जालंधर (अरोड़ा) -हंसराज महिला विद्यालय जालंधर में पीसीसीटीयू की कार्यकारी टीम की बैठक हुई, जिसमें 136 सहायता प्राप्त महाविद्यालयों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विनय सोफत व महासचिव डॉ. गुरदास सिंह सेखों ने विस्तार से चर्चा की. रिटायरमेंट मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और पूरे कैडर और नेताओं के अथक प्रयासों को सलाम किया और सभी को बधाई दी गई ।
इसके बाद विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
1. नया 7वां वेतनमान लागू करने और आने वाले मुद्दों पर चर्चा के संबंध में उन्होंने कहा कि डीपीआई द्वारा जल्द ही अधिसूचना जारी किए जाने की उम्मीद है, हम कार्यालय से लगातार संपर्क में हैं. पीसीसीटीयू से सहायता प्राप्त, गैर सहायता प्राप्त प्राध्यापकों को सातवां वेतनमान लाजमी लगवाया जायेगा ।
2. दूसरा, कॉलेजों में पीएफ को कुल राशि से काटकर पीएफ आयोग कार्यालय भेजा जाए, इस मुद्दे पर गंभीरता से काम किया जा रहा है.
3. अध्यक्ष द्वारा स्पष्ट किया गया कि हम पीसीसीटीयू कैडर के प्रति उत्तरदायी हैं और किसी अन्य संगठन या किसी कैडर के प्रति उत्तरदायी नहीं हैं। पीसीसीटीयू के हर सदस्य की समस्या हमारी है, पीसीसीटीयू के मंच से जो भी समस्या हमारे पास आएगी हम उसका समाधान करेंगे।
4. उन्होंने कहा कि 1925 पदों के तहत जितने कॉलेज काम कर रहे हैं, उन कॉलेजों के प्रबंधन को शिक्षकों को नियमित करने के लिए एक पत्र भेजा जाएगा, उस पत्र की एक प्रति शिक्षा सचिव पंजाब को भी भेजी जाएगी। शिक्षा मंत्री को भेजा जाएगा। यदि फिर भी ऐसा नहीं करते हैं तो स्थानीय इकाई से परामर्श कर हड़ताल की कार्रवाई की जायेगी.
5. बैठक के दौरान मुक्तसर के दशमेश खालसा कॉलेज, सिधवां और बोंदली कॉलेज समराला दोनों कॉलेजों पर चर्चा की गई । इसी कड़ी में सिधवान कॉलेज और दशमेश दोनों कॉलेजों के प्रबंधन के कठोर रवैये पर चर्चा की गई. खालसा कॉलेज मुक्तसर 28 मार्च को कॉलेज के सामने धरना शुरू किया जाएगा।
बोंदली कॉलेज के संबंध में अध्यक्ष ने कहा कि उनका प्रस्ताव पारित हो चुका है लेकिन वेतन निर्धारित नहीं किया गया है, इसलिए एक बार कॉलेज के अध्यक्ष से इस बारे में पहले बात की जाएगी उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
6. इसी तरह पंजाब के बाकी कॉलेजों में जिन प्रबंधनों को नियमित करने का प्रस्ताव नहीं आया है, उनसे एक बार गुहार लगाई जाएगी, अन्यथा उन कॉलेजों में भी धरना शुरू कर दिया जाएगा.
7. सभी संवर्गों को 95 प्रतिशत अनुदान देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि पीसीसीटीयू 100 प्रतिशत अनुदान पाने के लिए सरकार से संघर्ष कर रहा है और आगे भी करता रहेगा.
8. बैठक में यह भी स्थापित किया गया कि पीसीसीटीयू का पंजाब में अपना कार्यालय होना आवश्यक है, जिस पर कार्य करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.
9. पीसीसीटीयू के सदस्यों का बीमा होना चाहिए, इस मुद्दे पर कार्रवाई के लिए प्रस्ताव भी पारित किया गया।
10. वर्ष 2022-23 के लिए सभी महाविद्यालयों में नई सदस्यता के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी जिला कमेटी की होगी। अतः सभी महाविद्यालयों की ईकाईयाँ 31 मार्च के पूर्व निर्धारित प्रपत्र भरकर अपनी सदस्यता प्राप्त कर लें।
11. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 17 मार्च से 19 मार्च तक AIFUCTO कुरुक्षेत्र में नई शिक्षा नीति पर एक सम्मेलन आयोजित कर रहा है जिसमें हमें पंजाब से बड़ी संख्या में भाग लेना है, तीनों दिनों में प्रत्येक जिले से कम से कम 5 सदस्य इसके लिए आवश्यक है, जिसके लिए सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों को संघ द्वारा आमंत्रण पत्र भेजा जायेगा तथा प्राध्यापक अपनी सुविधानुसार इस सम्मेलन में ड्यूटी पर उपस्थित हों। जो जाने के इच्छुक हैं वे अपने जिलाध्यक्ष से संपर्क करें।
12. गुरु नानक देव विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में सेवानिवृत्ति लाभ निधि के सुचारू संचालन के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी।
13. पंजाब के डीएवी कॉलेजों में चल रही प्रोन्नति व अन्य समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की गई और उनके समाधान की योजना बनाई गई.
डॉ सेखों ने कहा, "साथियों, पीसीसीटीयू के कैडर के हर सदस्य की समस्या हमारी समस्या है, जिसके लिए हम मानसिक और आर्थिक रूप से हमेशा आपके साथ हैं।" फिर पीएफ की समस्या हो, वेतनमान की समस्या हो, नियमितीकरण की समस्या हो.... आपका साथ और विश्वास ही संगठन की ताकत है, संगठन आपके साथ खड़ा रहे तो हर संघर्ष जीता जा सकता है . हम सब मिलकर इस गौरवशाली संगठन को मजबूत करें। इस मौके पर प्रोफेसर राजिंदर कुमार, एरिया सेक्रेटरी पंजाबी यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट, डॉ. विनय सोफत और अन्य सदस्यों द्वारा सम्मानित किया गया और उनकी 33 वर्षों की सेवा के दौरान साथी शिक्षकों के योगदान के लिए उनकी प्रशंसा की गई। उल्लेखनीय है कि राजिंदर कुमार 28 फरवरी 2023 को सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके साथ ही प्रोफेसर बहादुर सिंह को क्षेत्रीय सचिव पंजाबी विश्वविद्यालय लगाया गया है। डॉ। राजदीप सिंह धालीवाल को ईसी सदस्य नियुक्त किया गया और डॉ. परमिंदरजीत कौर बटाला को सह संयोजक महिला विंग पंजाब नियुक्त किया गया।