33 विभागों द्वारा प्राध्यापकों के लाभ के लिए अपनी सर्वोत्तम प्रैक्टिसिज़ एवं प्रेरणादायक अनुभवों को साझा किया गया
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर के द्वारा समय-समय पर विभिन्न ऐसी गतिविधियों का आयोजन किया जाता रहता है जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक उत्कृष्टता लाई जा सके. इस ही श्रृंखला में कन्या महाविद्यालय के द्वारा बेस्ट प्रैक्टिसिज़ एंड इंस्पिरेशनल एक्सपिरिएंसेस विषय पर दो सप्ताह का फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ. विभिन्न विभागों में शिक्षण में सर्वोत्तम प्रथाओं की खोज और साझा करने के लिए समर्पित इस एफ.डी.पी. का उद्देश्य प्राध्यापकों में निरंतर सीखने और पेशेवर विकास के माहौल को बढ़ावा देना था. पूरे कार्यक्रम के दौरान, के.एम.वी. के सभी 33 विभागों को अपनी शानदार टीचिंग प्रैक्टिसिज़ को प्रस्तुत और चर्चा करने का अवसर मिला जिससे अंतर-विषयक सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए सभी को एक मंथ भी प्राप्त हुआ. प्रेजेंटेशंस में छात्राओं के सीखने के अनुभव को बढ़ाने के लिए प्राध्यापकों द्वारा अपनाई गई नवीन और प्रभावी पद्धतियों की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल किया गया. एफ.डी.पी. ने जहां सभी प्राध्यापकों के विचारों के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान की, वहीं साथ ही उन्हें आधुनिक शिक्षा की उभरती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए नए दृष्टिकोण और प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया. प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि हमारे संकाय के व्यावसायिक विकास में निवेश सीधे तौर पर उस शैक्षणिक उत्कृष्टता में योगदान देता है जिसके लिए हम के.एम.वी. में प्रयास करते हैं. इस एफ.डी.पी. ने न केवल हमारे शिक्षकों के समर्पण और रचनात्मकता को प्रदर्शित किया है, बल्कि साझा ज्ञान का एक मूल्यवान नेटवर्क भी बनाया है जो हमारे शैक्षणिक समुदाय को लाभान्वित करता रहेगा. कार्यक्रम के दौरान प्रदर्शित सहयोगात्मक भावना शिक्षण के उच्च मानकों को बनाए रखने और निरंतर सुधार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए के.एम.वी. की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. सचमुच ही इस प्रोग्राम ने प्राध्यापकों को अंतर्दृष्टि और सर्वोत्तम प्रथाओं का खज़ाना प्रदान किया है जो यकीनन ही के.एम.वी. में शिक्षा की गुणवत्ता को और बढ़ाएगा. मैडम प्रिंसिपल ने एफ.डी.पी. के सफल आयोजन के लिए डॉ. नीरज मैनी,अध्यक्षा, कॉमर्स विभाग तथा डॉ. सुमन खुराना, अध्यक्षा, कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशंस विभाग के प्रयासों की सराहना की।