अमिट यादें छोड़ कर सम्पन्न हुई एलुमनी मीट में स्मृतियों को पुनर्जीवित करते हुए शामिल हुए पूर्व छात्र
जालन्धर (अरोड़ा)- डीएवी कॉलेज जालन्धर में एलुम्नी मीट-2023 का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि आर. के. गुप्ता, राजनीतिज्ञ अविनाश राय खन्ना, पूर्व प्राचार्य डॉ. एम. एल. एरी तथा कॉलेज प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने दीप प्रज्वलित करके की। भजन गायन के पश्चात प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि, सभी मेहमानों का स्वागत करते हुए कॉलेज प्रांगण में पहुँचने पर आभार प्रकट किया। उन्होंने कॉलेज के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 105वें वर्ष में प्रवेश कर चुका डीएवी कॉलेज विश्व भर में अपनी विशिष्ट पहचान रखता है, जिसका श्रेय इस कॉलेज के होनहार व प्रतिभावान एलूमनस को जाता है। इस कॉलेज ने हमेशा से ही शिक्षा, सांस्कृतिक, शोध, खेल, संगीत, नौकरी, व्यवसाय आदि सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट व्यक्तित्व पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में डीएवी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, क्रेडिट बेस सिस्टम, पेपरलेस वर्क, आईआईसी, पर्यावरण, आदि के क्षेत्र में अग्रगामी बनेगा।
डीएवीसीएमसी के सदस्य रह चुके मुख्य अतिथि आर. के. गुप्ता ने कॉलेज के साथ जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सन् 1961 में एम.ए. करने के बाद सन् 1963 में एक वर्ष इस कॉलेज में पढ़ाया भी था। उन्होंने अपने अध्यापक प्रो. भाटिया को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन को एक दिशा दी। जीवन में डीएवी के महत्वपूर्ण योगदान को विस्मृत नहीं किया जा सकता है।राजनीतिज्ञ अविनाश राय खन्ना ने कॉलेज व हॉस्टल से जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए विद्यार्थी जीवन के कुछ अनुभव साझे किए। उन्होंने अपने राजनीतिक अनुभव बताते हुए कहा कि जीवन में कोई भी उपलब्धि हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि डीएवी से मिले संस्कारों की बदौलत ही वह आज इस मुकाम पर है। उन्होंने अपने सम्बोधन में स्वच्छ भारत, नशामुक्ति, पानी बचाओ, पर्यावरण बचाओ आदि विषय पर काम करने का संदेश दिया।
पूर्व प्राचार्य डॉ. एम. एल. एरी ने अपने वक्तव्य में डीएवी कॉलेज की परंपरा को सहेजते हुए कहा कि देश का कोई भी क्षेत्र व कोई भी कोना ऐसा नहीं है जहां डीएवी मौजूद ना हो। डीएवी के छात्र राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जब अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं तो डीएवी भी उनके माध्यम से वहाँ स्थापित हो जाता है। इसके अतिरिक्त प्राचार्य जे. सी. जोशी, एसके कालिया, आईपीएस इन्द्रबीर सिंह, एम्बेसडर रमेशचंद्र, यसपाल शर्मा, सतीश कपूर, सीए मनोज सोनी, सीए राजीव, जेपी मेहता, अनिल वासुदेव, एस.एम. सिंह आदि पूर्व छात्रों ने भी अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए स्मृतियों को ताज़ा किया।
इस कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व छात्रों को शाल, उपहार, प्रतीक चिह्न व प्लांटर देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के प्रायोजक रहे मालाबार ग्रुप व पंजाब नैशनल बैंक को भी विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ईएमए के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई तथा कॉलेज की भांगड़ा टीम ने अपनी शानदार प्रस्तुति के माध्यम से समाँ बांध दिया। इसके पश्चात आए हुए मेहमानों ने कॉलेज के विरासती इमारत में स्थित ‘हॉल ऑफ फेम’ का दौरा किया। इस अवसर पर संकाय सदस्य, नॉन टीचिंग स्टाफ तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। प्रो। शरद मनोचा तथा डॉ. किरणदीप कौर ने मंच संचालक की भूमिका निभाई। अंत में डीन एलुमनी प्रो. ईशा सहगल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।