(Date : 18/April/2424)

(Date : 18/April/2424)

सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीटूशन्स के सभी स्कूल शाखाओं ने मनाया वर्ल्ड आर्ट डे | के.एम.वी. द्वारा राष्ट्रीय क्वांटम सप्ताह मनाते हुए एलिस इन क्वांटम लैंड विषय पर वर्कशॉप आयोजित | मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का संपूर्ण जीवन मानव जाति के लिए प्रेरणास्रोत है: सांसद रिंकू | पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर के कॉस्मेटोलॉजी विभाग द्वारा राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन | जीवनजोत सवेरा समाचार पत्र का नया अंक |

शिक्षा

डिप्स कॉलेज में शिक्षण क्षेत्र में प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स के महत्व से विद्यार्थियों को करवाया अवगत

जालंधर (प्रवीण) :- शिक्षण क्षेत्र में अपना करियर बनाने के चाहवान विद्यार्थियों को बेहतरीन शिक्षण के लिए प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स के बारे में जानकारी देने के लिए डिप्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन रड़ा मोड़ में इफेक्टिव कम्युनिकेशन स्किल्स पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की शुरूआत में छात्रों को कम्युनिकेशन के इतिहास से अवगत तथ्यों के बारे में जानकारी दी गई। प्रिंसिपल डॉ. ज्योति गुप्ता ने पीपुल टीचर्स को जानकारी देते हुए बताया कि एक अनुभवी शिक्षक के लिए जरूरी है कि वह किसी भी कक्षा में पढ़ाने से पहले अपने लक्ष्य, पाठ और विद्यार्थियों द्वारा पुछे जाने वाले सवालो के बारे में सब कुछ समझ ले ताकि वह बिना किसी दिक्कत के विद्यार्थियों को पढ़ा सकें। एक विद्यार्थी और शिक्षक के मध्य कम्युनिकेशन को बेहतर करने का यह सबसे अच्छा माध्यम है। जब एक शिक्षक की कम्युनिकेशन अच्छी होगी तो वह कक्षा में विद्यार्थियों पर पूरा नियंत्रण रख सकेगें और विद्यार्थियों को सीखने में भी मुख्य भूमिका अदा कर पाएगी। इससे अभिभावक भी बिना किसी झिझक के टीचर्स से बात कर बच्चों को जुड़ी समस्या को सांझा कर सकेगें। यह ध्यान रखना चाहिए कि कम्युनिकेशन का माध्यम सिर्फ बोल चाल ही नहीं बल्कि लिखित और व्यावहारिक तरीके से भी होता है। इसलिए हमें अपनी बॉडी लेंग्वेज पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि कम्युनिकेशन और अपनी भाषा ज्ञान को प्रभावी बनाने का सबसे अच्छा माध्यम इंटरपर्सनल कम्यूनिकेशन, ग्रुप और मास डिस्कशन होती है। इसमें जब आप बिना डरे अपने विचार पेश करते है तो आप अपनी गलतियों को सुधारते है और दूसरों से अन्य बेहतरीन तरीके सीखते है।

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर की प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी सिंडीकेट की सदस्य चयनित

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर की प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा को  गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर के वाइस चांसलर डॉ जसपाल सिंह सिंधु द्वारा सिंडिकेट की सदस्य चयनित किया गया। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी जिसका ना केवल उच्च शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान है बल्कि नैक(NAAC) द्वारा भी A++ ग्रेड प्राप्त है ।डॉ ढींगरा पहले से यूनिवर्सिटी के सैनेट की भी सदस्य हैं। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा को सिंडीकेट के सदस्य बनने का यह दायित्व निरंतर 9 वर्षों से प्रिंसिपल का दायित्व कुशलतापूर्वक निभाते हुए और विभिन्न क्षेत्रों जैसे संगीत,नृत्य, डिजाइन, थिएटर,फाइन आर्ट्स,कॉमर्स एंड मैनेजमेंट एवं कंप्यूटर में निरंतर दिशा निर्देश देते हुए कॉलेज का बुलंदियों तक पहुंचाने एवं उनकी रचनात्मक एवं दूरदर्शिता के कारण दिया गया है। सिंडीकेट, यूनिवर्सिटी की कार्यकारी निकाय(Executive Body) है जिसमें यूनिवर्सिटी से संबंधित शैक्षणिक,प्रशासनिक एवं आर्थिक विषयों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं। डॉ नीरजा ढींगरा ने वाइस चांसलर डॉ जसपाल सिंह संधू का आभार व्यक्त करते हुए कहा उन्होंने यह अवसर प्रदान करके मुझमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया है निश्चित रूप से मैं उनकी आशाओं पर पूरा उतरने का प्रयास करते हुए अपनी जिम्मेदारी का सफलतापूर्वक निर्वहण करूंगी।

