(Date : 25/April/2424)

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मेरी मां ने भी प्रियंका गांधी की मां की तरह अपने मंगलसूत्र की कुर्बानी दी: विधायक विक्रमजीत सिंह चौधरी | सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने जे.ई.ई मेन परीक्षा में अपने ग्रुप का नाम रोशन किया | के.एम.वी. में वैल्यू एडेड सोशल आउटरीच प्रोग्राम | इनोसेंट हार्ट्स के छात्रों का जे.ई.ई मेन्स-2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन | एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस जालंधर के विद्यार्थियों ने निःशुल्क सौंदर्य और त्वचा देखभाल समाधान सीखे |

शिक्षा

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में चल रही स्किल एनहैंसमेंट कक्षाओं का समापन-समारोह आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस जालंधर में 3 सप्ताह के लिए चलाई जा रही स्किल एनहैंसमेंट कक्षाओं का समापन-समारोह आयोजित किया गया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद ही नहीं बल्कि विश्वास है कि यह तीन सप्ताह आपकी जिंदगी के अविस्मरणीय पलों के रूप में साबित हुए होंगे और आपने अपनी रूचि के अनुसार जिन विषय विशेष को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए चुना होगा निसंदेह आप उसमें कामयाब हुए होंगे और उन विषयों में आपको जो नयी जानकारियां उपलब्ध हुई होंगी वो निश्चित रूप से आपके भविष्य में काम आएंगी और कॉलेज में आपको अपना पाठ्यक्रम चुनने में भी मदद करेंगी।

समापन-समारोह में कम्युनिकेशन स्किल से हिमांशी,सचमन कौर एवं नव्या तथा बिजनेस कम्युनिकेशन से मनसुमित तथा युविका ने स्किल एनहैंसमेंट कक्षाओं के बारे में अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि उन्होंने जहां एक तरफ अपने चुने हुए विषय की विस्तृत जानकारी इन तीन सप्ताह में हासिल की है वहां दूसरी तरफ कॉलेज की जिंदगी के अनुभव को भी बहुत करीब से महसूस किया है।

इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने इन तीन हफ्तों में अपने द्वारा किए गए काम जैसे सजावटी वस्तुएं, स्क्रीन प्रिंटिंग एवं टाइ एंड डाई की हुई बेडशीट, कुशन कवर, दुपट्टे,सूट तथा अपनी पाककला द्वारा बनाई गई स्वादिष्ट एवं पौष्टिक खाने को भी प्रदर्शित किया। शास्त्रीय एवं कंटेंपरेरी नृत्य के विद्यार्थियों गार्गी, पूजा,आशिमा,एवं अनुराय ने गणेश वंदना के साथ-साथ कंटेंपरेरी डांस की खूबसूरत प्रस्तुति करते हुए सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कार्यक्रम प्रभारी मैडम रजनी गुप्ता एवं डॉ सुप्रीत के प्रयासों की बहुत प्रशंसा की।

सेंट सोल्जर में मेडिकल, ऑपरेशन थिएटर, रेडियोलोजी टेक्नोलॉजी कोर्सों की शुरुवात

जालंधर (मक्कड़) :- पैरा-मेडिकल प्रोफेशनल बन लोगों के लिए काम करने की तरफ युवाओं का रुझान बढ़ा है। जिसे देखते हुए सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन्स द्वारा बी.एससी मेडिकल टेक्नोलॉजी एनेस्थीसिया एंड ऑपरेशन थिएटर, बी.एससी ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी, बी.एससी रेडियोलोजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी आदि कोर्सेज शुरू किया गया है। चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने इस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इन कोर्सों को छात्रों का भरपूर रिस्पांस मिल रहा है।

उन्होंने कहा कि मेडिकल क्षेत्र बहुत तेजी से विकसित हो रहा है और यह कोर्स कर छात्र एक बेहतरीन प्रोफेशनल बन सकते हैं। उन्होंने बताया कि कोर्स के पूरा होने पर छात्रों की नामी हॉस्पिटल्स में प्लेसमेंट भी होती है। इसके अतिरिक्त मेघावी और आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए मास्टर राजकँवर चोपड़ा 2 करोड़ स्कालरशिप का और सभी कॉलेज छात्रों के लिए फ्री बस सर्विस का भी प्रावधान है। चोपड़ा ने बताया कि दाखिले के लिए कुछ ही दिन बाकि हैं जो छात्र दाखिला लेना चाहते हैं जल्द से जल्द इस अवसर का लाभ ले सकते हैं। मैनेजिंग डायरेक्टर प्रो.मनहर अरोड़ा ने कहा कि छात्र अपने पेरेंट्स के साथ अपनी कॉउंसलिंग के लिए पहुँच रहे हैं और पूर्ण जानकारी प्राप्त कर अपने लिए कोर्स का चयन कर रहे हैं।

