सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी के तहत स्कूली बसों की जांच को सुनिश्चित किया जाए
संडे मार्केट के दौरान एम्बुलेंस के लिए अलग समर्पित कॉरिडोर तैयार किया जाए
सर्दियों में कोहरे से पहले-पूर्व ब्लैक स्पॉट्स को ठीक किया जाए
जालंधर (अरोड़ा) :- सचिव, रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी बलबीर राज सिंह ने जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की मीटिंग के दौरान सड़क सुरक्षा उपायों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि ओवरलोडिंग, निर्धारित गति से तेज रफ्तार और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए चालान काटे जाएं ताकि लोगों की जान-माल की सुरक्षा को यकीनी बनाया जा सके। इस मौके पर रीजनल ट्रांसपोर्ट अधिकारी अमनपाल सिंह भी मौजूद रहे। मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए सचिव रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जिले में सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए छात्रों को स्कूल ले जाने वाले वाहनों की बारीकी से जांच को भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि छात्रों को सुरक्षित घर पहुंचाने की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की है, इसलिए प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी के तहत निर्धारित मानकों के अनुसार जरूरी दस्तावेज पूरे रखे जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी के नियमों का पालन न करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि संडे मार्किट के दौरान लोगों की भारी भीड़ होने के कारण एम्बुलेंस को गुजरने में काफी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एम्बुलेंस के लिए समर्पित कॉरिडोर बनाया जाए ताकि मरीजों को किसी तरह की समस्या न झेलनी पड़े। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं से लोगों को बचाने के लिए सर्दियों में कोहरे से पहले-पहले जिले के सभी ब्लैक स्पॉट्स को ठीक किया जाए। मीटिंग में सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए वाहनों पर फॉग लाइट्स लगवाने और सड़कों पर आवारा पशुओं की रोकथाम की जरूरत पर जोर दिया गया। ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए गए कि कोहरे के मौसम में सुरक्षित वाहन चलाने, इमरजेंसी लाइट्स का उपयोग करने और कम विजिबिलिटी के दौरान धीरे वाहन चलाने के प्रति विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि यातायात नियमों के बारे में छात्रों, अभिभावकों और आम लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए। इस मौके पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य भी उपस्थित रहे।
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