प्रोजैक्ट का मुख्य उद्देश्य जालंधर में ठोस कचरे की समस्या का निपटारा करना
जालंधर /अरोड़ा – पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने आज वरियाणा डंप में 32.32 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली बायो-रैमीडिएशन प्रोजैक्ट का नींव रखा। इस मौके पर उनके साथ विधायक महिंदर भगत, नगर निगम के कमिश्नर गौतम जैन, पंजाब सफाई कर्मचारी आयोग के चेयरमैन चंदन ग्रेवाल, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन अमृतपाल सिंह, पंजाब एग्री एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन मंगल सिंह भी मौजूद थे।इस दौरान स्थानीय निकाय मंत्री बलकार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य को हरा-भरा, स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए वचनबद्ध है।
उन्होंने प्रोजैक्ट के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह प्रोजैक्ट अगले 26 महीनों में वरियाना डंप में 8 लाख टन ठोस कचरे का उचित ढंग से निपटारा करेगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की कंपनी ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के तहत कचरे के प्रसंस्करण की निगरानी करेगी, जिसमें बायो-माईनिंग, बायो-कल्चर, रख-रखाव, आरडीएफ, परिवहन आदि शामिल हैं।उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह अनूठी पहल जालंधर निवासियों को वरियाणा में कूड़े के ढेरों से राहत दिलाएगी और प्रदूषण के स्तर को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसके अलावा, तकनीकी मापदंडों के अनुसार आपूर्ति, स्थापना और बायो माईनिग मशीनरी के लिए 2.80 करोड़ रुपये अलाट किए गए है। उन्होंने कहा कि यह प्रोजैक्ट जालंधर निवासियों की शहर से कूड़े के ढेर खत्म करने की मांग को पूरा करेगा। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को पूरे प्रोजैक्ट की व्यक्तिगत निगरानी करने को कहा ताकि इसे समय पर शुरू किया जा सके।शहरी विकास के प्रति राज्य सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि विकास कार्यों को शुरू करने और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान करने के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब के शहरों के जीवन स्तर में और सुधार लाने के लिए ऐसी कई प्रोजैक्ट शुरू किए जा रहे है।