Saturday , 23 November 2024

50,000 रुपए रिश्वत लेता एस. एच. ओ. और उसका साथी विजीलैंस ब्यूरो द्वारा काबू

पुलिस मुलाज़िम ने केस की कार्यवाही में मदद करने के एवज में पहले भी ली थी 1 लाख रुपए की रिश्वत

जालंधर (अरोड़ा) :- राज्य में भ्रष्टाचार के विरुद्ध शुरु की मुहिम के दौरान पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने कपूरथला जिले के फगवाड़ा सिटी थाने में एस. एच. ओ. के तौर पर तैनात इंस्पेक्टर जतिन्दर कुमार और उसके साथी जसकरन सिंह उर्फ जस्सा निवासी गाँव बुर्ज हमीरा, ज़िला मोगा को 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू किया है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि यह गिरफ़्तारियाँ कुलविन्दर कौर निवासी गाँव चाचोकी, फगवाड़ा द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर की गई है। और विवरण सांझा करते हुये उन्होंने बताया कि कुलविन्दर कौर ने विजीलैंस ब्यूरो के पास पहुँच करके दोष लगाया कि उक्त पुलिस मुलाज़िम ने मार्च में उसके लड़के हरशदीप, उसकी पत्नी आशिमा और साले अंश शर्मा को उस समय हिरासत में लिया था जब वह फगवाड़ा के एक स्थानीय होटल में खाना खा रहे थे। इसके उपरांत उसके पुत्र के विरुद्ध उक्त थाने में नारकोटिक ड्रग एंड साईकोट्रोपिक सबस्टांस एक्ट (एन. डी. पी. एस.) के अंतर्गत केस दर्ज किया गया था। इसके बाद उक्त पुलिस मुलाज़िम ने हरशदीप की पत्नी और साले को इस केस में शामिल न करने के बदले 50,000 रुपए रिश्वत की माँग की और शिकायतकर्ता ने दबाव में आकर उसे रिश्वत दे दी। उसने आगे दोष लगाया कि बाद में इंस्पेक्टर जतिन्दर कुमार ने हरशदीप का डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल फ़ोन, सोने की अंगूठी और सोने के कानों के स्टड्डों को केस के सबूतों में से निकालने के बदले अतिरिक्त 50,000 रुपए की माँग की। शिकायतकर्ता ने रिश्वत की रकम अदा की और सामान उसे वापस कर दिया गया। शिकायतकर्ता ने आगे दोष लगाया कि उक्त इंस्पेक्टर ने उसके साथ बार-बार संपर्क किया और उसे तारा नरसरी से ख़रीदे पौधों और गमलों के कुल 35,000-40,000 रुपए के बिलों का भुगतान करने के लिए कहा और शिकायतकर्ता ने रकम अदा कर दी। इसके इलावा, इंस्पेक्टर ने अदालत में उसके पुत्र के पक्ष में चालान दायर करने और मुकदमे और सबूतों में उसका समर्थन करने के बदले शिकायतकर्ता से एक लाख रुपए की माँग की। यह सौदा 50,000 रुपए में तय हो गया। शिकायतकर्ता ने इसको रिकार्ड कर लिया और ब्यूरो के पास सबूत के तौर पर पेश किया। प्रवक्ता ने आगे बताया कि शिकायत की प्राथमिक जांच के उपरांत विजीलैंस ब्यूरो की टीम ने जाल बिछा कर इंस्पेक्टर जतिन्दर कुमार और उसके साथी जसकरन सिंह को दो सरकारी गवाहों की मौजुदगी में शिकायतकर्ता से 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों काबू कर लिया। इस सम्बन्ध में विजीलैंस ब्यूरो के जालंधर रेंज थाने में मुकदमा दर्ज करके इस मामले की आगे जांच जारी है।

Check Also

कृषि मंत्रालय ने दक्षिणी राज्यों में कृषि योजनाओं के कार्यान्वयन की मध्यावधि समीक्षा की

दिल्ली (ब्यूरो) :- आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 18 और 19 नवंबर को कृषि एवं …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *