जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे कॉलेज ऑफ़ फाइन आर्ट्स जालंधर में अपने संस्थापक अध्यक्ष डॉ सत्यपाॅल की प्रेरणा एवं सुषमा पॉल बर्लिया अध्यक्ष एपीजे एजुकेशन, चांसलर एपीजे सत्या यूनिवर्सिटी एवं अध्यक्ष एपीजे सत्या एंड स्वर्ण ग्रुप के प्रोत्साहन से यहां के विद्यार्थियों को न केवल प्रत्येक दिवस के महत्व से परिचित करवाया जाता है बल्कि उस दिवस विशेष पर विशेष गतिविधियां करवा के उनको उस दिवस की सार्थकता से भी परिचित करवाया जाता है। इसी श्रृंखला में कॉलेज के फिजियोथैरेपी विभाग द्वारा ‘वर्ल्ड फिजियोथैरेपी डे’ के अवसर पर ड्राई नीडलिंग विषय पर दो दिवसीय वर्कशाप का आयोजन करवाया गया। प्राचार्य डॉ नीरजा ढींगरा ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम विद्यार्थियों को क्लास टीचिंग के साथ-साथ व्यावहारिक ज्ञान भी प्रदान करें ताकि वे जब अपनी डिग्री की पढ़ाई समाप्त करके यहां से निकले तो वह आत्मविश्वास से भरपूर हो कि वे इस क्षेत्र में अपना कैरियर सफलतापूर्वक बना सकते हैं।
इस दो दिवसीय वर्कशॉप में स्रोत वक्ता के रूप में ‘फिजियो वर्ल्ड लुधियाना’ की डायरेक्टर एवं फाउंडर और ‘ड्राई नीडलिंग’ में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाण पत्र हासिल करने वाली डॉ पोमिला चोपड़ा उपस्थित हुई जोकि एपीजे कॉलेज की एलुमनी भी रह चुकी है। डॉ पोमिला चोपड़ा ने इस दो दिवसीय वर्कशाप में विद्यार्थियों को बताया कि ड्राई नीडलिंग फिजियोथैरेपी का उभरता हुआ वह नया माध्यम है जब बिना दवाई के एक सुई के माध्यम से मसल्स,लिगामेंट, स्किन स्पाज़म, स्टीफनेस की दर्द को ठीक किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जिस क्षेत्र विशेष में रोगी को पीड़ा है उसमें नीडल के प्रेशर से इलाज किया जाता है जिससे कि उस क्षेत्र विशेष में रक्त प्रवाह सुचारू रूप में होना शुरू हो जाता है और रोगी को बिना दवाई के ही दर्द से निजात मिल जाता है। डॉ ढींगरा ने इस महत्वपूर्ण विषय पर वर्कशॉप कराने के लिए फिजियोथेरेपी विभाग के अध्यक्ष डॉ नीरज कत्याल एवं डॉ नीतिका गुप्ता के प्रयासों की सराहना की और कहा कि वे भविष्य में भी इसी तरह मौलिक विषयों पर वर्कशॉप का आयोजन करते रहे ताकि विद्यार्थी इससे लाभान्वित हो सके।