सेंट सोल्जर छात्रों ने कहा नो टू प्लास्टिक

छात्रों ने कपडे, कागज़ के लिफाफे तैयार कर सभी को प्लास्टिक ना इस्तेमाल करने का दिया सन्देश

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- प्लास्टिक कप, बोतल, लिफाफों आदि से ख़राब हो रहे पर्यावरण को देखते हुए और पर्यावरण सुरक्षा के लिए सेंट सोल्जर डिवाईन पब्लिक स्कूल खाम्ब्रा द्वारा प्लास्टिक हटाओ जीवन बचाओ एक्टिविटी करवाई गई। इस असवर पर प्रिंसिपल रुपिंदर कौर के दिशा निर्देशों पर छात्रों ने "स्टॉप प्लास्टिक, प्लास्टिक मुक्त समाज, प्लास्टिक इस हार्मफुल, लिखकर और हाथों में "एक बेहतर कल के लिए आज प्लास्टिक के खिलाफ लड़ाई शुरू करें, प्लास्टिक हानिकारक है, डोंट वी ड्रास्टिक सैय नो टू प्लास्टिक, प्रदूषण को रोकें" आदि के पोस्टर्स हाथों में पकड़ जागरूकता फैलाई। इसके अतिरिक्त छात्रों द्वारा कपडे और कागज से लिफाफे तैयार कर सभी को उस प्रकार के लिफाफे इस्तेमाल करने का सन्देश दिया। वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने छात्रों के प्रयास की सराहना करते हुए सभी को इस मुहीम में शामिल होकर एक बेहतर समाज बनाने को कहा। सभी छात्रों और स्टाफ मेंबर्स ने जो प्लास्टिक वस्तुओं पर्यावरण के लिए घातक हैं उनका इस्तेमाल कम से कम करने की शपथ ग्रहण की।

एचएमवी द्वारा इंटेग्रेशन एवं विकाुएलाइजेशन पर वर्कशाप आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन की अध्यक्षता में हंस राज महिला महाविद्यालय के पीजी विभाग बायोइन्फारमैटिक्स एवं बायोटेक्नालिजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से डीबीटी स्टार स्कीम के अन्तर्गत वर्कशाप का आयोजन किया गया। वर्कशाप का विषय मल्टीऑमिक्स द्वारा इंटेग्रेशन एवं विकाुएलाइजेशन था। वर्कशाप का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वल एवं डीएवी गान से किया गया। डीन इनोवेशन एवं रिसर्च डॉ. अंजना भाटिया ने रिसोर्स पर्सन का परिचय दिया। रिसोर्स पर्सन के तौर पर एनआईपीजीआर, नई दिल्ली से ग्रुप लीडर डॉ. गीतांजलि यादव उपस्थित थी। डीन अकादमिक डॉ. सीमा मरवाहा, कनवीनर व विभागाध्यक्ष बायोटेक्नोलॉजी विभाग डॉ. जतिंदर, आर्गेनाइजिंग सचिव डॉ. हरप्रीत सिंह, बायोइन्फारमैटिक्स विभागाध्यक्ष, फिजिक्स विभागाध्यक्षा सलोनी शर्मा ने प्लांटर भेंट कर उनका स्वागत किया। डॉ. हरप्रीत सिंह ने वर्कशाप के विषय के बारे में बताया व डॉ. जतिंदर ने वर्कशाप के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. यादव ने छात्राओं को रिसर्च के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मानवता की भलाई के लिए छात्राओं को डाटा साइंस रिसर्च में अपना करियर अवश्य बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में डाटा वैज्ञानिकों की बहुत जरूरत है। इसके बाद 2 टैक्निकल सेशनों में छात्राओं ने बायोइन्फारमैटिक्स की नवीनतम तकनीकों की जानकारी हासिल की। उन्होंने स्ट्रिंग, यूनीपोर्ट, पीडीबी तथा बायोग्रिड आदि के प्रयोग से डाटा एक्सट्रैक्ट, विजुएलाइजेशन तथा एनालिसिस करने के गुर सीखे। इस वर्कशाप में पंजाब एवं चंडीगढ़ के विभिन्न संस्थानों के लगभग 40 ट्रेनीका ने हिस्सा लियाा। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने विभागों के प्रयास की सराहना की तथा कहा कि छात्राओं को नवीनतम जानकारी देना अति आवश्यक है। वर्कशाप में तकनीकी सहायता अरविंद चंदी व विधु वोहरा ने दी। आर्गेनाइजिंग कमेटी के सदस्य सुमित शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस अवसर पर दीक्षा, डॉ. श्वेता, डॉ. नीतिका कपूर, सुशील कुमार, रमनदीप कौर, डॉ. सिम्मी अग्रवाल, हरप्रीत, डॉ. साक्षी वर्मा, रवि कुमार, डॉ. वंदना व तनीषा भी मौजूद थे।

