ता शिरकत की। वर्कशॉप में उत्साहपूर्वक भाग लेने वाली अंडर ग्रेजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट स्तर की लगभग 50 छात्राओं को संबोधित करते हुए मैडम  प्रिया ने विभिन्न प्रकार के मेकअप की व्याख्या करने के साथ ही उसकी परिभाषा दी। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी मेकअप के बारे में बात करते हुए अलग-अलग तरह की त्वचा के हिसाब से उपयुक्त मेकअप प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल के महत्व के बारे में भी बताया। इसके अलावा उन्होंने छात्राओं को मेकअप की विभिन्न तकनीकों के बारे में जानकारी देते हुए एक प्रदर्शन भी साझा किया। सेमिनार के अंत में मैडम प्रिया ने छात्राओं द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों के उत्तर भी बहुत ही सरल तरीके से दिए। विद्यालय प्राचार्या  प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने स्रोत वक्ता के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन छात्राओं को विषय का व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करने में कारगर साबित होते हैं। साथ ही उन्होंने इस सफल आयोजन के लिए कॉस्मेटोलॉजी विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर में ब्रांड यू के निर्माण पर सशक्त सेमिनार का आयोजन

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर के प्लेसमेंट सेल द्वारा आयोजित एक परिवर्तनकारी सेमिनार में निवर्तमान छात्राओं को अपने व्यक्तिगत ब्रांड को आकार देने के महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बताया गया। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता ईशा कुमार, एक साक्षात्कार कोच और जयस्मिता सिंह, एक अनुभवी उद्यमी थीं। दिव्या बुधिया ने मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत किया और एक ज्ञानवर्धक सत्र की रूपरेखा तैयार की। वक्ताओं ने महिलाओं को करियर बनाने के महत्व पर जोर दिया और उन्हें आश्वस्त किया कि शुरुआती चुनौतियां समय के साथ सुलझ जाती हैं। सेमिनार ने न केवल नौकरी की तलाश को प्रोत्साहित किया, बल्कि उद्यमिता में अंतर्दृष्टि भी प्रदान की, जिससे छात्रों को विविध कैरियर पथों पर विचार करने के लिए सशक्त बनाया गया। धन्यवाद ज्ञापन शिखा पुरी द्वारा दिया गया। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सम्माननीय सदस्य और प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. पूजा पराशर ने सेमिनार की सफलता पर संतोष व्यक्त किया एवम छात्रों के लिए इसके महत्वपूर्ण लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सेमिनार के सफल आयोजन के लिए प्लेसमेंट सेल की प्रभारी रजनी कपूर की भी प्रशंसा की।

एच.एम.वी. में पंजाबी फिल्म ओए भोले ओए की टीम पहुँची

जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय में पंजाबी फिल्म ओए भोले ओए की टीम फिल्म की प्रमोशन हेतु पहुँची। इस अवसर पर समस्त कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के दिशा-निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत कालेज की परंपरानुसार ग्रीन प्लांटर भेंट कर की गई। इस अवसर पर जगजीत संधू, इरविनप्रीत कौर, सौम्या व परदीप चीमा उपस्थित रहे। उन्होंने अपनी फिल्म की प्रमोशन करते हुए उसके गीतों व संवादों से वातावरण को आनन्दित किया। प्राचार्या डॉ. सरीन ने ओए भोले ओए फिल्म की टीम को फिल्म की सफलता हेतु शुभकामनाएं दी एवं पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री को उनके पंजाबी सयता व संस्कृति के रक्षा में दिए जा रहे सहयोग की सराहना की। इस मौके पर समस्त कार्यक्रम का आयोजन एडवाइजर नवरूप, डीन यूथ वैलफेयर, रमा शर्मा, डॉ. राखी मेहता, रवि मैनी के संरक्षण में सम्पन हुआ। मंच संचालन प्रोतिमा मंडेर ने किया। समस्त विद्यार्थियों ने फिल्म प्रमोशन का आनन्द माना।

सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन्स ने अपने 16 वें 'फाउंडेशन डे' पर दी शहर की संस्थायों को '07 लाख' की चैरिटी

