(Date : 28/March/2424)

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ਮੈਰੀਟੋਰੀਅਸ ਅਤੇ ਸਕੂਲ ਆਫ਼ ਐਮੀਨੈਂਸ ਲਈ ਪ੍ਰਵੇਸ਼ ਪ੍ਰੀਖਿਆ 30 ਮਾਰਚ ਨੂੰ | ਸਕਿਲ ਸੈਂਟਰ ਦੌਲਤਪੁਰਾ ਨਵਾਂ ਵਿੱਚ ਵੋਟਰ ਜਾਗਰੂਕਤਾ ਫੈਲਾਈ | सीपीडब्ल्यूडी के सहायक एग्जीक्यूटिव इंजीनियरों ने राष्ट्रपति से मुलाकात की | डिप्टी कमिश्नर ने दिव्यांग वोटरों की लोक सभा में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तरीय निगरानी कमेटी का गठन | डिप्स हर क्षेत्र में शत प्रतिशत परिणाम देने वाला शिक्षण संस्थान |

शिक्षा

एच.एम.वी. में नैशनल स्टार्ट-अप दिवस हेतु निर्मित इनोवेटिव वस्तुओं की प्रदर्शनी

जालंधर (मोहित) - हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर में प्राचार्या प्रो. डॉ. (श्रीमती) अजय सरीन जी के दिशा-निर्देशन अधीन नैशनल स्टार्ट अप दिवस मनाते हुए पंजाब में प्रथम बार निर्मित इनोवेटिव वस्तुओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस प्रदर्शनी का आयोजन संस्था के इनोवेशन कौंसिल के अध्यक्ष डॉ. अंजना भाटिया के संरक्षण में किया गया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया एवं अपने वक्तव्य में बताया कि इस प्रदर्शनी को आयोजित करने का मुख्य लक्ष्य छात्राओं में जागरूकता उत्पन्न करने के साथ-साथ उनके नए विचारों को समक्ष लाना भी है।

इस प्रदर्शनी ने विभिन्न जिज्ञासु छात्राओं को अपनी ओर आकर्षित किया। उन्होंने नव तकनीक, नव विचारों के माध्यम से वस्तुएं निर्मित कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इस इनोवेशन में फ्लेवर अधीन जायका स्टार्टअप, कॉस्मैटिक अधीन काया स्टार्ट अप, कोनवोकेशन अंगवस्त्रा, बायो फर्टीलाइजरस, आर्टीफिशियल इनटैलीजैनस आधारित साफ्टवेयर, एप्रलस, पेटिंग्स एवं और भी बहुत कुछ प्रदर्शित किया गया। इनोवेशन कौंसिल के सदस्य डॉ. राखी मेहता, लवलीन कौर, अल्का शर्मा, नवनीता, प्रोतिमा मंडेर, आशीष चड्ढा, डॉ. सिम्मी, सुश्री हरप्रीत, डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता, डॉ. जसप्रीत कौर एवं रिषभ धीर भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

डीएवी कॉलेज जालंधर के रोहन ने 'वॉयस ऑफ पंजाब - सीजन 13' में फर्स्ट रनर अप पोजीशन की हासिल

जालंधर (अरोड़ा) - डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर अपने विद्यार्थियों को सदैव शिक्षा, खेलों तथा सांस्कृतिक गतिविधियों के क्षेत्र में उच्च स्तरीय उपलब्धियां प्राप्त करने के लिए ठोस मंच प्रदान करता आया है। विश्व प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक जगजीत सिंह, सूफी गायक हंसराज हंस, बॉलीवुड पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह और पंजाबी गायक दिलजान आदि इस कॉलेज के छात्रों में उल्लेखनीय नाम हैं जिन्होंने संगीत के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। इसी संगीत परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बी.ए. फाइनल के विद्यार्थी रोहान कुमार ने 2022-23 में पी.टी.सी. पंजाबी टी.वी. द्वारा आयोजित पंजाबी संगीत प्रतियोगिता ‘वॉयस ऑफ पंजाब-सीजन 13’ में फर्स्ट रनर अप पोजीशन हासिल की। इसमें प्रतिभागी को प्रसिद्ध गायक मास्टर सलीम तथा संगीतकार सचिन आहूजा द्वारा 50,000 रुपए का इनाम देकर सम्मानित किया गया।

