(Date : 20/April/2424)

(Date : 20/April/2424)

जिला मैजिस्ट्रेट ने 21 अप्रैल को भगवान महावीर जयंती पर सभी दुकानों/सड़को पर मांस और अंडे की बिक्री पर लगाई पाबंदी | वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया | जिला चुनाव अधिकारी ने मजबूत लोकतंत्र के लिए युवाओं को अधिक से अधिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का न्योता दिया | भाजपा की जीत से ही होगा जालंधर का विकास: सांसद रिंकू | ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਦਿਵਿਆਂਗ ਵੋਟਰਾਂ ਨਾਲ ਸੰਵਾਦ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਆਯੋਜਿਤ |

शिक्षा

सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, शाहपुर, जालंधर ने डॉ. पी.मोहन के साथ एमओयू पर किए हस्ताक्षर

जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, शाहपुर, जालंधर ने हाल ही में डॉ. पी. मोहन के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग दोनों संस्थानों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।  इस के माधयम से शिक्षाविदों और अनुसंधान को बढ़ावा देने में एक बड़ी पहल होगी। यह समझौता ज्ञापन सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में रिसर्च अनुसंधान नवाचारों को बढ़ाने के लिए सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है। यह अनुसंधान परियोजनाओं और विशेषज्ञ व्याख्यानों सहित विभिन्न संयुक्त पहलों के लिए रूपरेखा निर्धारित करेगा। ये पहल दोनों संगठनों के बीच विशेषज्ञता, संसाधनों और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने में मदद करेगी और क्रॉस-सांस्कृतिक सीखने के अनुभवों में शामिल होने का अवसर भी प्रदान करेगी। इसके अलावा, सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और डॉ. पी. मोहन के बीच सहयोग से दोनों संस्थानों की अनुसंधान क्षमताएं भी मजबूत होंगी। इस अवसर पर सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के मैनेजिंग डयरेक्टर डाॅ. मनबीर सिंह ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह सहयोग एक मजबूत अनुसंधान संस्कृति के निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है जो दोनों संस्थानों के छात्रों को एक साथ आने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने साझेदारी के सफल परिणाम पर भी भरोसा जताया।

आई.के.जी पी.टी.यू के जर्नलिज्म विभाग की छात्रा लवीना शर्मा पी.सी.आई में इंटर्नशिप को चयनित

पूरे भारत में से मात्र 15 उम्मीदवारों का ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए होता है चयन, पंजाब से  चयनित एकमात्र छात्रा

जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के.गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की मास्टर डिग्री प्रोग्राम की छात्रा लवीना शर्मा का चयन प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पी.सी.आई) के ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम 2023 के लिए हुआ है। दिल्ली में स्थित पी.सी.आई मुख्यालय में पूरे भारत से केवल पंद्रह उम्मीदवारों को ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए चुना जाता है! इसके लिए सैंकड़ों विद्यार्थिओं के बीच कड़ा मुकाबला होता है! छात्रा लवीना शर्मा की ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप इस साल 3 जुलाई से शुरू हो रही है। लवीना शर्मा पी.सी.आई में इस इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए चयनित पंजाब की एकमात्र छात्रा हैं। यूनिवर्सिटी के कुलपति डा. सुशील मित्तल ने इस चुनाव के लिए जहां छात्रा को शुभकामनाएं दीं, वहीं जर्नलिज्म विभाग को भी इसके लिए बधाई दी है! रजिस्ट्रार डा.एस.के.मिश्रा, डीन अकादमिक प्रो (डा) विकास चावला ने भी विभाग को बधाई दी! मास मीडिया कम्युनिकेशन स्टडीज के डिप्टी डीन एवं डिपार्टमेंट हेड प्रो (डा.) रणबीर सिंह ने कहा कि यह विभाग के साथ-साथ लवीना शर्मा के परिवार के लिए भी गर्व का क्षण है! उन्होंने बताया कि एक महीने के इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान छात्रा को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पी.सी.आई) की विभिन्न शाखाओं में काम करने का अनुभव मिलेगा। साथ ही पी.सी.आई के माननीय अध्यक्ष एवं सदस्यों के साथ बातचीत करने का अवसर भी मिलेगा! प्रो (डॉ.) रणबीर सिंह ने कहा कि आई.के.जी पी.टी.यू पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग हमेशा प्रतिभा को बढ़ावा देता है! छात्रों को खोज एवं उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बेहतर मंच प्रदान करता है! छात्रा लवीना शर्मा ने कहा कि प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया में इस इंटर्नशिप के अवसर के लिए वह विभाग एवं फैकल्टी की आभारी हैं।

