(Date : 24/April/2424)

(Date : 24/April/2424)

एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर, किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में चमका | दोआबा कालेज में क्लीनिकल प्रैक्टिसिज पर वर्कशॉप आयोजित | डीएवी कॉलेज में अंतरमहाविद्यालीय भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | के.एम.वी. की छात्राओं ने हिंदी में रोज़गार की संभावनाओं के बारे में जाना | पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर में ई-वेस्ट मैनेजमेंट पर सेमिनार का आयोजन |

शिक्षा

हवन यज्ञ से हुआ एच.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल के नए शैक्षणिक सत्र का शुभारंभ

जालंधर (अरोड़ा) :- एच.एम.वी.कॉलेजिएट स्कूल में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के मार्गदर्शन अधीन एसएससी-2 के नए शैक्षणिक सत्र 2024-25 का शुभारंभ हवन यज्ञ का आयोजन कर किया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य छात्राओं को आशीर्वाद देना एवं उन्हें नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करना रहा। सर्वप्रथम परमपिता परमात्मा के चरणों में नतमस्तक होते हुए मंत्रोच्चारण और वेदों के माध्यम से वातावरण को पवित्र बनाकर अग्नि में आहूतियां डालकर सर्वमंगल की कामना कर सकारात्मकता का संचार किया गया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने ऋषि बोध उत्सव के शुभ अवसर पर महान सुधारक और सुधी विद्वान स्वामी दयानंद सरस्वती जी को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी जी का योगदान अविस्मरणीय है एवं यह दिन शुभ है क्योंकि यह उस ज्ञान का प्रतीक है जो स्वामी जी को शिवरात्रि के दिन प्राप्त हुआ था, जिससे समाज में निराधार अंधविश्वासों के खिलाफ जागृति आई। उन्होंने छात्राओं को स्वामी जी के उच्च आदर्शों, मूल्यों और संस्कारों को अपने जीवन में आत्मसात करके हमेशा जिज्ञासु बनने के लिए प्रेरित किया। अंत में उन्होंने छात्राओं को नव सत्र के शुभारंभ की बधाई दी एवं उज्जवल भविष्य की कामना कर शुभाषीष दिया। डॉ. सीमा मरवाहा, स्कूल कोआर्डिनेटर ने छात्राओं को नवसत्र के शुभारंभ की शुभकामनाएं एवं परिणामों की बधाई देते हुए पूरी लगन व परिश्रम से जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए प्रेरित किया। अरविंदर बेरी को-कोआर्डिनेटर स्कूल ने छात्राओं को कहा कि जीवन में सफलता प्राप्त करने से पहले उद्देश्य की पहचान करें एवं फिर कड़ी मेहनत, अनुशासन व समर्पण से सफलता की मंजिल तक पहुंचने में कामयाब हों। सुपरिटेंडेंट अकाऊंटस पंकज ज्योति ने छात्राओं को सूर्य के तेज की तरह हमेशा ज्योर्तिमय व प्रकाशवान बने रहने का आशीर्वाद दिया। सुपरिटेंडेंट जनरल लखविंदर सिंह ने छात्राओं को आत्मविश्वास की भावना से ओतप्रोत रहते हुए जीवन पथ पर सफलता प्राप्त करने को प्रेरित किया। सुपरिटेंडेंट एडमिन रवि मैनी जी ने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए समर्पण की भावना होनी चाहिए ताकि आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहकर अपनी मंजिल को प्राप्त कर सफलता के पथ पर अग्रसर रह सकें। डॉ. ममता डीन वैदिक अध्ययन ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया एवं छात्राओं को अपने जीवन में नकारात्मकता का त्याग करके चिंतन पर बल देने हेतु प्रेरित किया। हवन की समाप्ति डॉ. मीनू तलवाड़ द्वारा सृष्टि के कल्याण हेतु शांतिपाठ से की गई। इस अवसर पर स्कूल सैक्शन के अध्यापक व नान-टीचिंग स्टाफ के सदस्य भी उपस्थित रहे।

सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन्स का स्टाफ छात्रों में आत्मविश्वास पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ करता हैं

