जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल महावीर मार्ग जालंधर के सभागार में अपनी कर्मनिष्ठ, प्रतिभावान सुषमा पॉल बर्लिया (चेयरपर्सन, एपीजे एजुकेशन, को फाउंडर एंड चांसलर, एपीजे सत्य यूनिवर्सिटी, चेयरपर्सन एंड प्रेसिडेंट, एपीजे सत्य और स्वर्ण ग्रुप, चेयरपर्सन-एपीजे सत्य एजुकेशन रिसर्च फाऊंडेशन) के सकारात्मक और कुशल नेतृत्व और आशीर्वाद के साथ 2 सितंबर 2024 फैशन स्टडीज के छात्रों द्वारा ‘ग्लोबल थ्रेड्स – ए जर्नी थ्रू एथनिक एलिगेंस’ नामक एक अद्वितीय फैशन शो का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम फैशन विभाग की अध्यक्ष श्रीमती अंकिता के मार्गदर्शन में आयोजित हुआ। छात्रों ने भारत, बेल्जियम, पोलैंड और श्रीलंका की जीवंत और विविधतापूर्ण पारंपरिक पोशाकों का प्रदर्शन किया। विभिन्न कक्षाओं के छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया जिससे इन चार देशों की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक पोशाकों का शानदार प्रदर्शन हुआ। यह कार्यक्रम एक सांस्कृतिक संगम की तरह था जिसने हर देश की विशिष्ट शैलियों और परंपराओं को दर्शाया। भारत की पारंपरिक पोशाकें अपनी विविधता, समृद्ध कपड़े और जटिल डिजाइनों के लिए जानी जाती हैं। फैशन शो के दौरान छात्रों ने विभिन्न पारंपरिक परिधानों का प्रदर्शन किया।
लड़कियों ने चमकीले रंगों की साड़ियाँ और लहंगे पहने जिन्हें विस्तृत कढ़ाई और शीशे के काम से सजाया गया था। भारतीय खंड में शास्त्रीय भारतीय संगीत भी बजाया गया जिसने सांस्कृतिक अनुभव को और भी खास बना दिया। पोलैंड के सांस्कृतिक परिधानों का भी छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रदर्शन किया। लड़कियों ने रंगीन स्कर्ट, कढ़ाई वाले ब्लाउज और फूलों की माला के साथ पारंपरिक परिधान पहने थे। ये जीवंत रंग और जटिल पैटर्न पोलैंड की लोककथाओं की समृद्धता को दर्शाते थे। लड़कों की पोशाक में कढ़ाई वाले शर्ट और चमड़े की बेल्ट शामिल थे जिसे पारंपरिक टोपी और जूते के साथ पहना गया। इस दौरान लोक संगीत के द्वारा एक जीवंत और प्रामाणिक माहौल बनाने का प्रयास किया गया। श्रीलंकाई पारंपरिक पोशाक अपनी सादगी और सुंदरता के लिए जानी जाती हैं। छात्रों ने श्रीलंकाई संस्कृति की सादगी और भव्यता को अपने परिधानों के माध्यम से खूबसूरती से प्रस्तुत किया। लड़कियों ने पारंपरिक कांडी साड़ी तथा रेशम और कपास से बनी अन्य प्रकार की साड़ियां पहनी थीं। इन साड़ियों में खूबसूरत मोटिफ और पैटर्न थे जो देश के समृद्ध वस्त्रों की झलक दिखाने में सक्षम थे।‘ग्लोबल थ्रेड्स फैशन शो’ एक शानदार सफलता थी जिसमें भारत, पोलैंड, बेल्जियम और श्रीलंका की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता का जश्न मनाया गया। छात्रों ने न केवल अपनी रचनात्मकता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया बल्कि अपने साथियों के बीच सांस्कृतिक जागरूकता और सराहना को भी बढ़ावा दिया। इस कार्यक्रम ने तेजी से वैश्वीकृत होती दुनिया में पारंपरिक पोशाकों के संरक्षण और उत्सव के महत्व को भी उजागर किया। ओब्राईन और अहिरा को बेस्ट मॉडल चाइल्ड घोषित किया गया। शुभकीरत ने बेस्ट मॉडल मेल का खिताब जीता। बेस्ट मॉडल फीमेल का खिताब श्रन्या, मौली और अर्चिता को मिला। बेस्ट वॉक का खिताब आर्यन और अक्षिता ने जीता। बेस्ट कॉस्टयूम का खिताब इशिता को बेल्जियम की पोशाक के लिए और जयंतीका को पारंपरिक भारतीय परिधान के लिए मिला। हरसिमर को बेस्ट इनोवेटिव क्रिएशन के लिए सम्मानित किया गया। प्रिंसिपल संगीता निस्तन्द्रा ने उभरते फैशन डिजाइनरों की रचनात्मकता और नवीन विचारों की सराहना की। उनके अनुसार यह फैशन शो सिर्फ कपड़ों का प्रदर्शन नहीं था बल्कि एक सांस्कृतिक यात्रा थी जिसने हमारी विविधता को और भी खूबसूरती से दर्शाया। उनके अनुसार छात्रों ने न केवल अपनी कला और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया बल्कि विभिन्न संस्कृतियों के प्रति अपने सम्मान और समझ को भी प्रदर्शित किया। इस तरह के कार्यक्रम न केवल सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि छात्रों में आत्मविश्वास और रचनात्मकता को भी प्रोत्साहित करते हैं।