(Date : 25/April/2424)

(Date : 25/April/2424)

एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्टस जालंधर के विद्यार्थियों ने निःशुल्क सौंदर्य और त्वचा देखभाल समाधान सीखे | सीटी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ ने विद्यार्थी संघर्ष मोर्चा के सहयोग से एक घोषणा पत्र और निबंध लेखन प्रतियोगिता | संस्कृति केएमवी स्कूल ने जेईई (मुख्य) 2024 में अभूतपूर्व सफलता हासिल की | डीएवी कॉलेज जालंधर के ईको क्लब ने पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रम ईएमसीओ का आयोजन किया | एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स जालंधर में विदाई समारोह शुभशीष 2024 का आयोजन किया गया |

शिक्षा

के.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल में स्टूडेंट काउंसिल 2023-24 के लिए इंवेस्टीचर सेरेमनी का आयोजन

कोमलप्रीत कौर बनी हेड गर्ल

सभी पदाधिकारियों ने पूरी निष्ठा के साथ जिम्मेदारियां निभाने की ली शपथ

जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- के.एम.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, जालंधर के द्वारा  छात्राओं में नेतृत्व के गुणों को विकसित करने और कॉलेजिएट स्कूल की योग्य युवा प्रतिभाओं को ज़िम्मेदारियां प्रदान करने के मकसद के साथ स्टूडेंट काउंसिल 2023-24 के लिए इंवेस्टीचर सेरेमनी का आयोजन करवाया गया. डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टूडेंट वेलफेयर द्वारा विशेष रूप से आयोजित करवाए गए इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि प्राचार्या प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने  अपने संबोधन के दौरान सभी सदस्यों को इस तरह के प्रतिष्ठित और ज़िम्मेदार पद के लिए चुने जाने पर मुबारकबाद दी और यह कहते हुए प्रेरित किया कि उन्हें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए सदा प्रतिबद्ध एवं तैयार रहना होगा. उन्होंने आगे कहा कि परिषद के सदस्यों को ईमानदार और निस्वार्थ रहते हुए वास्तविक विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. उन्होंने यह भी उम्मीद की कि नवनिर्वाचित काउंसिल उन सभी मूल्यों का सही प्रतिनिधित्व करेगी, जिनके लिए संस्था हमेशा ही खड़ी है. इस सेरेमनी में छात्राओं का चयन प्रतिबद्धता, आत्मविश्वास और क्षमता के गुणों के आधार पर किया गया. इस दौरान  कोमलप्रीत कौर को हेड गर्ल चुना गया. तनवीर कौर एवं गुरकीरन जॉइंट हेड गर्ल्स बनी जबकि एसोसिएट हेड गर्ल के लिए विधिता शर्मा, हररूप कौर तथा हरमनप्रीत कौर मुल्तानी का चयन किया गया. वाइस हेड गर्ल्स के लिए अदिति सहोत्रा, गगनदीप कौर तथा जसमीन कौर चयन किया गया. हिमांशी प्रभाकर, तरनप्रीत, रिया शर्मा, शालिनी एवं वाणी वर्मा को प्रीफेक्ट के रूप में चुना गया. सभी पदाधिकारियों को पद की शपथ दिलाई गई जिसके माध्यम से सदस्यों ने संस्था की नीतियों को कायम रखने का वादा किया. मैडम प्रिंसिपल ने छात्राओं का  उचित मार्गदर्शन करने एवं इस प्रोग्राम के सफल आयोजन पर डॉ. मधुमीत, डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, वीना दीपक, कॉर्डिनेटर, आनंद प्रभा, इंचार्ज तथा के.एम.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के समूह प्राध्यापकों के द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की।

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्टस जालंधर में फसल अवशेष (पराली) को जलाने के प्रति विद्यार्थियों को किया गया सचेत