एच.एम.वी. के हॉस्टल हैं अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस

जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय सदैव ही अपने रेकाीडेंट स्कालर्स को पढऩे, बढऩे व आत्मनिर्भर बनाने के लिए  उपयुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए अग्रसर रहता है। शैक्षणिक विकास के लिए एचएमवी एक बेहतरीन वातावरण प्रदान करता है। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के नेतृत्व में एचएमवी ने अपना स्थान अग्रणी शिक्षण संस्थानों में बनाया है जहां छात्राओं को बेहतरीन शैक्षणिक व आवासीय सुविधा मिल रही है। एचएमवी के कैंपस में तीन बेहतरीन हॉस्टल हैं, जिनके नाम ओजस्वी, कीर्ति व प्रगति हैं। हॉस्टल प्रांगण बहुत वाइब्रेंट हैं। एचएमवी अपने एथलीट्स को अलग हॉस्टल की सुविधा भी प्रदान करता है। स्पोट्र्स हॉस्टल में नेशनल, इंटरनेशनल, स्टेट स्तर के खिलाड़ी रहते हैं जिसमें उन्हें फ्री बोर्डिंग व लॉजिंग की सुविधाएं दी जाती हैं। खिलाड़ी अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने खेल पर भी फोकस कर सकते हैं। रेकाीडेंट स्कालर्स के लिए हॉस्टल में एसी कमरे, सभी सुविधाओं से लैस उपलब्ध हैं। हॉस्टल प्रांगण में वाई-फाई की सुविधा से लैस कम्प्यूटर लैब की भी सुविधा है ताकि छात्राएं तकनीकी रूप से भी सुदृढ़ रह सकें। इसके अतिरिक्त छात्राएं कॉलेज की सैंट्रल लाइब्रेरी का लाभ शाम के समय में उठा सकती हैं। छात्राओं के सर्वपक्षीय विकास को ध्यान में रखते हुए उन्हें शारीरिक फिटनेस व मनोरंजन के भी कई अवसर प्रदान किए जाते हैं। इनडोर जिम, योगा रूम, स्विमिंग पूल, बैडमिंटन कोर्ट, आउटडोर स्पोट्र्स की भी सुविधा प्रदान की जाती है ताकि छात्राएं स्वस्थ लाइफ स्टाइल का लाभ उठा सकें। इसके अतिरिक्त ऑन कैंपस एटीएम, ई-बैंकिंग लॉबी, शॉपिंग स्टोर आदि पर छात्राएं अपनी दैनिक जरूरतें पूरी कर सकती हैं। कॉलेज में ही सैलून, बूटीक आदि की भी सुविधा उपलब्ध है। 24X7 सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। मैस में पौष्टिक भोजन दिया जाता है तथा मैस के मैन्यू को छात्राओं द्वारा ही बनाया जाता है। हॉस्टल की वार्डनस छात्राओं को आरामदायक वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर हैं। हॉस्टल प्रबंधन छात्राओं की प्रतिभा को निखारने में विश्वास रखता है। सैल्फ डिफैंस कक्षाएं, एरोबिक व फिटनेस क्लासेस, मेडीटेशन प्रोग्राम व युवा सशक्तिकरण से संबंधित कार्यक्रम करवाए जाते हैं। हॉस्टल की छात्राओं के लिए पिकनिक व शैक्षणिक टूर भी आयोजित किए जाते हैं। एचएमवी के हॉस्टल में बिहार, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, आसाम, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, दिल्ली, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, मध्यप्रदेश, मेघालय, जम्मू एवं कश्मीर तथा पंजाब के सभी क्षेत्रों से छात्राएं रह रही हैं। एचएमवी के हॉस्टल में उन सभी छात्राओं को भी दाखिला दिया जाता है जिनके अभिभावक विदेश में रहते हैं। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने अभिभावकों का धन्यवाद किया कि वह अपनी बेटियों के लिए एचएमवी को पहली पसंद मानते हैं। एचएमवी उत्तर भारत का अग्रणी संस्थान है जहां छात्राओं के लिए शैक्षणिक विकास के लिए असीम संभावनाएं हैं।

के.एम.वी. का डी.डी.यू. कौशल केंद्र छात्राओं को बना रहा है हुनरमंद

8 बी.वॉक. और 3 एम.वॉक. कोर्सिस चल रहे हैं सफलतापूर्वक

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं आटोनॉमस संस्था, कन्या महाविद्यालय, जालंधर में भारत सरकार द्वारा प्राप्त दीन दयाल उपाध्याय कौशल केंद्र छात्राओं के हुनर के विकास के लिए निरंतर कार्यशील है। के.एम.वी. में स्किल डिवैल्पमैंट एजुकेशन के उदेश्शय से 2015 से चलाया जा रहा डी.डी.यू. कौशल केन्द्र इस क्षेत्र में गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के अंतर्गत पहला कालेज है जिसे यह कौशल केन्द्र प्राप्त हुआ था। विद्यालय प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने इस संबंध में बात करते हुए बताया कि स्किल डिवैल्पमैंट के साथ 8 बी.वाक. तथा 3 एम.वाक कोर्सिस के माध्यम से विद्यार्थियों को करियर में बहुत से विकल्प प्राप्त होते है जिनके माध्यम से वह विभिन्न क्षेत्रों में रोज़गार प्राप्त करने के अवसर प्राप्त कर सकते है। 

इन कौशल निर्माण पाठ्यक्रमों में रोजगार के अवसरों को ध्यान में रखते हुए कॉलेज के विभिन्न इंडस्ट्रियल टाइ-अपस और समझौता ज्ञापन भी.हैं | उल्लेखनीय है कि कालेज में डी.डी.यू. कौशल केंद्र के अंतर्गत 8 स्किल डिवैल्पमैंट बी.वॉक कोर्सिस एनीमेशन, रिटेल मैनेजमैंट मैनेजमैंट एंड सैक्टेरियल प्रैक्टिसिस, न्यूट्रीशियन एक्सरसाईज एवं हैल्थ, टैक्सटाईल डिज़ाइन एंड अपैरल टैक्नोलॉजी ब्यूटी एंड वैलनैस, आर्टीफिशिअल इंटैलीजेंस एंड डाटा साइंस, होस्पलिटी एंड टूरिज़्म के इलावा 3 एम.वॉक. कोर्सिस एनीमेशन एंड वी.एफ.एक्स., रिटेल मैनेजमैंट और टैक्सटाईल डिज़ाइन और अपैरल टैक्नोलॉजी कोर्सस को सफलता पूर्वक चलाया जा रहा है। इन कोर्सिस के अंतर्गत अपनी रूचि अनुसार सम्बन्धित क्षेत्र के बारे में शिक्षा हासिल कर छात्राएं रोज़गार के विभिन्न अवसर प्राप्त कर विद्यालय को गौरवान्वित कर रही हैं।