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- उत्तरी भारत का सर्वश्रेठ एजुकेशनल ग्रुप "सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन" शिक्षा के साथ साथ बेसहारा, काबिल, ज़रुरतमंद बच्चों एवं बजुर्गों के हर तरह के विकास के लिए खड़ा रहा है, जो अपने 'फाउंडेशन डे' को हर वर्ष  शहर की संस्थाओं एवं उनके बच्चों को मुफ्त शिक्षा, बजुर्गों को मेडिकल इलाज एवं लड़कियों की शादियों के लिए आर्थिक रूप से चैरिटी प्रदान कर मनाता है। इस बार संस्थायों में अंध विद्यालय, पिंगला घर, कुष्ट आश्रम, अपाहिज आश्रम, नारी निकेतन, यूनिक होम, थैलेसीमिया (एन.जी.ओ), 13 -13 हट्टी आदि संस्थायों को 7 लाख की चैरिटी दी गई। फाउंडेशन डे का आयोजन सेंट सोल्जर कैंपस जालंधर - अमृतसर बाईपास के पास करवाया गया। जिसकी शुरुआत ग्रुप चेयरमैन अनिल चोपड़ा एवं वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा, सुनील चोपड़ा , शुष्मा हांडा, नीलम कत्याल, राजन चोपड़ा, रितु चोपड़ा  द्वारा ग्रुप के फाउंडर्स स्व. आर.सी चोपड़ा एवं स्व. शांता चोपड़ा की प्रतिभा को श्रद्धांजलि अर्पित कर की।

प्रोग्राम में कॉलेज एम.डी  प्रो.मनहर अरोड़ा, स्कूल एम.डी आर. के खन्ना, एवं सभी डायरेक्टरस, प्रिंसिपल्स एवं 3000 से अधिक स्टॉफ मेंबर्स शामिल हुए। इस मौके पर सुपर बॉय 'आर. जे' करन ने सभी का मनोरंजन किया और गायक तेजी बाजवा (करिंदे बैंड) ने अपने गीतों से स्टाफ मेंबर्स को झुमा दिया। यही नहीं हसी का पिटारा लेकर चाचा बिशना ने भी अपनी प्रस्तुति कर सभी स्टाफ मेंबर्स को खूब हसाया। इस प्रोग्राम में  होटल रमाडा, होटल डेज, होटल डेज इन हॉस्पिटैलिटी पार्टनर्स रहे। तत पश्चात ग्रुप द्वारा विभिन्न संस्थायों को चेक दिए गए। फाउंडेशन डे के बारे बताते हुए ग्रुप चेयरमैन अनिल चोपड़ा एवं संगीता चोपड़ा ने इस दिन की सभी को बधाई दी और सभी स्टाफ मेंबर्स का धन्यवाद भी किया और कहा की यह पुरे  ग्रुप  के साथ से संभव होता आ रहा है, क्योंकि इस डोनेशन में  ग्रुप के  स्टाफ मेंबर्स  की एक दिन की सैलरी का हिस्सा भी है, उसका मूल कारण स्टाफ मेंबर्स के भीतर मददगार, दुरसों के प्रति प्रेम की भावना को जागरूक करना और मिलझुल कर इक्कठे बढ़ने की प्रेरणा है, क्योकि जैसी सोच स्टाफ मेंबर्स की होगी वैसी सोच और गुण उनके छात्रों में भी आएंगे। उन्होंने बताया की ग्रुप आज तक लगभग 1 करोड़ 20 लाख तक की राशि डोनेट कर चुका है।  इसके इलावा ग्रुप की तरफ से चल रही मास्टर राजकवर चोपड़ा स्कालरशिप स्कीम के तहत ग्रुप के काबिल एवं जरुरतमंद छात्र 2 करोड़ तक की राशी की पढ़ाई का फायदा ले रहे है। ग्रुप चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सभी सभी को अपने माता-पिता, संस्कृति, विद्या, मात्र भूमि के साथ जुड़े रहने का सन्देश दिया।