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में 'डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन (Doctors for clean your and climate action) अथवा लंग केयर फाउंडेशन (Lung care foundation) के संयुक्त तत्वावधान में एनएसएस विंग के विद्यार्थियों के लिए पर्यावरण के संरक्षण एवं रखरखाव के लिए अतिथि व्याख्यानों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ नीरजा ढींगरा ने कहा कि जिस तरह से पर्यावरण असंतुलन एवं ग्लोबल वार्मिंग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ज्वलंत समस्या बन कर मानवीय अस्तित्व के लिए एक चुनौती बन गई है तो ऐसी स्थिति में युवाओं को इस समस्या से न केवल अवगत करवाना ही हमारी जिम्मेदारी है बल्कि इससे कैसे बचा जा सकता है उनको यह बताना भी हमारा ध्येय होना चाहिए। डॉक्टर कार्मिन उप्पल  ने विद्यार्थियों को बताया कि कैसे हमारे फेफड़े पैदा होते हुए हल्के गुलाबी रंग के होते हैं लेकिन प्रदूषण की वजह से इनका रंग भी काला होता जा रहा है विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर हवा के प्रदूषण का बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है।

डॉक्टर पीएस बख्शी ने कहा की फसल अवशेष को जलाने से पहले तो आसपास के लोग प्रभावित होते हैं तत्पश्चात उससे मिट्टी की उर्वरता और नमी भी खत्म हो जाती है और उसे मिट्टी में रहने वाले अनगिनत जीव समाप्त हो जाते हैं जिससे की मिट्टी का इकोसिस्टम खराब होता है, उन्होंने बताया कि उन्होंने बाजड़ा (BAJDA) गांव में किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रेरित किया है और अब वहां के लोग बिना पराली जलाए ही फसल उगाते हैं जो कि आज के बाकी गांव के लिए एक आदर्श है। राजीव खुराना ने कहा कि हवा और पानी तो कुदरत के दिए हुए मुफ्त अनमोल तोहफे हैं बोतल में बंद करके पानी बेचना और ऑक्सीजन सिलेंडर बेचना तो मल्टीनेशनल कंपनी का पैसा कमाने का ज़रिया है, उन्होंने कहा की पूजा के वक्त हम जो कपूर जलाते हैं उससे भी हवा प्रदूषित होती है उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसीएफए(ACFA)का एक्रोनीम बताते हुए कहा कि A=awareness,C=Challenges,F=Future vision,A=Action यानी आप सभी भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सक्षम है और इस तरह से अपनी कर्मण्यता से आप समाज में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं। डॉक्टर फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन के सदस्यों ने प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा को जीवन भर की सदस्यता प्रदान  तथा की और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। डॉक्टर ढींगरा ने इस कार्यक्रम की अपार सफलता के लिए एनएसएस की डीन डॉ सिम्की देव के प्रयासों की सराहना की।

डिप्स कॉलेज में आयोजित किया गया ओरिएंटेशन प्रोग्राम

जालंधर (प्रवीण) :- कॉलेज में नए विद्यार्थियो का स्वागत करते हुए डिप्स कॉलेज (को एजुकेशनल) ढिलवां में ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। प्रोग्राम के दौरान विद्यार्थियों को उनके कोर्स, कॉलेज के नियमों के बारे में जानकारी दी गई। कॉलेज कोर्डनेटर हरप्रीत कौर ने विद्यार्थियो को संबोधित करते हुए बताय कि जीवन में सफल होने के लिए जरूरी है कि हम समय के साथ खुद में बदलाव करे और आगे बढ़ते रहे। इस दौरान बच्चों को कोर्स, एजुकेशन, कम्यूनिकेशन, ड्रैसिंग आदि के बारे में जानकारी दी।  प्रोग्राम की शुरूआत में हर विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा विद्यार्थियों को उनक विभाग, कोर्स, टाइम टेबल, प्रैक्टिकल के बारे मे जानकारी दी गई। उसके बाद कोर्डिनेटर हरप्रीत कौर ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कॉलेज में आकर विद्यार्थियों के जीवन का एक नया सफर शुरू होता है जिसमें आप प्रैक्टिकल लाइफ से जुड़ी बहुत सी बातें सीखते है। आप अपनी शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों में भाग लेकर अपनी योग्यता को सबके समक्ष पेश करते है और उनके मंजिल को पाने के लिए हर रोज कुछ कदम आगे बढ़ते है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन में अनुशासन, डेडिकेशन, डिवोशन बहुत ही जरूरी है। जब आप पूरी डेडिकेशन और अनुशासन में मेहनत करके अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते है तो आप पक्का ही अपनी मंजिल हासिल करते है। सीईओ मोनिका मंडोत्रा बच्चों को कहा कि आज के समय में अपनी लैंग्वेज पर कमांड होना बहुत ही जरूरी है इसलिए अपने भाषा ज्ञान को बढ़ाना चाहिए और इंटरनेशनल भाषा जैसे इंग्लिश, फ्रैंच आदि सीखनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सभी विद्यार्थियो का स्वागत करते हुए पूरी मेहनत के साथ पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया।