इनोकिड्स के बच्चों ने विवेशियस वाइब्रेंस में 'सेव माई मदर नेचर' का दिया संदेश

जालंधर (मक्कड़) :-  इनोसेंट हार्ट्स के इनोकिड्स में कक्षा डिस्कवरर्स ने विवेशियस वाइब्रेंस के तहत 'सेव माई मदर नेचर' का संदेश देते हुए रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। मंच का संचालन स्टूडेंट काउंसिल के बच्चों ने बखूबी संभाला। सर्वप्रथम विद्यार्थियों द्वारा स्वागत भाषण पढ़ा गया। तत्पश्चात ग्रीन मॉडल टाऊन में पलक गुप्ता बौरी (डायरेक्टर सीएसआर) गुरविंदर कौर (डिप्टी डायरेक्टर एग्जामिनेशन), शर्मिला नाकरा (डिप्टी डायरेक्टर कल्चरल अफेयर्स) व प्रिंसिपल राजीव पालीवाल ने दीप प्रज्वलन किया। इनोसेंट हार्ट्स के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा मातृभूमि की स्तुति की गई। कक्षा डिस्कवर्रस के बच्चों द्वारा 'खोलो खोलो दरवाजे' नृत्य प्रस्तुत कर ब्रह्मांड की असीम सुंदरता को  दिखाया गया। 'जगमग तारे' नृत्य के माध्यम से रात्रि के समय आकाश में चमकता चाँद व टिमटिमाते तारों को प्रस्तुत कर रात्रि के अनुपम सौंदर्य का दृश्य प्रस्तुत किया गया। बच्चों ने 'नागा नृत्य' में  जंगल की हरियाली का अनूठा दृश्य प्रस्तुत किया। 'आवारा भँवरे' नृत्य में बच्चों ने मोगली के किरदार को बख़ूबी निभाते हुए मोगली के साथ जंगल की सैर का दृश्य बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया। 'व्हाट अबाउट द सनशाइन' नृत्य में पेड़ों का दर्द, पेड़ों की दयनीय स्थिति को दर्शाया गया। 'मत काटो मुझे दुखता है' गीत की प्रस्तुति ने  सबको भावुक कर दिया। 'अर्थ, वी आर टूगेदर' नृत्य-प्रस्तुति द्वारा प्रकृति संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण संदेश दिए गए, जिसमें बच्चों ने  'वृक्षारोपण' पर बल दिया व 'जल-संरक्षण' हेतु सबको सचेत किया। प्लास्टिक में मौजूद हानिकारक केमिकल्स से बचने हेतु 'प्लास्टिक को न कहें' का संदेश भी इसमें निहित था। बच्चों की इस शानदार प्रस्तुति को सबने खूब सराहा। अंत में विद्यार्थियों ने वोट ऑफ़ थैंक्स पढ़ा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।

नोर्थ इंडिया मार्शल आर्ट्स गेम्स द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में डिप्स के प्रथमप्रीत ने जीता गोल्ड