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर पब्लिक स्कूल में हर्षोल्लास सत्र का आयोजन किया गया। स्कूल के नन्हें सितारों ने सत्र के समापन का जश्न जमकर मनाया। शिक्षकों ने छात्रों के लिए मोटर गतिविधियाँ आयोजित कीं जिनमें 'बटरफ्लाई डांस' 'हुलाहूप पासिंग' और कई अन्य शामिल थे। बच्चों ने अनोखे उत्साह के साथ मनोरंजक गतिविधियों का आनंद लिया और उन्हें करके आनंद उठाया। प्यारे मुस्कुराते चेहरों को देखना एक अद्भुत अनुभव था। सभी विद्यार्थियों ने अपना पूरा दिन बड़े आनंद से बिताया। इस सत्र में ग्रुप चेयरमैन अनिल चोपड़ा और वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने स्कूल स्टाफ सदस्यों की सराहना की और कहा की किंडरगार्टन के बच्चे आत्मविश्वास से भरपूर, संसाधनों से भरपूर और सीखने के लिए उत्सुक होते हैं। वे दुनिया के सबसे मूल्यवान संसाधन हैं और भविष्य के लिए सबसे अच्छी उम्मीद हैं। इसी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए उन्हें भविष्य में स्कूल स्टाफ को ऐसी गतिविधियां आयोजित करने के लिए प्रेरित किया।

सीटी यूनिवर्सिटी में फसल अवशेष प्रबंधन' पर सत्र का आयोजित

ब्लॉक एवं जिला श्री मुक्तसर साहिब के माननीय कृषि विकास अधिकारी जोबनदीप सिंह रहे मुख्य वक्ता

जालंधर (अरोड़ा) :- टिकाऊ कृषि पद्धतियों के बारे में ज्ञान और जागरूकता बढ़ाने के एक सक्रिय प्रयास के रूप में, कृषि और प्राकृतिक विज्ञान विभाग, सीटी यूनिवर्सिटी ने 'फसल अवशेष प्रबंधन' पर सेशन का आयोजन किया जिसमें ब्लॉक एवं जिला श्री मुक्तसर साहिब से कृषि विकास अधिकारी जोबनदीप सिंह मुख्य वक्ता रहे। आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को कृषि तकनीकों और पर्यावरण संरक्षण में नवीनतम विकास के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करना था। कृषि विकास अधिकारी जोबनदीप सिंह ने फसल अवशेष प्रबंधन में अपने व्यापक ज्ञान और व्यावहारिक अनुभवों को साझा करते हुए क्षेत्र में चुनौतियों और अवसरों के व्यापक दृष्टिकोण साझा किआ। इस दौरान कृषि एवं पर्यावरण विज्ञान के विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी देखी गयी। छात्रों को फसल अवशेष प्रबंधन की जटिलताओं को सीखने, टिकाऊ कृषि पद्धतियों के लिए महत्वपूर्ण व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला। सीटी यूनिवर्सिटी के कृषि और प्राकृतिक विज्ञान विभाग की हेड गुरप्रीत कौर देयोल ने जोबनदीप सिंह को धन्यवाद करते हुए बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन और टिकाऊ कृषि प्रथाओं को आगे लाने के लिए यह एक पहल है। इस अवसर पर कृषि विकास अधिकारी जोबनदीप सिंह ने कहा कि फसल अवशेष प्रबंधन आधुनिक कृषि का एक महत्वपूर्ण पहलू है और इस दौरान टिकाऊ कृषि पद्धतियों के प्रति छात्रों और प्रतिभागियों की रुचि और समर्पण को देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर प्रो वाइस चांसलर डाॅ. अभिषेक त्रिपाठी एवं रजिस्ट्रार डाॅ. विपुल यादव मौजूद रहे।

लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर की प्रिंसिपल डॉ. नवजोत को सम्मानित किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर की प्रिंसिपल डॉ. नवजोत को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कॉलेज परिसर में आयोजित एक विशेष समारोह में सम्मानित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. एन.के. नेकी, प्रोफेसर और एच.ओ.डी., पी.आई.एम.एस., जालंधर थे और सम्मानित अतिथि मोहिंदर सिंह कैंथ, यू.ए.ई., गवर्नर अवार्डी थे। प्रिंसिपल डॉ. नवजोत को सम्मानित किया गया क्योंकि उन्होंने अपना जीवन महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित कर दिया है। एक प्रिंसिपल के रूप में वह उन लड़कियों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ती जो मेधावी हैं लेकिन वंचित हैं। उनके अथक प्रयासों के कारण, कई गैर सरकारी संगठनों और परोपकारियों ने भी कॉलेज के मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता दी है। इस समारोह में छात्राओं को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों और सामाजिक कार्यों के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र भी दिए गए।

पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर में प्रतियोगिता का आयोजिन

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर में 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' नामक राष्ट्रीय कार्यक्रम के दिशानिर्देशों के अनुसार, कॉलेज के आई-सोशल क्लब ने 'छत्तीसगढ़ का पाक इतिहास' विषय पर एक लेख लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को अपने लेखन कौशल को निखारने के साथ-साथ क्षेत्र की समृद्ध पाक विरासत का पता लगाने और उसका जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित करना था। इसका प्राथमिक उद्देश्य छत्तीसगढ़ की विविध पाक परंपराओं और इतिहास के अनुसंधान, अन्वेषण और दस्तावेज़ीकरण को बढ़ावा देना था। छात्रों को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक पहलुओं को गहराई से जानने और आकर्षक और जानकारीपूर्ण लेखों के माध्यम से अपने निष्कर्षों को प्रदर्शित करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। लेखों में पारंपरिक सामग्री, खाना पकाने की तकनीक, क्षेत्रीय विशिष्टताओं और छत्तीसगढ़ी समाज में भोजन के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला गया। बीए सेमेस्टर प्रथम की पूर्णिमा को प्रथम पुरस्कार और बीए सेमेस्टर छठे की स्वास्ति को दूसरा पुरस्कार मिला। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्य और प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पूजा पराशर ने छात्रों की प्रतिभा को निखारने और सांस्कृतिक प्रचार-प्रसार के लिए इस तरह के समृद्ध और शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित करने में क्लब के प्रयासों की सराहना की।

डीएवी यूनिवर्सिटी और सशस्त्र सीमा बल कर्मियों के बच्चों को शिक्षित करने हेतु समझौता

जालंधर (अरोड़ा) :- सशस्त्र सीमा बल और डीएवी यूनिवर्सिटी ने सशस्त्र सीमा बल कर्मियों के बच्चों की शिक्षा के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर नई दिल्ली में सशस्त्र सीमा बल के महानिरीक्षक (प्रशासन) प्रदीप कुमार गुप्ता और डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर के वाइस चान्सलर डॉ. मनोज कुमार ने हस्ताक्षर किए। इस एमओयू का उद्देश्य शहीद, सेवारत और सेवानिवृत्त सशस्त्र सीमा बल कर्मियों के बच्चों को उच्च और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है।

डीएवी यूनिवर्सिटी एसएसबी के नामांकन पर शहीद, सेवारत और सेवानिवृत्त बल कर्मियों के बच्चों को 100 सीटें प्रदान करेगा। इन 100 नामांकनों के अलावा, अन्य सभी शहीद एसएसबी कर्मियों, सेवारत और सेवानिवृत्त बल कर्मियों के बच्चों को भी इस यूनिवर्सिटी में सस्ती दरों पर शिक्षा प्रदान की जाएगी। एसएसबी भारत का एक सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल है जो नेपाल और भूटान से लगी सीमाओं पर तैनात है। यह गृह मंत्रालय (एमएचए) के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सात केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है।

इस अवसर पर सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी, बल के वरिष्ठ अधिकारी और डॉ. संजीव के अरोड़ा, रजिस्ट्रार, डॉ. के एन कौल और पूर्व रजिस्ट्रार सहित डीएवी यूनिवर्सिटी के अधिकारी उपस्थित थे। बल द्वारा इस कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिखाया गया। इस अवसर पर बोलते हुए दलजीत सिंह चौधरी ने साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की और एसएसबी कर्मियों के बच्चों के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने में इसके महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह सहयोग अपने बल कर्मियों के कल्याण के लिए एसएसबी की प्रतिबद्धता का उदाहरण देता है और निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा करने वालों के परिवारों को सुलभ शिक्षा प्रदान करने में ऐसी पहल के महत्व को दोहराया।