एच.एम.वी. कॉलेजिएट स्कूल में अक्षय ऊर्जा दिवस का आयोजन

जालंधर (अरोड़ा) :- एच.एम.वी. कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के प्रोत्साहानात्मक निर्देशन में अक्षय ऊर्जा के विकास एवं नए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को अपनाने हेतु जागरूक करने के लिए अक्षय ऊर्जा दिवस मनाया गया। समारोह का शुभारंभ मंगल तिलक एवं ज्ञान की ज्योति प्रज्ज्वलित कर किया गया। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने छात्राओं को अक्षय ऊर्जा दिवस की बधाई दी एवं पर्यावरण के प्रति सचेत करते हुए ऊर्जा को बचाओ, पृथ्वी को हरित बनाओ का नारा देते हुए ऊर्जा के संसाधनों के प्रति सजग रहने व प्रकृति के इन खकाानों का दुरुपयोग न करते हुए उचित उपयोग पर विशेष बल दिया। उन्होंने ऊर्जा संसाधनों के संरक्षण पर छात्राओं को प्रेरित किया एवं बताया कि हमारी संस्था द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों के उपयोग को ध्यान में रखते हुए सोलर जैनरेटर, सोलर लाइट, सोलर गीजर्स, रेन वाटर हारवेस्टिंग यूनिट एवं रीसाइकल पेपर मशीन को संसाधनों की बर्बादी को कम करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया ताकि इनका पुन: प्रयोग किया जाए एवं आगामी पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। डॉ. सीमा मरवाहा, स्कूल कोआर्डिनेटर एवं डीन अकादमिक ने कहा कि अक्षय ऊर्जा अक्षय विकास का स्तम्भ है जिसमें जल, सूर्य, वायु, ईश्वर द्वारा प्रदत्त ऊर्जा के बहुमूल्य खजाने हैं जिनका उचित प्रयोग न करने से हमारा ही नुकसान निहित है। इसलिए आज के नवयुवकों को पर्यावरण की सुरक्षा हेतु आगे बढऩा चाहिए क्योंकि किसी भी देश का विकास इसके ऊर्जा के स्रोतों पर निर्भर करता है। आज की युवा पीढ़ी केवल इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का हिस्सा न बनें बल्कि इसका प्रसार व प्रचार परिवार, मित्रों एवं समाज में भी करें ताकि पर्यावरण को सुरक्षित किया जा सके। अंत में उन्होंने विजित छात्राओं को बधाई दी एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। छात्राओं ने ऊर्जा संरक्षण को दर्शाते हुए स्वनिर्मित मॉडल जैसे- वाटर फ्री एनर्जी, विंड मिल, एनर्जी हारवेस्टिंग फ्राम रेनवाटर, ओशियन पावर प्लांट, एर्गीकल्चर फार्मिंग वर्किंग मॉडल आदि खूबसूरत माडलों एवं पोस्टरों की प्रदर्शनी लगाकर अपनी कला का प्रदर्शन किया जिसमें जजों की भूमिका डॉ. नीलम शर्मा, कैमिस्ट्री विभागाध्यक्षा, सलोनी शर्मा, फिजिक्स विभागाध्यक्षा, डॉ. अंजना भाटिया  बॉटनी विभागाध्यक्षा व सुश्री वंदना सेठी ने निभाई। इस प्रतियोगिता में अशमीत एवं सान्वी ने पहला स्थान, कशिश ने दूसरा स्थान, कृतिका ने तीसरा स्थान एवं रीतिका ने सांत्वना पुरस्कार जीता। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में भावना ने पहला स्थान, खुशी ने दूसरा स्थान, सोमोन ने तीसरा स्थान व हिमानी और मुस्कान ने सांझा रूप से सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। किरणजीत ने इस अक्षय दिवस पर ऊर्जा के संसाधनों एवं ऊर्जा के संरक्षण विषय पर चर्चा करते हुए छात्राओं को ऊर्जा का संरक्षण क्यों करना चाहिए एवं ऊर्जा संरक्षण के वैकल्पिक स्रोतों के विषय में बहुमूल्य विचार सांझे किए। मंच संचालन अशमीत व किरणजीत ने किया। 

