जालंधर/अरोड़ा – छात्रों और शिक्षकों में अनएर्गोनोमिक कारकों और उनके नकारात्मक परिणामों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए ‘योर फिजियो’ की डॉ. सुमनदीप कौर ने छात्रों को सही शारीरिक मुद्रा बनाए रखने के लिए सरल तकनीकों के बारे में बताया। उन्होंने शरीर पर अनुचित तनाव और दबाव को रोकने के लिए उचित मुद्रा बनाए रखने के महत्व और कार्यक्षमता को बढ़ाने के तरीकों पर ज़ोर दिया।
डॉ. सुमनदीप और उनकी टीम ने लगभग 100 छात्रों की मुद्रा की जांच की और उन्हें उपचारात्मक अभ्यास का सुझाव दिया जो वे आगामी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान कर सकते हैं।
प्रिंसिपल डॉ. सोनिया मागो ने छात्रों उठने -बैठने की उचित तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी क्योंकि ‘स्मार्ट पोस्चर का मतलब स्मार्ट बच्चा है।’