किसी भी ऑटोनॉमस संस्था के लिए यह एक विलक्षण उपलब्धि
के.एम.वी. नई शिक्षा नीति के अनुसार इंटरनेशनल स्टैंडर्डस की पूरक प्रगतिशील शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी: चंद्रमोहन, अध्यक्ष, आर्य शिक्षा मंडल
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा उपलब्धियों के अपने स्वर्णिम सफर को और आगे बढ़ाते हुए यूनिवर्सिटी ग्रांटस कमिशन, नई दिल्ली से ऑटोनॉमस दर्जे के लिए 10 साल की एक्सटेंशन प्राप्त की है जो अपने आप में एक विलक्षण उपलब्धि है क्योंकि आमतौर पर यह एक्सटेंशन 5 साल के लिए होती है परंतु कुछ असाधारण संस्थाओं के द्वारा निर्विघ्न ऑटोनॉमस दर्जे के अंतर्गत किए जाते महत्वपूर्ण प्रयत्नों के बल पर उन्हें 10 साल की एक्सटेंशन प्रदान की जाती है. कन्या महा विद्यालय की इस उपलब्धि के जश्न को मनाने के लिए विशेष प्रोग्राम आयोजित करवाया गया जिसमें चंद्रमोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की. इसके साथ ही डॉ. सुषमा चोपड़ा, सेक्रेटरी, के.एम.वी. मैनेजिंग कमेटी के साथ-साथ कमेटी सदस्य डॉ. सुरेश सेठ, डॉ. सतपाल गुप्ता, सुशीला भगत तथा नीरु कपूर ने भी विशेष रूप से अपनी शिरकत की. आए हुए सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि कन्या महा विद्यालय को प्रगतिशील शिक्षा में एक नए युग की शुरुआत करने जिसका संपूर्ण क्षेत्र में ही कोई मुकाबला नहीं है तथा संस्था के द्वारा निरंतर अपनी छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास के लिए किए जाते कार्य और गुणवत्ता पर आधारित प्रदान की जाती शिक्षा के बल पर इस एक्सटेंशन के साथ सम्मानित किया गया है. आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि संस्था के द्वारा छात्राओं को प्रदान की जा रही नए युग की शिक्षा भारत की नई शिक्षा नीति के अनुरूप है जिसके अंतर्गत विद्यालय के द्वारा 21वीं सदी की ज़रूरतों के अनुसार सभी कोर्सेज़ के पाठ्यक्रम को लगातार अपग्रेड किया जाता है ताकि अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्डस के अनुसार छात्राओं को शिक्षा प्रदान की जा सके.
इसके साथ ही कन्या महा विद्यालय के द्वारा छात्राओं को प्रदान की जा रही कौशल पर आधारित शिक्षा उन्हें मुकाबले की इस युग में अपनी विशेष पहचान बनाने के सक्षम बनाने पर केंद्रित है. उन्होंने यह भी बताया कि अब कन्या महाविद्यालय छात्राओं को विदेशी यूनिवर्सिटीओं द्वारा मान्यता प्राप्त 4 वर्ष के डिग्री प्रोग्राम का विकल्प भी प्रदान करेगा. इसके साथ ही उन्होंने इस विशेष उपलब्धि के लिए चंद्रमोहन के प्रति आभार व्यक्त किया जिनसे प्राप्त हो रहे निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग के साथ कन्या महा विद्यालय सफलता के पथ पर अग्रसर रहते हुए महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ वाकीयों के लिए मिसाल साबित हो रहा है. इस अवसर पर संबोधित होते हुए श्री चंद्रमोहन, प्रधान, आर्य शिक्षा मंडल ने इस विरासत संस्था से जुड़े हुए समूह के.एम.वी परिवार मैडम प्रिंसिपल, फैकल्टी तथा छात्राओं को मुबारकबाद देते हुए कहा कि कन्या महा विद्यालय के द्वारा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए किए गए उत्कृष्ट सुधारो के बल पर ही ऑटोनॉमस दर्जे में यह एक्सटेंशन प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि कन्या महा विद्यालय 1886 से अपने स्थापना काल से लेकर उपलब्धियों के अपने शानदार सफर के साथ सदा शिक्षा में अग्रणी रहा है. पुरानी सफलताओं पर आराम से बैठने की बजाए संस्था के द्वारा निरंतर महत्वपूर्ण प्रयत्नों के साथ ऑटोनॉमस दर्जा हासिल कर पंजाब का पहला महिला ऑटोनॉमस कॉलेज बनना अपने आप में बेहद गर्व का विषय है. इस दर्जे के अंतर्गत कन्या महा विद्यालय ने नए कोर्सेज़ शुरू करने अकादमीक तथा परीक्षाओं में सुधारों और ऑटोनॉमी के लाभ को लागू करने के लिए पर्याप्त अवसरों के साथ अकादमिक स्वतंत्रता प्राप्त की है- प्रगतिशील गुणवत्ता पर आधारित शिक्षा के लिए यह स्टूडेंट फ्रेंडली सिस्टम विद्यार्थियों को लाभान्वित कर रहा है. इसके साथ ही उन्होंने प्राचार्या जी को एक अद्भुत नेता कह कर संबोधित कहते हुए उनके द्वारा विद्यालय को सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए किए जा रहे अथक प्रयासों की भी सराहना की. मैडम प्रिंसिपल ने इस सफलता के लिए सभी स्टाफ सदस्यों तथा छात्राओं के द्वारा किए गए प्रयत्न एवं मेहनत के लिए मुबारकबाद देते हुए यह आश्वासन दिलवाया की कन्या महा विद्यालय प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर रहेगा।