मेहर चंद पॉलिटेक्निक को एनआईटीआर चंडीगढ़ द्वारा चौथी बार उत्तर भारत का सर्वश्रेष्ठ पॉलिटेक्निक का पुरस्कार दिया जाएगा - प्राचार्य डॉ जगरूप सिंह

जालंधर (अरोड़ा) :- मेहर चंद पॉलिटेक्निक जालंधर को केंद्र सरकार की संस्था एनआईटीएआर (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल टीचर ट्रेनिंग एंड रिसर्च) चंडीगढ़ द्वारा चौथी बार उत्तर भारत के सर्वश्रेष्ठ पॉलिटेक्निक कॉलेज का पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार सात सितंबर, 2023 को एनआईटीएआर चंडीगढ़ के सभागार में दिया जाएगा। एनआईटीएआर के निदेशक प्रो. (डॉ.) भोला राम गुजर द्वारा कॉलेज के प्राचार्य डॉ जगरूप सिंह को को यह पुरस्कार लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। इससे पहले भी कॉलेज को 2003, 2011, 2017 में निटर से यह पुरस्कार मिल चुका है। इसमें करीब 40 पॉलिटेक्निक संस्थानों ने भाग लिया, जिनमें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, हिमाचल, जम्मू कश्मीर आदि राज्यों के संस्थान शामिल थे। प्राचार्य डाॅ. जगरूप सिंह ने कहा कि यह पुरस्कार का श्रेय कॉलेज के स्टाफ और छात्रों की अथक मेहनत और प्रबंध समिति और पूर्व छात्रों के सदस्यों के मार्गदर्शन और आशीर्वाद को जाता है। महाविद्यालय के विभागाध्यक्षों द्वारा प्राचार्य डाॅ. जगरूप सिंह को लड्डू खिलाकर सम्मानित किया गया। जश्न में सभी स्टाफ और विद्यार्थियों को लड्डू बांटे गए। प्राचार्य डाॅ. जगरूप सिंह ने यह भी कहा कि यह पुरस्कार कॉलेज को शैक्षणिक, खेल, अनुसंधान, पाठ्यचर्या और पाठ्येतर गतिविधियों और प्लेसमेंट के माध्यम से प्राप्त हुआ है। यह कॉलेज अगले वर्ष 2024 में अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे करेगा और प्लैटिनम जुबली बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी। जिसके लिए स्टाफ एवं पूर्व छात्रों द्वारा प्रयास जारी है।

एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर के विद्यार्थियों यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित फाइनल परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया

जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर के इ-कॉमर्स एंड डिजिटल मार्केटिंग के विद्यार्थियों ने गुरु नानक देव के यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित फाइनल परीक्षाओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर अपना वर्चस्व स्थापित किया। ई-कॉमर्स द्वितीय समैस्टर की तिया लूथरा ने 667/800 अंक प्राप्त करके यूनिवर्सिटी में प्रथम स्थान हासिल किया एवं शिवम नैय्यर ने चतुर्थ समैस्टर में 708/800 अंक प्राप्त करके प्रथम स्थान एवं आशीष सहोता ने 676 अंक प्राप्त करके द्वितीय स्थान हासिल किया प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए भविष्य में भी इसी तरह से निरंतर मेहनत करते रहने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि वह इसी तरह अपने कॉलेज और अभिभावकों का नाम रोशन करते रहे तथा अपने जीवन के सपनों को साकार करते हुए निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर हो। विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए उन्होंने पीजी डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस की अध्यक्ष डॉ रुपाली सूद एवं डॉ रेखा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि वे भविष्य में भी इसी तरह विद्यार्थियों को प्रोत्साहित एवं प्रेरित करते रहे।