रोहन की इस उपलब्धि के लिए कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. राजेश कुमार ने विजेता प्रतिभागी को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों की ऐसी सांस्कृतिक प्राप्ति सचमुच ही समूह डीएवी परिवार को गौरवान्वित करने वाली हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह होनहार तथा प्रतिभाशील विद्यार्थी भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मंच तक अपनी आवाज का जादू बिखेर कर डी.ए.वी. कॉलेज जालंधर का नाम रोशन करेगा। विद्यार्थी को प्रशिक्षण तथा मार्गदर्शन देने के लिए उन्होंने विद्यार्थी के गुरु मदन मंडार, प्रो. रीना, डीन, इएमए प्रो. राजन शर्मा तथा अभिभावकों को भी विशेष रूप से बधाई दी।  

उन्नत भारत अभियान द्वारा एच.एम.वी. सम्मानित

जालंधर (मोहित) - हंस राज महिला महाविद्यालय, जालंधर को उसके द्वारा आयोजित किए गए जागरूकता कार्यक्रमों के तहत उन्नत भारत अभियान द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्नत भारत अभियान के रीजनल कोआर्डिनेटिंग संस्थान निटर, चंडीगढ़ द्वारा दिया गया। वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय वर्ष मिलेट्स घोषित किया गया है। इसी के अन्तर्गत एच.एम.वी. की छात्राओं ने मिलेट्स पर आधारित ऑनलाइन क्विज में भाग लिया जिसका उद्देश्य युवाओं को मिलेट्स की महत्ता पर जागरूक करना था। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने छात्राओं को बधाई दी। इस अवसर पर उन्नत भारत टीम एच.एम.वी. की इंचार्ज डॉ. मीनाक्षी दुग्गल मेहता, सदस्य डॉ. अंजना भाटिया, उर्वशी, सुशील कुमार, शैफाली कश्यप तथा अल्का शर्मा भी उपस्थित थे। डीएवी प्रबन्धकत्र्री समिति के उप प्रधान तथा लोकल कमेटी के चेयरमैन जस्टिस (रिटा.) एन.के. सूद ने भी एच.एम.वी. को बधाई दी तथा भविष्य में भी नई ऊंचाइयां प्राप्त करने की शुभकामनाएँ दी।

सेंट सोल्जर द्वारा छात्रों का स्वागत, छात्रों के चहरे पर मुस्कान

जालंधर (तरुण) - सर्दियों की छुट्टियों में मस्ती, खेल-कुद के बाद छात्रों में स्कूल खुलने से खुशी की लहर दौड़ पड़ी यह अवसर था सेंट सोल्जर डिवाईन पब्लिक स्कूलों का जहाँ छात्र ख़ुशी से भरे मन और चहरे पर मुस्कान लिए संस्था में आते हुए नज़र आए। छात्रों का स्वागत करने के लिए संस्था द्वारा खास रूप से तेयारियां की गई जिसमें छात्रों को आकर्षित करने के लिए क्लास रूम सजाया गया। सेंट सोल्ज ग्रुप के सभी 34 स्कूलों द्वारा छात्रों का स्वागत फूलों की वर्षा से ओर तिलक लगाकर किया गया। छात्रों को आरामदायक महसूस करवाने लिए विभिन्न प्रकार के गेम्स और फन एक्टिविटी भी करवाई गई। वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने छात्रों का स्वागत करते हुए सभी छात्रों को संस्था के नियमों के बारे में बताते हुए सभी छात्रों को मिलकर रहने को कहा। संगीता चोपड़ा  ने बताया कि छात्रों को बढ़िया शिक्षा देने के लिए टीचिंग के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं।   

के.एम.वी. के प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने नए सेशन की शुरुआत पर अपने प्रेरणादायक शब्दों से छात्राओं को किया प्रोत्साहित