जालंधर (प्रवीण) :-  खेल के मैदान में हर रोज नया मुकाम हासिल कर डिप्स स्कूल विद्यार्थी लगातार डिप्स चेन का नाम रोशन कर रहे है। हाल ही में नार्थ इंडिया मार्शल आर्ट्स गेम्स 2023 द्वारा आयोजित यूनिफाइट प्रतियोगिता में डिप्स स्कूल कपूरथला के प्रथमप्रीत ने गोल्ड मैडल हासिल किया। प्रिंसिपल डिंपल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 11 वीं कक्षा के प्रथमप्रीत ने 55 किलोग्राम जूनियर कैटेगिरी में गोल्ड मैडल हासिल किया है। प्रथम ने बताया कि इस खेल के लिए काफी समय से तैयारी कर रहा है। वह हर रोज तकरीबन 5-6 घंटे प्रैक्टिस करता है। इसके बाद वह अब नैशनल स्तर पर होनी वाली प्रतियोगिता में भाग लेगा। वह एमएमए और यूएफसी में अपना करियर बनाना चाहता है। गोल्ड जीतने पर प्रथमप्रीत को बधाई देते हुए प्रिंसिपल डिंपल ने उसे सर्टीफिकेट के साथ सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि खेल खिलाड़ी को न केवल खेल के मैदान में एक अच्छा खिलाड़ी बल्कि जीवन में एक बढ़िया इंसान बनने में भी मदद करता है। डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने जीत पर उसे शुभकामनाएं देते हुए इसी तरह खेल के क्षेत्र में बढ़िया प्रदर्शन कर डिप्स चेन का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि डिप्स हमेशा अपने विद्यार्थियों को पूरा सहयोग देगे ताकि वह खेल के क्षेत्र में बढ़िया प्रदर्शन कर सके। सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने प्रिंसिपल, टीचर्स और अभिभावकों को शुभकामनाएं दी। जूनियर्स को अपने सीनियर्स से प्रेरणा लेकर खेल के क्षेत्र में अपना करियर बना कर विदेश में अपने देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सीटीडब्ल्यूएस ने सुखराज की बहुआयामी प्रतिभा और सिम्फनी की सराहना की

जालंधर (अरोड़ा) :-  गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह पाने की चाहत रखने वाला युवा पंजाबी लड़का सुखराज उम्र की पाबंदी वाली प्रतिभा की मिसाल है। वह सीटी वर्ल्ड स्कूल में आठवीं कक्षा का छात्र है और एक उत्साही शिक्षार्थी है, जिसके पास रुबिक के क्यूब्स को हल करने और 30 सेकंड के लिए पियानो बजाने का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। उनकी प्रतिभा शहर की चर्चा है। इतना ही नहीं, बल्कि वे एक गहरे लेखक भी हैं। लॉकडाउन के दौरान जब दुनिया थम सी गई थी तब मास्टर सुखराज सिंह ने मारिया नाम की एक खूबसूरत कहानी बुनी थी। यह कहानी अखबार के कॉलम में प्रकाशित हुई। एक साक्षात्कार में उन्होंने अपनी सीखने की यात्रा पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पियानो और रूबिक के क्यूब्स के साथ रहना मुश्किल था। हालाँकि, आखिरकार, यह उनका जुनून बन गया, और अब वह एक पेशेवर बनने के लिए तत्पर हैं। सुखराज समय व्यतीत करनI और प्रसिद्ध विश्व रिकॉर्ड की किताबों में खुद को स्थापित करने की उम्मीद कर रहे हैं। सीटी वर्ल्ड स्कूल की प्रिंसिपल मधु शर्मा ने सुखराज के प्रयासों की सराहना की और व्यक्त किया कि यह एक उपयुक्त क्षण है कि सुखराज इस प्रतिष्ठित स्कूल का हिस्सा है। उन्होंने सुखराज से वादा किया कि वह स्कूल के अधिकारियों से जितनी मदद की उम्मीद करते हैं, उतनी मदद करेंगे। सीटी ग्रुप के चेयरमैन एस चरणजीत सिंह चन्नी ने सुखराज को उनकी सफलता पर बधाई दी और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।

आई.के.जी पी.टी.यू ने छात्र को मरणोपरांत पीएचडी से किया सम्मानित, सुपरवाइजर ने किया फाइनल वाइवा डिफेंड

भारतीय विश्वविद्यालयों में ऐसे नमात्र केसेस, पिता की पी.एच.डी डिग्री लेने खास तौर पर कनाडा से पंहुचा बेटा

छात्रों की सुविधा के लिए, विश्वविद्यालय अधिकतम पहल करने के लिए हमेशा तैयार: रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. मिश्रा

शैक्षणिक कार्यों में छात्रों के ईमानदार प्रयासों को बढ़ावा देने एवं उनका शोध कार्य सुरक्षित रखने को लगातार प्रयासरत: डीन आर एंड डी डॉ. हितेश शर्मा

