जालंधर (अरोड़ा) :- एपीजे स्कूल, महावीर मार्ग में वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन अत्यंत उल्लासपूर्ण एवं गरिमामय वातावरण में किया गया। यह भव्य समारोह सुश्री सुषमा पॉल बर्लिया (चेयरपर्सन, एपीजे एजुकेशन; को-फाउंडर एवं चांसलर, एपीजे सत्य यूनिवर्सिटी; चेयरपर्सन एवं प्रेसिडेंट, एपीजे सत्य एवं स्वर्ण ग्रुप; चेयरपर्सन, एपीजे सत्य एजुकेशन रिसर्च फाउंडेशन) के सकारात्मक नेतृत्व एवं आशीर्वाद से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संदीप हंस, आईएएस, पंजाब सरकार के खाद्य प्रसंस्करण विभाग में विशेष सचिव तथा विद्यालय के पूर्व छात्र रहे। उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने समारोह की शोभा बढ़ाई और विद्यार्थियों को प्रेरणा प्रदान की। समारोह का शुभारंभ पुष्प स्वागत एवं दीप प्रज्वलन से हुआ। इसके उपरांत शिव स्तोत्रम पर मनोहारी नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। विद्यालय के प्रिंसिपल यशपाल शर्मा द्वारा विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई तथा डॉ. नेहा बर्लिया का संदेश वीडियो के माध्यम से सांझा किया गया। कार्यक्रम में “उगे हम धरा में” गीत, समूह गायन “मिट्टी की खुशबू, सुरों की गूंज” तथा नन्हें कलाकारों द्वारा प्रस्तुत ताइक्वांडो प्रदर्शन ने दर्शकों का भरपूर ध्यान आकर्षित किया।





“रेट्रो से फ्यूचर तक” फैशन शो में 1950 से 2025 तक के फैशन के सफ़र को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिसमें रेट्रो दौर की सादगी से लेकर आधुनिक एवं भविष्य तक के बदलते रुझानों को सजीव रूप में दर्शाया गया। इसके पश्चात हिंदी नाटक “मन की उड़ान” का प्रभावशाली मंचन हुआ, जिसमें यह संदेश दिया गया कि मनुष्य ने भौतिक संसार पर विजय तो प्राप्त कर ली है, किंतु अपने चंचल मन को पूर्ण रूप से नियंत्रित करना आज भी एक चुनौती है। यह प्रस्तुति आत्मचिंतन का सशक्त संदेश देती है। संगीतमय योग प्रस्तुति “योगा सिम्फनी”, “उड़ान” की मेकिंग वीडियो तथा अंग्रेज़ी नाटक “द राइज़ एंड फॉल ऑफ फॉस्टस” को भी दर्शकों ने खूब सराहा। मुख्य अतिथि श्री संदीप हंस ने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की प्रशंसा करते हुए कहा, विद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण की प्रयोगशाला होता है। आज की प्रस्तुतियाँ यह दर्शाती हैं कि एपीजे स्कूल विद्यार्थियों को आत्मविश्वासी, सृजनशील और जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहा है। इसके साथ-साथ उन्होंने स्कूल में बिताए गए अपने बचपन के सुनहरे पलों, शिक्षकों के मार्गदर्शन और अनुशासन से मिली सीख को सबके के साथ सांझा किया तथा विद्यार्थियों को मेहनत, संस्कार और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।





इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में निर्मल महाजन (सदस्य, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स), डॉ. सुचारिता शर्मा (निदेशक, एपीजे एजुकेशन, जालंधर), डॉ. राजेश बग्गा (निदेशक, एआईएमईटीसी, जालंधर), डॉ. नीरजा ढींगरा (प्राचार्या, एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, जालंधर), भूपिंदर कटारिया (सीनियर मैनेजर ऑपरेशंस, एपीजे एजुकेशन, जालंधर), सुमित्रा धर (एडमिन हेड, एपीजे एजुकेशन, जालंधर) उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त एपीजे संस्थानों से जुड़े प्रधानाचार्यगण— ए. के. शर्मा (प्रिंसिपल, एपीजे स्कूल, रामा मंडी),डॉ. राजेश चंदेल (प्रिंसिपल, एपीजे स्कूल, मॉडल टाउन) एवं प्री-प्राइमरी अध्यक्ष जागृति शर्मा ने भी इस कार्यक्रम की शोभा में चार चांद लगाए। कार्यक्रम का समापन रंगारंग पंजाबी लोकनृत्य “लुड्डी दी रौनक” से हुआ। अंत में वाइस प्रिंसिपल सुश्री आरती शोरी भट् द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया तथा राष्ट्रगान के साथ समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
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