एनीमेशन विभाग की छात्राएं जहां अपने आपको रोटोस्कोपिक पेंट आर्टिसट, थ्रीडी आर्टिसट, एडीटर आदि के तौर पर विकसित कर रही हैं वही साथ ही न्युट्रीशियन एक्सरसाइज़ एंड हेल्थ की छात्राएं अपनी खुद के डाईट क्लीनिक स्थापित कर लोगों को सन्तुलित खुराक एंव सेहतयाबी के बारे में जागरुक कर रही हैं इसके इलावा छात्राएं खुद की बेकरी तथा न्युट्रीटिव फूड मैनीफैक्चरिंग के लिए काम कर रही हैं। इसके साथ ही रिटेल मैनेजमैंट की छात्राएं अपने सम्बन्धित क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तथा टैक्सटाईल डिजाइन एंड अपैरल टैक्नालोजी की छात्राओं के द्वारा बनाई जा रहे सुन्दर परिधानों को वार्षिक फैशन शो के दौरान पेश करने के इलावा अमेजोन पर भी सेल किया जा रहा है। खुद के बुटीक खोलकर यह छात्राएं अपनी परिवारिक आर्थिकता को भी मजबूत बनाने में अपना योगदान डाल रही है। इसके साथ ही ब्युटी एंड वैलनेस की छात्रा के द्वारा खुद को ब्युटीशियन के रूप में स्थापित करने के साथ-साथ ब्युटी सैलून खोले जा रहे है। कौशल केन्द्र की शानदार कार्यकुशलता पर डॉ. गोपी शर्मा, डायरैक्टर कौशल केन्द्र के.एम.वी. तथा सभी स्टाफ सदस्यों को मुबारकबाद देते हुए प्रो. द्विवेदी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में छात्राओं द्वारा सर्वोत्तम प्रदर्शन इस बात की गवाही देता है कि गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने में कन्या महाविद्यालय औरों के लिए एक मिसाल संस्था है।

डीएवी कॉलेज जालंधर के विद्यार्थियों ने दक्षिण कोरिया में भारत का प्रतिनिधित्व किया

जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी कॉलेज जालंधर ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई खिलाड़ी तैयार किए हैं। इसी परम्परा को कायम रखते हुए इस बार भरतप्रीत सिंह ने डिस्कस थ्रो स्पर्धा में जूनियर नेशन चैंपियनशिप जीतकर अल्मा मेटर का नाम रोशन किया। अब वह बेंगलुरू में राष्ट्रीय शिविर में अपने कौशल को निखार रहे हैं। वह 4 से 7 जून, 2023 तक जूनियर एशियाई एथलीट चैम्पियनशिप में येचिओन, दक्षिण कोरिया में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने इस बड़ी उपलब्धि के लिए शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के साथ-साथ छात्र भरतप्रीत सिंह को बधाई दी। शारीरिक शिक्षा विभाग के अध्यक्ष डॉ. मनु सूद ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि डी.ए.वी. कॉलेज खेल के क्षेत्र में एक महान विरासत है। उन्होंने बताया कि कॉलेज ने कई खेल सितारे दिए हैं जिन्होंने देश का नाम रोशन किया है। यह कॉलेज खिलाड़ियों के राष्ट्रीय पूल में अपने योगदान के लिए जाना जाता है। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि कॉलेज ने कई खेल विधाओं में उत्कृष्ट खिलाड़ी तैयार किए हैं, जिनमें 28 ओलंपियन, एक मेजर ध्यानचंद खेल रतन पुरस्कार विजेता, 4 द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता, 8 महाराजा रणजीत सिंह पुरस्कार विजेता, 4 ध्यान चंद पुरस्कार विजेता और 17 अर्जुन पुरस्कार विजेता शामिल हैं। हाल ही में कॉलेज ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय मैन हॉकी टीम में 8 खिलाड़ियों का योगदान देकर एक इतिहास रचा, इसके अलावा छह पूर्व छात्र भारत के ओडिशा में आयोजित हॉकी विश्व कप के लिए भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। उन्होंने कहा कि यह सब डीएवी कॉलेज प्रबंध समिति, नई दिल्ली के सहयोग से ही संभव हो सका। प्रबंधन ने 17/½ एकड़ विशाल खेल का मैदान और खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए सर्वोत्तम प्रशिक्षकों को नियुक्त किया है। संस्था ने पंजाब खेल विभाग और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर शिविर आयोजित करने और हाल ही में आयोजित "खेडा वतन पंजाब दिया" आयोजित करने के लिए सहयोग किया है, कॉलेज ने पंजाब सरकार के लिए कई खेल आयोजनों की सफलतापूर्वक मेजबानी की है। पी.आई.एस. (पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स) के सहयोग से कॉलेज सफलतापूर्वक एथलेटिक्स सेंटर चला रहा है, जहां यह जेवलिन थ्रो, शॉट पुट और डिस्कस थ्रो के क्षेत्र में राष्ट्रीय खेल सितारों को तैयार करता है। कॉलेज हैंडबॉल और फुटबॉल के खेल में जिला केंद्र संचालित करता है। इतिहास की बात करें तो प्रथम द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता श्री देश प्रेम आज़ाद (क्रिकेट) इस कॉलेज का गौरवशाली एलूमनी हैं। हमारे पूर्व छात्र भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान मनप्रीत सिंह सर्वोच्च खेल पुरस्कार "मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार" प्राप्तकर्ता हैं। कॉलेज गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि इस यूनिवर्सिटी के पास सबसे अधिक बार मौलाना आज़ाद ट्रॉफी विजेता होने का गौरव है।