जालंधर (अरोड़ा) :-  आई.के.गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) ने अपने पी.एच.डी (डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी) के एक छात्र परवीन चंदर का मरणोपरांत फाइनल वाइवा करवाकर उसे मरणोपरांत डिग्री अवार्ड कर अकादमिक क्षेत्र में अनूठी पहल की है! भारतीय विश्वविद्यालयों में ऐसे नमात्र केसेस हैं, जिनमें अगर शोधकर्ता विद्यार्थी की किन्ही कारणों से मृत्यु हो और उसे मरणोपरांत डिग्री दी गई हो! यूनिवर्सिटी ने अपने छात्र के बेहतर शोध कार्य के सम्मान में, उनके परिवार के अनुरोध पर एवं शोध का लाभ भविष्य के विद्यार्थिओं को मिल सके, को ध्यान में रखते हुए यह अनूठा फैंसला लिया! इस पहल में छात्र के एक पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर) ने छात्र की मृत्यु के बाद उसके अंतिम कार्य को पूरा करने की जिम्मेदारी उठाते हुए एक्सपर्ट्स के सामने उसके फाइनल वाइवा को डिफेंड भी किया है! पंजाब के जिला बठिंडा के रहने वाले छात्र परवीन चंदर यूनिवर्सिटी में सिविल इंजीनियरिंग विषय में पीएचडी रिसर्च स्कॉलर थे! उन्होंने अगस्त 2020 में अपनी थीसिस यूनिवर्सिटी को जमा करवाई! इस बीच कोरोना काल शुरू हो गया! दुर्भाग्य से फरवरी 2021 में छात्र परवीन चंदर का लीवर में ट्यूमर के कारण आकस्मिक निधन हो गया। छात्र परवीन चंदर ने आठ साल तक सिविल इंजीनियरिंग के महत्वपूर्ण विषय "अनेलसिस ऑफ़ साइल इन्वेस्टिगेशन डाटा एंड डेवलपमेंट ऑफ़ साइल डिज़ाइन चार्ट्स ऑफ़ पंजाब स्टेट" यानि पंजाब राज्य के संधर्व में मिटटी की विभिन्न स्तरीय जांच, डेटा का विश्लेषण एवं मिटटी के डिजाइन चार्ट का विकास" था! पंजाब राज्य से जुडी इस शोध पर इस छात्र ने करीब आठ साल तक काम किया! छात्र ने एस.पी.टी मिट्टी परीक्षण किया! सैंपल एकत्र किये और जी.आई.एस के उपयोग से अपनी थीसिस का काम पूरा किया। यूनिवर्सिटी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर (डॉ.) राजीव चौहान इस छात्र के पर्यवेक्षक (सुपरवाइजर) थे! छात्र की मृत्यु के बाद उन्होंने एवं परिवार ने यूनिवर्सिटी की आर एंड डी शाखा के पास अनुरोध किया कि छात्र का फाइनल वाइवा करवाया जाये एवं उन्हे डिग्री प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू की जाए! उन्होंने थीसिस को डिफेंड करने की जिम्मेदारी भी उठाई! आई.के.जी पी.टी.यू के तत्कालीन कुलपति आई.ए.एस राहुल भंडारी ने इस अनुरोध को अनुमति दी! दिनांक 29 मई, 2023 को थीसिस की जांच एवं कार्यान्वयन के बाद परीक्षकों की मौखिक परीक्षा आयोजित की गई और छात्र को मरणोपरांत डिग्री दी गई! यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. एस.के. मिश्रा ने इसे यूनिवर्सिटी अकादमिकता में मील का पत्थर बताया, जिससे भविष्य की कई राहें नए मुकाम हासिल करेंगे! उन्होंने कहा कि छात्रों की सुविधा के लिए, विश्वविद्यालय अधिकतम पहल करने के लिए हमेशा तैयार रहता है! डीन आर एंड डी डॉ. हितेश शर्मा ने कहा कि शैक्षणिक कार्यों में छात्रों के ईमानदार प्रयासों को बढ़ावा देने एवं उनका शोध कार्य सुरक्षित रखने को यूनिवर्सिटी लगातार प्रयासरत है! स्वर्गीय छात्र परवीन चंदर की धर्मपत्नी विजय चन्दर, जो एक स्कूल अध्यापिका हैं और उनके बेटे महकांश, जो विशेष तौर पर कनाडा से आए, ने बड़े ही भावुक माहौल में डिग्री हासिल की एवं यूनिवर्सिटी की पहल के लिए विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं पर्यवेक्षक का विशेष धन्यवाद किया। 