जीवन में सफलता हासिल करने के लिए बड़े सपने देखें और लक्ष्य की ओर केंद्रित रहें : प्रो. अतिमा शर्मा दिवेदी

ऑटोनॉमस दर्जे के अंतर्गत संस्था द्वारा समय पर परीक्षाएं मुकम्मल करवा कर सेशन की की गई शुरुआत

जालंधर (अजय) - भारत की विरासत और ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर में नए सेशन की शुरुआत पर एक विशेष  प्रोग्राम का आयोजन किया गया. इस दौरान विद्यालय के प्राचार्या  प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी छात्राओं के रूबरू हुए। छात्राओं को अपने प्रेरक शब्दों से संबोधित करते हुए उन्होंने उन्हें  अपनी उच्च शिक्षा के लिए के.एम.वी. चुनने पर बधाई दी और बताया कि कन्या महाविद्यालय एक ऐसी संस्था जिसने हमेशा उत्कृष्टता और महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया है। इसके अलावा, उन्होंने छात्राओं को खुद पर विश्वास करने और जीवन में उच्च लक्ष्य रखने के लिए प्रोत्साहित किया क्योंकि ज्यादातर सफल लोग बहुत छोटी पृष्ठभूमि से आते हैं। छात्राओं  को प्रोत्साहित करते हुए मैडम प्रिंसिपल ने कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है, बस हमें खुद पर विश्वास होना चाहिए, जिससे आसमान तक की ऊंचाईयां भी हासिल जा सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि  छात्राओं को न केवल अपने कौशल का विकास करना चाहिए बल्कि सफल होने के लिए अपने संपूर्ण व्यक्तित्व पर भी काम करना चाहिए और अपने समय का उपयोग रचनात्मक उद्देश्यों के लिए भी करना चाहिए।

इसके अलावा प्राचार्या ने उन्हें आश्वासन भी दिया कि कन्या महाविद्यालय हमेशा की तरह विभिन्न महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के माध्यम से छात्राओं को बेशुमार अवसर प्रदान करता है और उन्हें अपनी पढ़ाई के साथ-साथ  अन्य गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है और यह प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी।

भारतीय संस्कृति एवं सिद्धांतों का आधार लिए वैश्विक स्तर पर अपना परचम लहराना ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति का लक्ष्य: प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा

जालंधर (अरोड़ा) - एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर दो दिवसीय फैकल्टी डिवलपमेंट प्रोग्राम  का आयोजन किया गया; जिसके  पहले दिन प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा एवं डॉ मोनिका मोगला ने स्त्रोत वक्ता के रूप में राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं उनसे जुड़े विभिन्न पहलुओं से प्राध्यापकवृंद को परिचित करवाया। डॉ नीरजा ढींगरा ने National education policy 2020:An overview  विषय पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति की विशिष्टताओं के बारे में बात करते हुए कहा कि इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति में जहां एक तरफ flexibility, multi disciplinary होने एवं conceptual knowledge की विशेषता है वहां दूसरी तरफ इसमें विद्यार्थियों के बहूपक्षीय विकास को सर्वोपरि रखा गया है।

इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थियों को रोजगारपरक बनाने के लिए स्नातक की शिक्षा मैं विद्यार्थियों के लिए मल्टीपल एग्जिट रखे गए हैं ताकि किसी  विद्यार्थी को अगर किसी कारणवश पहले वर्ष में पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ती है तो  उसको इसमें सर्टिफिकेट कोर्स मिलेगा दूसरे वर्ष में शिक्षा छोड़ने पर उसको डिप्लोमा मिलेगा और तीसरी वर्ष में शिक्षा समाप्त करने पर उसको डिग्री प्राप्त होगी अगर उसको चतुर्थ वर्ष में इसको पढ़ना है तो उसको अपनी रूचि के अनुसार किसी विषय विशेष में शोध करना होगा। 4 वर्ष की स्नातक डिग्री प्राप्त करने के बाद विद्यार्थी 1 वर्ष में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त कर सकता है और अगर वह स्नातक डिग्री में 75% से ऊपर अंक प्राप्त करता है तो वह सीधा पीएचडी के लिए अपने आपको रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। शोधार्थी को उसी विषय पर PhD करनी होगी जो विषय किसी ना किसी क्षेत्र में प्रयुक्त होने योग्य हो।

