(Date : 19/April/2424)

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जिला मैजिस्ट्रेट ने 21 अप्रैल को भगवान महावीर जयंती पर सभी दुकानों/सड़को पर मांस और अंडे की बिक्री पर लगाई पाबंदी | वाइस एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी को अगला नौसेना प्रमुख नियुक्त किया गया | जिला चुनाव अधिकारी ने मजबूत लोकतंत्र के लिए युवाओं को अधिक से अधिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का न्योता दिया | भाजपा की जीत से ही होगा जालंधर का विकास: सांसद रिंकू | ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਵੱਲੋਂ ਦਿਵਿਆਂਗ ਵੋਟਰਾਂ ਨਾਲ ਸੰਵਾਦ ਪ੍ਰੋਗਰਾਮ ਆਯੋਜਿਤ |

शिक्षा

एनईपी-2020 के तीन साल पूरे होने के अवसर पर पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन

एनईपी-2020 कार्यान्वयन के माध्यम से शिक्षा में बदलाव: उपलब्धियां और आगे की राह

शीर्षक से एक हैंडबुक का किया गया अनावरण*

एनईपी-2020 के प्रमुख परिवर्तनकारी सुधारों का कार्यान्वयन विश्वविद्यालय के छात्रों में वांछित कौशल के विकास में अत्यधिक प्रभावी रहा है - प्रोफेसर राघवेंद्र पी. तिवारी

जालंधर (ब्यूरो) :- राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तीन साल पूरे होने के अवसर पर, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने एनईपी-2020 के सफल कार्यान्वयन और इसके भविष्य के रोडमैप हेतु विश्वविद्यालय के चरण-दर-चरण प्रयासों को साझा करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। कार्यक्रम के दौरान, पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ "एनईपी-2020 कार्यान्वयन के माध्यम से शिक्षा में बदलाव: उपलब्धियां और आगे की राह" शीर्षक से एक हैंडबुक का अनावरण किया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एनईपी-2020 के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए कुलपति प्रो. राघवेंद्र पी. तिवारी ने कहा कि भारत की शैक्षिक अवसंरचना को मजबूत करने और प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ कराने पर केंद्रित यह शिक्षा नीति अंततः सृजन को बढ़ावा देते हुए एक जीवंत और ज्ञानवान समाज का सृजन करेगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एनईपी-2020 के परिवर्तनकारी सुधारों का उद्देश्य वैश्विक कौशल एवं नैतिक मूल्यों से परिपूर्ण उत्तरदायी नागरिक तैयार करना है, जो आत्मनिर्भर भारत की यात्रा में योगदान देंगे। उच्च शिक्षा में वांछित परिवर्तन लाने के लिए पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2021-2022 और 2022-2023 के दौरान एनईपी-2020 के कई महत्वपूर्ण उपाय लागू किए हैं। इन उपायों में शामिल हैं: एलओसीएफ (लर्निंग आउटकम-सेंट्रिक फ्रेमवर्क) आधारित बहु-विषयक, समग्र और लचीला पाठ्यक्रम का परिचय; एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी) और राष्ट्रीय शैक्षणिक डिपॉजिटरी (एनएडी) के साथ शिक्षा का डिजिटलीकरण; बहु-प्रवेश एवं निकास (एमईई) विकल्पों का कार्यान्वयन; मूक (मैसिव ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम) के माध्यम से क्रेडिट ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करना और राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क (एनसीआरएफ) को अपनाना; और प्रशिक्षुता, शोध प्रबंध, सामुदायिक शिक्षण, औद्योगिक प्रशिक्षण, सेवा शिक्षण, ग्रामीण-परिवेश मॉड्यूल, शैक्षिक एवं क्षेत्र भ्रमण जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से अनुभवजन्य शिक्षा को बढ़ावा देना। प्रो. तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि नीति "क्या सीखें" के बजाय "कैसे सीखें" पर ध्यान केंद्रित करते हुए परिणाम-आधारित शिक्षा को प्राथमिकता देती है। इस दृष्टिकोण के अनुरूप विश्वविद्यालय पाठ्यक्रम में कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों को शामिल करते हुए सक्रिय रूप से छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। इस प्रकार के पाठ्यक्रम छात्रों में वांछित कौशल को विकसित करने में अत्यधिक प्रभावी रहे हैं। प्रो. तिवारी ने बताया कि एनईपी-2020 के पहले से क्रियान्वित घटकों को बढ़ाने के अलावा विश्वविद्यालय ने एनईपी-2020 के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए आगे की रणनीतियों का एक सेट विकसित किया है। इन रणनीतियों में उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान में विकल्पों का विस्तार करने के उद्देश्य से नए युग के कार्यक्रमों के साथ-साथ दोहरी-डिग्री और संयुक्त डिग्री कार्यक्रमों की शुरूआत शामिल है। उन्होंने कहा कि  विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम के माध्यम से सामुदायिक भागेदारी को सक्रिय रूप से बढ़ावा देते हुए सामाजिक उद्यमिता एवं सतत विकास, सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों और भारतीय ज्ञान परंपराओं को बढ़ावा देने हेतु समर्पित है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या बढ़ाने और विश्वविद्यालय को एक अनुसंधान-केंद्रित संस्थान में बदलने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आईक्यूएसी निदेशक प्रो. मोनिशा धीमान, परीक्षा नियंत्रक एवं कुलसचिव (प्रभारी) प्रो. बी.पी. गर्ग; डीन छात्र कल्याण प्रो. संजीव ठाकुर; वित्त अधिकारी डॉ. राजकुमार शर्मा, डॉ. बावा सिंह और डॉ. रमनप्रीत कौर आदि उपस्थित थे। इस प्रेस वार्ता के दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने देश के युवाओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पूर्ण क्रियान्वयन से उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षण, शोध, कौशल विकास, सामाजिक-संपर्क और संसाधन सृजन हेतु लाभान्वित करने के लिए भविष्य की रणनीतियां साझा की।