मेयर वल्र्ड स्कूल में शीतल पेय जल की छबील

जालंधर (अरोड़ा) :-  मेयर वल्र्ड स्कूल सदैव ही समाज सेवा के कामों में अग्रणी रहा है। इसी क्रमांक के अंतर्गत श्री गुरू अर्जुन देव जी के शहीदी दिवस एवं निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में आज स्कूल के कक्षा दसवीं के विद्यार्थियों की ओर से शीतल पेय जल की छबील लगाई गई।

कडक़ती गर्मी में आते-जाते राहगीरों ने शीतल मीठा जल ग्रहण किया और बच्चों को सेवा करते देख उन्हें आशीर्वाद दिया। बच्चों के साथ-साथ अध्यापक वर्ग ने भी छबील की सेवा में अपना योगदान दिया। इस अवसर पर स्कूल की प्रबंधक कमेटी विशेष रूप से उपस्थित थी। उन्होने कहा कि बच्चों में नैतिक मूल्यों को जीवित रखने के लिए उनको इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। बच्चों में लुप्त हो रही सेवा भावना के भाव पैदा करने का यह उत्तम प्रयास है।

सेंट सोल्जर ग्रुप के फाउंडर प्रेजीडेंट स्वर्गीय आर.सी. चोपड़ा कों पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित

जालंधर (अजय छाबड़ा) :-  सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के संस्थापक स्वर्गीय श्री आर सी चोपड़ा की 15वीं बरसी कुष्ट आश्रम में हर वर्ष की तरह मनाई गई। इस अवसर पर आर सी चोपड़ा के बड़े बेटे अनिल चोपड़ा (चेयरमैन सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स), पुत्र वधु संगीता चोपड़ा (वाईस चेयरपर्सन) और उनके छोटे बेटे सुनील चोपड़ा ( चेयरमैन सेक्रेड हार्ट), सेंट सोल्जर इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल मनगिंदर सिंह, स्टाफ मेंबर्स और छात्र उपथित रहे। सभी ने मिलकर स्वर्गीय आर सी चोपड़ा की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर उन्हें श्रद्धा के फूल अर्पित किए।

इस अवसर पर कुष्ट आश्रम के रोगियोँ के लिए लंगर लगाया गया जिसकी सेवा अनिल चोपड़ा, संगीता चोपड़ा और स्टाफ द्वारा की गई और उनका आशीर्वाद भी लिया गया। इसके अतिरिक्त स्वर्गीय आर सी चोपड़ा की याद में हर महीने कुष्ट आश्रम के रोगियों के लिए राशन ,हर वर्ष 1 लाख की डोनेशन ,अन्य मदद का सामान दिया जाता है और हर खास त्यौहार भी इनके साथ मनाया जाता है। चोपड़ा ने बताया के पिताजी समाज सेवा के लिए हमेशां तत्पर रहते थे और इसी लिए हर वर्ष उनकी बरसी कुष्ट के रोगियों के साथ मनाई जाती है। स्टूडेंट्स भी हमारे साथ लंगर की सेवा करते हैं तांकि उनमें समाज सेवा की भावना पैदा की जा सके।

के.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल छात्राओं को प्रदान कर रहा है वैश्विक स्तरीय शिक्षा - प्रिं. प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी

के.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल काउंसलिंग, स्पोकन इंग्लिश, पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कक्षाएं और कई इनोवेटिव पहलकदमियों के साथ छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास के लिए निरंतर प्रयासरत

जालंधर (अजय) - के.एम.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जालंधर नारी शिक्षा तथा सशक्तिकरण के क्षेत्र में एक सम्मानीय नाम है। कन्या महाविद्यालय कैंपस में  स्थित यह स्कूल इसकी अमीर तथा नैतिकता पर आधारित विरासत और शानदार इतिहास की गवाही देता है। कॉलेजिएट स्कूल सदा इस विश्वास के लिए प्रयासरत है कि प्रत्येक बच्चा वैश्विक स्तरीय शिक्षा का हकदार है। इसी मंतव के अंतर्गत विद्यार्थियों की शिक्षा के मज़बूत आधार के मद्देनज़र कॉलेजिएट स्कूल छात्राओं को अकादमिक सांस्कृतिक तथा खेल माहौल को सकारात्मक तौर से मुहैया करवाने के लिए पूर्ण रूप से  प्रतिबद्ध है।