नई राष्ट्रीयशिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थी क्षेत्रीय भाषाओं में से किसी में भी अपनी शिक्षा प्राप्त कर सकता है इसके लिए अब अंग्रेजी माध्यम में पढ़ना जरूरी नहीं है; विद्यार्थी अपनी रुचि अनुसार मेजर या माइनर विषयों के साथ-साथ मल्टीडिसीप्लिनरी विषयों का भी चयन कर सकता है और प्रथम या द्वितीय वर्ष में  वह विषय रूपांतरण भी कर सकता है।  उन्होंने कहा नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने का मुख्य उद्देश्य परंपरागत शिक्षा प्रणाली से आगे बढ़ते हुए विद्यार्थियों को इस तरह का ज्ञान प्राप्त करना है ताकि वह स्वयं का विकास करते हुए देश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खास पहचान बना सकें। डॉ मोनिका मोगला ने इस फैकेल्टी डैवलपमेंट प्रोग्राम में कोकरिकुलम एंड क्रेडिट फ्रेमवर्क विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए फॉर्मेटिव एसेसमेंट, चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम एवं क्यूमलेटिव ग्रेड पॉइंट को स्पष्ट किया। डॉ मोनिका ने कहा विद्यार्थी आवश्यकता अनुसार किसी अन्य राज्य या देश में जाकर भी इन्हीं ग्रेड पॉइंट्स के आधार पर अपनी शिक्षा को आगे जारी रख सकता है।

प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने बड़े ही मनोरंजक ढंग से प्राध्यापकगण को स्वयं का विकास करते हुए विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास में अपना सहयोग देने के लिए प्रोत्साहित एवं प्रेरित किया, इस फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम मैंटी कॉलेजज़ ;रामगढ़िया कॉलेज फगवाड़ा,जनता कॉलेज करतारपुर,बीएलएम कॉलेज नवा शहर के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।अंग्रेजी विभाग की अध्यक्ष डॉ सुनीत कौर ने इतने उत्साहवर्धक विचार व्यक्त करने के लिए प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा एवं डॉ मोनिका मोगला का आभार व्यक्त किया।

आई.के.जी.पी.टी.यू के 27वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्यातिथि रहे कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस

-तकनीकी शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने विश्वविद्यालयों को पंजाब को स्टार्ट-अप हब बनाने के लिए किया आमंत्रित

- स्कूलों, कॉलेजों, तकनीकी शिक्षा संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों को मिलकर काम करने के लिए किया प्रोत्साहित



- जाने-माने उद्योगपति हरजिंदर सिंह चीमा, सुरेंद्र विक्रम सिंह और विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र राहुल दवेसर एवं कौशल सिंह को विशेष सम्मान

जालंधर/कपूरथला/चंडीगढ़ (अरोड़ा) - तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग पंजाब के मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने विश्वविद्यालयों को पंजाब को स्टार्ट-अप हब बनाने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) जालंधर के पूर्व छात्रों का उदाहरण देते हुए स्टार्टअप एक्टिविटीज को समय की अहम् जरूरत बताया। आई.के.जी पी.टी.यू के एक पूर्व छात्र द्वारा गुड़ को स्टार्टअप के रूप में लेते हुए सफल कंपनी स्थापित करने की उदहारण को उन्होंने मंच से साँझा किया! कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस सोमवार को आई.के.जी पी.टी.यू के 27वें स्थापना दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि वर्तमान में पंजाब में उद्योगों को कुशल कामगारों की सख्त जरूरत है। उन्होंने बॉयलर उद्योग की आवश्यकता के तथ्यों को साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में केवल इस उद्योग को 50 हजार कुशल श्रमिकों की आवश्यकता है, जबकि एक डिग्री या प्रमाण पत्र रखने वाला कुशल श्रमिक राज्य में नहीं मिलता है। उन्होंने स्कूल शिक्षा, कॉलेज शिक्षा या तकनीकी शिक्षा और विश्वविद्यालयों के बीच परस्पर क्रिया एवं तालमेल की कमी को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए स्कूलों, कॉलेजों, तकनीकी शिक्षा संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों को एक साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस मौके पर उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा लागू 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों एवं पुराणी पेंशन स्कीम का लाभ तकनीकी विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों को भी दिलवाने की सिफारिश का भरोसा दिया।