एपीजे स्कूल मॉडल टाउन जालंधर में आयोजित फैंसी ड्रेस और टैलेंट शो

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे रिदम्स किंडरवर्ल्ड में 17 फरवरी को कॉसप्ले- एक फैंसी ड्रेस और टैलेंट शो आयोजित किया। बच्चों को उनकी माताओं ने विभिन्न प्रकार की वेशभूषा जैसे टूथब्रश, पेस्ट, ओरियो, अमूल दूध और बहुत से रूपों में तैयार किया था। कार्यक्रम का विषय 'विज्ञापन' था। बच्चों ने इसमें कई एकल नृत्य प्रस्तुतियाँ दीं, गीत प्रस्तुत किए।बच्चों ने इस कार्यक्रम में अद्भुत प्रदर्शन किया। वे कार्यक्रम में विभिन्न वेशभूषाओं में सजने-संवरने को लेकर उत्साहित थे और अपने माता-पिता की सहायता से उन्होंने मंच पर मनमोहक प्रदर्शन किया। बच्चों ने अपनी रचनात्मकता, भाषण और असीमित कल्पना से सबका मनोरंजन किया। प्रत्येक समूह से 8 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों को ट्रॉफी मिलीं। प्रत्येक छात्र के लिए प्रमाण पत्र और उपहार थे। इस उपलक्ष्य पर प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुषमा चावला जी ने मुख्य अतिथि बनकर इस अवसर की शोभा बढ़ाई। एपीजे एजुकेशन सोसाइटी की अध्यक्ष सुषमा पॉल बर्लिया के मार्गदर्शन में यह यादगार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में एपीजे स्कूल मॉडल टाउन के प्रधानाचार्य मलकीयत सिंह, प्री-प्राइमरी इंचार्ज निधि घई, मुख्याध्यापिका प्राइमरी नम्रता शर्मा और अन्य शिक्षक भी उपस्थित थे।

सीटी ग्रुप का 9वां कॉन्वकेशन समारोह

मुख्य अतिथि डॉ. अशोक मित्तल, सांसद राज्यसभा और एलपीयू के चांसलर की उपस्थिति में 1200 से अधिक  छात्रों को सम्मानित किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी ग्रुप का 9वां कॉन्वकेशन समारोह शैक्षणिक उपलब्धि का एक भव्य उत्सव था, जिसमें शाहपुर और मकसूदां कैंपस के योग्य स्नातकों को 1200 से अधिक डिग्रियां प्रदान की गईं। कॉन्वकेशन समारोह में 50 से अधिक प्रतिष्ठित डॉक्टरेट की उपस्थिति और अमूल्य योगदान देखा गया, जिन्होंने इन  छात्रों  की शैक्षिक यात्रा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम की भव्यता को बढ़ाते हुए, दीक्षांत समारोह की शोभा मुख्य अतिथि डॉ. राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को एलपीयू के चांसलर की गरिमामयी उपस्थिति से सम्मानित किया गया, जिनके दूरदर्शी नेतृत्व और गहरी अंतर्दृष्टि ने इस कार्यक्रम के महत्व को बढ़ा दिया।

डॉ. मित्तल ने स्नातक छात्रों को अपने संबोधन में आजीवन सीखने के महत्व पर जोर दिया और उन्हें समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय (जी.एन.डी.यू) के कुलपति प्रो. डॉ. जसपाल सिंह संधू; नरेश मित्तल, लवली ग्रुप के वाइस चेयरमैन (डॉ.),बिक्रमजीत सिंह बाजवा, अकादमिक मामलों के डीन , प्रो. राजविंदर कौर थियारा, अध्यक्ष, महिला विंग, 'आप' पंजाब प्रवक्ता,  डॉ. एस: अमरिन्दर सिंह धीमान, सी.आई.आई जालंधर ज़ोन के चेयरमैन और धीमान ग्रुप के चेयरमैन और एमडी अदि मजूद थे इस कार्यक्रम में ज़ोलोटो ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ के अध्यक्ष एस.वी हंस सहित विभिन्न उद्योगों की प्रमुख हस्तियों ने भी भाग लिया।

समरसेट समूह के अध्यक्ष महिंदर सिंह अदि मजूद थे इस आयोजन में एक अंतर्राष्ट्रीय स्वाद जोड़ते हुए, जापान के सात प्रतिनिधियों ने कॉन्वकेशन समारोह में भाग लिया, जिससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान और सहयोग में वृद्धि हुई। एक बयान में, सीटी ग्रुप के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चन्नी ने एक और शैक्षणिक  का पत्थर सफलतापूर्वक पूरा होने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने भविष्य के नेताओं को तैयार करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की संस्थान की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। सांसद एवं मुख्य अतिथि डाॅ. अशोक मित्तल स्नातकों के समर्पण और उत्साह की सराहना करते हुए, अशोक मित्तल ने कहा, “उत्कृष्टता के प्रति सीटी ग्रुप की प्रतिबद्धता इसके छात्रों की उपलब्धियों में स्पष्ट है। मुझे विश्वास है कि वे समाज में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में इसके महत्व को रेखांकित करते हुए व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास को आगे बढ़ाने में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भूमिका पर जोर दिया।