इस संबंध में जानकारी देते हुए विद्यालय प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने बताया कि स्कूल अकादमिक उत्तमता की अमीर संस्कृति और छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास पर केंद्रित  विभिन्न सहपाठयक्रम  गतिविधियों और उपलब्धियों की एक शानदार पेशकारी है. मौलिक कैंपस में छात्राओं के लिए सदा कुछ नया सीखते रहने के लिए एक सार्थक पर्यावरण को पैदा करने के लिए गंभीर प्रयत्न किए जाते हैं। कॉलेजिएट स्कूल पूरे सम्मान के साथ बौद्धिक रुझानों एवं समकालीन ज़रूरतों के अनुकूल होने के साथ-साथ भविष्यवादी वैश्विक स्तरीय अभ्यासओं का एक सुमेल पेश करता है।

स्कूल के द्वारा केवल पारंपरिक क्लासरूम शिक्षा ही प्रदान नहीं की जाती बल्कि यह अपनी छात्राओं में जानकारी को खोजने की भावना तथा वैश्विक स्तरीय नज़रिए को उत्साहित करता है ताकि उनका अकादमिक सफर शिक्षा तथा जानकारी से भरपूर होने के साथ-साथ बेहतरीन बन सके. स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, सुसज्जित क्लासरूम्स, विभिन्न साइंस, आई.टी. साइकोलॉजी, होम साइंस लैबस, म्यूज़िक तथा डांस रूम्स आदि छात्राओं को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक जानकारी मुहैया करवाने में पूर्ण रूप से सक्षम है। छात्राओं  के सीखने के जज्बे के लाइब्रेरी में उपलब्ध विभिन्न स्रोत पूरक हैं जो विभिन्न विषयों  की हज़ारों पुस्तकों के रूप में छात्राओं को जानकारी प्रदान करने में सहायक है।

छात्राओं में लीडरशिप गुणों को पैदा करने में कॉलेजिएट स्कूल की स्टूडेंट काउंसिल के द्वारा अहम रोल निभाया जाता है। छात्राओं की छुपी हुई प्रतिभा को खोजने,  निखारने एवं संवारने के अलावा एक उचित मंच प्रदान करने के मकसद के साथ साल भर विभिन्न पाठ्यक्रम तथा सहपाठयक्रम गतिविधियों का आयोजन किया जाता हैं। इंटर स्कूल प्रतियोगिता करिज़मा जैसा प्रयत्न जहां  युवा विद्यार्थियों  के सीखने के सफर की एक विशेष शुरुआत करता है वही साथ ही साइंस, गणित, आई.टी.,अंग्रेज़ी आदि नेशनल ओलंपियाड, इंटरएक्टिव वर्कशॉप, टॉक, सेमिनार, एक्सटेंशन लेक्चर,प्रैक्टिकल असाइनमेंट, प्रोजेक्ट फाइल्स, एग्जिबिशन, टैलेंट हंट जैसे इंट्रा स्कूल मुकाबले उनके जीवन को दर्शाने में सहायक हैं।

इसके अलावा हैप्पीनेस प्रोग्राम, काउंसलिंग सेशन, योगा कक्षाएं तथा पेरेंट्स टीचर मीट जैसी गतिविधियों का आयोजन छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास को केंद्र में रखकर ही किया जाता है। हैप्पीनेस प्रोग्राम जैसे विशेष प्रयत्न छात्राओं की बौद्धिक तथा आध्यात्मिक भलाई के लिए जरूरी है। ऐसे हुनर का महत्व मौजूदा समय में और भी अधिक बढ़ जाता है. पूरन तौर पर  प्रतिबद्ध एवं  समर्पित स्कूल के प्राध्यापक छात्राओं के अच्छे मेंटर्स हैं जो उनको सही फैसला लेने, टीम की भावना तथा लीडरशिप के गुणों के संबंध में सिखलाई देने के साथ-साथ उनके ज्ञान प्राप्ति के अर्थ को बढ़ाते हैं तथा यह छात्राओं की शख्सियत में गुणात्मक बदलाव का आधार बनता है। छात्राओं को बहुत सारी उच्च स्तरीय सुविधाओं एवं अवसरों का लाभ और पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के परीक्षा परिणामों में शानदार प्रदर्शन विद्यालय का गौरव बढ़ाता है।