 
यूनिवर्सिटी पहुंचने पर रजिस्ट्रार डॉ. एस.के मिश्रा, वित्त अधिकारी डॉ. सुखबीर वालिया एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ. परमजीत सिंह ने कैबिनेट मंत्री बैंस का गर्मजोशी से स्वागत किया। रजिस्ट्रार डॉ. मिश्रा ने कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस के समक्ष यूनिवर्सिटी के 26 वर्षों के उतार-चढ़ाव, उपलब्धियों एवं पहलकदमियों का विवरण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर श्री गुरू ग्रंथ साहिब जी के पावन सानिध्य में यूनिवर्सिटी में शबद कीर्तन हुआ।

स्थापना दिवस के सांस्कृतिक समारोह की शुरुआत श्री गुरू नानक देव जी सभागार में मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस, विशिष्ट अतिथि राजीव कुमार गुप्ता, आई.ए.एस. सचिव पंजाब स्टेट टेक्निकल एजुकेशन एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग बोर्ड एवं मेजबान टीम के ज्योति प्रज्जवलन के साथ हुई! इस मौके पर नामवर उद्योगपति हरजिंदर सिंह चीमा, चेयरमैन चीमा बॉयलरज, रोपड़ व सुरेंद्र विक्रम सिंह, फाउंडर वी.टी. नेटज़वेल को यूनिवर्सिटी की तरफ से विशेष रूप से सम्मानित किया गया। यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र (एलुमिनी) राहुल दवेसर, पीपुल मैनेजर माइक्रोसॉफ्ट और कौशल सिंह, सह-संस्थापक व सी.ओ.ओ जैगर केन (स्टार्ट-अप) को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस बीच तकनीकी शिक्षा मंत्री की तरफ से जनसंपर्क विभाग द्वारा तैयार वार्षिक कलैण्डर का भी विमोचन किया गया।

कार्यक्रम के दौरान स्वागत भाषण रजिस्ट्रार डॉ. एस.के मिश्रा ने दिया, जबकि धन्यवाद प्रस्ताव कार्यक्रम के मुख्य समन्वयक डीन डॉ. आर.पी.एस बेदी ने रखा। मंच संचालन डिप्टी रजिस्ट्रार जनसम्पर्क रजनीश शर्मा, असिस्टेंट प्रोफेसर पंजाबी डॉ. सरबजीत सिंह एवं डिप्टी लाइब्रेरियन मधु मिड्डा ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान गिद्दा व भांगड़ा की प्रस्तुति यूनिवर्सिटी मुख्य कैम्पस व इसके संबद्ध कालेज सी.टी. कालेज के छात्र-छात्राओं ने दी।

समारोह के बाद गुरू का अटूट लंगर बरताया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री हरजोत बैंस ने पंगत (कतार) में बैठकर गुरू का लंगर छका। समारोह के मेज़बान मंडल में डीन अकादमिक प्रो (डॉ.) विकास चावला, डीन कॉलेज डेवलपमेंट डॉ. बलकार सिंह, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डॉ. गौरव भार्गव, डीन आर एंड डी डॉ. हितेश शर्मा मौजूद रहे।