पिम्स में हेपेटाइटस दिवस मनाया

जालंधर (मक्कड़) :- पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मेडिकल साइंसिज (पिम्स) में हेपेटाइटस दिवस मनाया गया। इस अवसर पर पिम्स के एगिजेक्टिव डायरेक्टर डा. कंवलजीत सिंह, रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह, डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा विशेष रूप से शामिल हुए। इस अवसर पर कार्यकारी निदेशक डा. कंवलजीत सिंह ने बताया कि हेपेटाइटिस खासकर पांच प्रकार का होता है- ए,बी,सी डी और ई। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस बी और सी विश्व का सबसे अधिक सामान्य लीवर का संक्रमण है। हेपेटाईटिस बी लीवर पर हमला कर उसे क्षति पहुंचाता है। अगर हैपेटाइटिस बी की वेक्सीन समय पर ली जाए तो उससे बचा जा सकता है। शुरूआत के छह महीने में हेपेटाइटिस बी इंफेक्शन को एक्टूस माना जाता है.। सही इलाज से ज्यादातर लोग इन छह महीनो में ठीक हो जाते हैं। यह वायरस रक्त से रक्त का संपर्क होने पर फैलता है। यह सुई के एक दूसरे के प्रयोग होने या यौन संपर्क के माध्यम से हो सकता है। ब्ल्ड टेस्ट से इसकी  पहचान की जा सकती है। उन्होंने  बताया कि सरकारी अस्पतालों में इसका इलाज मुफ्त होता है।

रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह ने कहा ऐसे कार्यक्रमों से लोगों के साथ एमबीबीएस के बच्चों में जागरुकता बढ़ती है। उम्मीद करते हैं कि आगे भी इसी तरह जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन जारी रहेगा। उन्होंने अगर इस जागरुकता कार्यक्रम के द्वारा किसी एक मरीज की भी जान बचा ले तों इससे बढ़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं होगा। डायरेक्टर प्रिंसीपल डा. राजीव अरोड़ा ने  कहा कि हेपेटाइटिस दिवस का इस साल का थीम है वन लाइफ वन लीवर है। उन्होंने कहा कि लीवर को साफ और मजबूत बनाकर हेपेटाइटिस से बचने के लिए फल-सब्जियों का सेवन ब़ढ़ाएं, इसके अलावा तरल पदार्थों की मात्रा बढ़ाएं, मसालेदार भोजन से बचे। मेडिसन विभाग के प्रमुख डा. एन.एस नेकी, डा तरुणदीप सिंह, डा. कुसुम बाली, डा. सुनील शर्मा, गायनी विभाग के प्रमुख डा. एच के चीमा, सर्जरी विभाग के प्रमुख डा. रजनीश कुमार और बच्चों के विभाग के प्रोफेसर डा. जतिंदर सिंह ने संयुक्त रूप से संबोधित किया।

एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर में 'रुको, सोचो, प्रतिबिंबित करो' का आयोजन किया गया

जालंधर (अरोड़ा) :- रचनात्मकता और जागरूकता के शानदार प्रदर्शन में एपीजे स्कूल, टांडा रोड, जालंधर में छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों ने एक इंटर हाउस प्रतियोगिता "पॉज़ थिंक रिफ्लेक्ट" में भाग लिया। स्कूल द्वारा आयोजित इस अनूठे कार्यक्रम का उद्देश्य युवा दिमागों में आलोचनात्मक सोच और प्रतिबिंब को प्रोत्साहित करना था l कार्यक्रम में छात्रों की भागीदारी प्रभावशाली और विचारोत्तेजक दोनों थी। प्रत्येक हाउस टीम ने एक विशिष्ट मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया और विशेषज्ञों और समुदाय के सदस्यों के साथ साक्षात्कार के माध्यम से उनके पीछे के मूल कारणों की पहचान की। आयोजन के दौरान, छात्रों ने अपने निष्कर्ष प्रस्तुत किए और पहचानी गई समस्याओं के समाधान के लिए नवीन समाधान प्रस्तावित किए। उन्होंने माइम, नुक्कड़ नाटक, वीडियो और नृत्य सहित रचनात्मक माध्यमों के संयोजन के माध्यम से अपने विचारों को प्रदर्शित किया, जिससे कार्यक्रम और अधिक आकर्षक और प्रभावशाली बन गया। सदनों को दिए गए विषय थे-

1. बच्चों का मोटापा- अरावली हाउस

2. बाल श्रम-  नीलगिरी  हाउस

3. साथियों का दबाव- शिवालिक हाउस

4. बालिकाओं के प्रति लैंगिक पूर्वाग्रह -  विंध्या हाउस

रिसोर्स पर्सन गुरविंदर कौर, सामाजिक विज्ञान विभाग, एपीजे स्कूल, महावीर मार्ग, जालंधर द्वारा छात्रों की प्रस्तुतियों की बहुत सराहना की गई। स्कूल की समन्वयक दीप्ति कौशल ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और महत्वपूर्ण मुद्दों पर आलोचनात्मक रूप से सोचने और सहयोगात्मक रूप से काम करने की उनकी क्षमता पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने उन्हें भविष्य में भी इसी तरह की पहल के माध्यम से एक बेहतर समाज बनाने के अपने प्रयास जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

