सेंट सोल्जर की ओर से मनाया गया 'बेटी दिवस'
जालंधर/तरुण - बेटियों को मां दुर्गा और मां लक्ष्मी का रुप माना जाता है। हर घर में बेटों से ज्यादा बड़ा दर्जा बेटियों को दिया जाता है। हालांकि बेटियों के होने की खुशी एक दिन नहीं बल्कि साल के पूरे दिन मनाई जानी चाहिए। यह विचार सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ़ इंस्टीच्यूशन्स की ओर से आनलाइन मनाए गए 'विश्व बेटी दिवस' पर वाईस चेयरपर्सन संगीता चोपड़ा की ओर से प्रकट किए। उन्होंने ने कहा कि डॉटर्स डे मनाने का एक खास वजह ये भी है कि लोगों को बेटियों और लड़कियों के प्रति जागरूक करना। बेटियां किसी भी तरह से बेटों से कम नहीं है, जरूरत है तो उनको बेटों के बराबर अवसर प्रदान करने की। इस मौके पर स्कूल प्रिंसिपल सतविंदर कौर ने कहा कि आमतौर पर भारत में अभी लड़कियों को लेकर लोगों की मानसिकता में उतना ज्यादा विकास नहीं हुआ है इस वजह से भी लोगों की इस सोच में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए ये दिवस मनाया जाता है। श्रीमती चोपड़ा ने लड़कियों की शिक्षा पर जोर देते हुए सभी अभिभावकों कों बेटियों को बेटों के बराबर अवसर प्रदान करने की अपील की।