"हवन यज्ञ में हिस्सा लेने से आत्मिक व मानसिक शांति की अनुभूति होती है व यश व समृद्धि की प्राप्ति होती है"- प्रिन्सिपल डॉ एस. के. अरोड़ा
जालंधर (JJS):- डीऐवी कॉलेज, जालंधर में नए सत्र की शुरुआत पर हवन का आयोजन किया गया। "तमसो मा ज्योतिर्गमय " यानि अज्ञान के अंधकार से ज्ञान(शिक्षा) के प्रकाश की ओर चलो" भारत की इस महान संस्कृति व परम्परा को निभाते हुए डीएवी कालेज जालंधर ने हवन यज्ञ का आयोजन किया। इस मौके पर प्रिंसिपल डॉ अरोड़ा ने, विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने हवन यज्ञ में भाग लेकर इस सत्र में शिक्षा के नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रार्थना की। कालेज के प्रिंसिपल डा. एस. के. अरोड़ा ने विद्यार्थियों का स्वागत किया और कहा की डीएवी कॉलेज की शिक्षण प्रणाली सबसे बेहतरीन है, सभी आवश्यक साधन के द्वारा पूरा स्टाफ, आप सभी के समर्थन और मदद करने के लिए यहाँ हैं और हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगें की आप अपने अकादमिक उत्कृष्टता तक पहुँच सकें। कॉलेज का उद्धेश्य यह है कि हम सुनिश्चित कर सके कि हमारे सभी छात्र बुद्धिजीवी, जिज्ञासु, चुनौतीपूर्ण, मेहनती ,शोधकर्ता और उपजाऊ लेखक बन सके।
हवन का महत्त्व बताते हुए उन्होंने कहा , हवन अपने जीवन को उजले कर्मों से और चमकाने का एक संकल्प है हवन , अपने सब पाप, छल, विफलता, रोग, झूठ, दुर्भाग्य आदि को इस दिव्य अग्नि में जला डालने का संकल्प है हवन, हर नए दिन में एक नयी उड़ान भरने का संकल्प है हवन , हर नयी रात में नए सपने देखने का संकल्प है हवन, उस ईश्वर रूपी अग्नि में खुद को आहुति बनाके उसका हो जाने का भी संकल्प है हवन, उस दिव्य लौ में अपनी लौ लगाने का संकल्प और इस संसार के दुखों से छूट कर अग्नि के समान ऊपर उठ मुक्त होने का संकल्प हवन ही है! हवन मेरी सफलता का मार्ग है। हवन मेरी मुक्ति का मार्ग है, ईश्वर से मिलाने का मार्ग है. उन्होंने बताया की हवन - यज्ञ वायु को स्वछ बनाता है जिससे हमारी अंतरात्मा स्वछ होती है तथा आयु लंबी होती है। हमें चाहिए की हम ज़िन्दगी में कुदरत के नियमो का पालन करें तथा उसी से भगवन के करीब रह सकते हैं। अंत में डॉ अरोड़ा ने कहा, मैँ फिर से पूरे स्टाफ की ओर से नव वर्ष में आप सभी का स्वागत करता हूँ और उस कॉलेज का एक हिस्सा होने के लिए आपको शुभकामनाएं देना चाहता हूँ, जहाँ सफलता एक विकल्प नहीं बल्कि एक जनून है।
इस दौरान स्टाफ सेक्रेटरी प्रो. विपिन झांझी ने विद्यार्थियों का स्वागत कर उन्हें आर्य समाज एवं कालेज के नियमों की जानकारी देने के साथ कठिन मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंनेे कहा, आर्य समाज का चिन्तन, दर्शन, मूल्य तथा आदर्श हमें जीवन से जोड़ते हैँ और पूर्णता की और ले चलते हैँ।आर्य समाज द्वारा संचालित संस्थाओं का शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आगे प्रो. विपिन ने वेदो को अपनाने पर कहा, वेद अपनाने से ही सुख, समृद्धि व आनंद प्राप्त हो सकता है। विद्यार्थियों को अपना संदेश देते हुए कहा, कि इस नए सत्र में स्टूडेंट्स अपना लक्ष्य पहले से निधारित करें और स्मार्ट और कड़ी मेहनत से अपने लक्ष्य को पूर्ण प्राप्त करें। इस दौरान लोकल मैनेजमेंट कमेटी से अजय गोस्वामी, लोकल कॉलेज के प्रिंसिपल, समूह डीएवी कॉलेज का टीचिंग एवम नॉन टीचिंग स्टाफ व विद्यार्थी उपस्थित रहे।