निगम कमिश्नर ने की बल्क वाटर स्पलाई प्रोजेक्ट की समीक्षा

मार्च 2025 तक प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए अधिकारीयों को दिए काम में तेजी लाने के निर्देश

जालंधर (अरोड़ा) :- नगर निगम कमिश्नर हरप्रीत सिहं द्वारा अमृतसर बल्क वाटर स्पालई प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक की गई, जिसमें की प्रोजेक्ट में अब तक हुए काम का रिव्यू किया गया। इस समीक्षा बैठक में प्रोजेक्ट कांट्रैक्टर लार्सन एंड टूब्रो कंपनी के अधिकारीयों, निगम अधिकारीयों और प्रोजेक्ट के लिए नियुक्त की गई स्वतंत्र सत्यापन एंजसी के अधिकारीयों ने हिस्सा लिया। ज्ञात हो की नगर निगम द्वारा विश्व बैंक के सहयोग से पंजाब म्यूनिसिपल सर्वसिस इंप्रूवमेंट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है। जिसके तहत आने वाले समय में अपर बारी दौआब नहर के पानी को साफ करके घर-घर स्पलाई किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत वल्ला स्थित 44 करोड़ लीटर प्रतिदिन समर्था वाले आधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निमार्ण, 51 नई पानी की टैंकीयों के निर्माण के साथ-साथ शहर में 112 कि.मी लंबी पाईपलाईन बिछाने का काम का चल रहा है। कार्य की समीक्षा करते हुए निगम कमिश्नर ने कंपनी को आदेश दिए की काम में तेजी लाई जाए और कार्यबल की सख्ंया को भी बढ़ाया जाए ताकि अगले साल मार्च से शहर में नहरी पानी की सप्लाई शुरू की जा सके। उन्होंने निगम अधिकारियों को भी आदेश दिए की काम की गति में तेजी लाई जाए और दूसरे विभागों से तालमेल करके जहां भी काम शुरू करने के लिए उनकी एनओसी की जरूरत है उसे जल्दी से जल्दी प्राप्त किया जाए। इस मौके पर प्रोजेक्ट मैनेजर कुलदीप सिहं सैनी (रिटायर्ड चीफ़ इंजीनियर) ने बताया की अभी तक 70 कि.मी तक पाईपलाईन बिछाई जा चुकी है और बचे हुए हिस्से में भी जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 स्थानों पर टैंकियों का निमार्ण जारी है और 8 जगहों पर मिट्टी का जांच की जा रही हैं जहां पर कुछ ही दिनों में काम शुरू हो जाएगा। बाकी जगहों से अन्य विभागों से एन.ओ.सी प्राप्त करने की प्रक्रिया अतिंम चरण में है और एन.ओ.सी प्राप्त होते ही वहां पर भी काम शुरू हो जाएगा। 15 पुरानी टैंकियों के नवीनिकरण का काम पूरा हो चुका है और बाकियों पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश का वजह से काम की गति थोड़ी धीमी हुई है जिसमें अगले महीनें में तेजी लाई जाएगी। इस मौके पर डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर नरेंद्रपाल सिहं एक्सईन जीतिन वासुदेवा, एलएंडटी के प्रोजेक्ट डायरेक्ट्र संजय सिहं, शिव कुमार सोनी, अश्वनी कुमार, कृष्णा लोकेश, एसडीओ रणजीत सिहं, डा. मौनिका, समृति शर्मा, हरप्रीत सिहं आदि भी उपस्थित थे।

प्रोजेक्ट से जुड़े जरूरी तथ्य
• प्रोजेक्ट के तहत 51 नई टैंकियों का निमार्ण हो रहा हैं। जिसमें दस लाख लीटर की 10, पंद्राह लाख लीटर की 9 और बीस लाख लीटर की 32 टैंकियां निमार्णअधीन हैं।
• 24 पुरानी टैंकियों का नवीनिकरण भी इस प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है।
• 17 मौजूदा पुरानी टैंकियों को आसपास के लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित तरीके से तोड़ा जाएगा।
• प्रोजेक्ट से शहर में साफ पानी की निरंतर स्पलाई की जाएगी, जो की अभी 10-12 घण्टों के लिए की जाती है।
• पानी की गुणवत्ता में भी बढ़ोत्तरी होगी तथा गिरते भूजल में रोक लगेगी और भूजल का स्तर भी बढ़ेगा।
• प्रोजेक्ट के तहत शहर की जल स्पलाई प्रणाली की आधुनिक स्काडा सिस्टम के तहत कंट्रोल रूम से ऑनलाईन निगरानी की जाएगी तथा किसी भी खराबी को समय पर पता लगाकर उसे तुरंत ठीक भी कर दिया जाएगा।

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