के.आर.एम डी.ए.वी. कॉलेज में कौशल आधारित निःशुल्क पाठ्यक्रमों के लिए शानदार प्रतिक्रिया

राष्ट्र निर्माण में कौशल एवं प्रशिक्षण का विशेष महत्व- विपन गुप्ता

नकोदर (अरोड़ा) - के.आर.एम. डी.ए.वी. कॉलेज, नकोदर, डीबीटेक सोसाइटी के सहयोग से, भारत सरकार द्वारा प्रमाणित मुफ्त कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों को छात्रों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। ई-कॉमर्स और सीआरएम पाठ्यक्रमों के पहले बैच की शुरुआत प्राचार्य डॉ. अनूप कुमार मुख्य अतिथि विपन गुप्ता व प्रदेश प्रभारी मनप्रीत कौर ने की।

छात्रों को संबोधित करते हुए विपन गुप्ता ने कहा कि प्रत्येक छात्र के लिए कौशल और प्रशिक्षण आवश्यक है ताकि राष्ट्र का निर्माण किया जा सके। प्राचार्य डाॅ. अनुप कुमार ने आज की युवा पीढ़ी को हुनर अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में कई क्षेत्रों में कौशल आधारित अवसर हैं। युवा छात्र कौशल आधारित निःशुल्क पाठ्यक्रम लेकर सॉफ्ट स्किल्स, कंप्यूटर ज्ञान और अंग्रेजी लिखने, पढ़ने, बोलने आदि का प्रशिक्षण भी प्राप्त कर रहे हैं। डीबीटेक सोसायटी की शिक्षा के क्षेत्र में जानकारी देते हुए कहा कि डी.ए.वी. कॉलेज में चल रहे इन कोर्सेज में कॉलेज का पूरा सहयोग मिल रहा है। इन निःशुल्क पाठ्यक्रमों में 18-29 वर्ष के बीच का कोई भी अभ्यर्थी प्रवेश ले सकता है। ये कोर्स तीन महीने की अवधि के हैं और इनका लाभ 10वीं और 12वीं पास उम्मीदवार उठा सकते हैं।

इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद छात्रों को रोजगार पाने में भी सहायता मिलेगी। इस अवसर पर पाठ्यक्रमों में नामांकित विद्यार्थियों ने कहा कि उन्हें अपना ज्ञान एवं कौशल बढ़ाने में काफी मदद मिल रही है।

सेंट सोल्जर छात्रों ने अध्यापकों को नतमस्तक हो मनाई गुरुपूर्णिमा

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- भारतीय संस्तृति में माता-पिता के बाद गुरु और फिर देवता को स्थान दिया गया है। कहा भी गया है 'माता-पिता, गुरु, देवता', गुरु जीवन का पथ प्रदर्शक हैं, इसलिए पुराणों में उनको ब्रह्मा, विष्णु और महेश के तुल्य माना गया है। इसी दिन को सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीटूशन्स के छात्रों द्वारा अपने अध्यापकों को नतमस्तक हो कर गुरु पूर्णिमा मनाई गई।