दोआबा कॉलेज में च्च्सैल्यूट टू रियल हीरोकाज्ज् कार्यक्रम आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- दोआबा कॉलेज की दिशा कमेटी द्वारा हॉक राईडर क्लब के सहयोग से कारगिल विजय दिवस को समर्पित च्च्सैल्यूट टू रियल हीरोकाज्ज् कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें एम.एफ फारूकी- आईपीएस, एडीजीपी, पंजाब आर्मड पुलिस बतौर मुख्य मेहमान, एस.सी. खिंडरिया- शहीद लैफ्टिनेंट सचिन खिंडरिया के पिता, रवी दादा- शहीद मेजर रमन दादा के पिता, कैपटन अंजली शिखारी- शहीद मेजर रमन दादा की बहन, डा. शबनम शर्मा- बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, रोहित शर्मा- हॉक राईडरस, डा. ओमिंदर जोहल, प्रो. सुखविंदर सिंह, डा. सुरेश मागो- ईवेंट कोर्डीनेटरस, प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि देश की सरहदों की रक्षा करते हुए अपने प्राण त्यागने वाले शहीदों को भावनात्मक श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि हमारे देश के नौजवानों, विद्यार्थियों एवं एनसीसी कैडेट्स को इन बलिदानियों के पद् चिन्हों पर चलते हुए अपने देश के प्रति राष्ट्र भावना व चेतना से कार्य करना चाहिए ताकि देश की अखंडता को अक्षुण रखा जा सके। मुख्य मेहमान एमएफ फारूकी ने अपने संबोधन में भारत की सेना द्वारा कारगिल की लड़ाई में दर्शाये गए अभूतपूर्व शोर्य का किार्क करते हुए कहा कि आज के नौजवानों को इन वीर सैनिकों से प्रेरणा लेकर देश की तरक्की के  लिए आत्म नियंत्रण, निष्ठा, स्वंयम मुल्यांकण आदि गुणों का विकास कर अपने समाज को विकास की ओर ले जाना चाहिए। रोहित शर्मा ने उपरोक्त शहीदों के बलिदान का किाकर करते हुए कहा कि हॉक राईडरस शहर के विभिन्न गैर सरकारी समाज सेवक संगठनों के सहयोग से इन शहीदों की प्रतिमाओं के रख रखाव के कार्य को करेगा। प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, रोहित शर्मा व एम.एफ फारूकी ने उपरोक्त शहीदों के परिवार के सदस्यों को सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया। प्रो. सुखविंदर सिंह ने वोट ऑफ थैंकस दिया। प्रो. प्रिया चोपड़ा ने मँच संचालन बखूबी किया।

सेंट सोल्जर छात्राओं ने बोलियां डालते हुए मनाई तीज

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- सेंट सोल्जर डिवाईन पब्लिक स्कूल कपूरथला रोड ब्रांच के छात्रों द्वारा तीज का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया जिसमें छात्राओं और अध्यापिकाओं ने प्रोग्राम को खास बनाने के लिए सांस्कृतिक पहनावें में संस्था में पहुँचे। इस अवसर पर छात्राओं द्वारा फोक गीत, बोलियाँ, डांस, गिद्दा, भंगड़ा और मॉडलिंग पेश करते हुए अपनी कला का प्रदर्शन किया।

कार्यकम्र में गाँव की झलक दिखाने के लिए फुलकारियाँ, छज, चाटियां, माधानियाँ सजाई गई। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं भी करवाई गई। प्रिंसिपल दिवप्रीत कौर ने छात्रों को तीज का महत्व बताते हुए कहा कि अमीर पंजाबी संस्कृति को कायम रखने के लिए ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करना बहुत जरूरी है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी अपनी संस्कृति से जुड़ी रहे। वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने सभी को तीज पर्व की बधाई देते हुए सभी को शुभ कामनाऐं दी।

डिप्स कॉलेज के विद्यार्थियों ने डिस्टिंक्शन में हासिल की पोजीशन

जालंधर (प्रवीण) :- जीएनडीयू द्वारा जारी किए गए बीए पहले सेमेस्टर और पीजी डिप्लोमा इन कॉस्मेटोलॉजी के परिणाम में डिप्स कॉलेज ( को एजुकेशनल) ढिलवां के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए डिस्टिंक्शन में पोजीशन हासिल की। कॉलेज कोर्डिनेटर हरप्रीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि पीजी डिप्लोमा इन कॉस्मेटोलॉजी के सारे विद्यार्थियों ने डिस्टिंक्शन में पोजीशन हासिल की। कोर्स में गगनदीप कौर ने पहला, जसविंदर कौर ने दूसरा, शरणजीत कौर ने तीसरा स्थान हासिल किया। परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने पर सभी विद्यार्थियो को सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया और इसी तरह अब अगली परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए कहा। डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह और सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए इसी तरह दिन रात मेहनत करके डिप्स चेन का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित किया।