डीएवी कॉलेज, जालंधर ने पीएससीएसटी के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के लिए "ईसीओ-आर्ट" का आयोजन किया

जालंधर (अरोड़ा) :- डीएवी कॉलेज, जालंधर के वनस्पति विज्ञान विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 2023 के उपलक्ष्य में पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, चंडीगढ़ के सहयोग से एक कार्यक्रम "ईसीओ-आर्ट" का आयोजन किया। वनस्पति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष और कार्यक्रम की समग्र समन्वयक डॉ. कोमल अरोड़ा ने पर्यावरण संरक्षण और स्थिरता के लिए विभिन्न सरकारी पहलों के बारे में विस्तृत परिचय दिया। उन्होंने मिशन लाइफ कार्यक्रम और छात्र केंद्रित गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले एस एंड टी के आयोजन में पंजाब राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद की पहल के बारे में बताया। उन्होंने युवाओं को पर्यावरण के लिए सकारात्मक जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने सभी छात्रों से नवोन्वेषी एवं रचनात्मक बनने का आग्रह किया। उन्होंने हरित प्रौद्योगिकी पर जोर दिया और प्लास्टिक प्रदूषण पर चर्चा की। ऊर्जा कुशल मॉडलों की आवश्यकता और उनके भविष्य के निहितार्थों को बताते हुए उन्होंने छात्रों को सतत विकास के लिए पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डॉ. राजीव चौहान, एसोसिएट प्रोफेसर और अध्यक्ष, सिविल इंजीनियरिंग विभाग, आईके गुजराल पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, जालंधर द्वारा "बुनियादी ढांचे में स्थिरता की भूमिका" शीर्षक पर चर्चा की गई। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, शहरीकरण और बुनियादी ढांचे के पर्यावरण पर प्रभाव के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए सभी से प्लास्टिक का उपयोग न करने और हमेशा स्थिरता अपनाने का आग्रह किया। दिन की विभिन्न गतिविधियों में प्रकृति कला/मंडला बनाना, प्लास्टिक अपशिष्ट कला, ऊर्जा दक्षता आवास मॉडल और अपसाइकल्ड फैशन शो शामिल थे। शहर के विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने दिन की विभिन्न गतिविधियों में बड़े उत्साह और उत्साह के साथ भाग लिया। सभी गतिविधियों के विजेताओं को उनके प्रयासों के लिए पुरस्कार और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। डॉ. राजीव चौहान, एसोसिएट प्रोफेसर (आईकेजीपीटीयू, जालंधर), डॉ. शरणजीत कौर और डॉ. नवजीत शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर, भौतिकी विभाग विभिन्न गतिविधियों के लिए निर्णायक थे। इस अवसर पर, प्रो. अर्चना ओबेरॉय, उप-प्राचार्य, प्रो. कंवर दीपक, रजिस्ट्रार, प्रो. शीतल अग्रवाल, विभागाध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग, डॉ. रेणुका मल्होत्रा, विभागाध्यक्ष, जैव प्रौद्योगिकी, डॉ. रितु तलवार, विभागाध्यक्ष, संस्कृत, डॉ. एस.के. खुराना, विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र, डॉ. दिनेश अरोड़ा, प्रो अनु गुप्ता, डॉ. सीमा सैनी और प्रो ईशा सहगल ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई। अंत में, वनस्पति विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर और कार्यक्रम के आयोजन सचिव ईसीओ-आर्ट डॉ. लवलीन ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। उन्होंने डॉ. जतिंदर कौर अरोड़ा (कार्यकारी निदेशक, पीएससीएसटी), प्रीतपाल सिंह (अतिरिक्त निदेशक, पीएससीएसटी), डॉ. रूपाली बल (वरिष्ठ वैज्ञानिक, पीएससीएसटी) का विशेष रूप से धन्यवाद किया।