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के विद्यार्थियों ने DRUG ABUSE के अवसर पर पोस्टर बनाकर किया जागरूक

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर के एनएसएस विंग के विद्यार्थियों ने 'इंटरनेशनल डे अगेंस्ट ड्रग एब्यूज' के अवसर पर नशा विरोधी पोस्टर बनाकर लोगों को इससे बचने का संदेश दिया। विद्यार्थियों ने जहां एक तरफ स्वयं कभी भी ड्रग्स न लेने का संकल्प किया वहां दूसरी तरफ ड्रग्स की अवैध तस्करी को निशाना बनाते हुए उस पर भी पोस्टर बनाएं। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि एपीजे कॉलेज न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का अपना प्रण निभाता है बल्कि विद्यार्थियों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाकर देश के प्रति भी अपने कर्तव्य का निर्वहन सफलतापूर्वक करता है। एनएसएस विंग के विद्यार्थियों ने अपने रचनात्मक पोस्टर के माध्यम से अभिव्यक्त किया की ड्रग्स की चपेट में एक बार आने से जहां एक तरफ स्वास्थ्य  का नुकसान तो होता ही है वहां दूसरी तरफ परिवार और समाज भी इससे अछूते नहीं रहते, नशे की चपेट में आया हुआ व्यक्ति रिश्ते को तार-तार करने में भी जरा भी देर नहीं लगाता। डॉ नीरजा ढींगरा ने विद्यार्थियों को पोस्टर बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए एनएसएस विंग की डीन डॉ सिम्की देव के प्रयासों की भरपूर सराहना की।

सेंट सोल्जर की सोसायटी सेंटर फॉर पॉलिसी एंड रिसर्च ने समान नागरिक संहिता पर किया सर्वे