डीएवी कॉलेज जालंधर में पीओएसएच एक्ट पर व्याख्यान का आयोजन किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- महिला सशक्तिकरण एवं शिकायत निवारण प्रकोष्ठ, डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर द्वारा आईआईसी के सहयोग से कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम (पीओएसएच) अधिनियम, 2013 पर एक जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर डॉ. रूपम जगोटा, एसोसिएट डीन और प्रोफेसर, कानून विभाग, जीएनडीयू क्षेत्रीय परिसर, जालंधर ने बतौर अतिथि वक्ता शिरकत की। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार, उप-प्राचार्य प्रो. अर्चना ओबेरॉय और पीठासीन अधिकारी, यौन उत्पीड़न के खिलाफ आंतरिक शिकायत समिति डॉ. अशोक खुराना, डॉ. कुँवर राजीव, प्रो. सोनिका, समिति के सदस्य और डॉ. दीपाली हांडा, संयोजक, महिला अधिकारिता और शिकायत निवारण प्रकोष्ठ ने डॉ. रूपम जगोटा का स्वागत किया। संयोजक डॉ. हांडा ने अतिथि वक्ता का औपचारिक स्वागत किया। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने अपने संबोधन में दर्शकों को पीओएसएच अधिनियम के महत्व और उद्देश्य के बारे में बताया। अतिथि वक्ता डॉ. रूपम जगोटा ने अपने भाषण में इस बात पर प्रकाश डाला कि इस कानून ने भारतीय महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए खड़े होने और कार्यस्थल पर अपनी स्वायत्तता का दावा करने में सक्षम बनाया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पीओएसएच अधिनियम महिलाओं को सुरक्षित कामकाजी माहौल प्रदान करने के लिए बनाया गया है और इसमें यौन उत्पीड़न की शिकायतों को रोकने और निवारण के लिए तंत्र भी स्थापित किया गया है। डॉ. जगोटा ने 'विशाखा दिशानिर्देशों' पर भी प्रकाश डाला, जो कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के संबंध में 1997 में विशाखा और अन्य बनाम राजस्थान राज्य मामले में भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आदेश दिए गए थे। पीओएसएच अधिनियम का रास्ता तैयार करने के लिए यह एक ऐतिहासिक निर्णय था। उन्होंने कार्यस्थल पर स्वागत योग्य एवं अप्रिय व्यवहार का भी उल्लेख किया। मंच संचालन डॉ. कोमल सोनी ने किया और औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन प्रो. गीतिका जैन ने किया। इस अवसर पर डॉ. सीमा, प्रो. पुनित पुरी, डॉ. सीमा शर्मा, डॉ. राजवंत कौर, प्रो. पूजा शर्मा,डॉ. एकजोत कौर, प्रो. सुधा, प्रो. विशाल शर्मा, प्रो. गीतिका जैन, डॉ. किरणदीप कौर, डॉ. कोमल सोनी, डॉ. प्रीति अनेजा, डॉ. कपिला महाजन, डॉ. सपना शर्मा, डॉ. हिना अरोड़ा एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर का कृष भगत क्रिकेट में कर रहा है पंजाब का प्रतिनिधित्व

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर का BBA 2nd समैस्टर का विद्यार्थी कृष भगत क्रिकेट टीम में पंजाब का प्रतिनिधित्व कर रहा है। कृष भगत का क्रिकेट टीम में चयन पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा किया गया है और वह अंतर्राजीय मैचों की श्रृंखला में T- 20 वनडे एवं टेस्ट मैच खेलकर निश्चित रूप से श्रेष्ठ प्रदर्शन करके न केवल पंजाब को गौरवान्वित करेगा बल्कि कॉलेज और अभिभावकों का नाम भी रोशन करेगा। कृष भगत 'ब्लास्टरज़ इन शेरे पंजाब' की T-20 की श्रृंखला भी जीत चुका है। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने कृष को बधाई देते हुए कहा कि वह इसी तरह निरंतर क्रिकेट के मैदान में अभ्यास रहे और जीवन में इस क्षेत्र में बुलंदियों को हासिल करें। कृष को दिशा-निर्देश देने के लिए उन्होंने फिजिकल एजुकेशन में विभाग के अध्यक्ष साहिल महेय के प्रयासों की सराहना की।

एचएमवी में सामाजिक लाभ के लिए स्वदेशी कैंसर देखभाल उपकरण विषय पर सेमिनार का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- हंसराज महिला महाविद्यालय  के फिजिक्स व जुलॉजी विभागों द्वारा आईक्यूएसी के संयुक्त तत्त्वावधान में आईएपीटी आरसी-02 के सहयोग से भारत सरकार की डीबीटी स्टार स्कीम के अन्तर्गत एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का विषय सामाजिक लाभ के लिए स्वदेशी कैंसर देखभाल उपकरण था। बार्क मुंबई के डिकााइन, उत्पादन व आटोमेशन के पूर्व डायरेक्टर सरदार मनजीत सिंह बतौर रिसोर्स पर्सन उपस्थित थे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन, डीन अकादमिक व जुलॉजी विभागाध्यक्षा डॉ. सीमा मरवाहा, फिजिक्स विभागाध्यक्षा सलोनी शर्मा, आईक्यूएसी कोआर्डिनेटर डॉ. आशमीन कौर, फैकल्टी इंचार्ज साइंस दीपशिखा व आईएपीटी आरसी-02 के एग्काीक्यूटिव सदस्य सुशील कुमार ने प्लांटर भेंट कर उनका स्वागत किया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने डॉ. आशमीन कौर तथा साइंस फैकल्टी के प्रयासों की सराहना की तथा कहा कि इस तरह के ज्ञानवर्धक सेमिनार से छात्राओं की जानकारी तो बढ़ती ही है बल्कि साइंस व टेक्नालिजी में उनकी दिलचस्पी भी बढ़ती है।