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में वन नेशन वन इलेक्शन विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसेज द्वारा 'इंडियन कॉउंसिल ऑफ सोशल साइंसेज रिसर्च नॉर्थ वैस्ट रीजन चंडीगढ' (ICSSR) के संयुक्त सौजन्य से एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में इंडियन कौंसिल ऑफ़ सोशल साइंसेज रिसर्च के निदेशक डॉ संजय कौशिक उपस्थित हुए। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने मुख्य अतिथि डॉ संजय कौशिक एवं इस संगोष्ठी में उपस्थित बीज वक्ताओं और स्रोत वक्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि एपीजे कॉलेज अपने संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय डॉ सत्यपाॅल जी के मानवीय मूल्यों के सिद्धांतों एवं एपीजे एजुकेशन की अध्यक्ष डॉ सुषमा पॉल बर्लिया के मार्गदर्शन कि अधुनातन युग में वास्तविक और जनकल्याणकारी विकास नैतिक मूल्यों के बीजमंत्र को अपनाकर ही संभव है, इसको अक्षरशः स्वीकार करते हुए निरंतर प्रगति पथ पर आगे बढ़ते हुए नित नयी बुलंदियों को चूम रहा है। मुझे बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि इस संगोष्ठी में प्राध्यापक एवं शोधार्थी यहां उपस्थित होकर तो शोध पत्र प्रस्तुत कर ही रहे हैं लेकिन जो किसी वजह से यहां पर नहीं पहुंच पा रहे हैं उनके लिए ऑनलाइन शोध पत्रों की प्रस्तुति का प्रबंध भी किया गया हैं । राष्ट्रीय संगोष्ठी के प्रासंगिक विषय 'वन नेशन वन इलेक्शन' की सार्थकता पर उन्होंने अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने एपीजे एजुकेशन की अध्यक्ष डॉ सुषमा पॉल बर्लिया द्वारा भेजा गया संदेश भी साझा किया। उन्होंने कहा कि सेमिनार शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और छात्रों के लिए एक अनूठा मंच होगा क्योंकि इस विषय पर चर्चा ने हाल के दिनों में महत्वपूर्ण महत्व प्राप्त किया है।

संगोष्ठी के प्रारंभ में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ इतिहास विभाग के प्रोफेसर डॉ एम राजीव लोचन ने बीज वक्ता के रूप में अपने मुख्य भाषण को प्रस्तुत करते हुए, उन्होंने सर्वसम्मति से निर्णय लेने, भारत में संघवाद के विचार और एक चुनाव की संभावना के बारे में बात की और साथ ही उन संभावनाओं पर प्रकाश डाला जो देश को बेहतर बना सकते हैं। उन्होंने शिक्षाविदों और विद्वानों के इस शोध कार्य का उद्देश्य,जानकारीपूर्ण निर्णय लेने के लिए सरकार के समक्ष एक राय रखना बताया। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत में संप्रभुता भारत के लोगों में निवास करती है और यह शाश्वत है। दूसरे बीज वक्ता के रूप में 'ट्रेनिंग एंड रिसर्च स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ रूरल डेवलपमेंट' 'ट्रेनिंग मैनेजर हिमाचल प्रदेश इंस्टिट्यूट ऑफ़ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन' शिमला के भूतपूर्व संयुक्त निदेशक डॉ राजीव बांसल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हम सरकार को कुछ भी नहीं बेच सकते।उन्होंने चुनाव की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बात की और इसे आयोजित करने की चुनौतियों, बजट, कानूनी चिंताओं के बारे में भी बात की। स्रोत वक्ता के रूप में इंस्टीट्यूट आफ लीगल स्टडीज पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के इकोनॉमिक्स विभाग से प्रोफेसर डॉ कंवलजीत कौर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए एक राष्ट्र एक चुनाव के आर्थिक कार्यान्वयन के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इस अवधारणा की कुछ चुनौतियाँ हैं जैसे लागत की समस्या, आर्थिक स्थिरता और प्रशासनिक स्थिरता। इसके क्रियान्वित होने के लिए कुछ कानूनी संशोधन होने चाहिए और राजनीतिक दलों में व्यवहार्यता पर आम सहमति होनी चाहिए।