दोआबा कॉलेज में कारगिल विजय दिवस पर रन फॉर वॉरियर्स आयोजित

जालंधर (अरोड़ा) :- दोआबा कॉलेज और हॉक राइडर्स जालन्धर ने कारगिल विजय दिवस को समर्पित च्च्रन फॉर वॉरियर्सज्ज् कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें आलोक सोंधी- महासचिव, कॉलेज मैनेजिंग कमेटी बतौर मुख्य मेहमान, डा. सतपाल गुप्ता, श्री रोहित शर्मा- हॉक राइडर्स, डा. पूजा कपूर, डा. मँजुला, डा. मंजु, डा. संजीव दुगल, सुनील शर्मा- कोच एवं मैरार्थनर, सर्वराजकुमार, सर्वजीत शर्मा, गगन कुमार बतौर विशेष मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनंदन प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी, डा. ओमिंदर जोहल, प्रो. सुखविंदर सिंह, डा. सुरेश मागो एवं प्रो. नवीन जोशी- ईवेंट कोर्डीनेटरस, प्रो. अरविंद नंदा, प्राध्यापकों, विद्यार्थियों एवं हॉक राइडर्स के मैराथॉन रर्नस ने किया। प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी ने कहा कि कारगिल में सीमित साधन व मुशकिल हालात होने पर भी देश के सैनिकों ने निस्वार्थ भाव से देशप्रेम दर्शाते हुए अपने प्राणों को नौशावर कर देश की सीमाओं की रक्षा की। हम सभी को इन वीर सैनिकों से प्रेरणा लेते हुए अपने अपने कार्यों को तनमंयता एवं ईमानदारी से करना चाहिए जोकि हम सब की ओर से एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। आलोक सोंधी ने कॉलेज द्वारा कारगिल विजय दिवस पर आयोजित की गई इस सकारात्मक च्च्रन फॉर वॉरियर्सज्ज् की प्रशंसा की तथा भविष्य में भी विद्यार्थियों को ऐसे देश के शहीदों के बलिदान को याद रख कर देश के निर्माण में अपना योगदान देने के लिए कहा। प्रिं. डा. प्रदीप भंडारी व आलोक सोंधी ने इस रन में भाग लेने आए सभी नामवर डाक्टरों व शहरियों को सम्मान चिन्ह व मैराथान में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सर्टीफिकेट देकर सम्मानित किया। आलोक सोंधी ने झंडा दिखा कर मैराथान का शुभारंभ किया जिसमें दोआबा कॉलेज कैम्पस से मैराथान को आरंभ कर दौड़ाकों ने दोआबा चौंक, पठानकोट बाईपास चौंक, लम्बा पिंड चौंक, किशन पुरा चौंक से दौड़ते हुए 4.8 कि.मी. तय कर समाप्त किया।

के.एम.वी. प्रदान कर रहा है ग्लोबल यूनिवर्सिटीज़ द्वारा मान्यता प्राप्त ऑनर्स के साथ चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम्स