प्रिंसिपल सुधांशु गुप्ता के दिशा निर्देशों पर छात्रों चेरी, रेहान, हर्षिता, हरमन, बिट्टू, रिया, हरगुन, हैरी, ऋचा, अर्शप्रीत, शगुन, सहज, हर्षित, डिंपल, मान्या आदि ने पृथ्वी पर गुरु शब्द को लिखते हुए नतमस्तक हो कर उन्हें हर टाइम गाइड करने के लिए आभार प्रकट किया। छात्रों ने उन्हें हर समय रहनुमाई करने, अच्छे बुरे का फरक समझाने, नैतिक मूल्यों से जोड़ कर रखने के लिए धन्यवाद किया। वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने बताया के गुरु पूर्णिमा महर्षि वेद व्यास जी को ही समर्पित है। महर्षि वेद व्यास जी का जन्म आषाढ़ मास के पूर्णिमा को हुआ था, उनको समस्त मानव जाति का प्रथम गुरु माना जाता है और उन्होंने महाभारत की रचना की थी। चोपड़ा ने छात्रों को अपना आशीर्वाद दिया।

डिप्स चेन में छुट्टियों के बाद स्कूल पहुंचे बच्चों का गेम्स के साथ किया स्वागत

जालंधर (प्रवीण) :- गर्मी की छुट्टियों में परिवार के साथ विद्यार्थी काफी मस्ती करते है लेकिन छुट्टियों के बाद स्कूल आ कर दोस्तों और पसंदीदा टीचर्स से मिलने का एक अलग ही उत्साह होता है। बच्चों के इसी उत्साह को कायम रखते हुए डिप्स चेन के सभी स्कूलों में मस्ती भरे अंदाज से बच्चों को स्वागत किया गया। वेलकम बैक के पोस्टर बनाकर स्कूल को डेकोरेट करके उनके लिए विभिन्न तरह की गेम्स, टॉयज का आरेजमेंट किया गया ताकि स्कूल आकर बच्चे पढ़ाई में मन लगा सके। वैलकम बैक के पोस्टर पर बच्चों  के हैंड प्रिंट लिए गए। टीचर्स ने कहा कि जैसे सभी बच्चों के निशान इस पोस्टर पर एक साथ है उसी तरह क्लास भी में सभी मिलकर एकता से रहेगें। हमेशा एक दूसरे की मदद करेगें। सभी बच्चों ने टीचर्स और दोस्तों को उनके छुट्टियों के अनुभव के बारे में बताया। कुछ बच्चों ने अपने घूमने की कहानी तो कुछ न कुछ नया सीखने के अनुभव को शेयर किया। डिप्स चेन के एमडी सरदार तविंदर सिंह ने कहा कि जब छुटिट्यों के बाद बच्चे स्कूल आते है तो उन्हें ऐसा माहौल देना चाहिए जिसमें वह आसानी से घुल मिल सके और पढ़ाई में मन लगा सकें। छुट्टियों के बाद एक दम से स्कूल के अनुशासन में वापिस आने में उन्हें टाइम लग सकता है ऐसे में बच्चों को प्यार से समझाना चाहिए। सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने कहा कि स्कूल बच्चों से ही होता है, जब बच्चे कक्षाओं में पढ़ते मस्ती करते है तो स्कूल का अलग ही माहौल होता है। डिप्स द्वारा बच्चों को वह माहौल देने की कोशिश की जाती है जिसमें वह एक बेहतर इंसान बन सके।