एचएमवी में स्टाफ के लिए आयोजित किया मैमोग्राफी कैंप

जालंधर (मोहित) - हंस राज महिला महाविद्यालय, में इन्नरव्हील क्लब, जालंधर वैस्ट तथा रोटरी क्लब जालंधर वैस्ट के सहयोग से स्टाफ वैलफेयर स्कीम के अन्तर्गत मैमोग्राफी कैंप का आयोजन किया गया। डायटीशियन मोनिशा सिक्का (प्रेजिडेंट), अनीता पाबला (सचिव), तेजिंदर कौर (कोषाध्क्षय) तथा डॉ. सारिका खन्ना (इन्नरव्हील क्लब) तथा रोटरी क्लब जालंधर वैस्ट से दर्शन सिंह (प्रेजिडेंट), दलजीत सिंह विरदी तथा कुलदीप सिंह उपस्थित थे। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने प्लांटर भेंट कर सभी का स्वागत किया तथा कहा कि आजकल के व्यस्त जीवन में स्वास्थ्य ही सबसे अनमोल खजाना है। यह कैम्प स्टाफ वैलफेयर स्कीम के अन्तर्गत आयोजित किया गया है ताकि स्टाफ इससे लाभ ले सके। एचएमवी के टीचिंग व नॉन टीचिंग महिला सदस्यों ने इस कैंप में चैकअप करवाया। कैंप के इंचार्ज डीन अकादमिक डॉ. सीमा मरवाहा तथा डीन रिसर्च एंड इनोवेशन डॉ. अंजना भाटिया थे।

कॉलेजों के नॉन टीचिंग कर्मचारी नहीं बनेंगें 18 जनवरी के मैनेजमेंट फैडरेशन द्वारा बंद की कॉल का हिस्सा

नॉन टीचिंग व उनकी मांगों को फैडरेशन ने पूरी तरह से किया नज़रअंदाज - जगदीप सिंह

जालंधर (अरोड़ा)- मैनेजमेंट फैडरेशन और पीसीसीटीयू द्वारा बनाई गई ज्वाइंट एक्शन कमेटी के एजेंडे में नॉन टीचिंग कर्मचारियों को नज़रअंदाज कर 18 जनवरी को कॉलेजों को बंद करने की दी गई कॉल के लिए नॉन टीचिंग कर्मचारी हिस्सा नहीं बनेंगे। यह ब्यान प्राईवेट कॉलेज नॉन टीचिंग इम्पलाईज़ यूनियन पंजाब - एडिड व अनएडिड के पंजाब प्रधान राजीव शर्मा एवं महासचिव जगदीप सिंह द्वारा दिया गया।  उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट फैडरेशन द्वारा नॉन टीचिंग की कोई भी मांग को अपने एजेंडे में नहीं डाला जबकि कॉलेजों में नॉन टीचिंग कर्मचारी दिन-रात काम करता है और कॉलेजों को उनके बिना चलाना सम्भव नहीं है। परन्तु मैनेजमेंट फैडरेशन के इस सौतेले रवैये की उन्होंने कड़े शब्दों में निंदा की है कि वे अपने फायदों के लिए नॉन टीचिंग का इस्तेमाल करते हैं और उनकी मांगों को कभी भी गंभीरता से नहीं लेते। यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि इस बंद की कॉल के लिए नॉन टीचिंग उनके साथ नहीं है।

इस अवसर पर यूनियन के सलाहकार सविन्द्र सिंह गोला, खालसा कॉलेज अमृतसर, उप प्रधान दीपक शर्मा, डीएवी कॉलेज अमृतसर, मनोज पांडे, एसडी कॉलेज बरनाला, वित्त सचिव अरूण पराशर, डीएवी कॉलेज जालंधर, प्रैस सचिव अजय गुप्ता, एमएम मोदी कॉलेज पटियाला, आर्गेनाइजिंग सचिव शमशेर सिंह, खालसा कॉलेज पटियाला, प्रचार सचिव अजायब सिंह, माता गुजरी कॉलेज फतेहगढ़ साहिब, उप प्रधान विमेन विंग निर्मल कौर, गुरू नानक खालसा कॉलेज संघ ढेसियां, सचिव विमेन विंग सोनिका मेहरचंद टैक्रिकल इंस्टीच्यूट जालंधर, आडिटर अश्वनी ठाकुर, आर्य कॉलेज लुधियाना, शाम लाल हिन्दू कॉलेज अमृतसर, सुखविन्द्र सिंह, रामगढिय़ा कॉलेज फगवाड़ा, कौशल गर्ग डीएवी कॉलेज मलोट, राकेश कुमार जीडीडीएसडी कॉलेज हरियाणा सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