सभी स्ट्रीम के लिए पांच वर्षीय  इंटीग्रेटेड मास्टर्स प्रोग्राम्स

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक और नया आयाम स्थापित करते हुए भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुसार विज्ञान, कॉमर्स, आईटी तथा ह्युमेनेटिंग में पांच वर्षीय  इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स की शुरुआत की है. इस प्रणाली के तहत छात्राओं को मल्टीपल एग्जिट सिस्टम की पेशकश की जाती है। तीन साल के बाद छात्राएं बी.ए./बी.एस.सी./बी.कॉम  की डिग्री मेजर सब्जेक्टस के साथ हासिल कर सकती हैं. प्रमुख विषय में डिग्री. चार साल के बाद छात्राएं ऑनर्स डिग्री प्राप्त कर सकती हैं जबकि पांच साल के बाद मास्टर डिग्री हासिल कर सकती हैं. इससे छात्राओं को अपनी पसंद के अनुसार अपनी डिग्री पूरी करने में मदद मिलेगी क्योंकि जो विद्यार्थी नौकरी चुनना चाहते हैं वे तीन साल के बाद डिग्री हासिल कर रोज़गार के लिए जा सकते हैं जबकि बाद में वह अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन या ऑनर्स की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं. इससे विद्यार्थियों को जब चाहें विशेषज्ञता लेने में मदद मिलेगी. ऑनर्स प्रोग्रामों को समर्पित वर्ष विशेष रूप से संबंधित स्ट्रीम पर विशेषज्ञता पर केंद्रित होगा. यह कार्यक्रम भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के अनुरूप हैं और शिक्षा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत ढांचे को केंद्र में रखकर तैयार किए गए हैं. इसके साथ ही  विद्यार्थी क्रेडिट सिस्टम में अध्ययन करेंगे जिससे उन्हें विश्व स्तर पर अपने क्रेडिटस जुटाने में मदद मिलेगी। क्रेडिट ट्रांसफर की पूरी प्रक्रिया कागज़ रहित होगी क्योंकि छात्राएं अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिटस (ए.बी.सी.) में रजिस्टर्ड हो रही हैं. विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम के साथ के.एम.वी. के रहे विभिन्न प्रोग्राम तेज़ी से परस्पर जुड़ी दुनिया में छात्राओं को सफलता के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. अंतरराष्ट्रीय मानकों और सर्वोत्तम प्रैक्टिसिज़ के अनुरूप अपने कार्यक्रमों को डिज़ाइन करके, के.एम.वी. यह सुनिश्चित करता है कि ग्रैजुएट्स के पास एक पूर्ण कौशल सेट हो जो विभिन्न उद्योगों और देशों में  रोज़गार के विभिन्न अवसरों की प्राप्ति के लिए कारगर साबित हो. के.एम.वी. एक व्यापक और विविध शैक्षिक अनुभव पर भी जोर देता है, जिसमें छात्राओं को वैश्विक नौकरी बाज़ार  के लिए तैयार करती ज़रूरी अवधारणाओं से लैस करने के लिए सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक ज्ञान दोनों को शामिल किया जाता है.

दुनिया भर में मान्यता प्राप्त और सम्मानित पाठ्यक्रम प्रदान करके, यह छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय गतिशीलता और उनके चुने हुए क्षेत्रों में शानदार बढ़त के अवसर प्रदान करता है. के.एम.वी. कई प्रतिष्ठित अमेरिकी, यूरोपीय और  कनेडियन  यूनिवर्सिटीओं और कॉलेजों के साथ विभिन्न सहयोगों, एकेडमिक टाइअप्स एवं स्टूडेंट एक्सचेंज के माध्यम से छात्राओं में वैश्विक दक्षताओं को बढ़ावा देने का प्रयास करता है. के.एम.वी. की चैथम यूनिवर्सिटी, यू.एस.ए., बोस्टन यूनिवर्सिटी, यू.एस.ए., इओटवोस लोरैंड यूनिवर्सिटी, हंगरी आदि के साथ अंतरराष्ट्रीय भागीदारी है और पिछले कुछ वर्षों में छात्राओं ने कई लाभकारी कार्यक्रमों का लाभ  भी उठाया है. यह इन अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों का ही परिणाम है कि  केएमबी की छात्राओं ने ना केवल अक्सर अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटीओं का दौरा किया है और बल्कि विभिन्न प्रशंसित अमेरिकी  यूनिवर्सिटीओं में प्रवेश भी प्राप्त किया है.  विद्यालय की कई छात्राओं को के.एम.वी. बेमिसाल वैश्विक प्रदर्शन के बल पर संस्था द्वारा संचालित असाधारण अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों के माध्यम से  बोस्टन विश्वविद्यालय, यू.एस.ए. जैसी फॉरेन यूनिवर्सिटीओं में भी प्रवेश मिला है. इसके अलावा, के.एम.वी. प्रत्येक प्रोग्राम में 70 प्रतिशत तक स्किल कॉम्पोनेंट की पेशकश भी कर रहा है, जो एक उन्नत पाठ्यक्रम और व्यापक औद्योगिक प्रशिक्षण और इंटर्नशिप द्वारा पूरक है. पेशेवर दुनिया की उभरती मांगों को पहचानते हुए, के.एम.वी. ने कक्षा में सीखने और व्यावहारिक  ज्ञान के बीच अंतर को खत्म के लिए एक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाया है. इन सभी पहलों का एक मुख्य उद्देश्य छात्राओं के लिए प्लेसमेंट के अवसरों को अधिकतम करना है. उन्हें एक मजबूत कौशल सेट से लैस करके और विभिन्न उद्योगों में अनुभव प्रदान करके, के.एम.वी. का लक्ष्य उनकी रोज़गार क्षमता को बढ़ाना और उत्कृष्ट कैरियर की संभावनाएं सुनिश्चित करना है. कॉलेज छात्राओं को रोज़गार हासिल करने में सहायता कर करती हुए  उन्हें व्यावसायिक सफलता की राह पर स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है. प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि ऑटोनॉमस  दर्जा पाने वाला पहला और एकमात्र महिला कॉलेज होने के नाते, के.एम.वी. ने कॉलेजों की उच्च श्रेणी में प्रवेश किया है और नई शिक्षा नीति के साथ शिक्षा में कई सुधार पेश किए हैं. उन्होंने आगे कहा कि भारत और विदेश के शिक्षाविदों और हमारे औद्योगिक भागीदारों ने 21वीं सदी के कौशल के अनुसार  विभिन्न प्रोग्रामों के सिलेबस को अपग्रेड करने में हमारी मदद की है और के.एम.वी. ने शिक्षा में सर्वोत्तम मानक का मार्ग खोला है।