डीन इनोवेशन व बॉटनी विभागाध्यक्षा डॉ. अंजना भाटिया ने रिसोर्स पर्सन का परिचय कराया। सरदार मनजीत सिंह ने स्वदेशी टेलीथेरेपी कोबाल्ट मशीन-भाभाट्रॉन 1 तथा 2 की जानकारी दी जिसका निर्माण कैंसर के इलाज के लिए बार्क द्वारा क्रमश: 2005 तथा 2006 में किया गया था। उन्होंने बताया कि यह मशीन विदेशी मशीनों की तुलना में कहीं किफायती है क्योंकि यह कम ऊर्जा की खपत करती है, इसका बैटरी बैकअप बेहतरीन है जो पावर कट के समय सहायक सिद्ध होता  है। उन्होंने बताया कि इस स्वदेशी मशीन ने रेडियोथेरेपी सुविधा का खर्चा भी कम कर दिया है क्योंकि यह मशीन स्वदेश में तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि रेडियोएक्टिव पदार्थ को ले जाने के लिए प्रयोग होने वाली सोर्स फ्लास्क भी बार्क द्वारा निर्मित है जिससे कैंसर के इलाज का खर्च काफी कम हो जाता है। इन स्वदेश निर्मित उपकरणों को भारत के कई भागों में तथा विदेश में सप्लाई किया जाता है। बीएससी मेडिकल, नॉन मेडिकल तथा कंप्यूटर साइंस की सभी छात्राओं ने सेमिनार में भाग लिया। छात्राओं ने प्रश्न भी पूछे। सलोनी शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। मंच संचालन डॉ. अंजना भाटिया ने किया।

दोआबा कालेज में वाईन टेस्टिंग पर वर्कशाप आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- दोआबा कालेज के टूरिज्म एवं होटल मैनेजैंट विभाग द्वारा वाईन टेस्टिंग पर वर्कशाप का आयोजन किया गया जिसमें श्री मुकेश कुमार-सोमिलियर, फराटेली वाईन नासिक बतौर कार्यशाला संचालक उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, प्रो. विशाल शर्मा-विभागाध्य, प्राध्यापकों व विद्यार्थियों ने किया । प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने कहा कि कालेज का होटल मैनेजमैंट विभाग समय समय पर होटल

मैनेजमैंट के विद्यार्थियों को होटल एवं टूर्रिज्म उद्योग तथा इस क्षेत्र में कार्य करने वाले बारटेंडर एवं सोमिलियर के कार्य करने की कार्यशैली के बारे में विभिन्न सैमीनारस, वर्कशॉप्स एवं इण्डस्ट्रीयल विज़िट करवाते रहते हैं ताकि वह इस उद्योग के अनुरूप अपने आप ढाल सके । मुकेश कुमार ने विद्यार्थियों को वाईन में मौजूद इंग्रीडयन्स जैसे कि ऐसिडीटी, टैनिन व अरोमा आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी । उन्होंने विद्यार्थियों को वाईन्स की विभिन्न किस्मों जैसे कि वाईट वाईन, रोज़ वाईन, रैड वाईन व स्पार्कलिंग वाईन के बारे में बताया तथा एक ट्रैंड सोमिलियर द्वारा ग्राहक को वाईन सर्व करने के तौर तरीकों के बारे में भी प्रैक्टिकल ट्रैनिंग दी । उन्होंने बेसिक वाईन सर्विसस के तरीके एवं उन्हें कंट्रोल्ड टैम्परेचर में स्टोरेज की तकनीक के बारे में जानकारी प्रदान की । प्रो. विशाल शर्मा ने उपस्तिथि को टूर्रिज्म एवं होटल उद्योग में बढिया सोमिलियर बनने हेतु करवाये जाने वाले वाईन टेस्टिंग स्टर्फिकेट लेवल -1, 2, 3 तथा एडवांस लेवल के बारे में जानकारी दी जिसको करने के उपरांत कोई भी विद्यार्थी इस उद्योग में बढ़िया सोमिलियर एवं बार टेंडर बन सकता है । प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी व प्रो. विशाल शर्मा ने मुकेश कुमार को सम्मान चिह्न देकरसम्मानित किया । इस मौके पर प्रो. जगमीत सिंह प्रो. हरप्रीत कौर व लेब टैक्निशियन हरप्रीत तथा बीटीएचएम व डिप्लोमा फूड प्रोडैक्शन के विद्यार्थी मौजूद थे ।

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