सेंट सोल्जर छात्रों के बी.एड परिणाम रहे शानदार

जालंधर (अजय छाबड़ा) :- गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी द्वारा घोषित किये गए बी.एड दूसरे सैमेस्टर के परिणामों में सेंट सोल्जर कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन के परिणाम बेहतरीन रहे। कॉलेज डायरेक्टर डॉ.अलका गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 475 अंकों में छात्रों महक खन्ना ने 364 अंक, दीपिका ने 355 अंक, समृद्धि शर्मा ने 353 अंक, रमनदीप कौर ने 353 अंक, बरलीन कौर ने 351 अंक, रिम्पल देवी ने 348 अंक, चाहत जैन ने 348 अंक, मधु बाला ने 347 अंक, मानसी चौहान ने 347 अंक, छवी ने 346, तजिंदर कौर ने 346 अंक प्राप्त किये हैं। उन्होंने कहा कि कॉलेज के सभी छात्र प्रथम श्रेणी से पास हुए हैं। छात्रों ने अपनी सफलता का श्रेय मैनेजमेंट और अध्यापकों को दिया। ग्रुप के चेयरमैन अनिल चोपड़ा, वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा ने छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई देते हुए भविष्य के लिए शुभ कामनाऐं दीं और इस प्रकार मेहनत कर नाम चमकाने को कहा।

एचएमवी ने आयोजित किया संवेदीकरण अभियान

जालंधर (अरोड़ा) :- प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन के कुशल नेतृत्व में फ्रायडियन साइकोलॉजिकल सोसाइटी एवं दृष्टि टेक्नालोजी सेंटर फॉर विजुएली चैलेंज्ड द्वारा संयुक्त तत्वावधान में संवेदीकरण अभियान का आयोजन किया गया। बतौर रिसोर्स पर्सन सीमा चोपड़ा, सोशल एक्टिविस्ट, सरदार अमरजीत सिंह आनंद, स्टेट डिस्एबिलिटी एक्टिविस्ट तथा दीपिका सूद, एनजीओ सक्षम, पंजाब उपस्थित थे। पीजी विभाग साइकोलॉजी विभागाध्यक्षा डॉ. आशमीन कौर व संगीत विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम सागर ने प्लांटर व पेंटिंग भेंट कर उनका स्वागत किया। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के माह के उपलक्ष्य में संगीत विभाग द्वारा एक खूबसूरत कम्पोकाीशन प्रस्तुत की गई। डॉ. प्रेम सागर ने विजुएली चैलेंज्ड लोगों की समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने विद्यार्थियों को बी माई आईका एप के बारे में बताया जहां वह वालंटियर बनकर विजुएली चैलेंज्ड लोगों की सहायता कर सकते हैं। दीपिका सूद ने भी छात्राओं को संबोधित किया तथा बताया कि किस प्रकार दृष्टिहीन व्यक्ति लैपटॉप का प्रयोग करते हैं तथा स्क्रीन रीडिंग साफ्टवेयर की सहायता से पढ़ पाते हैं। अमरजीत सिंह आनंद ने ऐसे मौकों का जिक्र किया जब स्पेशल बच्चों की जरूरतों की ओर सरकार आंखें बंद कर लेती हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन बच्चों की जरूरतों के लिए संवेदनशील होना चाहिए। सीमा आनंद चोपड़ा ने संबोधित किया कि लोगों को दृष्टिहीन व्यक्तियों के लिए संवेदनशील होना जरूरी है। सेशन के अंत में छात्राओं ने अपने अनुभव सांझे किए कि किस प्रकार उन्होंने विशेष जरूरतों वाले छात्रों की सहायता की। बी.वॉक की छात्रा रूहानी ने खूबसूरत कविता प्रस्तुत की। प्राचार्या प्रो. डॉ. अजय सरीन ने साइकोलॉजी विभाग तथा दृष्टि सैल के प्रयास की प्रशंसा की। बीए की छात्रा आयुषी ने मंच संचालन किया तथा वंशिका ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस अवसर पर श्रुति बिदानी, अंजलि नंदन व निधि शर्मा भी उपस्थित थे।