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर लॉ कॉलेज की रजिस्टर सोसायटी सेंटर फॉर पॉलिसी एंड रिसर्च (सीपीआर) ने देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की आवश्यकता और इससे जुड़े मामले लॉ कमीशन ऑफ़ इंडिया को अपने निष्कर्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से एक विषय सर्वे किया। सीपीआर के डायरेक्टर डॉ. एस.सी. शर्मा के मार्गदर्शन में 5 शिक्षकों और 4 छात्रों की एक टीम ने सर्वेक्षण किया। कुल 233 उत्तरदाताओं ने प्रश्नावली के 37 प्रश्नों का उत्तर दिया, जो यूसीसी, इसकी विषय-वस्तु और विवाह और तलाक, विरासत, बच्चों को गोद लेने, भरण-पोषण और समान-लिंग विवाह/लिव-इन से संबंधित मामलों पर विचारों से संबंधित थे। सर्वेक्षण के नमूने में 143 हिंदू, 66 सिख, 10 ईसाई, 10 मुस्लिम, 2 बौद्ध और 2 जैन शामिल थे। इनमें से 148 महिलाएं और 85 पुरुष थे, जिनके पास 20 से 70 वर्ष की आयु के बीच अनपढ़ से लेकर पीएचडी तक की शैक्षणिक योग्यता थी। सर्वेक्षण में विभिन्न धर्मों के लोगों के कई दिलचस्प और प्रगतिशील विचार सामने आए हैं। सर्वेक्षण में सामने आई महत्वपूर्ण टिप्पणियों में से हैं: मुस्लिम समुदाय सहित यूसीसी (99.85%) उत्तरदाताओं के पक्ष में भारी समर्थन, जिसमें विवाह और तलाक, गोद लेने, रखरखाव और उत्तराधिकार पर प्रावधान शामिल होने चाहिए। यूसीसी के पक्ष में सभी लोग एक-पत्नी विवाह चाहते थे, विवाह का पंजीकरण अनिवार्य बनाना, विवाह के लिए रिश्ते की निषिद्ध डिग्री को परिवार या सामुदायिक रीति-रिवाजों द्वारा निर्धारित रखना। तलाक के आधार पर सभी उत्तरदाताओं ने क्रूरता को एक आधार के रूप में स्वीकार किया और उनमें से अधिकांश व्यभिचार, परित्याग, पति या पत्नी का पागलपन, दुनिया का त्याग, और पति या पत्नी की लंबे समय तक अनुपस्थिति से मृत्यु की धारणा पर सहमत हुए। विवाह के अपूरणीय विघटन को जोड़ने पर 79% उत्तरदाता सहमत हुए। सभी सहमत थे कि अदालत को डिक्री पारित करने से पहले तलाक से बचने के लिए मध्यस्थता सेवाएं प्राप्त करनी चाहिए। 83% उत्तरदाताओं में से अधिकांश चाहते थे कि वैवाहिक अधिकारों की बहाली यूसीसी में एक प्रावधान होना चाहिए। विरासत/उत्तराधिकार के मुद्दे पर, एक दिलचस्प दृष्टिकोण सामने आया कि बेटी के बजाय बहू को उत्तराधिकार का अधिकार दिया जाना चाहिए (71.5% उत्तरदाताओं ने समर्थित) साथ ही अपने ससुर और सास का भरण-पोषण करने का दायित्व भी दिया जाए। व्यक्तिगत संपत्ति के मामले में भी, बहुमत का दृष्टिकोण (61.69%) यह था कि पिता/माता को व्यक्तिगत संपत्ति किसी को भी अपनी पसंद के अनुसार देने का स्वतंत्र विवेक नहीं होना चाहिए, बल्कि यह यूसीसी में उल्लिखित उत्तराधिकारियों को मिलनी चाहिए। बच्चों को गोद लेने पर, बहुमत का विचार (78%) था कि बच्चे को गोद लेना केवल अदालत के माध्यम से होना चाहिए, गोद लिए जाने वाले बच्चे की अधिकतम आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए (5 वर्ष से कम के लिए 46.22% और 10 वर्ष के लिए अन्य 10.3%) , 26.64% 14 वर्ष की मांग कर रहे हैं और अन्य इसके पक्ष में हैं कि कोई आयु-सीमा नहीं है)। 74.3% उत्तरदाताओं में से अधिकांश चाहते थे कि यदि गोद लेने वाले माता-पिता के पास उनके प्राकृतिक बच्चे हैं, तो दूसरे बच्चे को गोद लेने में कानूनी बाधा नहीं होनी चाहिए। सभी उत्तरदाता चाहते थे कि गोद लेने का पंजीकरण अनिवार्य होना चाहिए। दिलचस्प बात यह है कि 64.49% उत्तरदाताओं ने इस बात का समर्थन किया कि यूसीसी को कुछ असाधारण परिस्थितियों में गोद लिए गए बच्चे को वापस लेने का प्रावधान करना चाहिए और यह कानून की अदालत के माध्यम से होना चाहिए। भरण-पोषण के मुद्दे पर, 52.34% उत्तरदाताओं के एक छोटे से बहुमत ने व्यक्त किया कि पति को अपनी अलग रहने वाली पत्नी का भरण-पोषण करने के लिए बाध्य होना चाहिए और पत्नी को भी अपने पति के भरण-पोषण के लिए बाध्य होना चाहिए, यदि वह कमाऊ नहीं है। उत्तरदाताओं (83.2%) की अधिकांश राय यह थी कि यदि तलाकशुदा पत्नी अविवाहित रहती है तो पति को उसे भरण-पोषण देने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। ससुर/सास को विधवा बहू और उसके बच्चों का भरण-पोषण करना चाहिए और बहू को अपने साधनहीन ससुर और सास का भरण-पोषण करना चाहिए। यदि उनके पास कोई कमाई नहीं है तो बेटों को अपने माता-पिता का भरण-पोषण करना चाहिए (6% ने देखा कि भले ही माता-पिता के पास स्वतंत्र कमाई हो, उन्हें उनका भरण-पोषण करना चाहिए)। समलैंगिक विवाहों पर, (94.4%) की भारी प्रतिक्रिया यह थी कि इन्हें कोई कानूनी मान्यता नहीं मिलनी चाहिए। लिव-इन-रिलेशनशिप को कानूनी मान्यता देने के संबंध में भी यही राय थी। सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूशन्स के चेयरमैन अनिल चोपड़ा और वाइस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सार्थक शोध करने और लॉ कमीशन ऑफ़ इंडिया को अपनी टिप्पणियां भेजने के लिए लॉ कॉलेज और उसके अनुसंधान केंद्र के प्रयासों की सराहना की।

