महिलाओं के मुद्दों और चुनौतियों को उजागर करने वाले कई कार्यक्रमों का किया गया आयोजन
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- कन्या महा विद्यालय (स्वायत्त) के पी.जी. अर्थशास्त्र विभाग ने महिलाओं के सशक्तिकरण की चुनौतियों और संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए फेम फेस्ट का आयोजन किया। इस फेस्ट के दौरान पैनल चर्चा, कोरियोग्राफी, रंगोली-निर्माण, काव्य पाठ और समूह नृत्य जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। बी.एससी (अर्थशास्त्र), एम.एससी (अर्थशास्त्र), बी.ए., बी.कॉम (ऑनर्स) और बीबीए के छात्राओं ने बड़े उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि प्राचार्य प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी के पुष्प अभिनंदन से हुई। दिन की पहली गतिविधि पैनल चर्चा थी। पैनलिस्ट एम.एससी (अर्थशास्त्र) और एम.ए (अर्थशास्त्र) के छात्र थे, जहाँ एम.एससी (अर्थशास्त्र) की छात्रा तन्वी ने पैनल चर्चा में संचालक की भूमिका निभाई। पैनल सदस्यों ने घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, यौन उत्पीड़न जैसी महिलाओं की समस्याओं और सोशल मीडिया की भूमिका पर चर्चा की। पैनलिस्टों ने इन समस्याओं से निपटने के उपायों पर भी चर्चा की, जैसे पेशेवर विकास, नेतृत्व के अवसरों के माध्यम से महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाना, और महिलाओं को निर्णय लेने की भूमिकाओं में आगे बढ़ाना। पैनल सदस्यों ने न्यायिक प्रणाली और पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला, जो महिलाओं की समस्याओं को हल करने, दोषियों को दंडित करने और महिलाओं को न्याय दिलाने में महत्वपूर्ण हैं।
पैनल चर्चा में एम.एससी (अर्थशास्त्र) की छात्रा तन्वी ने पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरा कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण और चुनौतियों पर आधारित कोरियोग्राफी था। मंच पर छात्राओं द्वारा पांच कोरियोग्राफी प्रस्तुत की गईं। इनमें बी.ए. / बी.एससी (अर्थशास्त्र) सेमेस्टर V की ‘चुप्पी तोड़ो’, बी.ए./बी.एससी (अर्थशास्त्र) सेमेस्टर III की ‘नारी शक्ति’, बी.कॉम सेमेस्टर I की ‘महिला सशक्तिकरण शिक्षा के माध्यम से’ और बी.बी.ए. सेमेस्टर I की ‘दुहाई है’ शीर्षक की कोरियोग्राफी शामिल थीं। इन कोरियोग्राफियों ने महिलाओं की समस्याओं और उनके सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला। एक कोरियोग्राफी ‘पेड़ों को बचाओ’ पर आधारित थी, जिसे बी.ए./बी.एससी (अर्थशास्त्र) सेमेस्टर I की छात्राओं ने प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम कॉलेज द्वारा व्यावहारिक शिक्षा पर दिए गए जोर का प्रमाण था, जो छात्राओं को अपनी रचनात्मकता दिखाने के लिए वास्तविक दुनिया का मंच प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में 48 छात्रों ने भाग लिया। बी.ए. / बी.एससी (अर्थशास्त्र) सेमेस्टर V की कोरियोग्राफी ‘चुप्पी तोड़ो’ ने पहला स्थान प्राप्त किया, और बी.ए./बी.एससी (अर्थशास्त्र) सेमेस्टर III की ‘नारी शक्ति’ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में 23 छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने विभिन्न रंगों का उपयोग कर वर्तमान युग में महिलाओं की चुनौतियों को चित्रित करने के लिए अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। प्रीति ने अपने काव्य कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने मंच पर छात्राओं द्वारा प्रदर्शित रचनात्मकता, प्रस्तुति और बेहतरीन अभिव्यक्ति के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने छात्राओं को अपनी पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया, जो आज की युवा पीढ़ी में आत्मविश्वास विकसित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। प्राचार्या महोदया ने अर्थशास्त्र विभाग की प्रमुख अमरप्रीत खुराना के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित किया।