डिप्स के विद्यार्थियों ने देश के लिए शहीद हुए वीरों को अर्पित किए श्रद्धासुमन

जालंधर (प्रवीण) :- ए मेरी जमीन अफसोस नहीं, जो तेरे लिए सौ दर्द सहे गीत गुनगुनाते हुए डिप्स चेन के विद्यार्थियों ने कारगिल के युद्ध में देश के लिए शहीद हुए वीर सैनिक को याद कर श्रद्धासुमन भेंट कर नमन किया। प्री प्राइमरी विंग के बच्चे वीर जवानों की भेषभुषा पहन कर स्कूल पहुंचे। सीनियर वर्ग के बच्चों ने अपने भाषण में बताया कि आज का दिन भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। कारगिल के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में लड़े गए इस युद्ध में भारतीय सेना ने अपने साहस का प्रदर्शन किया था।

नाटक के माध्यम से बच्चों ने युद्ध के कुछ महत्वपूर्ण और इतिहासिक किस्सो को पेश कर उनके बारे में जानकारी दी। छात्राओं ने मिलकर शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पे मिटने वालों का यही बाकी निशां होगा..... ए मेरे वतन के लोगों...., कल चले हम फिदा जान और तन साथियों..., आदि देशभक्ति से भरे गीतो पर डांस किया। कार्यक्रम के दौरान सारे विद्यार्थी देशभक्ति से भावना से झूम उठे। टीचर्स ने बच्चों को बताया कि भारत के वीर जवानों ने अपनी जान न्योछावर करके पाकिस्तान के कब्जे से कारगिल की ऊंची चोटियों को आजाद करवाया था। डिप्स चेन के एमडी सरदार तरविंदर सिंह ने कहा कि भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा अपने देश का मान बढ़ाते है। अपने परिवार को छोड़ कर मीलों दूर बार्डर पर बिना अपनी जान की परवाह किए देश की सुरक्षा करने वाले देश के इन वीर सैनिकों का हमेशा सम्मान करना चहिए। सीईओ मोनिका मंडोत्रा ने भारतीय सेना के साहस और शौर्य को नमन करते हुए कहा कि हमें अपने जवीनों की वीरता पर गर्व है। भारतीय सेना के वीर जवानों ने कारगिल में विपरीत स्थितियों में दुश्मनों को खदेड़ कर जीत हासिल की थी।

पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर की छात्रा ने यूनिवर्सिटी में शीर्ष स्थान हासिल किया

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर विमेन, जालंधर का  एमएससी फैशन डिजाइनिंग और मर्केंडाइजिंग सेमेस्टर द्वितीय मई 2023 का जीएनडीयू का परिणाम घोषित किया गया, जिसमे कुमारी ज्योत्सना ग्रोवर ने 1100 में से  1043 अंक (94.8%) प्राप्त कर यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान किया। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंधक समिति के अन्य उदार सदस्यों एवम प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) पूजा पराशर ने छात्रा को उसकी शैक्षणिक उपलब्धि और संस्थान को गौरवान्वित करने के लिए बधाई दी।

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