सीएसआईआर- एनआईएससीपीआर ने 22 भारतीय भाषाओं में विज्ञान संचार पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय विचार-मंथन बैठक का आयोजन किया

दिल्ली (JJS) :- वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद -राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर), नई दिल्ली में 10 जनवरी 2023 को सभी 22 भारतीय भाषाओं में विज्ञान संचार प्रयासों पर राष्ट्रीय स्तर की विचार-मंथन बैठक का आयोजन किया। यह बैठक हाइब्रिड मोड में आयोजित की गई थी। इस विचार मंथन बैठक की शुरुआत वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर) के मुख्य वैज्ञानिक हसन जावेद खान के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने इस महत्वपूर्ण बैठक में सम्मिलित होने के लिए सभी विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर और अन्य संगठनों द्वारा किए जा रहे विज्ञान संचार के विभिन्न प्रयासों के बारे में बताया। उन्होंने अछूती भाषाओं, दूर-दराज के क्षेत्रों, अनछुए विषयों और विज्ञान के प्रसार के लिए संचार माध्यमों में विज्ञान संचार के महत्व को भी संबोधित किया और कहा कि अभी भी हमें बहुत आगे जाना है।

इसके बाद सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर में वैज्ञानिक डॉ. मनीष मोहन गोरे ने विचार- मंथन बैठक की कार्य सूची और रूपरेखा प्रस्तुत की। डॉ. गोरे सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के लिए भारतीय भाषाओं में विज्ञान संचार पर केंद्रित परियोजना के प्रधान अन्वेषक भी हैं। उन्होंने संबंधित भाषाओं में विज्ञान के संचार की स्थिति, उपलब्धियों, चुनौतियों और संभावित समाधानों पर चर्चा की। भारतीय भाषाओं में लोकप्रिय विज्ञान साहित्य के विकास की रूपरेखा पर भी उनके द्वारा चर्चा की गई, विशेषकर उन भाषाओं में जिनमें तुलनात्मक रूप से कम साहित्य उपलब्ध है। इस विचार मंथन बैठक में सभी 22 भारतीय भाषाओं (असमिया, बांग्ला, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संताली, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू)  के संचार विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया था  जिन्होंने परस्पर चर्चा करने के बाद इन भाषाओं में विज्ञान संचार और लोकप्रिय विज्ञान साहित्य के विकास के लिए प्रशंसा, प्रोत्साहन और प्रोत्साहन की योजनाओं का सुझाव दिया। ये 22 आधिकारिक भाषाएँ भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची में सूचीबद्ध हैं। यह बैठक सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर की उस परियोजना का एक हिस्सा थी, जो भारतीय भाषाओं में विज्ञान संचार के विश्लेषण पर केंद्रित है। बैठक का एजेंडा लोकप्रिय विज्ञान साहित्य और सभी आधिकारिक भारतीय भाषाओं में विज्ञान संचार के लिए समकालीन प्रमुख चुनौतियों के साथ-साथ विज्ञान संचार में प्रयासों और योगदान की वर्तमान स्थिति पर चर्चा करने के लिए विभिन्न भाषाओं के विज्ञान संचार विशेषज्ञों को एक साथ लाना था। बैठक के परिणाम के रूप में कई बहुमूल्य अनुशंसाएं प्राप्त हुईं। सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर में वैज्ञानिक डॉ. परमानंद बर्मन ने आमंत्रित विशेषज्ञों के बीच चर्चा के लिए एक खुले सत्र का संचालन किया। बैठक के अंत में डॉ. मेहर वान, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने विशेषज्ञों और सभी संबंधितों के लिए धन्यवाद ज्ञापन पढ़ा। इस विचार मंथन बैठक में परियोजना कर्मचारी सुश्री नियति सिंह एवं श्री मोहब्बत सिंह भी उपस्थित थे।

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