उन्होंने इसके लिए कुछ सुझाव भी दिए। दूसरे स्रोत वक्ता के रूप फैकल्टी ऑफ़ लॉ यूनिवर्सिटी इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडीज पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से प्रोफेसर डॉ रतन सिंह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारतीय संविधान की प्रशंसा करते हुए की और कहा कि यह पूरी दुनिया में सबसे स्वस्थ, मजबूत, महान और जीवित संविधान में से एक है। यह जैविक और परिवर्तनकारी है। यह समाज के सभी मुद्दों को अपने साथ समाहित करता है जो अपने आप में एक निरंतर बदलती रहने वाली अवधारणा है। उन्होंने कहा कि समाज तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसके साथ-साथ संविधान भी विकसित हो रहा है और यह समाज और इसमें रहने वाले सभी लोगों की रक्षा के लिए हमेशा काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया हर किसी को अपनी राय रखने की आजादी देती है, भले ही कभी-कभी इसकी संरचना देश के कल्याण से दूर लगती हो, जहां वोट खरीदे जाते हैं और समय के साथ सामाजिक उथल-पुथल देखी जा सकती है। साथ ही उन्होंने 'एक राष्ट्र एक चुनाव' को भारतीय चुनाव प्रणाली में लागू करने के फायदे और सीमाओं के बारे में भी बात की। इस संगोष्ठी में दूसरे टेक्निकल सत्र की अध्यक्षता गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के राजनैतिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं अध्यक्ष डॉ सतनाम सिंह दियोल ने की। डॉ. सतनाम देयोल ने अपना संबोधन सबसे पहले एपीजे कॉलेज, जो उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में से एक है, में आमंत्रित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए शुरू किया। एक राष्ट्र एक चुनाव विषय पर अपने विचार रखते हुए उन्होंने कहा कि वास्तव में यह अव्यावहारिक या लगभग असंभव है। उन्होंने दर्शकों को 1952 में हुए पहले आम चुनावों पर विचार कराते हुए अपने दृष्टिकोण का समर्थन किया। लोकतंत्र के अधिकार के कारण बहुत सारी चुनौतियाँ थीं जिनका प्रयोग सभी कर सकते हैं। डॉ. देयोल ने चुनावी प्रक्रिया की संरचनात्मक चुनौतियों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने यह भी सवाल किया कि बढ़ती जनसंख्या के साथ, सरकार में सीटों की संख्या अभी भी वही बनी हुई है और इस आधुनिक 21वें तकनीकी प्रेमी युग में भी, आज तक उन लोगों के लिए कोई योग्यता बताई या अनिवार्य नहीं की गई है जो उन्हें चुनाव में खड़े होने के योग्य बनाती है। उन्होंने अनुमान लगाया कि जब तक इन संरचनात्मक और कार्यात्मक चुनौतियों का समाधान नहीं हो जाता; एक राष्ट्र एक चुनाव एक सपना बनकर रह जायेगा। सह-अध्यक्ष के रूप में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के लॉ डिपार्टमेंट के अध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रूपम जगोटा उपस्थित थे।

इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत यह सवाल उठाते हुए की कि क्या एक राष्ट्र एक चुनाव की अवधारणा वास्तव में पूरे देश की एकता की ओर ले जाती है या वास्तव में लोकतंत्र के विचार के लिए खतरा है। उन्होंने कहा, सतह पर एक राष्ट्र एक चुनाव का विचार काफी अच्छा है लेकिन वास्तव में, यह गुलाबों की सेज नहीं है और वास्तव में इसे लागू करना एक बहुत ही जटिल कार्य है। इससे कई सवाल उठते हैं जैसे कि इसका राजनीतिक दलों पर क्या प्रभाव पड़ेगा और क्या देश के लोग इतने शिक्षित हैं कि इसके पीछे के मकसद को समझ सकें और इस तरह वोट देने के अपने अधिकार का प्रयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि वास्तव में इसे लागू करने का प्रयास करने से पहले सभी चुनौतियों को समझना महत्वपूर्ण है। उन्होंने वास्तविक इलेक्टोरल प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया जो एक चुनौतीपूर्ण कार्य है और फिर इसे भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने पात्रता मानदंड और उस आधार के बारे में भी बात की जिसके आधार पर राजनीतिक दलों की पात्रता निर्धारित की जा सकती है। तीसरा टेक्निकल सत्र वर्चुअल मोड पर था जिसकी अध्यक्षता डॉ रूपम जगोटा एवं सह-अध्यक्षता एपीजे कॉलेज की इकोनॉमिक्स विभाग की अध्यक्ष डॉ सुप्रीत तलवाड़ ने की। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में सोशल मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया का चुनाव पर प्रभाव, वूमैन रिजर्वेशन बिल,वन नेशन वन इलेक्शन की जरूरत एवं चुनौतियां, धर्म और राजनीति, वन नेशन वन इलेक्शन का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव जैसे विषयों पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। डॉ संजय कौशिक ने राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन-समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कालेज में उपस्थित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा छात्रों के सर्वांगीण विकास एवं जिम्मेदार नागरिक बनने हेतु कालेज के प्रयासों की सराहना की। भविष्य उन्होंने यह भी कहा कि आगे बढ़ने के रास्ते में निस्संदेह चुनौतियाँ हैं और यह आज हमारे प्रस्ताव के मामले में भी सच है, जैसे कि वन नेशन वन इलेक्शन, क्योंकि इसका व्यावहारिक कार्यान्वयन निश्चित रूप से चुनौतीपूर्ण होगा। अंत में उन्होंने सेमिनार के सफल आयोजन के लिए मैडम प्रिंसिपल डॉ. नीरजा ढींगरा को बधाई दी। डॉ ढींगरा ने इस राष्ट्रीय संगोष्ठी की अपार सफलता के लिए संगोष्ठी के कोऑर्डिनेटर विश्वबंधू वर्मा एवं डॉ सिंम्की देव तथा इस संगोष्ठी के इंचार्ज डॉ मोनिका आनंद एवं डॉ गगन गंभीर के प्रयासों की प्रशंसा की।

एल.के.सी.डब्ल्यू. जालंधर की छात्राओं का दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन

जालंधर (अरोड़ा) :- लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर की छात्राओं ने पंजाब सरकार के निर्देशानुसार युवा कल्याण विभाग जालंधर द्वारा 9-10 फरवरी, 2024 को आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय युवा महोत्सव में भाग लिया और कॉलेज का नाम रोशन किया। प्रत्येक श्रेणी में उन्होंने जीत हासिल की, जिसमें उन्होंने भाग लिया। छात्राओं ने फैंसी ड्रेस, फुलकारी, पोस्टर मेकिंग, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट, कोलाज मेकिंग, लोक गीत और कार्टूनिंग जैसे कार्यक्रमों में भाग लिया। हरप्रीत कौर, मीनू और सुप्रिया ने क्रमश: फैंसी ड्रेस, फुलकारी और पोस्टर मेकिंग में पहला स्थान हासिल किया। हरमनजीत कौर और लवलीन कौर ने क्रमशः बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट और कोलाज मेकिंग में दूसरा स्थान हासिल किया। प्रभजोत कौर और किरनजीत कौर ने क्रमश: लोक गीत और कार्टूनिंग में तीसरा स्थान हासिल किया। प्रिंसिपल मैडम डॉ. नवजोत ने सभी विजेताओं को बधाई दी और एन.एस.एस. अधिकारियों सरबजीत कौर, आत्मा सिंह, रेड रिबन सोसाइटी और नेहा, सहायक प्रोफेसर, पी.जी. फैशन डिजाइनिंग विभाग के प्रयासों की सराहना की।

