विदेशों में मान्यता और जॉब्स के लिए लाभदायक
जालंधर (मोहित अरोड़ा) :- भारत की विरासत एवं ऑटोनॉमस संस्था, कन्या महा विद्यालय, जालंधर जो अकादमिक उत्कृष्टता और छात्राओं के कैरियर विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए अग्रणी नाम है के द्वारा रोज़गार-आधारित डिप्लोमा प्रोग्रामों की एक रेंज शानदार प्रदान की जा रही है. विदेशों में मान्यता वाले इन प्रोग्रामों को छात्राओं को जॉब मार्केट में सफल होने और आशाजनक कैरियर के अवसरों को सुरक्षित करने के लिए ज़रूरी कौशल और ज्ञान से लैस करने के लिए पूरी गंभीरता से डिज़ाइन किया गया है. इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए, प्रिंसिपल प्रो. अतिमा शर्मा द्विवेदी ने कहा कि मौजूदा जॉब मार्केट की उभरती ज़रूरतों को पहचानते हुए, के.एम.वी. को इन विशेष डिप्लोमा प्रोग्रामों की पेशकश करने पर गर्व है जो छात्राओं को कम समय सीमा में व्यावहारिक एवं इंडस्ट्री अनुसार कौशल प्रदान करने में सक्षम हैं. प्रोग्राम उच्च-मांग वाले क्षेत्रों में पेशेवरों की मांग को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि ग्रेजुएटस शिक्षा पूरी होने पर रोज़गार के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं. रोजगार-आधारित डिप्लोमा प्रोग्रामों में विभिन्न प्रकार के विषय जैसे कि टेक्नोलॉजी, हेल्थ केयर, बिजनेस मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी इत्यादि शामिल हैं. छात्राएं अपनी रुचि और करियर संभावनाओं के आधार पर विभिन्न विकल्पों में से चुन सकती हैं. इन डिप्लोमा कार्यक्रमों का मुख्य आकर्षण उनकी समय अवधि है. कॉलेज द्वारा प्रदान किया जा रहे हैं विभिन्न डिप्लोमा प्रोग्रामों में डिप्लोमा इन जेरिएट्रिक केयर (ओल्ड एज केयर एंड न्यूट्रिशन), अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन, कॉस्मेटोलॉजी, कंप्यूटर एप्लीकेशंस, रिटेल मैनेजमेंट, मैनेजमेंट एंड सेक्रेटेरियल प्रैक्टिसिस, एनिमेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड डाटा साइंस, ब्यूटी एंड वैलनेस, हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म, टैक्सटाइल डिज़ाइन एंड अपैरल टेक्नोलॉजी, न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स आदि के नाम प्रमुख है तथा इन कार्यक्रमों में दाखिले के लिए योग्यता 10+2 है. इसके अलावा, के.एम.वी. द्वारा छात्राओं के लिए पी.जी. डिप्लोमा भी चलाए जा रहे है जिसे छात्रएं ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी होने के बाद चुन सकती हैं. इन में पी.जी. डिप्लोमा इन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स, गारमेंट कंस्ट्रक्शन एंड फैशन डिजाइनिंग, कंप्यूटर एप्लीकेशन, वक्सेतु पी.जी. डिप्लोमा इन ट्रांसलेशन (अंग्रेज़ी-हिंदी-अंग्रेज़ी), टेक्सटाइल डिज़ाइन एंड अपैरल टेक्नोलॉजी, रिटेल मैनेजमेंट, एनीमेशन एंड वी.एफ.एक्स. आदि के नाम शामिल हैं. आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि गुणवत्ता से समझौता किए बिना पाठ्यक्रम को संक्षिप्त करके, के.एम.वी. छात्राओं को रोज़गार में प्रवेश करने और कैरियर शुरू करने के लिए सक्षम बनाता है. इन कार्यक्रमों की व्यावहारिकता और वास्तविक दुनिया में प्रयोज्यता को बढ़ाने के लिए, के.एम.वी. ने इंडस्ट्री लीडर्स और एंपलॉयर्स के साथ मजबूत साझेदारी भी बनाई है. इंटर्नशिप, जॉब प्लेसमेंट और प्रोजेक्ट कोलैबोरेशंस के माध्यम से, छात्राएं व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करते हुए अमूल्य उद्योग कनेक्शन विकसित करे सकेंगी जिससे उन्हें जॉब मार्केट में बढ़त मिलेगी. इसके साथ ही प्रो. द्विवेदी ने कहा कि के.एम.वी. छात्राओं को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने और उन्हें सफल करियर के लिए तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है. यह रोज़गार- आधारित डिप्लोमा कार्यक्रम नौकरी बाजार की उभरती ज़रूरतों को पूरा करने और हमारी छात्राओं के पास अपने चुने हुए क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए कौशल और विशेषज्ञता सुनिश्चित करने के लिए संस्था के समर्पण को दर्शाते हैं. रोज़गार- आधारित डिप्लोमा कार्यक्रमों में दाखिले की इच्छुक भावी छात्राओं को अधिक जानकारी के लिए कॉलेज की वेबसाइट पर जाने के लिए भी उन्होंने प्रोत्साहित किया गया।