जालंधर (अरोड़ा) - पंजाब के एडिड कॉलेजों द्वारा गठित प्राईवेट कॉलेज नॉन टीङ्क्षचग इम्पलाईज़ यूनियन पंजाब एडिड एवं अनएडिड का प्रतिनिधिमंडल डायरैक्टर उच्च शिक्षा विभाग पंजाब डॉ. अमरपाल सिंह को मिला जिसकी अध्यक्षता राजीव शर्मा, कार्यकारी प्रधान प्राईवेट कॉलेज नॉन टीङ्क्षचग इम्पलाईज़ यूनियन पंजाब एडिड एवं अनएडिड ने की। उन्होंने यूनियन के महासचिव जगदीप सिंह सहित अपने साथियों के साथ मिलकर अपनी मांगे उनके समक्ष रखी। उन्होंने बताया कि इन मांगों के पूरा न होने पर समूह नॉन टीचिंग कर्मचारियों में रोष पाया जा रहा ह। यूनियन की मुख्य मांगों में छठा वेतन आयोग लागू करना, दिसंबर 2011 से संशोधित ग्रेड वेतन, बढ़ा हुआ मकान किराया और चिकित्सा भत्ते का नोटिफकेशन जारी करना शामिल है।
डायरैक्टर उच्च शिक्षा विभाग ने समूह नॉन टीचिंग कर्मचारियों को कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया जबकि इन्हीं कॉलेजों के टीचिंग कैडर को सातवां वेतन आयोग लागू कर दिया गया है और जिन्होंने इन टीचरों केे वेतन का काम करना है उन्हें इस लाभ को अभी तक लागू नहीं किया गया। बाद में इसी प्रतिनिधि मंडल की एक बैठक हुई और जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जब तक सरकार नॉन टीचिंग कर्मचारियों को छठा वेतन आयोग लागू नहीं करेगी तक तक पंजाब के किसी भी कॉलेज का नॉन टीचिंग कर्मचारी टीचिंग स्टाफ के सातवें वेतन का कोई काम नहीं करेगा और इसका पूरा बायकाट किया जाएगा और न ही इनसे सम्बन्धित कोई भी कागज डीपीआई ऑफिस भेजा जाएगा।
प्रधान राजीव शर्मा और महासचिव जगदीप सिंह ने कहा कि यदि इससे कॉलेजों में किसी भी कर्मचारी का नुक्सान होता है और कॉलेजों में तनावपूर्ण महौल पैदा होता है तो उसकी जिम्मदारी पूर्णत: सरकार की होगी। इस अवसर पर यूनियन के सलाहकार सविन्द्र सिंह गोला,. अवतार सिंह खालसा कॉलेज अमृतसर, उप प्रधान दीपक शर्मा, सुनील कुमार डीएवी कॉलेज अमृतसर, सर्बजीत सिंह लाजपत राय कॉलेज जगराओं, हरजिन्द्र सिंह आरएसडी कॉलेज फिरोजपुर, भूलिन्द्र सिंह, एमजीएन कॉलेज जालंधर, सुरेश कुमार एवं गजेन्द्र सिंह गुरू नानक खालसा कॉलेज लुधियाना, शंकर गौतम, डीएम कॉलेज मोगा मौजूद थे।