हाल ही में बोर्ड द्वारा घोषित किए गए 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में 96% छात्राओं ने प्रथम श्रेणी में रहते हुए परीक्षा पास की। छात्राओं को के.एम.वी. स्कूल ऑफ कम्युनिकेशंस के अंतर्गत स्पोकन इंग्लिश,आईलेट्स तथा विदेशी प्राध्यापकों के द्वारा विदेशी भाषाओं को सीख कर लाभ प्राप्त करने के लिए उत्साहित किया जाता है। कॉलेजिएट स्कूल द्वारा सफलतापूर्वक के.एम.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के नाम पर फेसबुक पर चलाया जा रहा है तथा अध्यापकों द्वारा यूट्यूब चैनल्स  के माध्यम से अपने  लेक्चरज़ भी छात्राओं को प्रदान किए जा रहे हैं. शानदार  शैक्षिक माहौल तथा  सहपाठयक्रम गतिविधियों  के साथ  के.एम.वी. कॉलेजिएट बिना किसी शक चाहने वालों  के लिए पहली पसंद है।

डीएवी यूनिवर्सिटी को मिला रूरल सर्विस के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार

जालंधर, 29 मई (अरोड़ा)- डीएवी यूनिवर्सिटी, जालंधर को ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक सेवा के लिए प्रतिष्ठित उत्कृष्टता पुरस्कार मिला है। यूनिवर्सिटी को यह पुरस्कार एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) नेशनल काउंसिल ऑन एजुकेशन द्वारा नई दिल्ली में आयोजित 16वें अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा नेतृत्व और कौशल विकास शिखर सम्मेलन में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार प्रोफेसर अनिल सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, राष्ट्रीय असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन कौंसिल (नैक) और नेशनल ब्यूरो ऑफ़ एक्रेडिटेशन (एनबीए), डॉ. पंकज मित्तल, महासचिव, भारतीय विश्वविद्यालय संघ (ऐआईयू) और डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, अध्यक्ष, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की उपस्थिति में प्रदान किया गया।

डीएवी यूनिवर्सिटी को यह पुरस्कार पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी और डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, भारत सरकार के तत्वावधान में अनुसूचित जाति समुदाय के उत्थान के लिए किये गए कार्यों के लिए दिया गया है। यूनिवर्सिटी ने यह प्रोजेक्ट एनआईटी जालंधर के सहयोग से शुरू किया है। प्रोजेक्ट के अंतर्गत डीएवी विश्वविद्यालय द्वारा अपने परिसर के आसपास के दस गांवों में आजीविका ढांचे, शैक्षिक योग्यता, स्वास्थ्य सुविधाओं, व्यावसायिक और कृषि प्रौद्योगिकी से संबंधित मुद्दों का समाधान किया जा रहा है। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने आईसीआईसीआई फाउंडेशन के सहयोग से महिला समूहों को आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा भी उठाया है।

विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ. पूनम सूरी ने कहा कि डीएवी सामाजिक और सामुदायिक उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि अन्य संस्थानों को भी डीएवी यूनिवर्सिटी से सीख लेनी चाहिए और राष्ट्र निर्माण के बड़े कार्य में योगदान देना चाहिए। डीएवी यूनिवर्सिटी की निदेशक डॉ जे काकरिया ने कहा कि इस उपलब्धि का श्रेय यूनिवर्सिटी के प्रतिबद्ध नेतृत्व, फैकल्टी और कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए।वाइस चांसलर, डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय ने पाठ्यक्रम के साथ सामुदायिक सेवा को एनईपी 2020 के अनुरूप इंटेग्रट किया है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार और शिखर सम्मेलन ने यूनिवर्सिटी में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए मार्ग प्रशस्त किया है।

विश्वविद्यालय के कार्यकारी निदेशक राजन गुप्ता और रजिस्ट्रार डॉ के.एन. कौल ने भी इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए डीएवी यूनिवर्सिटी की फैकल्टी, कर्मचारियों और स्टूडेंट्स को बधाई दी।

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