डेविएट की विद्यार्थी सुखमनजोत कौर का मल्टीनेशनल कम्पनी में 6.50 लाख के पैकेज पे चयन

जालंधर (अरोड़ा) - डी.ए.वी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (डेविएट), जालंधर की विद्यार्थी सुखमनजोत कौर को 6.50 लाख के पैकेज में मल्टीनेशनल कम्पनी “एसएपी लेब्स” के लिए चुना गया। एसएपी लेब्स एक जर्मन आधारित यूरोपीय बहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कम्पनी है जो व्यावसायिक संचालन और ग्राहक संबंधों का प्रबंधन करने के लिए उद्यम सॉफ्टवेयर बनाती है। एसएपी का मुख्यालय वालडॉर्फ़, बेडेन-वुर्टेमबर्ग, जर्मनी में है और कुळ 180 देशों में क्षेत्रीय कार्यालय है। एसएपी एंटरप्राइज़ एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर में मार्किट लीडर है और सबसे मूल्यवान आईटी सेवाओं के ब्रांडों में से एक मानी जाती है।

सुखमनजोत कौर ने बताया कि कंपनी में उसका काम सॉफ्टवेयर डेवलपर का होगा और कंपनी द्वारा ही पहले' एमटेक भी करवाई जायेगी। यह भी बताया कि प्लेसमेंट ड्राइव की तैयारी पहले से ही शुरू करली थी और कंपनी की जरूरतों के मुताबिक प्रोग्रामिंग और कोडिंग सीखने के लिए विशेष प्रयास किया गया था।

