जालंधर (मक्कड़) :- इनोसेंट हार्ट्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन के रेड रिबन क्लब ने वर्ष 2025 के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा दी गई थीम “विघटन पर काबू पाना, एड्स प्रतिक्रिया को बदलना” के साथ विश्व एड्स दिवस मनाया। थीम एड्स को समाप्त करने के लिए निरंतर वैश्विक सहयोग और मानवाधिकार-केंद्रित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर देती है। आरआरसी के भावी शिक्षकों द्वारा अपने शिक्षण अभ्यास स्कूलों में एचआईवी और एड्स जागरूकता अभियान आयोजित किए गए थे। रेड रिबन क्लब (आरआरसी) के सभी सदस्यों ने लाल रिबन पहने, एचआईवी के इलाज के लिए हेल्पलाइन नंबरों को दर्शाने वाले वर्णनात्मक पोस्टर और चार्ट बनाए। उन्होंने एचआईवी के लक्षणों और एड्स के उपचार के बारे में विस्तार से बताया, एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाई, जो एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) संक्रमण के फैलने के कारण होने वाला एक एक्वायर्ड इम्यूनोडिफीसिअन्सी सिंड्रोम है। स्कूली विद्यार्थियों को संदेश दिया गया कि अजनबियों से न तो बात करें और न ही उनसे कुछ लें, बुरी संगत छोड़ें और खेल, योग, शारीरिक गतिविधियों में भाग लें और एचआईवी से जुड़े कलंक के खिलाफ सहयोग और इच्छा शक्ति से लड़ें। एड्स जागरूकता का नारा ‘आइए एचआईवी को एक साथ रोकें’ शिक्षण अभ्यास स्कूलों में उठाया गया था। छात्रों को एड्स हेल्पलाइन नंबर 1097 के बारे में अपने माता-पिता के बीच जागरूकता फैलाने की सलाह दी गई। कॉलेज में एक पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता ‘एड्स के बंद होने से पहले अपनी आँखें खोलो’ आयोजित की गई थी जिसमें गीतिका ने प्रथम पुरस्कार हासिल किया। प्रिंसिपल डॉ. अरजिंदर सिंह ने विजेताओं को पुरस्कार और रेड रिबन क्लब के सदस्यों को प्रमाण पत्र दिए।
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