पी.सी.एम एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन

जालंधर (तरुण) :- पी.सी.एम.एस.डी. कॉलेज फॉर वुमेन, जालंधर के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट द्वारा "पर्सनल फाइनेंशियल प्लानिंग" विषय पर फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का आयोजन किया गया । इस एफडीपी सत्र का उद्देश्य स्टाफ को वित्तीय नियोजन की अनिवार्यताएं बताना और  निवेश, म्यूचुअल फंड और बीमा के संदर्भ में अधिक जागरूक बनाना था। इसमें निवेश और व्यक्तिगत वित्तीय योजना तथा अपनी भविष्य की वित्तीय जरूरतों को कैसे प्रबंधित किया जाए, इस पर ध्यान केंद्रित किया गया। कार्यक्रम के संसाधन व्यक्ति विक्रम सूद, (एएमएफआई पंजीकृत म्यूचुअल फंड वितरक और आईआरडीए प्रमाणित जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा सलाहकार) थे। उन्होंने बताया कि व्यक्तिगत वित्तीय योजनाओं में स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी, क्रॉस नॉमिनेशन के साथ टर्म प्लान, जीवन बीमा पॉलिसी, एसआईपी और म्यूचुअल फंड शामिल होने चाहिए। यह ध्यान में लाया गया कि किसी के निवेश लक्ष्य, निवेश की समय अवधि और जोखिम उठाने की क्षमता वित्तीय योजना के लिए महत्वपूर्ण कारक हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जीवन बीमा निवेश का उपयोग सेवानिवृत्ति के बाद की जरूरतों के वित्तपोषण के लिए किया जाना चाहिए। उनके अनुसार, जीवन के सुनहरे वर्षों यानी 55-85 वर्षों का आनंद लेने के लिए, व्यक्ति को 25-55 वर्षों में बचत करनी चाहिए जो कि जीवन का स्वर्णिम काल है। पैसा दोगुना करने के बारे में पूरी जानकारी यानी फॉर्मूला 72, कंपाउंडिंग की शक्ति, एन.आई.सी.ई. विश्लेषण यानी निवेश करने से पहले आवश्यकता, रुचि, चिंता और अपेक्षा का विश्लेषण करने पर भी प्रकाश डाला गया। सत्र में खर्च और फिर बचत से पहले बचत और बाद में खर्च करने के दृष्टिकोण को बदलने पर ध्यान केंद्रित किया गया। म्यूचुअल फंड और एसआईपी (सिस्टमिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के तहत विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की गई। उन्होंने एसआईपी के लिए वेतन प्रबंधन के महत्व को रेखांकित किया। "करोड़पति बनने" के लिए एसआईपी (व्यवस्थित निवेश योजना) पर एक विस्तृत दृष्टिकोण भी सुर्खियों में लाया गया। सेवानिवृत्ति के बाद के लाभों के लिए नियमित आय के रूप में एसआईपी और एसडब्ल्यूपी (व्यवस्थित निकासी योजना) संयोजन का उपयोग कैसे करें बताया गया । कार्यक्रम में कॉमर्स एंड मैनेजमेंट, आईटी, इकोनॉमिक्स, ऑफिस मैनेजमेंट, गणित, फैशन डिजाइनिंग विभाग के कुल 27 स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। यह एक ज्ञानवर्धक सत्र था जिसने किसी के निवेश और वित्तीय पहलुओं की योजना बनाते समय ध्यान में रखी जाने वाली आवश्यक बातों के बारे में मार्गदर्शन और गहरी अंतर्दृष्टि दी। अध्यक्ष नरेश बुधिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विनोद दादा, प्रबंध समिति के अन्य सदस्यों और प्राचार्य प्रो. (डॉ.) पूजा पराशर ने गतिविधि का सफल आयोजन करने के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना की।

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