डेविएट के प्राचार्य डॉ. संजीव नवल ने सुखमनजोत  को उनकी सफलता पर बधाई  दी और  भविष्य के सभी प्रयासों के लिए उन्हें शुभकामनाएं दीं।' उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि वह हमेशा प्लेसमेंट को लेकर जुनूनी रहे हैं और उन्हें उद्योग के लिए तैयार करने के लिए विशेष प्रयास किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि चयनित छात्रों की सफलता डीएवी प्रशासन की कड़ी मेहनत और अपने छात्रों को सर्वोत्तम संभव एक्सपोजर प्रदान करने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है, ताकि वे अपनी पहचान बना सकें। उन्होंने ट्रेनिंग और प्लेसमेंट विभाग के प्रमुख विश्व कपूर, रतीश भारद्वाज और फैकल्टी को भी बधाई दी, जिन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया और उनसे अच्छा काम जारी रखने का आग्रह किया।

एच.एम.वी. की बीएससी बायोटैक सेमेस्टर-5 की छात्राओं ने पाई यूनिवर्सिटी पोजीशन

जालंधर (अरोड़ा) :- हंस राज महिला महाविद्यालय की बीएससी (बायोटैक) सेमेस्टर - 5 की छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में पोजीशन प्राप्त कर कालेज का नाम रौशन किया है। नवप्रीत कौर ने 360 में से 321 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान, भव्या ने 310 अंकों से पांचवां स्थान तथा सृष्टि शर्मा ने 309 अंक प्राप्त कर छठा स्थान प्राप्त किया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने छात्राओं एवं विभागाध्यक्ष डॉ. जतिंदर कुमार को बधाई दी। इस अवसर पर डॉ. अंजना भाटिया व सुमित शर्मा भी उपस्थित रहे।

आई.के.जी पी.टी.यू अमृतसर कैम्पस में धरती माता की सुरक्षा विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के. गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आई.के.जी पी.टी.यू) के श्री अमृतसर साहिब परिसर में "धरती माता की सुरक्षा" विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया! यह कार्यक्रम एक निजी एफ.एम रेडियो चैनल के सहयोग से आयोजित किया गया था! प्रसिद्ध आर.जे. (रेडियो जॉकी) एडी ने इस कार्यक्रम के दौरान युवाओं को भावी पीढ़ियों के लिए धरती माता के संरक्षण एवं सुरक्षा के विषय पर प्रेरित किया एवं विषय के महत्व के बारे में भी जानकारी दी! इस अवसर पर एफएम टीम ने विश्वविद्यालय परिसर के बी.टेक, बीसीए छात्रों एवं फैकल्टी सदस्यों के साथ मनोरंजक तरीके से महत्वपूर्ण तथ्य भी साझा किए!

कार्यक्रम को छात्रों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली। इस अवसर पर बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में विद्यार्थियों के योगदान, सक्रिय भागीदारी आदि पर चर्चा की गई! छात्रों ने निजी एफएम टीम द्वारा आयोजित विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया।विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित रचनात्मक विचार साझा किये गये। डॉ. एसबीएस कलसी, डॉ. विक्रमजीत सिंह, डा.विपुल शर्मा, डाॅ. अजय कुमार की तरफ से इस अवसर पर विभिन्न जिम्मेदारियां संभाली गई! अमृतसर कैंपस निदेशक डाॅ. अमित सरीन ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. सुशील मित्तल, रजिस्ट्रार डॉ. एसके मिश्रा और डीन अकादमिक डॉ. विकास चावला द्वारा समय-समय पर दिए गए मार्गदर्शन के अनुसार विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे अवसर भी प्रदान किये जाते हैं! उन्होंने एक बेहतर और महत्वपूर्ण विषय पर कार्यक्रम तैयार करने के लिए निजी एफएम टीम को भी धन्यवाद दिया!

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