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में सूचना तंत्र के युग में गुरु की भूमिका और भी अहं एवं चुनौतीपूर्ण:प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर सदा ही गुरु शिष्य परंपरा को आत्मसात करते हुए बदलते युग की चुनौतियों के साथ विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने एवं उन्हें सही गलत में फर्क समझाने के लिए तत्पर रहता है। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बीते समय में गुरु जो भी कहते थे शिष्य उसको चुपचाप गुरु का आदेश समझकर मान लेते थे और गुरु से कोई भी प्रश्न करने का साहस नहीं करते थे, लेकिन वैश्वीकरण एवं सूचना तंत्र के कारण आज शिष्य हर तरह की सूचनाओं से लैस है तो वे किसी भी बात को भावावेश में आकर स्वीकार नहीं करते बल्कि उनको तर्क के साथ आज हर बात समझानी होती है, बीते समय में विवेकानंद जैसे कोई एकआध शिष्य ही ऐसे होते थे जो गुरु को ठोक बजाकर स्वीकार करते थे लेकिन आज का हर युवा इंटरनैट की मेहरबानी से सूचनाओं के जाल में ऐसे घिरा हुआ है कि वह स्वयं असमंजस की स्थिति में है और सही-गलत का चुनाव नहीं कर पा रहा तू ऐसी स्थिति में गुरु का दायित्व बनता है कि वी विद्यार्थियों को सूचना और ज्ञान के बीच के अंतर से परिचित करवाएं और उसे सही दिशा की ओर आगे बढ़ने में मदद करें। उन्होंने कहा कि आज के युग में गुरु की भूमिका ज्यादा महत्त्वपूर्ण, चुनौतीपूर्ण एवं सजग रहने की है ताकि विद्यार्थी गलत दिशा की ओर भटक न जाए।

आई.के.जी पी.टी.यू के कुलपति डा.मित्तल ने कर्मचारी हरजिंदर सिंह को सेवानिवृत्ति पर सम्मानित किया

जालंधर (अरोड़ा) :- आई.के गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी (आईकेजी पीटीयू) में सोमवार को कर्मचारी हरजिंदर सिंह, वरिष्ठ सहायक को सेवानिवृति के अवसर पर सम्मानित किया गया! इस अवसर पर आयोजित विदाई समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुशील मित्तल ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया! अपने मुख्य भाषण में उन्होंने विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को ईमानदारी के साथ अपने-अपने पदों पर अथक परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया! इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. एस. के मिश्रा एवं संयुक्त रजिस्ट्रार एवं डीन पी एंड ईपी डॉ आर.पी.एस बेदी ने भी सहकर्मियों के साथ अपने विचार साझा किये! कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी के एच.आर विभाग की ओर से किया गया,

जिसमें डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. एकोंकार सिंह जोहल की तरफ से कुलपति डॉ. सुशील मित्तल, रजिस्ट्रार डॉ. एस.के मिश्रा एवं डीन पी.एण्ड ई.पी डा.आर पी एस बेदी के हाथों सेवानिवृत्त कर्मचारी हरजिंदर सिंह को सम्मानित करवाया गया! वरिष्ठ सहायक हरजिंदर सिंह यूनिवर्सिटी में आने से पहले भारतीय सेना में थे और वहां से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्ष 2010 में विश्वविद्यालय में क्लर्क के तौर पर भर्ती हुए थे! वर्ष 2013 में उन्हें वरिष्ठ सहायक के पद पर पदोन्नत किया गया था !

सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ ने परधुमन गर्ग लॉ चैंबर्स के साथ समझौता ज्ञापन पर किये हस्ताक्षर

जालंधर (अरोड़ा) :- सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ, सीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, साउथ कैंपस, शाहपुर, जालंधर ने सेक्टर 43बी चंडीगढ़ स्थित परधुमन गर्ग लॉ चैंबर्स,  के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के अधिवक्ता परधुमन गर्ग, अधिवक्ता जगतेश्वर सिंह, अधिवक्ता रूपिंदर कौर और अधिवक्ता चाहत बंसल ने हस्ताक्षर किए।

इस साझेदारी का उद्देश्य सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ और प्रधुमन गर्ग लॉ चैंबर्स के बीच पारस्परिक रूप से लाभप्रद संबंधों को बढ़ावा देना और दोनों संस्थानों के छात्रों और संकाय सदस्यों के शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास को बढ़ाना है। इस अवसर पर सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ की प्रिंसीपल डाॅ. युगदीप कौर ने कहा कि यह छात्रों और कर्मचारियों दोनों के लिए पेशे को बेहतर ढंग से समझने और पेशेवर कौशल विकसित करने का एक शानदार अवसर है। इसके साथ ही उन्होंने परधुमन गर्ग लॉ चैंबर्स से जुड़ने की खुशी भी जाहिर की। 

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