जालंधर (JJS):- लायलपुर खालसा कॉलेज फॉर विमेन जालंधर में स्नातकोत्तर पंजाबी विभाग द्वारा 'अंतरराष्ट्रीय मां बोली दिवस' की एक सप्ताह से चल रही गतिविधियों का आयोजन आज समाप्त किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ नवजोत का विभागाध्यक्ष डॉ अकाल अमृत कौर ने स्वागत किया ।इस अवसर पर प्रिंसिपल मैडम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंजाबी मां बोली के महत्व को प्रतिपादित किया।
उन्होंने कहा कि हमारी पंजाबी मां बोली के पास शब्दों का सागर ,जिस पर हमें गर्व करना चाहिए । इसके माध्यम से हम अपने भावों और विचारों को प्रकट कर सकते हैं । उन्होंने कहा कि संसार भर में विलक्षण पहचान पंजाबी भाषा के कारण ही है और यह भाषा केवल प्रान्त की न होकर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी है व् रोजगार की भाषा का गौरव भी इसे प्राप्त है। उन्होंने कहा कि आधुनिक पीढ़ी को इस पर हो रहे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष हमलों से अवगत कराना बहुत जरूरी है । उन्होंने स्पष्ट किया कारपोरेट संसार ने हमें शब्द संसार से तोड़ दिया है । हमें अपनी मां बोली की रक्षा मातृभूमि जैसे ही करनी चाहिए साथ ही प्रिंसिपल मैडम ने विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा पंजाबी साहित्य पड़ने के लिए प्रेरित किया ।
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई जैसे कविता उच्चारण, स्लोगन राइटिंग, शुद्ध शब्द जोड़ व् सुंदर लिखाई प्रतियोगिता आदि। जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया । कविता उच्चारण में पहले स्थान पर जसप्रीत कौर, दूसरे स्थान पर, सुखबीर कौर तीसरे स्थान पर अनुप्रीत रही। स्लोगन मुकाबले में जसप्रीत कौर और सुनीता ने पहला, सिमरन दूसरा, सोनिया जसलीन तीसरा अर्चना देवी और सुखबीर ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया । शुद्ध शब्द जोड़ व् सुंदर लिखाई प्रतियोगिता में प्रदीप कौर ने पहला, सुखबीर कौर ने दूसरा, मनजिंदर कौर ने तीसरा और प्रिया ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया । प्रिंसिपल डॉ नवजोत ने विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अकाल अमृत व् अन्य सदस्यों को प्रस्तुत आयोजन के लिए बधाई दी ।