राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अधीन जालंधर जिले में स्वै- सहायता समूहों को 44.70 लाख के फंड दिए
महिलाओं को स्वै- सहायता समूहों से जोड़कर स्व-रोजगार के द्वारा बनाया जा रहा है आत्मनिर्भर- डिप्टी कमिशनर
योजना अधीन 8600 से अधिक महिलाएं स्वै- सहायता समूहों से जुड़ी
जालंधर (JJS):- ग्रामीण क्षेत्र की गरीब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अधीन जालंधर जिले के स्वै- सहायता समूहों को महिलाओं के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने के लिए 44.70 लाख रुपये का रिवाल्विंग फंड प्रदान किया गया है। इस बात की जानकारी देते हुए डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन भारत सरकार और पंजाब सरकार द्वारा चलाया जा रहा सांझा मिशन है जो जिले के चार ब्लॉक आदमपुर, भोगपुर, जालंधर पश्चिम और लोहियां खास में चल रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 874 स्वै-सहायता ग्रुप चल रहे है, जिनमें आदमपुर में 417, भोगपुर में 238, जालंधर पश्चिम में 206 और लोहियां खास में 13 स्वै-सहायता ग्रुप शामिल है। उन्होंने आगे कहा कि 8600 से अधिक महिलाएं इन ग्रुपों के द्वारा इस योजना से जुडी हुई है। घनश्याम थोरी ने आगे कहा कि बैंकों और सरकार द्वारा समय-समय पर एसएचजी को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, ताकि महिलाओं को छोटे स्व-रोजगार व्यवसाय चलाने में सक्षम बनाया जा सके। इसके अलावा, विभिन्न सरकारी योजनाओं और गैर सरकारी संगठनों से तालमेल कायम कर अचार बनाना, जूट बैग, बुटीक और फुटबॉल सिलाई सहित विभिन्न स्व-रोजगार प्रशिक्षण कोर्स करवाए जाते है, ताकि ये महिलाएं अपने परिवार की आय बढ़ा कर अपने जीवन स्तर को ऊँचा उठा सके। थोरी ने संबंधित अधिकारियों को इस योजना के बारे में आम जनता में जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लाभार्थी इसका लाभ ले सकें। उन्होंने कहा कि अधिक जानकारी के लिए संबंधित ब्लाक विकास और पंचायत दफ्तर या अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (विकास) के दफ्तर से 0181-2223559 पर संपर्क किया जा सकता है।