विद्यालय के पूर्व छात्रों ने बारहवीं कक्षा के विदाई समारोह को बनाया चिरस्मरणीय

जालंधर (अरोड़ा) :- स्वामी संत दास पब्लिक स्कूल जालंधर के ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों ने बारहवीं कक्षा को एक जीवंत विदाई दी। छात्र विद्यालय के पूर्व छात्रों की उपस्थिति से मंत्रमुग्ध थे जिन्हें विशेष रूप से इस अवसर पर आमंत्रित किया गया था। ये प्रतिष्ठित पूर्व छात्र वे छात्र थे जिन्होंने 1986 में इसकी स्थापना के बाद से 2018 तक के विभिन्न बैचों में अध्ययन किया और देश में रहकर इसकी सेवा करके अपने संबंधित क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाई है। इनमें डेंटल सर्जन तथा ऑक्सीहील स्पेशलिस्ट डॉ. समीर नैय्यर, सीटी इंस्टीट्यूट के शिक्षाविद संदीप रंजन, केमिस्ट्री गुरु एमपी सिंह, बिजनेस मैन गगनदीप सिंह, सोशल मीडिया पत्रकार गगनदीप सिंह कालरा, आयुर्वेद स्वास्थ्य और कल्याण विशेषज्ञ डॉ. दिव्या कालरा, डीआरडीओ की पूर्व वैज्ञानिक जसप्रीत कौर, बन्नो लेबल के साथ फैशन डिजाइनर अंजलि सिदाना, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के वकील मेहुल खन्ना, मॉडल आरुषि शामिल थे। छात्रों ने  संस्थान में बिताए पलों को फिर से याद किया। इस अवसर पर स्कूल के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद जी, स्कूल के प्रबंधक डॉ. अजीत सिंह राजपाल और निदेशक अंजू मेहता की उपस्थिति रही, जिन्होंने छात्रों को उनकी आगामी बोर्ड परीक्षाओं के लिए प्रेरित किया। ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों  ने स्कूल जीवन पर पैरोडी, रॉक बैंड, लघु नाटक और भांगड़ा ने पूर्व छात्रों को मंत्रमुग्ध किया। छात्रों ने मज़ेदार खेलों में भाग लिया। विद्यालय के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी शांतानंद जी ने छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने तथा विद्यालय की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। प्रिंसिपल डॉ. सोनिया मागो ने छात्रों को अपनी आगामी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने और समय को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने भूतपूर्व छात्रों को उनकी उपस्थिति और संस्थान के छात्रों के लिए अनुकरणीय रोल मॉडल साबित होने के लिए धन्यवाद दिया।

डीएवी कॉलेज जालंधर में पंजाबी मातृभाषा को समर्पित एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- पंजाबी साहित्य सभा, डीएवी कॉलेज जालंधर द्वारा मातृभाषा को समर्पित एक विशेष व्याख्यान में प्रसिद्ध लोक गायक डॉ. सुखमिंदर कौर बराड़ (लोकप्रिय नाम सुखी बराड़) ने 'पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत' विषय पर भाषण दिया। डॉ. अशोक कुमार खुराना (अध्यक्ष पंजाबी विभाग) ने मुख्य वक्ता सुखी बराड़ का स्वागत करते हुए कहा कि डीएवी कॉलेज के प्रांगण में ऐसी पंजाबी संस्कृति और कला को समर्पित शख्सियत का होना हमारे लिए सम्मान की बात है। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने अपने विचार साझा करते हुए भाषाओं के संदर्भ में गुरु ग्रंथ साहिब जी के सन्दर्भों के साथ भाषाओं के महत्व के बारे में महत्वपूर्ण बातें साझा कीं और डॉ. बरार के समर्पण की सराहना की। प्रो एकजोत कौर ने डॉ. सुखमिंदर कौर बराड़ जी की उपलब्धियों और गतिविधियों को वीडियो के रूप में प्रस्तुत किया गया। इसके बाद पंजाब, पंजाबी और पंजाबियत की बात करते हुए डॉ. बराड़ ने पंजाब को समानता का प्रदेश बताया और कहा कि यह धरती अपने विविध रंगों के कारण अनोखी है। इसी पवित्र भूमि पर बड़े-बड़े वेदों, शास्त्रों की रचना हुई है। उन्होंने जहां धर्म के नाम पर विभाजन पैदा करने वालों से सावधान रहने का संदेश दिया, वहीं युवा छात्रों को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने और अतिरिक्त सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित किया। अपनी प्रस्तुति के दौरान, उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी, साहिबज़ादों और श्री राम जी के बारे में सुंदर गीत/भजन गाए। इसके बाद उन्होंने अपना लोक गीत जलवा भी बखूबी प्रस्तुत किया। उन्होंने छात्रों के साथ अयोध्या प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर अपना अनुभव भी साझा किया। साहित्य सभा के प्रभारी डॉ. साहिब सिंह ने अपने काव्यात्मक अंदाज से संबोधित करते हुए मंच का बखूबी संचालन किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो. सुखदेव सिंह रंधावा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पंजाबी विभाग से प्रो. बलविंदर नंदरा, डॉ. दविंदर मंड, डॉ. राजन शर्मा, डॉ. कंवलजीत सिंह, प्रो. मंजीत सिंह, डॉ. किरणदीप कौर, डॉ. गुरजीत कौर, प्रो. साहिल एवं अन्य विभागों के प्रो. रेणुका, प्रो. मीनाक्षी, प्रो. सीमा, प्रो. ईशा, प्रो. संदीपना, प्रो. रितु तलवार आदि मौजूद रहे।

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